Baby Skin Care: बच्चों की स्किन बहुत नाजुक और मुलायम होती है इसलिए उनकी विशेष रूप से देखभाल करनी पड़ती है। जब बच्चा एक साल का होता है तब उसके चेहरे पर छोटे दाग धब्बे से दिखाई देते हैं। इसके अलावा शरीर के अन्य भाग में रैशेज और चकत्ते भी कई बार देखने को मिलते हैं। अगर आप मां हैं तो आपको पता होगा कि बच्चे की जरा भी तकलीफ मन को कितना परेशान कर देती है। ऐसी स्थिति में हमें बच्चे की नाजुक त्वचा का कैसे ध्यान रखा जाना चाहिए इसकी समझ होनी चाहिए।
बच्चे की त्वचा की देखभाल कैसे की जाए और क्या सावधानियां बरती जाएं आइए जानें-
मॉइश्चराइज जरूर करें

बच्चों की त्वचा बहुत कोमल होती है। इसलिए दिन में दो बार मॉइश्चराइजर जरूर करें, क्योंकि इससे बच्चे को रूखापन, जलन, रैशेज आदि जैसी दिक्कतें नहीं होती है।
डायपर रैशेज का रखें ध्यान

आजकल लोग बच्चे का डायपर बहुत देरी में बदलते हैं जिससे उन्हें रैशेज होने लगते हैं। ऐसे में आप बहुत लंबे समय तक डायपर पहनाकर न रखें। अगर बच्चे को रैशेज हो गए हैं, तो उसे डायपर न पहनाएं बल्कि उस जगह पर कूलिंग पाउडर लगाएं।
मालिश जरूर करें

बच्चे के शरीर के संपूर्ण विकास के लिए उसकी मालिश करना बहुत जरूरी है। मालिश करने से बच्चे के शरीर में ब्लड सर्कुलेशन अच्छा होता है। यह उनके शरीर की थकान को मिटाकर उन्हें एक्टिव बनाता है। इससे बच्चे आराम की नींद भी ले पाते हैं। यह उनकी स्किन को भी हाइड्रेट करता है। मालिश तेल का चुनाव डॉक्टर की सलाह पर ही करें।
नहलाते समय रखें ध्यान

बच्चे को नहलाते समय भी बहुत सी सावधानियां रखनी पड़ती हैं, जैसे-नहलाते समय उन्हें कस कर पकड़ लें ताकि वह आपके हाथों से छूट न जाए, उन्हें नहलाते समय अधिक गर्म पानी का प्रयोग न करें, बच्चे के केवल आंखों और और मुंह को पानी से धोएं, हेयर वॉश में बेबी शैंपू का ही प्रयोग करें, ऐसे प्रोडक्ट का इस्तेमाल न करें जिससे बच्चे को एलर्जी हो जाए।
उन्हें हीट रैश होने से बचाएं

जब आपके बच्चे की स्वेट ग्लैंड ब्लॉक हो जाती हैं, तो हीट रैश बनता है। इसके कारणों में बच्चे की स्किन कपड़े पर रगड़ना होता है। आपके बच्चे की स्किन पर लाल रंग के रैश दिखाई दे सकते हैं। इसे ठीक करने के लिए आपको अपने बच्चे के प्रभावित भाग को ठंडा रखना है और उस भाग पर तेल आदि का प्रयोग नहीं करना है।
नाखून न बढ़ने दें

बच्चों के नाखून बहुत जल्दी बढ़ते हैं। बड़े नाखूनों से वह अपने हाथ, पैर और चेहरे पर कई बार खरोंच मार लेते हैं जिससे स्किन इंफेक्शन होने का डर रहता है। इस प्रकार अगर आपके बच्चे की स्किन केयर होगी तो वह बीमारियों से भी बच सकेंगे और उन के शरीर का हाइजीन भी अच्छे से मेंटेन रह सकता है।
