Summary: त्वचा के लिए फायदेमंद फिश ऑयल: हाइड्रेशन से लेकर एक्ने और एजिंग तक, जानिए इसके बेहतरीन फायदे
फिश ऑयल में मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड त्वचा को हाइड्रेट, सॉफ्ट और ग्लोइंग बनाए रखते हैं। यह एक्ने, एजिंग, UV डैमेज और स्किन कंडीशन्स जैसे एक्जिमा-सोरायसिस में भी फायदेमंद है।
Fish Oil Benefits for Skin: सैलमन, मैकजेल और सार्डिन्स जैसे ऑयली फिश के टिशू से निकलने वाला फिश ऑयल ओमेगा 3 फैटी एसिड से भरपूर होता है। यह एसेंशियल न्यूट्रिएंट हमारे ओवर ऑल हेल्थ को प्रमोट करने में अहम भूमिका निभाता है, जिसमें हमारी त्वचा भी शामिल है। यदि आप नियमित रूप से फिश ऑयल का सेवन करते हैं या इसका सप्लीमेंट लेते हैं या फिश ऑयल युक्त स्किन केयर प्रोडक्ट्स लगाते हैं, तो यह न सिर्फ हमारी त्वचा के टेक्सचर में सुधार लाता है बल्कि हाइड्रेशन के लिए भी सही है। आइए आज इस लेख में जानते हैं कि फिश ऑयल किस तरह से हमारी त्वचा के लिए फायदेमंद है।
त्वचा को करता है हाइड्रेट

फिश ऑयल का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह त्वचा में मॉइश्चर को लॉक करके रखता है और हाइड्रेशन बनाए रखता है। इसमें मौजूद ओमेगा 3 फैटी एसिड स्किन बैरियर को मजबूत करके मॉइश्चर लॉस से बचाता है और त्वचा को मुलायम और कोमल बनाए रखता है। उन लोगों के लिए बढ़िया है, जिनकी त्वचा रूखी और बेजान रहती है।
एक्ने और इन्फ्लेमेशन करता है कम
फिश ऑयल में एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो एक्ने ब्रेकआउट और त्वचा की लालिमा को कम करने में मदद करते हैं। यह सीबम प्रोडक्शन को रेगुलेट करने के साथ इरिटेटेड त्वचा को सूद करता है, जिसकी वजह से यह एक्ने वाली त्वचा के लिए शानदार रेमेडी के रूप में काम करता है। इसके साथ ही फिश ऑयल में मौजूद ओमेगा 3 फैटी एसिड हार्मोन को संतुलित करने में सहायक हो सकता है, जिसकी वजह से त्वचा पर एक्ने हो जाते हैं।
प्रीमैच्योर एजिंग को करता है कम

फिश ऑयल में मौजूद ओमेगा 3 फैटी एसिड ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से लड़ने में सक्षम है, जो प्रीमैच्योर एजिंग का एक मुख्य कारण है। फिश ऑयल के रेगुलर सेवन से त्वचा पर नजर आने वाली बारीक रेखाएं और झुर्रियां कम हो जाती हैं और त्वचा की इलास्टिसिटी और कोलैजन प्रोडक्शन में सुधार आता है जिससे त्वचा को जवां चमक मिलती है।
अल्ट्रावायलेट किरणों से करता है सुरक्षा
लंबे समय तक सूरज की जोखिम भरी अल्ट्रावायलेट किरणों में रहने से त्वचा खराब होती है, जिससे सनबर्न, हाइपरपिगमेंटेशन, यहां तक की स्किन कैंसर होने का खतरा रहता है। ऐसे में फिश ऑयल के सेवन से त्वचा को अल्ट्रावायलेट किरणों से सुरक्षा मिलती है। साथ ही सूरज की और रोशनी में रहने से त्वचा पर जो इन्फ्लेमेशन हो जाता है, उसे भी कम होने में मदद मिलती है।
एक्जिमा और सोरायसिस को करता है सूद

यदि किसी व्यक्ति को एक्जिमा या सोरायसिस जैसी स्किन कंडीशन है और उसे अपनी त्वचा रूखी, बेजान और सूजी हुई लगती है, तो ऐसे में फिश ऑयल का एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण इन लक्षणों को कम कर सकता है। साथ ही त्वचा की ओवर ऑल सेहत में सुधार आ सकता है।
चोट को करता है ठीक
फिश ऑयल में मौजूद एसेंशियल फैटी एसिड स्किन रिपेयर और चोट को ठीक करने में मददगार है। फिश ऑयल स्किन सेल्स को रीजेनरेट करते हैं, चोट को ठीक करते हैं और ब्लेमिशेज को भी ठीक करने में तेजी से काम करते हैं। इसके साथ ही त्वचा पर होने वाले इन्फेक्शन को भी कम करने में अहम भूमिका निभाते हैं।
तेल निर्माण को करता है संतुलित
फिश ऑयल सीबम प्रोडक्शन को रेगुलेट कर सकते हैं, जो त्वचा का प्राकृतिक तेल है। इस तरह से फिश ऑयल त्वचा पर मौजूद अत्यधिक तेल या रूखेपन को कम करने में मदद कर सकता है। इस तरह से फिश ऑयल तैलीय और कांबिनेशन दोनों तरह की त्वचा के लिए फायदेमंद है।
