Overview: क्योंकि सास भी कभी... शो में हुई तुलसी की बेटी की विदाई
हाल ही में, 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' शो के एक इमोशनल एपिसोड ने दर्शकों की पुरानी यादें ताजा कर दीं, जब तुलसी और मिहिर की बेटी परी की विदाई का सीन शूट हुआ।
Smriti Irani daughter vidai in Kyunki Saas Bhi Kabhi Bahu Thi: टेलीविजन के इतिहास में कुछ ही शो ऐसे हुए हैं, जिन्होंने लोगों के दिलों में ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी‘ की तरह एक खास जगह बनाई है। यह शो, जो अपने समय में हर घर की पहचान बन गया था, आज भी लोगों की यादों में ताजा है। हाल ही में, शो के एक इमोशनल एपिसोड ने दर्शकों की पुरानी यादें ताजा कर दीं, जब तुलसी और मिहिर की बेटी परी की विदाई का सीन शूट हुआ। यह सिर्फ एक सीन नहीं था, बल्कि एक ऐसा पल था जिसने स्क्रीन पर और सेट पर मौजूद हर शख्स की आंखों में आंसू ला दिए।
स्मृति ईरानी की शानदार एक्टिंग

इस खास एपिसोड में, तुलसी का किरदार निभा रहीं स्मृति ईरानी ने अपनी बेटी के साथ एक इमोशनल विदाई का पल साझा किया। उनके चेहरे पर खुशी और जुदाई का दर्द एक साथ साफ झलक रहा था। एक तरफ अपनी बेटी की नई जिंदगी की शुरुआत की खुशी थी, तो दूसरी तरफ उसे खुद से दूर जाने देने का गम। स्मृति का अभिनय इतना सच्चा और गहरा था कि यह साबित हो गया कि वे दशकों से निभाए जा रहे इस किरदार से कितनी गहराई से जुड़ी हुई हैं। उनकी परफॉरमेंस ने एक बार फिर याद दिला दिया कि क्यों तुलसी विरानी भारतीय टेलीविजन के सबसे यादगार किरदारों में से एक है।
पूरा परिवार आया एक साथ नजर
इस खास मौके पर शो की पूरी कास्ट एक बार फिर से एक साथ नजर आई। पुराने कलाकार भी इस जश्न का हिस्सा बनने के लिए वापस आए, जिससे सेट पर माहौल और भी भावुक हो गया। वर्षों बाद पुराने दोस्तों और सह-कलाकारों का मिलना, हंसी-मजाक और यादों का आदान-प्रदान, यह सब इस विदाई को और भी खास बना रहा था। यह ऐसा लग रहा था मानो टीवी का एक परिवार सालों बाद फिर से किसी समारोह में एक साथ आया हो। यह सिर्फ दर्शकों के लिए नहीं, बल्कि पूरी कास्ट के लिए एक भावुक पल था, जिसने फैंस को एक ऐसी शादी दी जो हमेशा उनकी यादों में रहेगी।
क्योंकि सास…भावनाओं का सैलाब

इस ‘विदाई’ वाले एपिसोड को इस सीजन का सबसे महत्वपूर्ण और भावुक हिस्सा माना जा रहा है। इसमें सिर्फ शादी की रस्मों और खुशियों को नहीं, बल्कि एक मां और बेटी के अटूट रिश्ते, परिवार के सदस्यों के बीच के प्यार और जुदाई के दर्द को भी खूबसूरती से दिखाया गया है। जिस तरह से तुलसी ने अपनी बेटी को विदा किया, वह हर उस मां के दिल को छू गया जिसने अपनी बेटी को शादी के बाद विदा किया है।
यह एपिसोड इस बात का सबूत है कि ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ आज भी दर्शकों के दिलों में क्यों जिंदा है। यह सिर्फ एक शो नहीं, बल्कि भावनाओं का एक ऐसा सागर है, जो हर बार दर्शकों को अपनी ओर खींच लेता है। स्मृति ईरानी ने अपने दमदार अभिनय से यह साबित कर दिया कि वे आज भी इस किरदार के साथ पूरी तरह से जुड़ी हुई हैं और तुलसी का किरदार हमेशा भारतीय टेलीविजन के इतिहास में अमर रहेगा।
