Skin Stress on Face: क्या आप पिछले कुछ समय से अपनी स्किन में बदलाव देख रहे हैं? क्या आपको अपनी स्किन में मुंहासे व एक्जिमा जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है? क्या अब आपके बाल पहले से अधिक तेजी से झड़ रहे हैं? अगर इन सभी सवालों का जवाब हां है तो हो सकता है कि इसके पीछे की मुख्य वजह तनाव हो।
अक्सर हम अपनी स्किन और बालों की कंडीशन के लिए ब्यूटी प्रोडक्ट्स, प्रदूषण व खानपान आदि को जिम्मेदार ठहराते हैं। लेकिन इसके अलावा तनाव का भी उतना गहरा असर स्किन पर पड़ता है। आपको शायद पता ना हो, लेकिन तनाव के कारण स्किन ना केवल जल्दी बूढ़ी होती है, बल्कि इससे स्किन की अन्य कई परेशानियां भी होती है। हालांकि, अधिकतर लोगों को इस बारे में पता नहीं होता है। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको बता रहे हैं कि तनाव का आपकी स्किन पर किस तरह प्रभाव पड़ता है और इसके लिए क्या किया जा सकता है-
तनाव के कारण हो सकते हैं स्किन पर एक्ने

अगर आप लगातार ब्रेकआउट्स व एक्ने के कारण परेशान हो रहे हैं तो इसके पीछे एक मुख्य वजह आपका तनाव भी हो सकता है। अगर आप लगातार तनाव में रहते हैं तो इससे आपका शरीर कोर्टिसोल हार्माेन का अधिक उत्पादन करता है। जिसका परिणाम यह होता है कि आपके सीबम ग्लैंड्स अधिक ऑयल रिलीज करते हैं। जब इन ग्रंथियों से अत्यधिक तेल का उत्पादन होता है तो आपके पोर्स क्लॉग होते हैं और एक्ने व ब्रेकआउट्स की समस्या होती है।
तनाव के कारण हो सकती है डार्क सर्कल की समस्या

अंडर आई बैग्स और डार्क सर्कल्स केवल देर रात तक जागने के कारण नहीं होती है, बल्कि इसकी एक मुख्य वजह तनाव भी है। दरअसल, ये दोनों आपस में कनेक्टेड है। जब आप बहुत अधिक तनाव में होते हैं तो ऐसे में आपको रात में नींद कम आती है। आप चाहकर भी सही तरह से सो नहीं पाते हैं। जिसके कारण जब स्किन इलास्टिसिटी कम होती है तो अंडर आई बैग की समस्या होती है।
तनाव के कारण हो सकती है रूखी स्किन की समस्या

स्किन में बढ़ता रूखापन तनाव के कारण भी हो सकता है। दरअसल, स्किन की आउटर लेयर स्ट्रेटम कॉर्नियम है। इसमें प्रोटीन और लिपिड होते हैं जो आपकी स्किन सेल्स को हाइड्रेट रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। हालांकि, तनाव आपके स्ट्रेटम कॉर्नियम के बाधा कार्य को बाधित करता है। स्ट्रेटम कॉर्नियम के ठीक से काम ना कर पाने के कारण आपकी स्किन शुष्क और खुजलीदार हो सकती है।
तनाव के कारण हो सकते है रैशेज

अत्यधिक तनाव का एक प्रभाव यह होता है कि यह आपके इम्यून सिस्टम को कमजोर करता है। एक कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली आपके पेट और त्वचा में बैक्टीरिया असंतुलन को जन्म दे सकती है। जब यह असंतुलन आपकी स्किन को प्रभावित करता है, तो इससे रैशेज या दाने हो सकते हैं।
तनाव स्किन प्रॉब्लम्स को बना सकता है बदतर

तनाव सिर्फ स्किन की समस्याओं का कारण नहीं बनता है, बल्कि अगर आपको पहले से ही कोई स्किन प्रॉब्लम है तो यह उसे बद से बदतर बना सकता है। मसलन एक्जिमा, सोरायसिस आदि की समस्या को बढ़ा सकता है। इसलिए यह कहा जाता है कि व्यक्ति को अपने तनाव के स्तर को कम करने का प्रयास करना चाहिए।
तनाव से स्किन पर नजर आ सकते हैं रिंकल्स

तनाव का एक नुकसान यह है कि इससे आपकी स्किन में प्रोटीन में परिवर्तन का कारण बनता है और इसकी इलास्टिसिटी को कम करता है। जब स्किन इलास्टिसिटी कम होती है तो इससे स्किन में फाइन लाइन्स और रिंकल्स की समस्या हो सकती है। इसलिए, अगर आप अपनी स्किन को अधिक ब्यूटीफुल और यंगर बनाना चाहते हैं तो ऐसे में आपको तनाव को मैनेज करना चाहिए।
तनाव से हो सकता है हेयर फॉल

तनाव का असर सिर्फ आपकी स्किन ही नहीं बल्कि बालों पर भी नजर आ सकता है। तनाव के कारण बाल असमय सफेद हो सकते हैं। दरअसल, मेलानोसाइट्स नामक कोशिकाएं मेलेनिन को उत्पन्न करती हैं जो आपके बालों को उसका रंग देती है। इसके अलावा, तनाव आपके हेयर ग्रोथ के साइकल को भी बाधित कर सकता है और हेयर फॉल की समस्या जन्म लेती हैं।
तनाव को कैसे करें मैनेज

अत्यधिक तनाव का स्तर हर लिहाज से स्किन के लिए अच्छा नहीं है। इसलिए उसे मैनेज करना जरूरी है। इसके लिए कुछ आसान तरीकों को अपनाया जा सकता है। मसलन-
- अत्यधिक तनाव के कारणों को जानने का प्रयास करें। जब आपको यह पता होगा कि तनाव की असली वजह क्या है तो आप उसे मैनेज कर पाएंगे।
- तनाव को कम करने के लिए आप अपने पूरे दिन को प्लॉन करें। कई बार काम की अधिकता भी तनाव का कारण बनती है।
- कुछ वक्त अपने परिवार के साथ बिताएं। जब आप अपनों के साथ समय बिताते हैं तो इससे तनाव का स्तर कम होता है। साथ ही साथ, फैमिली मेंबर्स से परेशानी साझा करने से समस्या का हल मिल जाता है और तनाव भी दूर होता है।
- तनाव को मैनेज करने के लिए आप कुछ रिलैक्सिंग तकनीक अपनाएं। मसलन, आप दिन का कुछ समय योग, मेडिटेशन सहित म्यूजिक सुनने आदि में बिता सकते हैं। इससे भी तनाव कम होता है।
- नियमित रूप से एक्सरसाइज करें। इससे बॉडी में हैप्पी हार्मोन रिलीज होते हैं और तनाव कम होता है।
- प्रतिदिन सात से सात-आठ घंटे की नींद अवश्य लें।
