Jyoti Malhotra Case: हरियाणा की ट्रैवल व्लॉगर ज्योति मल्होत्रा को शनिवार को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने और भारतीय सेना से जुड़ी संवेदनशील जानकारी लीक करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। , ज्योति को सोशल मीडिया पर ‘ज्योति रानी’ और ‘Travel With Jo’ के नाम से जाना जाता है। ज्योति मल्होत्रा ‘Travel With Jo’ नाम से यूट्यूब चैनल चलाती हैं और इंस्टाग्राम पर ‘travelwithjo1’ नाम से एक्टिव हैं जहां उनके 1.37 लाख से अधिक फॉलोअर्स हैं। ज्योति बाइक राइडिंग और सोलो ट्रैवल में खास दिलचस्पी रखती हैं और उन्होंने भारत सहित पाकिस्तान, भूटान, इंडोनेशिया और चीन जैसे देशों की भी यात्रा की है।

करीब दो महीने पहले उन्होंने पाकिस्तान से कई वीडियो और रील्स पोस्ट की थीं। इनमें उन्होंने लाहौर के अनारकली बाज़ार, कटासराज मंदिर और पड़ोसी देश में की गई बस यात्रा को दिखाया था। उनके एक इंस्टाग्राम कैप्शन में लिखा था – “इश्क़ लाहौर”। उनके कंटेंट में भारत और पाकिस्तान की संस्कृति की तुलना और पाकिस्तानी खाने की झलक भी शामिल थी।

पुलिस जांच में सामने आया है कि 2023 में उन्होंने पहली बार पाकिस्तान का दौरा किया था, जहां उनका वीज़ा कमिशन एजेंट्स के जरिए बनवाया गया था। इसी दौरान दिल्ली में स्थित पाकिस्तान उच्चायोग के अधिकारी एहसान-उर-रहीम उर्फ़ दानिश से उनकी मुलाकात हुई। बाद में ज्योति के दानिश के साथ करीबी संबंध बन गए और दानिश ही उन्हें पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों के संपर्क में लाया। आरोप है कि भारत लौटने के बाद भी ज्योति इन पाकिस्तानी खुफिया एजेंटों के संपर्क में बनी रहीं और हरियाणा व पंजाब में फैले एक जासूसी नेटवर्क के ज़रिए भारतीय सेना की गतिविधियों और स्थानों से जुड़ी संवेदनशील जानकारियां साझा करती रहीं। रिपोर्ट्स के अनुसार, वे पाकिस्तान दो बार गईं और वहां उन्हें दानिश के सहयोगी अली अहवान ने मेज़बानी दी।

2024 में ज्योति ने कश्मीर की भी यात्रा की और डल झील सहित श्रीनगर-बनिहाल रेल मार्ग से जुड़े वीडियो अपने सोशल मीडिया पर डाले। हरियाणा पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियां ज्योति मल्होत्रा को अपने लिए एक “एसेट” यानी संपत्ति के रूप में तैयार कर रही थीं। इसी अधिकारी ने बताया कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच चार दिन तक चले सैन्य तनाव के दौरान ज्योति मल्होत्रा पाकिस्तान उच्चायोग में तैनात एक पाकिस्तानी अधिकारी के संपर्क में थीं। यह जानकारी इस अधिकारी ने हरियाणा के हिसार में मीडिया को संबोधित करते हुए दी है। वैसे हिसार के पुलिस अधीक्षक शशांक कुमार सावन ने कहा कि अब तक यह स्पष्ट नहीं है कि ज्योति मल्होत्रा के पास सेना या रक्षा संबंधी ऐसी कोई गोपनीय जानकारी थी, लेकिन यह तय है कि वह पाकिस्तान के खुफिया अधिकारियों के संपर्क में थीं।

शशांक कुमार सावन ने कहा, “बिलकुल स्पष्ट है कि पाकिस्तानी एजेंसियां उन्हें एसेट के रूप में विकसित कर रही थीं। वह अन्य यूट्यूब इन्फ्लुएंसर्स के संपर्क में भी थीं और ये सभी लोग भी खुफिया एजेंसी के संपर्क में थे। यह भी एक प्रकार का युद्ध है, जिसमें दुश्मन पक्ष अपनी विचारधारा फैलाने के लिए प्रभावशाली लोगों की भर्ती करता है।” अब मल्होत्रा के लैपटॉप और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की फॉरेंसिक जांच की जाएगी, जिससे यह स्पष्ट हो सके कि उन्होंने कौन सी जानकारी साझा की।

ढाई दशक से पत्रकारिता में हैं। दैनिक भास्कर, नई दुनिया और जागरण में कई वर्षों तक काम किया। हर हफ्ते 'पहले दिन पहले शो' का अगर कोई रिकॉर्ड होता तो शायद इनके नाम होता। 2001 से अभी तक यह क्रम जारी है और विभिन्न प्लेटफॉर्म के लिए फिल्म समीक्षा...