कोरोना का प्रकोप भले ही खत्म न हुआ हो लेकिन हाल ही में शादी पार्टी पर लगी रोक जरूर खत्म हो गई है। लोग एंगेजमेंट भी कर रहे हैं और शादी भी। बर्थडे भी मनाए जा रहे हैं और दूसरी पार्टियां भी। अब ऐसे में ये जरूरी है कि आप कुछ स्टाइलिश अपनी वॉर्डरोब में शामिल कर लें। एथनिक वियर की बिलकुल नई डिजाइन से रूबरू हो लीजिए-
Author Archives: Shweta Rakesh
ज्वैलरी… जो दिल जीत ले
किसी का दिल जीतना हो, प्यार जताना हो या फिर तोहफा देना हो। महिलाओं के मामले में एक चीज हमेशा कारगर रहती है, वो है, ज्वैलरी। ज्वैलरी की चमक महिलाओं के दिल को मानो पिघला ही देती है।
इरफ़ान खान…
जब 29 अप्रैल 2020 को उनके निधन की खबर आई तो लोगों को भरोसा ही नहीं हुआ, लेकिन वह खामोशी इतना शोर मचा गई कि क्या खास, क्या आम सब स्तब्ध और दु:खी थे। जो व्यक्ति अपनी आंखों से दुनिया को मंत्र मुग्ध कर देता था वह उन्हीं लोगों की आंखों में आंसू देकर चला गया।
बारिश के मौसम में त्वचा एवं बालों की देखभाल
चेहरे पर आलू का रस लगाएं और आलू के स्लाइस से अपने चेहरे और गर्दन पर मालिश करें। एक कटोरी दही लें, उसमें चुटकीभर नमक और किसी भी आवश्यक तेल की एक बूंद डालें और मिलाएं। आलू के रस के ऊपर इसे चेहरे और गर्दन पर लगाएं।
वजाइनल हेल्थ: जानकारियां और समाधान
पीरियड्स में होने वाली ब्लीडिंग को सोखने के लिए सेनेटरी नैपकिन का इस्तेमाल किया जाता है। इसे प्रयोग करके महिलाएं उन दिनों को पूरी तरह सुरक्षित और आसान बना सकती हैं,आइए जानें कैसे-
यादों के झरोखे से..
ऋषि कपूर का जन्म माया नगरी मुंबई में 4 सितंबर 1952 में हुआ था। उनको लोग प्यार से चिंटू जी के नाम से बुलाते थे। 17 वर्ष की उम्र में बतौर बाल कलाकार बड़े पर्दे पर अपनी दस्तक दी। उसके बाद उन्होंने ‘बॉबी’ फिल्म की और ये सिलसिला चलता गया।
क्यों हो गया सु ‘शांत?’
सुशांत सिंह की मौत रहस्यमयी जरूर है, मगर उनकी ज़िंदगी उतनी ही फिल्मी। सुशांत सिंह बहुत ही साधारण परिवार में पैदा हुए थे, जिनका कोई भी फिल्मी बैकग्राउंड नहीं था। उनके पिता कृष्ण कुमार सिंह एक सरकारी अधिकारी थे। वो चार बहनों के बीच अकेले भाई थे।
कैसे रहें दूर नकारात्मक विचारों से
नकारात्मक विचार हमारी सोच और जीवन को अत्यधिक प्रभावित करते हैं। हमारे जीवन में जितनी नकारात्मक सोच होगी उतनी ही निराशा, तनाव और डिप्रेशन की वृद्धि होगी।
रूफटॉप गार्डन प्लानिंग: 8 टिप्स फॉलो करें
अगर आपकी बालकनी में सूर्य की रौशनी अच्छे से नहीं आती है तो आप अपने टैरेस को डेकोरेटिव गार्डन के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं। टैरेस गार्डन एक ऐसी सुकून भरी जगह है जहां शाम बिताना खूब पसंद किया जाता है।
मॉनसून में आपका इंतजार करेंगी ये खूबसूरत डेस्टिनेशन
भाई,मॉनसून में इतनी बारिश के बीच कोई कैसे घूमने जा सकता है? आप यही सोच रहे होंगे। लेकिन यकीन मानिए, अपने देश में ऐसी कई जगह हैं, जो मॉनसून के मौसम में इतनी खूबसूरत हो जाती हैं कि वहां घूमे बिना आप रह ही नहीं सकते।
