Amitabh and Mithun: बॉलीवुड में ‘डिस्को डांसर’ के नाम से मशहूर हुए मिथुन चक्रवर्ती का सफर संघर्षों से शुरू हुआ, लेकिन उसमें कुछ ऐसे मोड़ भी आए, जिन्होंने उनकी किस्मत ही बदल दी। बहुत कम लोग जानते हैं कि इस सुपरस्टार के करियर की नींव रखने में सदी के महानायक अमिताभ बच्चन की भूमिका भी कहीं न कहीं जुड़ी हुई है। एक वक्त था जब मिथुन, खुद अमिताभ बच्चन के असिस्टेंट के तौर पर काम करते थे।
जब ‘सुपरस्टार’ का ख्याल रखते थे मिथुन
साल 1976 से पहले मिथुन चक्रवर्ती फिल्म इंडस्ट्री में पर्दे के पीछे कई छोटे-मोटे काम करते थे। उन्हीं दिनों उन्हें ‘दो अनजाने’ फिल्म के सेट पर बतौर प्रोडक्शन असिस्टेंट काम करने का मौका मिला, जिसमें अमिताभ बच्चन लीड रोल में थे। मिथुन का मुख्य काम था, सेट पर अमिताभ बच्चन की हर जरूरत का ध्यान रखना, चाहे शूटिंग की जरूरत हो या किसी पर्सनल जरूरत की व्यवस्था, मिथुन हर काम बेहद ही जिम्मेदारी से करते थे।
FTII से सीखी अभिनय की बारीकियां

मिथुन चक्रवर्ती की अभिनय यात्रा की नींव रखी गई पुणे के ‘फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया’ (FTII) में। यहां उन्होंने अभिनय की बारीकियों को गहराई से सीखा और खुद को एक प्रोफेशनल एक्टर के रूप में तराशा। इसी दौरान उनकी कद-काठी, चेहरा और परफॉर्मेंस फिल्म निर्देशक मृणाल सेन की नजरों में आ गई। मृणाल सेन को मिथुन में एक मजबूत और असरदार स्क्रीन प्रेजेंस दिखी, जो किसी भी फिल्म को मजबूती दे सकती थी।
एक फोन कॉल, जिसने बदल दी जिंदगी
FTII की ट्रेनिंग और मेहनत के बाद मिथुन को काम तो मिलने लगा, लेकिन असली मौका तब आया जब एक दिन अचानक उन्हें एक फोन कॉल आया। यह कॉल उनकी जिंदगी का टर्निंग पॉइंट साबित हुआ। मृणाल सेन ने उन्हें अपनी फिल्म ‘मृगया’ में मुख्य भूमिका का ऑफर दिया। साल 1976 में रिलीज़ हुई इस फिल्म में मिथुन ने इतनी दमदार परफॉर्मेंस दी कि उन्हें उनके डेब्यू के लिए ही नेशनल अवॉर्ड से नवाज़ा गया।
अमिताभ बच्चन की दरियादिली ने बदली मिथुन चक्रवर्ती की किस्मत
एक वक्त था जब मिथुन फिल्म इंडस्ट्री में एक मामूली असिस्टेंट के तौर पर काम करते थे और महानायक अमिताभ बच्चन की देखभाल का जिम्मा उनके कंधों पर था। उसी दौरान एक दिन उन्हें कोलकाता से एक ज़रूरी फोन कॉल आया, जिसमें उन्हें बताया गया कि एक फिल्म के लिए ऑडिशन देना है। लेकिन उस समय मिथुन की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर थी कि उनके पास कोलकाता जाने तक के पैसे नहीं थे।

जब अमिताभ बच्चन को यह बात पता चली कि उनका यह मेहनती असिस्टेंट हीरो बनने का सपना देखता है और कोलकाता में एक बड़े मौके के लिए बुलावा आया है, तो उन्होंने बिना देर किए मदद का हाथ बढ़ाया। अमिताभ ने न सिर्फ मिथुन को आने-जाने का किराया दिलवाया, बल्कि कुछ अतिरिक्त पैसे भी दिलवाए ताकि मिथुन कोलकाता जा सके।
इस छोटी-सी मदद ने मिथुन की जिंदगी की दिशा ही बदल दी। कोलकाता पहुंचते ही उन्हें फिल्म मृगया में लीड रोल के लिए चुन लिया गया। यह वही फिल्म थी जिसने उन्हें राष्ट्रीय पहचान दिलाई और बतौर अभिनेता उनके करियर को बूस्ट मिला। कहा जा सकता है कि अगर उस वक्त अमिताभ बच्चन ने उनकी मदद न की होती, तो शायद भारतीय सिनेमा को मिथुन जैसा सितारा नहीं मिलता।
