पहाड़ों पर रास्ता भटक गया शख्स, 10 दिन तक टूथपेस्ट खाकर बचाई जान
अक्सर चीन से कई हैरान करने वाली घटनाएं सामने आती हैं।कई मामले सुनकर लोगों की कंपकंपी छूट जाती है। अब हाल ही में ऐसा ही एक दिल दहला देने वाला मामला सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। ये मामला चीन का है। जहां एक शख्स पहाड़ों में खो गया और 10 दिनों तक इस शख्स ने केवल टूथपेस्ट खाकर अपना पेट भरा और अपनी जान बचाई है।
China Boy Eating Toothpaste: अक्सर चीन से कई हैरान करने वाली घटनाएं सामने आती हैं।कई मामले सुनकर लोगों की कंपकंपी छूट जाती है। अब हाल ही में ऐसा ही एक दिल दहला देने वाला मामला सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। ये मामला चीन का है। जहां एक शख्स पहाड़ों में खो गया और 10 दिनों तक इस शख्स ने केवल टूथपेस्ट खाकर अपना पेट भरा और अपनी जान बचाई है। हालांकि, एक रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान उसे बर्फीले पहाड़ों से सुरक्षित निकाला गया।
चीन के उत्तर-पश्चिमी चीन के बर्फीले पहाड़ी इलाकों में एक 18 साल का शख्स 10 दिनों तक फंसा रहा, जिसे 10 दिनों के बाद सुरक्षित बचा लिया गया। उन 10 दिनों में शख्स को भयंकर भूख का सामना करना पड़ा। जिसके बाद उसने अपनी जान बचाने के लिए टूथपेस्ट खाने का फैसला लिया और शख्स इन 10 दिनों तक केवल टूथपेस्ट के सहारे जिंदा रहा। इसके अलावा उसने लियांग नदी का पानी पिया और बर्फ को खाकर अपना काम चलाया।
पहाड़ों में कैसे खोया शख्स

दरअसल, 8 फरवरी को सन नाम के इस शख्स ने अकेले ही अपनी यात्रा शुरू की थी जिसकी शुरुआत वो, क्विनलिंग से करता है, जो शानक्सी प्रांत में एक प्रमुख ईस्ट-वेस्ट माउंटेन रेंज है। जो लगभग 2,500 मीटर की औसत ऊंचाई पर स्थित है। यहां उसने खतरनाक और प्रतिबंधित ताओ-लाइन पर चलना शुरू किया। जो दुनिया में अपनी वाइल्डलाइउ और ऊंचे-ऊंचे पेड़ों के लिए जाना जाता है। तब ये हुआ कि सन जब यहां के सफर पर चलता है तो उसके इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की बैटरी खत्म हो जाती है, जिसके चलते वह अपने परिवार वालों से संपर्क नहीं कर पाता और उसके परिवारवाले मान लेते हैं कि वो खो गया है।
हाथ टूटा, चट्टान में छिपा, घांस का बनाया बिस्तर और 10 दिनों बाद जिंदा बचा। जब शख्स ने यात्रा शुरू की तो उसका संपर्क यात्रा के दो दिन बाद ही अपने परिवार वालों से टूट गया। वह पहाडों में बने एक नाले के सहारे नीचे उतर गया जिसके बाद वो कई बार फिसल कर गिरा जिससे उसके हाथ में फ्रेक्चर हो गया। वहां पर 10 दिन गुजारने के बाद शख्स को बचाव दल ने सुरक्षित बचा लिया।
रेस्क्यू ऑपरेशन से बचाई गई जान

परिवार ने सन को ढूंढने के लिए प्रशासन से मदद मांगी। इसके बाद रेस्क्यू टीम ने विवनलिंग पर्वत पर आग लगाई ताकि धुआं देखकर सुन को मदद के लिए पुकारने का मौका मिल सके। जब धुआं देखा, तो सुन ने मदद के लिए शोर मचाया और उसे बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। यह पर्वत श्रृंखला पिछले दो दशकों में कई ट्रैकर्स के लिए मौत का कारण बन चुकी है। 50 से अधिक लोग इस इलाके में लापता हो चुके हैं या मारे जा चुके हैं।
2018 में लगा था एंट्री पर प्रतिबंध
साल 2018 से प्रशासन ने इस क्षेत्र में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया था, लेकिन फिर भी कई लोग यहां ट्रैकिंग करते हैं। बताया जा रहा है कि सन लियांग इस खतरनाक इलाके से बचाया गया पहला व्यक्ति है। इस इलाके में प्रवेश करने वाले यात्रियों पर प्रतिबंध लगा दिया।
