Suneel Darshan claims Sunny Deol
Suneel Darshan claims Sunny Deol

Overview: सुनील दर्शन का सनी देओल पर खुला वार

फिल्ममेकर सुनील दर्शन ने सनी देओल को बताया अपने करियर का सबसे काला अध्याय, बोले– पैसे लेकर फिल्म नहीं बनाई, पर ईश्वर से न्याय की उम्मीद है।

Suneel Darshan claims Sunny Deol: ‘इंतकाम’, ‘मेला’ और ‘तलाश’ जैसी चर्चित फिल्मों के लिए जाने जाने वाले फिल्म मेकर सुनील दर्शन ने हाल ही में एक इंटरव्यू में अपने कुछ पुराने अनुभवों को शेयर किया। इस बातचीत के दौरान उन्होंने सनी देओल और अक्षय कुमार जैसे बड़े फिल्म स्टार्स के साथ अपने रिश्तों को लेकर खुलकर बात की।

सुनील दर्शन ने बताया कि उनके करियर में सनी देओल के साथ काम करना उनके लिए सबसे कड़वा अनुभव रहा है। उन्होंने कहा कि “सनी देओल मेरी लाइफ और करियर का सबसे काला अध्याय हैं।” सुनील दर्शन का आरोप है कि सनी देओल ने उनसे एक फिल्म के लिए एडवांस पेमेंट लिया था, लेकिन वह फिल्म कभी बनी ही नहीं। इसके बावजूद उन्होंने देओल परिवार और खासकर धर्मेंद्र के लिए सम्मान जताया और कहा कि वह उनके खिलाफ कुछ गलत नहीं बोलना चाहते।

सुनील ने यह भी खुलासा किया कि जब वे फिल्म ‘जानवर’ का निर्माण कर रहे थे तो उस दौरान ये फिल्म पहले सनी देओल को दी गई थी। लेकिन उनके और सनी के बीच चल रहे विवाद के चलते, उन्होंने यह फिल्म अक्षय कुमार को दे दी। उस समय अक्षय का करियर संघर्ष में था, और करिश्मा कपूर के साथ सुपरहिट फिल्म ‘जानवर’ उनके लिए टर्निंग पॉइंट साबित हुई।

लेकिन सुनील का रिश्ता अक्षय कुमार के साथ अधिक समय तक नहीं चल पाया।  सुनील ने बयाया, “अक्षय कुमार बुरे इंसान नहीं हैं। लेकिन उन्हें बहुत बदनाम किया गया है, उनमें कई खूबियां हैं।” इसके बाद सुनील ने कहा कि फिल्म इंडस्ट्री में कुछ रिश्ते पर्सनल फीलिंग से नहीं, बल्कि परिस्थितियों से बनते और बिगड़ते हैं।

सुनील दर्शन ने बताया कि उन्होंने सनी के साथ तीन फिल्में की थीं। शुरुआत में उन्हें लगा था कि सनी में स्टार बनने की पूरी क्षमता है, और इसलिए उन्होंने सनी पर भरोसा किया। लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता गया, उन्हें सनी का व्यवहार अजीब और असहज लगने लगा।

उन्होंने कहा कि पहली फिल्म ‘इंतकाम’ में सनी उनके साथ थे, और उन दिनों सनी कोई बहुत बड़े स्टार नहीं थे। मगर उनमें स्टारडम की संभावना दिख रही थी। सुनील ने बताया कि उन्होंने सनी को पहले भी कई फिल्मों में लॉन्च करने में मदद की थी और उन्हें पूरा विश्वास था कि वह इंडस्ट्री में अच्छा करेंगे।

सुनील ने बताया कि दूसरी फिल्म ‘लुटेरे’ के दौरान भी उन्हें सनी के रवैये में कुछ अजीब लगा, लेकिन उन्होंने ज्यादा ध्यान नहीं दिया। लेकिन जब तीसरी फिल्म पर काम चल रहा था, तब उन्हें पूरा यकीन हो गया कि कुछ सही नहीं है। उनका कहना है कि सनी के साथ काम करना किसी छोटे बच्चे को मनाकर काम करवाने जैसा था। वे भावनाओं का सहारा लेते थे, झूठे रिश्तों की बातें करते थे और इस तरह मुझे एक और प्रोजेक्ट में फंसा लिया।”

 सुनील दर्शन ने कहा कि उन्हें ईश्वर पर भरोसा है और एक दिन उनके साथ न्याय जरूर होगा। उन्होंने कहा, “ये लोग ताकतवर हैं, उन्हें किसी चीज़ की परवाह नहीं, लेकिन ऊपवाला भी है, जो सही-गलत का हिसाब ज़रूर करता है।”

प्रतिमा 'गृहलक्ष्मी’ टीम में लेखक के रूप में अपनी सेवाएं दे रही हैं। डिजिटल मीडिया में 10 सालों से अधिक का अनुभव है, जिसने 2013 में काशी विद्यापीठ, वाराणसी से MJMC (मास्टर ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन) की डिग्री प्राप्त की। बीते वर्षों...