Flying Fish: समुद्र का जीवन बहुत ही रोचक और रहस्यमयी है। यहां तरह-तरह के जीव पाए जाते हैं, जिसमें से एक मछली भी है। आज तक हमने मछलियों को सिर्फ पानी में तैरते ही देखा होगा, लेकिन क्या आपने आपने कभी ऐसी मछली के बारे में सुना है जो पक्षियों की तरह उड़ सकती है। यह बात सुनकर आप हैरान जरूर हुए होंगे, पर ये सच है। पानी में रहने वाली ये मछली थोड़ी बहुत नहीं बल्कि 70 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से उड़ सकती हैं, लेकिन ज्यादा दूर तक नहीं जा सकतीं। आज आपको बताते हैं कि इसकी खासियत क्या है और ये उड़ती कैसे है।
हवा में उड़ती हैं ये मछलियां

दरअसल, उड़ने वाली मछली समुद्र में पाई जाने वाली एक खास प्रजाति की मछली है। इन मछलियों को “फ्लाइंग फिश” कहा जाता है। जो सच में हवा में उड़ती है। इसका वैज्ञानिक नाम एक्सोकोएटिडे है और यह दुनिया भर के गर्म समुद्री इलाकों, जैसे कि कैरिबियन सागर, हिंद महासागर, और प्रशांत महासागर में पाई जाती है।
खासकर सुबह या शाम के वक्त, जब ये मछलियां ज्यादा सक्रिय होती हैं, इन्हें देखने का मौका मिल सकता है। यह मछली अपने बड़े, पंख जैसे पेक्टोरल फिन्स की मदद से हवा में छलांग लगाकर काफी दूरी तक उड़ सकती है। बता दें, वर्तमान में मछलियों की 40 से ज्यादा प्रजातियां ऐसी हैं जो उड़ सकती हैं। इनमें दोनों साइड पंख होते हैं जो उड़ने में इनकी सहायता करते हैं। यह अपनी टेल फिन से खुद को बैलेंस करती हैं।इनकी ये फिन नाव के पतकार के समान हैं जो उड़ने के साथ-साथ पानी में तैरने में भी इन मछलियों की मदद करती है।
मछलियों को पानी के अंदर खतरा
इन मछलियों की लंबाई आम तौर पर 17 से 30 सेंटीमीटर तक होती है, जैसे-जैसे इसकी इनकी लंबाई बढ़ती है ये पतली होती जाती हैं। इन मछलियों को पानी के ऊपर उड़ रहे शिकारियों से भी बचना होता है और पानी के अंदर रहने वाली शिकारी मछलियों से भी। जब इन मछलियों को पानी के अंदर खतरा होता है तो ये उड़ान भरती हैं और फिर पानी में आ जाती हैं। कुछ उड़ने वाली मछलियां एक बार उड़ने के बाद पानी को छूकर फिर से छलांग लगा सकती हैं, जैसे कि वे हवा में “स्किप” कर रही हों। यह उनकी उड़ान को और लंबा कर देता है।

कई देशों में, जैसे कि जापान, बारबाडोस, और इंडोनेशिया में, उड़ने वाली मछलियों को खाया भी जाता है। लोग इसे तलकर, सुखाकर, या सूप में डालकर खाते हैं। बारबाडोस में इस मछली को राष्ट्रीय मछली भी माना गया है।
इस तरह से उड़ती हैं मछली
दरअसल, यह मछली सच में पक्षियों की तरह पंख फड़फड़ाकर नहीं उड़ती। यह एक तरह की ग्लाइडिंग करती है। जब यह किसी शिकारी से बचना चाहती है, तो यह अपनी पूंछ को तेजी से हिलाकर पानी से बाहर छलांग मारती है।

इस दौरान यह अपने पंख जैसे फिन्स को फैला लेती है, जो हवा में इसे सपोर्ट करते हैं। यह मछली हवा में 50 से 400 मीटर तक की दूरी तय कर सकती है और कई बार 6-7 सेकंड तक हवा में रहती है।
