Pashminna Serial Episode: सोनी सब पर 25 अक्टूबर से शुरु हुआ सीरियल अपने कंटेंट की वजह से काफी पसंद किया जा रहा है। यह कहानी एक कशमीरी लड़की पश्मीना और उसकी मां की है। सीरियल में अब तक हमने देखा कि अपनी आंखों में एक राजकुमार के सपने सजाए पश्मीना जिंदगी की हकीकत का भी बखूबी सामना करती है। वह अपनी मां के साथ शिकरा तो चलाती ही है वहीं वो एक गाइड का भी काम करती है। वो सपनों में जिसका चेहरा देखती है वो उसे टूरिस्ट के तौर पर नजर आता है। लेकिन वो उदास हो जाती है क्योंकि वो चाहती है जिससे उसे प्यार हो वो कश्मीरी ही हो। लेकिन जब अपना कश्मीर दिखाने उसे ले जाती है तो उसे बातों बातों में पता चल जाता है कि यह मुंबई से आया यह लड़का मूलत कश्मीरी ही है।
अलग हैं दोनों
पश्मीना वो लड़की है जो उम्र में बहुत छोटी है जीवन को देखने का नजरिया बहुत रंगीन है। जब वो राघव को कश्मीर की सैर कराती है तो वो चाहती है कि राघव कश्मीर की हवाओं को महसूस करे, चिनाड़ के पेड़ के पत्तों पर मन्नत लिखे और उसे बांधे, उगते सूरज की घाटी पर पड़ने वाली छटा को देखे लेकिन राघव उसकी नजर में इन बातों का कोई लॉजिक नहीं है। वहीं पश्मीना भी इस बात को लेकर परेशान है कि आखिर इस टूरिसट को कुछ भी अच्छा क्यों नहीं लग रहा?
अब आगे क्या होगा
पश्मीना और उसकी मां हासबोट के सहारे ही अपनी जिंदगी के गुजर-बसर कर रहे हैं। उनकी हाउसबोट की मोटर खराब हो चुकी है। उसे इतना बार सही करवाया जा चुका है है कि अब दुरुस्त करवाने की हालत में भी नहीं रही। नई मोटर 80 हजार की है। लेकिन उसकी मां के पास नई मोटर के पैसे नहीं है। पश्मीना अपनी मां की इस समस्या को जानती है। और वो शिकारा कंपटीशन में हिस्सा लेती है ताकि वो यह ईनाम जीते और उनकी नई मोटर आए। राघव को पश्मीना की परेशानी का पता चलता है और उसे यह भी पता चलता है कि वो जिसके साथ इस कंपटीशन में उतरने वाली थी उसने ऐन वक्त पर मना कर दिया। अब देखते हैं कि क्या इस परेशानी के वक्त में क्या हीरो राघव एक हीरो की तरह एंट्रर लेकर पश्मीना और उसकी मां की मुसीबतों को दूर कर पाएगा।
