Summary: हवन का धार्मिक और वैज्ञानिक महत्व
हवन वैदिक परंपरा का महत्वपूर्ण अनुष्ठान है जो सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाता है।
इसके धुएं से वातावरण शुद्ध होता है और मानसिक शांति मिलती है।
Benefits of Havan: ‘हवन’ हिन्दू धर्म का एक महत्वपूर्ण वैदिक कर्म है। हमेशा ही हर मांगलिक कार्य से पहले पूजा व हवन का विशेष महत्व होता है। ऐसी मान्यता है कि अगर किसी भी नए काम की शुरुआत से पहले हवन किया जाए तो उस काम में बाधा नहीं आती है और काम में सफलता भी अवश्य मिलती है। हवन का धार्मिक महत्व के साथ-साथ इसके कई वैज्ञानिक महत्व व फायदे भी होते हैं। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
क्या है हवन का महत्व

शुभ काम से पहले हवन कराने से परिवार के ऊपर देवी-देवताओं का आशीर्वाद बना रहता है। हवन कराने से वातावरण में पवित्रता बनी रहती है और आस-पास का वातावरण भी शुद्ध बना रहता है। साथ ही इससे आस-पास की नकारात्मक ऊर्जा भी समाप्त हो जाती है और वातावरण में सकारात्मक बनी रहती है।
हवन में उपयोग की जाने वाली सामग्री

हवन के लिए कुछ विशेष प्रकार की सामग्री की जरूरत पड़ती है, जैसे आम के पेड़ की लकड़ी व पत्तियां, बेल, नीम, पलाश का पौधा, कलीगंज, देवदार की जड़, गूलर की छाल व पत्तियां, पीपल की छाल व तना, बेर, चंदन की लकड़ी, तिल, जामुन की कोमल पत्तियां, अश्वगंधा की जड़, कपूर, लौंग, चावल, ब्राम्ही, मुलैठी की जड़, घी, शकर जौ, तिल, गुगल, लोभान का उपयोग किया जाता है। ये सभी चीजें वातावरण को प्रदूषण से मुक्त करती है और चारों तरफ सकारात्मकता फैलाती हैं।
क्या होते हैं हवन के फायदे

- समय-समय पर हवन कराते रहने से परिवार में कलह नहीं होता है। इससे घर में सुख-शांति और खुशहाली बनी रहती है। इसके लिए जरूरी है कि हवन होने के बाद इसकी राख को घर के चारों तरफ छिड़क दिया जाए।
- हवन कराने से आर्थिक जीवन की सभी परेशानियाँ भी दूर होती हैं। इसके लिए शुभ तिथि पर हवन करा कर इसकी राख को लाल कपड़े में बांध लें और इसे तिजोरी में या धन रखने वाले स्थान पर रख दें। ऐसा करने से धन से जुड़ी परेशानियों से छुटकारा मिलता है।
- हवन कराने से नजर दोष भी दूर होता है। इससे बुरी शक्तियों का नाश होता है।
हवन के हैं कई वैज्ञानिक लाभ
- हवन के साथ किसी भी मंत्र का जाप करने से सकारात्मक ध्वनि तरंगित होती है और शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी होता है।
- हवन के धुएं से शरीर का सम्पर्क होने पर टाइफाइड जैसे जानलेवा रोग के जीवाणु भी खत्म हो जाते हैं।
- हवन में इस्तेमाल की जाने वाली आम की लकड़ियों को जलाने से वातावरण में मौजूद खतरनाक बैक्टीरिया और जीवाणु समाप्त हो जाते हैं। इसके साथ ही वातावरण भी शुद्ध होता है।
- हवन के धुंएँ से ऑक्सीजन का निर्माण होता है और इससे वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, जो मानसिक तनाव को कम करने में मदद करती है।
- हवन में इस्तेमाल की जाने वाली सामग्री ऐसे रसायन छोड़ती हैं जो श्वसन तंत्र को शुद्ध करती हैं। इसमें सूजनरोधी गुण भी मौजूद होते हैं, जो फेफड़ों को आराम देने और साँस लेने में सुधार करने का काम करती हैं।
