kim kardashian brain aneurysm
kim kardashian brain aneurysm

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एक शो में 45 वर्षीय किम कार्दशियन ने खुलासा किया कि उन्हें 'ब्रेन एन्यूरिज्म' हुआ था। यह एक गंभीर मेडिकल कंडीशन है। ये खुलासा सुनकर किम के फैंस और दर्शक चौंक गए।

kim kardashian brain aneurysm : रियलिटी टीवी स्टार किम कार्दशियन हमेशा किसी न किसी वजह से सुर्खियों में रहती हैं। लेकिन इस बार मामला थोड़ा अलग है। एक शो में 45 वर्षीय किम ने खुलासा किया कि उन्हें ‘ब्रेन एन्यूरिज्म’ हुआ था। यह एक गंभीर मेडिकल कंडीशन है। ये खुलासा सुनकर किम के फैंस और दर्शक चौंक गए। आखिर क्या है ब्रेन एन्यूरिज्म, आइए जानते हैं।

तनाव से जुड़ा ब्रेन एन्यूरिज्म

किम ने बताया कि डॉक्टरों ने इसका कारण उनके एक्स-पति रैपर कान्ये वेस्ट से तलाक के बाद बढ़ा तनाव बताया।
doctors attributed this to increased stress after her divorce from her ex-husband, rapper Kanye West.

शो में किम ने बताया कि डॉक्टरों ने इसका कारण उनके एक्स-पति रैपर कान्ये वेस्ट से तलाक के बाद बढ़ा तनाव बताया। ऐसे में साफ है कि तनाव ब्रेन एन्यूरिज्म को ट्रिगर करता है। ब्रेन एन्यूरिज्म दिमाग की किसी रक्त वाहिका के कमजोर हिस्से में गुब्बारे जैसा उभार होता है। धीरे-धीरे ये उभार बड़ा हो सकता है और अगर फट जाए तो दिमाग में खून बहने लगता है, जिसे ‘ब्रेन हेमरेज’ या ‘सबराचनोइड ब्लीडिंग’ कहा जाता है।

लाखों लोग हैं इससे पीड़ित

ब्रेन एन्यूरिज्म एक गंभीर स्थिति है। दुनियाभर में लाखों लोग इससे पीड़ित हैं। एक आंकड़े के अनुसार 50 में से 1 शख्स अनरूप्चरड ब्रेन एन्यूरिज्म से पीड़ित है यानी करीब 10% जनसंख्या इससे पीड़ित है। अमेरिका में हर साल 30 हजार लोग अनरूप्चरड ब्रेन एन्यूरिज्म से पीड़ित होते हैं। वहीं भारत में भी 2 से 5% लोग इसके शिकार हैं। चिंता की बात ये है कि अधिकांश लोगों को इसकी जानकारी नहीं होती है। ऐसे में ब्रेन हेमरेज का खतरा काफी बढ़ जाता है।

ये हैं ब्रेन एन्यूरिज्म के कारण

ब्रेन एन्यूरिज्म के कई कारण हैं। कुछ लोगों में यह स्थिति जन्म से ही होता है। वहीं कई बार यह उम्र और लाइफ स्टाइल के कारण यह स्थिति पैदा होती है। खासकर अगर व्यक्ति को टेंशन और हाई ब्लड प्रेशर इसके कारण हैं। इसी के साथ धूम्रपान, अत्यधिक शराब के सेवन या ब्लड वेसल्स में फैट जमने यानी एथेरोस्क्लेरोसिस के कारण ब्रेन एन्यूरिज्म बढ़ता है। कई बार उम्र बढ़ने से भी रक्त वाहिकाएं कमजोर पड़ जाती हैं।

टेंशन ट्रिगर करता है रोग

तनाव सीधे ब्रेन एन्यूरिज्म नहीं बनाता, लेकिन यह जोखिम जरूर बढ़ा देता है। लगातार या अचानक बढ़ा तनाव रक्तचाप और हार्मोन जैसे एड्रेनालाईन को बढ़ाता है। ऐसे में कमजोर वाहिकाओं पर दबाव पड़ता है। अगर एन्यूरिज्म पहले से मौजूद है तो गुस्सा, डर या तनाव उसे फटने की स्थिति में ले जा सकते हैं। ऐसे में साफ है कि लंबा तनाव, पर्याप्त नींद न लेना और ज्यादा काम करने वाले लोगों में ब्रेन एन्यूरिज्म की आशंका ज्यादा होती है।

समय पर लक्षण पहचानना जरूरी

ब्रेन एन्यूरिज्म से बचने के लिए इसके लक्षणों पर ध्यान देना बहुत जरूरी है। सबसे अहम संकेत है सेंटिनल सिरदर्द या थंडरक्लैप सिरदर्द। इसमें सिर में बहुत तेज दर्द होता है। इसके अलावा दोहरी नजर आना, गर्दन में अकड़न या शरीर के किसी हिस्से में कमजोरी भी संकेत हो सकते हैं। कई बार रोशनी देखने में भी परेशानी होती है। ऐसे किसी भी लक्षण पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

कुछ कोशिशें आएंगी काम

लाइफस्टाइल में बदलाव करके आप ब्रेन एन्यूरिज्म के खतरे को काफी हद तक कम कर सकते हैं। तनाव को कम करना इस खतरे से बचाव का सबसे असरदार तरीका है। इसी के साथ मेडिटेशन, योग, गहरी सांसें लेना और नियमित एक्सरसाइज को अपनाने से फायदा मिलेगा। इनसे न सिर्फ मन शांत रहेगा, बल्कि ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल रहेगा।

गेम्स खेलना भी है फायदेमंद

पजल गेम, शतरंज, सुडोकू जैसे गेम्स खेलना भी ब्रेन एन्यूरिज्म के जोखिम को कम करता है। क्योंकि इनसे दिमाग एक्टिव और हेल्दी रहता है। दिनभर में पर्याप्त पानी पीना, संतुलित आहार लेना, कैफीन कम लेना और भरपूर नींद लेना भी फायदेमंद है।

मैं अंकिता शर्मा। मुझे मीडिया के तीनों माध्यम प्रिंट, डिजिटल और टीवी का करीब 18 साल का लंबा अनुभव है। मैंने राजस्थान के प्रतिष्ठित पत्रकारिता संस्थानों के साथ काम किया है। इसी के साथ मैं कई प्रतियोगी परीक्षाओं की किताबों की एडिटर भी...