जानिए दूरदर्शन के ये 7 कार्यक्रम क्यों देखने चाहिए: Doordarshan Serial
Doordarshan Serial

Doordarshan Serial: आप अपने जीवन में कुछ कहानियों और उनके किरदारों से ऐसे जुड़ जाते हैं जैसे वो आपके जीवन का ही हिस्सा हो । लेकिन आजकल ऐसे कार्यक्रम बनना ही बंद हो गये हैं जिनमें अच्छी कहानी के साथ अच्छा अभिनय भी हो। दूरदर्शन पर कई सारे कार्यक्रमों का प्रसारण होता था जो बहुत पसंद किये जाते थे। इन कार्यक्रमों में बेहतर कहानी और बेहतर अभिनय देखने को मिलता था जो आज भी याद किया जाता है। 

छोटा पर्दा यानी टेलीविज़न पर प्रसारित होने वाले कार्यक्रम आपकी सोच , समझ पर प्रभाव छोड़ते हैं। इससे आपकी नई सोच पैदा होती है। जिस तरह फिल्मों को देखकर आप किसी कहानी किसी जज़्बात से परिचित होते हैं वैसे ही आप टेलीविज़न की दुनिया से भी परिचित होते हैं। आप जिन कार्यक्रमों को देखते हैं निश्चित ही उससे खुद को जोड़ लेते हैं। जिनसे आप खुद को जोड़ पाते हैं उन्हें आप पसंद करने लगते है। वो दूरदर्शन का दौर याद कीजिए जब दूरदर्शन पर प्रसारित होने वाले कार्यक्रम बहुत देखे जाते थे। आम आदमी की रोज़मर्रा की ज़िन्दगी के इर्द-गिर्द घूमने वाली कहानियां अपना दीवाना बना लेती थीं। 

अक्सर माता-पिता चिंतित रहते हैं कि बच्चा टीवी पर कोई अच्छा कार्यक्रम देखे, ताकि कुछ सीख सके। ऐसे कार्यक्रम जो आप परिवार के साथ देख सकें और उनसे सीख सकें आजकल कम ही हैं लेकिन एक दौर था जब इतने बेहतरीन कार्यक्रमों का प्रसारण होता था। ये कार्यक्रम आपको एक बहुत सरल दुनिया में ले जाते हैं,जहाँ आप बेहतर अभिनय के द्वारा एक अलग विषय से परिचित होते हैं। तो आइये कुछ ऐसे ही कार्यक्रमों के बारे में जानते हैं जिन्हें आप अपने परिवार के साथ देख सकते हैं ये न केवल आपका मनोरंजन करते हैं बल्कि आपको नई तरह से सोचने का मौका भी देते हैं।

1) भारत एक खोज

Bharat Ek Khoj

 ‘भारत एक खोज’ एक बेहतरीन ड्रामा था जो कि पंडित जवाहरलाल नेहरू द्वारा लिखी गयी किताब पर आधारित था, जिसका निर्देशन और लेखन श्याम बेनेगल ने किया था। इसमें भारत की संस्कृति और अतीत पर बात की गयी थी। ये ड्रामा बच्चों को बहुत पसंद आएगा। ओम पुरी , रोशन सेठ , टॉम आल्टर और सदाशिव अमरापुरकर जैसे काबिल कलाकार इसके मुख्य किरदार थे। जिस तरह से इसमें भारत की संस्कृति को अतीत की बारीकियों को दर्शाया गया है वो वाक़ई लाजवाब है।  

2) किरदार

किरदार एक ऐसा कार्यक्रम था जिसमें अलग अलग कहानियां होती थीं। बेहद प्यारी और संदेश देने वाली ये कहानियां आपको एक अलग जहां में ले जाती हैं। इन कहानियों में छिपे प्यारे संदेश आपकी सोच को और साफ़ करते हैं। इस कार्यक्रम में ओम पुरी , नीना गुप्ता , रीमा लागू , इरफ़ान खान और सुरेख सीकरी जैसे कलाकर ज़्यादातर नज़र आते थे। ये दिग्गज कलाकार अपने अभिनय से दर्शकों के सामने जिस ढंग से कहानी को प्रस्तुत करते हैं वो देखने लायक है। इसका निर्देशन गुलज़ार द्वारा किया गया था। ये कार्यक्रम हिंदी, उर्दू और बंगाली भाषा में लिखी कहानियों पर आधारित था।  

3) व्योमकेश बक्शी

Byomkesh bakshi
Byomkesh bakshi

व्योमकेश बक्शी तो किसको याद नहीं। सत्यनिष्ठ व्योमकेश बाबू और उनके चाय के प्रति प्रेम को भूलना मुश्किल है। इस कार्यक्रम में जिस तरह रजत कपूर एक के बाद एक क़त्ल का पता लगाते हैं वो वाक़ई कमाल है। रजत कपूर का अभिनय इतना कमाल का है कि आप इसमें खो जाते हैं। उनकी जासूसी का तरीका ही कमाल का होता था। ब्योमकेश अपने लेखक मित्र अजित कुमार बनर्जी के साथ बेहद सभी रहस्यों को उजागर करते हैं।  

4) गुल गुलशन गुलफाम

gul gulshan gulfam
gul gulshan gulfam

ये कार्यक्रम सुपर हिट हुआ था। ये कश्मीरी परिवार की प्यारी सी कहानी अपने दर्शकों का मन मोह लेती है। इस कश्मीरी परिवार के सुख दुःख से आप जुड़ जाएंगे। किसी सैलानी के कश्मीर घूमने आने से इस परिवार की ख़ुशी को आप महसूस करने लगेंगे और उनके प्यारे लहजे से आप काफी प्रभावित होंगे। कार्यक्रम में उर्दू भाषा से आप ज़रूर आकर्षित होंगे। इसका निर्देशन वेद राही ने किया था।  

5) बुनियाद

buniyad

कार्यक्रम ‘बुनियाद’ की कहानी भारत पाकिस्तान के बंटवारे से लोगों के जीवन में आये बदलाव और उनके जीवन के कष्ट पर आधारित थी। ये मार्मिक कहानी आपका परिचय बंटवारे से पीड़ित लोगों के जीवन की समस्याएं और उनके जज़्बात से करवाती है। बुनियाद के किरदार आपके मन पर अपनी एक अलग छाप छोड़ जाते हैं।  ये किरदार जिस तरह अपनी कहानी कहते हैं वाक़ई आप कहानी में रम जाते हैं।  

6) फ्लॉप शो

flop show

फ्लॉप शो बहुत मज़ेदार शो था। एक आम आदमी की रोज़मर्रा की मुश्किलों को ये शो दर्शाता है। ये शो आपको बहुत हंसाएगा और आपको ये भी सोचने पर मजबूर कर देगा कि आम आदमी की ज़िन्दगी कितनी मुश्किलों से होकर गुज़र रही है। इसका निर्देशन जसपाल भट्टी ने किया था। जिसे दर्शकों ने अपना बहुत प्यार दिया था। 

7) मालगुडी डेज़

malgudi days
malgudi days

मालगुडी डेज़ का नाम सुनते ही आपके मन में एक प्यारी सी धुन बजने लगी होगी। ये कार्यक्रम आर के नारायण की कहानियों पर आधारित थी। ये प्यारी कहानियां जो मनोरंजन के साथ सीख भी देती हैं , इन्हें आप कैसे भूल सकते हैं। बेहद बेहतरीन किरदारों से सजी ये कहानियां किसका मन न मोह लें। इन कहानियों को प्रस्तुत करने वाले कलाकार अपने अभिनय से इन कहानियों को सदा के लिए यादगार बना देते हैं।  

ये कार्यक्रम आपको बेहद पसंद आएंगे। इनके पसंद आने का कारण आपको ऊपर ही बता दिया है। ये कार्यक्रम आपके बच्चों में सीखने की इच्छा को भी जगाएंगे। 

सृष्टि मिश्रा, फीचर राइटर हैं , यूं तो लगभग हर विषय पर लिखती हैं लेकिन बॉलीवुड फीचर लेखन उनका प्रिय विषय है। सृष्टि का जन्म उनके ननिहाल फैज़ाबाद में हुआ, पढ़ाई लिखाई दिल्ली में हुई। हिंदी और बांग्ला कहानी और उपन्यास में ख़ास रुचि रखती...