श्रेया का बार-बार शादी करने को लेकर इंकार करना, उसके मम्मी-पापा को परेशान कर रहा था, वो श्रेया की नहीं का कारण जानना चाहते थे लेकिन जान नहीं पा रहे थे।
Author Archives: Richa Kulshrestha
चिकनगुनिया हो जाए तो क्या करें
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार मच्छर के काटने के बाद तीन से सात दिन के अंदर व्यक्ति में चिकनगुनिया के लक्षण दिखाई देते हैं। चिकनगुनिया में अचानक से आ जाने वाले बुखार के साथ जोड़ों में दर्द महसूस होता है।
मानसून रोगों से बचने के उपाय
बरसात के मौसम में बैक्टीरिया और कीटाणुओं से कई बीमारियां हो जाती हैं। इनमें से कुछ बीमारियां आसानी से ठीक हो जाती हैं लेकिन कुछ बीमारियां जीवन भर के लिए रह जाती हैं। डॉ पंकज अग्रवाल, से जानिये कुछ टिप्स कि इन मानसून आप कैसे खुद को बीमारियों से बचा सकते हैं। मलेरिया – मच्छर […]
बंगाली मार्केट लेडीज़ क्लब की महिलाओं के साथ खूब जमी गृहलक्ष्मी दोपहर
इस बार गृहलक्ष्मी दोपहर के रंग में रंगी दिल्ली के पॉश इलाके बंगाली मार्केट की महिलाएं, जिन्होंने दोपहर में हिस्सा लेकर खूब मौज-मस्ती की और फैशन के रंग बिखेरे। बंगाली मार्केट के कम्युनिटी सेंटर में दोपहर के दौरान महिलाओं ने जीते अनेक इनाम और हिस्सा लिया। अनेक मजेदार एक्टिविटीज में। इसके अलावा महिलाओं ने वहां […]
अम्बाला गृहलक्ष्मी दोपहर में भी जमकर हुआ धमाल
गृहलक्ष्मी दोपहर के सीजन-2 में इस बार हरियाणा के अंबाला में अंबाला लेडीज़ क्लब की महिलाओं ने धूम मचाई। यहां पुलिस लाइन रोड पर होटल एपी रेजीडेंसी में महिलाओं ने गृहलक्ष्मी दोपहर के साथ खूब मौजमस्ती की और अनेक मजेदार एक्टिविटीज में हिस्सा लेकर ढेरो इनाम भी जीते। इसके अलावा महिलाओं ने गृहलक्ष्मी दोपहर में वॉशिंगटन एप्पल […]
घर की लक्ष्मी – गृहलक्ष्मी कहानियां
माया को उसके सास-ससुर बात-बात पर ताने मारते। उसका पति तो उसे अधिक दहेज न लाने के कारण रोज तानों के साथ-साथ थप्पड़-मुक्के भी मारने लगा। माया की सुबह गलियों से शुरू होती और शाम लात-घूसे लेकर आती। ये सब सहना तो माया की अब नियति बन गया था। रोज-रोज की दरिंदगी को सहते-सहते माया के आंसू सूख चुके थे…
भारत में अविनो बेबी केयर और बॉडी केयर के उत्पाद लॉन्च
पिछले 120 वर्षों से अधिक बेबी स्किन केयर में अग्रणी कंपनी जॉन्सन एंड जॉन्सन (जेएंडजे) ने अपने भारत में बेबी केयर और बॉडी केयर रेंज के साथ अविनो को लॉन्च किया। अविनो बेबी ने पहले ही 6 श्रेणियों और 22 बाजारों में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रखी है और अब भारत में प्रीमियम बेबी केयर सेगमेंट में […]
असहाय – गृहलक्ष्मी कहानियां
घर में पानी भरपूर आता था। हमेशा पानी से हौज भरा रहता था। घर में रहने वाले चार लोग, उसमें भी दो बच्चे और सास बहू। सुबह-सुबह मां जी की आंख खुली तो नित्य कर्म से निवृत्त हो सोचा नहा लूं, तब तक पानी भी आ जाएगा और जितना पानी नहाने में खर्च होगा, फिर […]
वो उड़ चली
भारतीय समाज में लड़कियों को आज भी कोई महत्व नहीं दिया जाता है। वह सौम्या को उस ऊंचाई पर ले जाना चाहती थी, जिस ऊंचाई पर किरन बेदी, साइना नेहवाल तथा लता मंगेशकर जैसी तमाम महिलाएं हैं।
पतझड़ – एक मां ऐसी भी – गृहलक्ष्मी कहानियां
पेड़ का आखिरी पत्ता भी गिर गया था कल। ठूंठ रह गया था आज ,जिसका सूखना तय है। सूखने के बाद लड़की का इस्तेमाल लोग चाहे जिस रूप मे कर सकते हैं। जब तक हरा – भरा था अनगिनत पक्षियों का बसेरा बना, उनके तथा मोहल्ले के बच्चों का क्रीड़ास्थल बना। सावन मे स्त्रियों का झूला लगता था, शाम मे पुरुषों का चर्चा स्थल बनता था।
