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बड़ी संतान-गृहलक्ष्मी की कहानियां

Santaan Story: “हमारी” यानी हर मां-बाप की वो संतान जिसके नाम में ही “बड़ा” शब्द है…..घर की बड़ी संतान। वो संतान जो एक उम्र तक घर का छोटा सदस्य बना रहता है। जैसे ही माता-पिता दूसरी संतान के आने की खुशखबरी से पूरे घर में त्योहार सा माहौल बना देते हैं, वो बच्चा एकदम से […]

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मायका-गृहलक्ष्मी की कहानियां

Family House Story: सुहानी अपने माता पिता की एकलौती बेटी थी घर में बहुत लाड प्यार से उसको पाला जा रहा था,, उसको मायके की इतनी परवाह बोझ लगने लगी थी अब घर में जब उसकी शादी की बात चली तो उसको लगा कि किसी के साथ भी उसको बांध दिया जायेगा…  अपने ही पापा […]

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मर्यादा—गृहलक्ष्मी की कहानियां

House Story: जज के सामने रामदीन खड़ा था जिसने अपने घर मर्यादा के लिए अपनी बेटी और उसके साथी को जान से मारा था। वह मुस्कुरा रहा था उसकी मुस्कुराहट में दर्द ,ख़ुशी ,गर्व पछतावा क्या था पता न चला,कुछ समय कुछ चेहरे को ध्यान से देखते हुए जज साहब ने पूछा ,तो तुमने मर्यादा […]

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प्यार में लाल रंग-गृहलक्ष्मी की कहानियां

सुरभि एक लड़के से प्यार करती थी  लड़का भी सुंदर सुडौल अच्छा पैसा कमाता पर उम्र में सुरभि से बड़ा था बस इसी बात के डर से वो दोनों डरते रहते के दुनिया को पता  चल गया तो क्या होगा |  लम्बे समय से सुरभि और सूरज प्रेम में थे दोनों ने निर्णय किया की […]

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अधूरा प्रेम-लव स्टोरी

Hindi Love Story: रूही नन्ही सी बिटिया जो एक छोटी सी लकड़ी की बनी डोली देखते हुए सुबह आंख खोलती आँखे मीजते हुए उसको चाची की आवाज़ सुनाई दी ,अरे महारानी अब उठोगी के डोली में बैठ अभी अपने सासरे जाना चाहती हो,धीरे-धीरे समय बीतता गया अब रूही अपने पूर्ण यौवन में अपने शादी के […]

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नई माँ—दुखद हिंदी कहानियां

Mother Story: राजू पांच वर्ष का बालक था, इसी वर्ष उसका दाखिला विद्यालय में हुआ था। स्कूल में जैसे ही टिफिन की घंटी बजी सभी बच्चे  एक साथ लंच का  बॉक्स लिए एक साथ  निकले। रवि भी निकला, वह भी टिफिन खोल के लंच  करने लगा। उसके बगल से शिक्षक गुजरे अरे राजू तुम टिफिन […]

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