गर्मी की छुट्टी में घूमने जाने का प्लान किया था? क्या हुआ नहीं जा पाए? लॉकडाउन की वजह से कहीं बाहर क्या, अपने शहर में घूमना भी मुश्किल हो रहा है। लेकिन कुछ महीनों के बाद लॉकडाउन खुलेगा। तब तो घूमने जाएंगे न? अगर कोरोना अगले कुछ दिनों में हमारी जिंदगियों से चला जाता है तो मॉनसून ही वह पहला मौसम होगा, जब हम कहीं भी जाने को आजाद होंगे। तो फिर आप कहां जाएंगे? भाई, मॉनसून में इतनी बारिश के बीच कोई कैसे घूमने जा सकता है? आप यही सोच रहे होंगे। लेकिन यकीन मानिए, अपने देश में ऐसी कई जगह हैं, जो मॉनसून के मौसम में इतनी खूबसूरत हो जाती हैं कि वहां घूमे बिना आप रह ही नहीं सकते। चलिए इन जगहों के बारे में जानें-

अंडमान निकोबार

570 आईलेंड से मिलकर बनी यह जगह वाइल्डलाइफ, समुंदर और वॉटर स्पोर्ट्स के लिए जानी जाती है। मॉनसून में यहां का तापमान करीब 35 डिग्री रहता है। यहां आने के लिए देश के कई हिस्सों से पोर्ट ब्लेयर के लिए सीधी फ्लाइट मिल जाती हैं। यहां आकर जेट स्कीइंग, स्कूबा ड्राइविंग और ट्रेकिंग का मजा लिया जा सकता है।

 प्रिंसेस ऑफ हिल स्टेशन कोडाइकनाल

तमिलनाडू के इस हिल स्टेशन को ‘प्रिंसेस ऑफ हिल स्टेशन’ यूंही नहीं कहा जाता है। पलानी हिल्स पर बने कोडाइकनाल में कई सारे झरने हैं तो झीलें भी। हरियाली के तो कहने ही क्या। बोटिंग, साइटसीइंग और ट्रेकिंग करके आप को जरूर अच्छा महसूस होगा। यहां का सबसे करीबी एयरपोर्ट 135 किलोमीटर दूर मदुरैई है। वहीं कोयंबटूर 170 किलोमीटर दूर है। बेंगलुरु से सड़क के रास्ते यहां पहुंचने में 9 घंटे का समय लग जाता है। यहां की बेरिजेम और कोडाई झील सच में आपकी यात्रा यादगार बना देंगी।

सदाबहार गोवा

गोवा एक ऐसी जगह है, जहां लोग हर मौसम में जाना पसंद करते हैं। यहां के बीच और मौसम दोनों ही लोगों को बहुत भाते हैं। मॉनसून में भी यहां का मौसम देखने वाला होता है। इस वक्त यहां का मौसम हल्का गरम लेकिन अच्छा होता है। तापमान भी 30 डिग्री के आस-पास ही रहता है। गोवा आकर लोग कई सारे अनोखे अनुभव करते हैं, जैसे दूधसागर, वॉटर फॉल पर ट्रेकिंग, अक्वेडा फोर्ट पर डॉल्फिन शो और क्रूज की सैर। मॉनसून में गोवा आना आपको घाटे का सौदा बिलकुल नहीं लगेगा।

लोनावला का प्याराप्यारा मौसम

मुंबई से सिर्फ करीब 2 घंटे की दूरी पर बना है लोनावला। सड़क से मुंबई और लोनावला की दूरी करीब 84 किलोमीटर है। जबकि पुणे से यही दूरी 67 किलोमीटर हो जाती है। मॉनसून के मौसम में यहां का तापमान 25 डिग्री के आस-पास रहता है। बारिश भी बहुत ज्यादा नहीं होती है। फुहार के साथ हल्की बारिश यहां महसूस की जा सकती है। यहां पर ट्रेकिंग, साइटसीइंग, कैम्पेनिंग के साथ हॉर्स राइडिंग का मजा भी यात्री खूब लेते हैं। यहां की चिक्की काफी पसंद की जाती है।