Malaika Arora recalls marrying Arbaaz Khan despite mother's advice
Malaika Arora recalls marrying Arbaaz Khan despite mother's advice

Overview: फिल्म इंडस्ट्री में रिश्तों को लेकर मलाइका अरोड़ा ने अपनी खामोशी तोड़ी

इस बातचीत में मलाइका अरोड़ा ने अपनी जिंदगी के सबसे निजी और महत्वपूर्ण अध्यायों को बेबाकी से साझा किया। मां की सलाह के बावजूद अरबाज़ खान से शादी, उसकी सीखें और महिलाओं पर होने वाले भेदभाव—इन सब पर उन्होंने खुलकर अपनी राय रखी।

Malaika Arora Revelation: मलाइका अरोड़ा ने हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान अपनी निजी ज़िंदगी से जुड़ी कई अनसुनी बातें साझा कीं। उन्होंने बताया कि अरबाज़ खान से शादी करने का फैसला उन्होंने मां की सलाह के खिलाफ जाकर लिया था। इसके साथ ही मलाइका ने उन समाजिक मान्यताओं पर भी कड़ी प्रतिक्रिया दी, जिनमें महिलाओं के रिश्तों को हमेशा एक पैमाने पर कस लिया जाता है, जबकि मर्दों को उन्हीं बातों के लिए सराहना मिलती है।

मां की चेतावनी के बावजूद लिया बड़ा फैसला

मलाइका ने स्वीकार किया कि उनकी मां ने उस समय उन्हें सोच-समझकर कदम उठाने को कहा था। बावजूद इसके, उन्होंने महसूस किया कि वे अपने दिल की सुनना चाहती हैं। मलाइका बताती हैं कि हर लड़की की तरह उनके मन में भी सपनों और उम्मीदों से भरा एक संसार था, और उसी के आधार पर उन्होंने अपने रिश्ते का फैसला किया।

शादी के फैसले ने बदल दी जिंदगी की दिशा

उन्होंने कहा कि उनकी शादी ने उनकी जिंदगी को बिल्कुल नई राह दी—कई खूबसूरत पल, अनुभव और सीखें। हालांकि रिश्ता अंत तक नहीं चल सका, लेकिन मलाइका इसे कभी पछतावा नहीं मानतीं। उनके मुताबिक, हर फेज ने उन्हें मजबूत, समझदार और खुद के प्रति ईमानदार बनना सिखाया।

महिलाओं पर सवाल उठाने की आदत पर कड़ा वार

मलाइका ने साफ कहा कि समाज में महिलाओं से हमेशा स्पष्टीकरण मांगा जाता है—क्यों शादी की, क्यों नहीं की, कब करनी है, कब टूट गई—हर बात पर उंगली उठाई जाती है। लेकिन पुरुषों के मामले में ये सवाल अक्सर गायब हो जाते हैं।

‘आधी उम्र की लड़की से शादी करो तो वाहवाही’

उन्होंने दोहरे मानदंडों पर बात करते हुए कहा, “अगर कोई पुरुष अपनी आधी उम्र की लड़की से शादी कर ले, तो उसे आधुनिक, पुरुषत्व वाला और आकर्षक कहा जाता है। लेकिन अगर कोई महिला यही करे, तो उसे जज कर लिया जाता है। यह सोच बेहद गलत है।”

खुद के फैसलों पर मलाइका की मजबूत आवाज

मलाइका का कहना है कि उनकी जिंदगी उनके खुद के निर्णयों से बनी है। चाहे वो रिश्ता निभाना हो या आगे बढ़ना—हर कदम उन्होंने अपने मन की शांति और खुशी को प्राथमिकता देते हुए उठाया है। वे मानती हैं कि लोगों की सोच बदलने में वक्त लगेगा, लेकिन अपनी सच्चाई पर टिके रहना ही सबसे ज़रूरी है।

नई पीढ़ी के लिए साफ संदेश—जीओ अपनी शर्तों पर

इंटरव्यू के अंत में मलाइका ने लड़कियों और महिलाओं को संदेश दिया कि वे समाज की उम्मीदों के बोझ तले न झुकें। रिश्ते, करियर या पर्सनल लाइफ—हर फैसले में सबसे अहम आपकी खुशी और आपकी पहचान है।

मेरा नाम श्वेता गोयल है। मैंने वाणिज्य (Commerce) में स्नातक किया है और पिछले तीन वर्षों से गृहलक्ष्मी डिजिटल प्लेटफॉर्म से बतौर कंटेंट राइटर जुड़ी हूं। यहां मैं महिलाओं से जुड़े विषयों जैसे गृहस्थ जीवन, फैमिली वेलनेस, किचन से लेकर करियर...