Moringa Paratha Recipe: जब भी हम अपने किचन की बात करते हैं, पराठे उसमें जरूर शामिल होते हैं। फिर चाहे आलू के पराठे हों या पनीर के, ये कभी सॉफ्ट तो कभी क्रिस्पी रूप में पसंद आते हैं। लेकिन क्या अअपने कभी मोरिंगा का पराठा खाया है? आपको यह सवाल भले ही थोड़ा अजीब लग सकता है लेकिन सच तो यह है कि मोरिंगा के पराठे स्वादिष्ट होने के साथ सेहतमंद भी खूब होते हैं। आइए जानते हैं मोरिंगा का पराठा बनानी के विधि और साथ ही यह भी जानते हैं कि मोरिंगा के पराठा के फ़ायदों के बारे में भी।
मोरिंगा पराठा कैसे बनाएं

सामग्री
1 कप ताजा मोरिंगा (ड्रमस्टिक) के धोए और कटे हुए पत्ते, 2 कप गेहूं का आटा, 1 बारीक कटा हुआ प्याज, 1 बारीक कटी हरी मिर्च, 1 छोटा चम्मच कसा हुआ अदरक, 1 छोटा चम्मच जीरा या अजवाइन, स्वादानुसार नमक, गूंधने के लिए पानी और पकाने के लिए घी या तेल
ऐसे बनाएं मोरिंगा पराठा
एक बड़े बर्तन में गेहूं का आटा, कटे हुए मोरिंगा के पत्ते, प्याज, मिर्च, अदरक, जीरा और नमक मिलाएं। इसमें धीरे-धीरे पानी डालकर स्मूद आटा गूंथ लें। इसे 10-15 मिनट के लिए ढक कर छोड़ दें। आटे के छोटे छोटे बॉल्स बनाएं और हर बॉल को रोटी की तरह चपटा बेल लें। तवा गरम करके हर पराठे को दोनों ओर से थोड़ा तेल या घी लगाकर सुनहरा होने तक पकाएं। इसे दही, अचार या चटनी के साथ गरमागरम परोसें।
मोरिंगा पराठा के फायदे

मोरिंगा पराठा न सिर्फ हमारी इम्यून सिस्टम को बूस्ट करता है बल्कि ब्लड शुगर को भी कंट्रोल करता है। आइए मोरिंगा पराठा के फ़ायदों के बारे में जानते हैं।
इम्यूनिटी करता है बूस्ट
मोरिंगा के पत्तों में विटामिन सी और आयरन खूब होता है। जब इन्हें पराठे के आटे में गूंथ लिया जाता है, तो ये आपके इम्यून सिस्टम के लिए ढाल बन जाते हैं। सिंथेटिक सप्लीमेंट से अलग एक सप्ताह में कुछ बार मोरिंगा पराथ खाने से आपको मौसमी खांसी और जुकाम होने की आशंका कम हो सकती है।
ब्लड शुगर करता है कंट्रोल
कई अध्ययन बताते हैं कि मोरिंगा ब्लड शुगर लेवल को स्थिर कर सकता है। पराठे में लपेटे जाने पर यह रोजानाकी दवा बन जाता है, जो बिना किसी कड़वे स्वाद के आपके मेटाबॉलिज़्म को धीरे-धीरे संतुलित करता है।
करता है डिटॉक्स
मोरिंगा में क्लोरोफिल नामक कम्पाउन्ड पाया जाता है, जो टॉक्सिन को बाहर निकालता है। जब आप मोरिंगा के पराठे खाते हैं, खासकर प्रोबायोटिक युक्त दही या अचार के साथ, तो आप अपने शरीर को शुद्ध करते हैं। आपका लीवर आसानी से सांस ले पाता है, और आपकी स्किन भी ग्लो करने लगती है।
दर्द और सूजन से दिलाता है राहत
यदि आपको जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द रहता है, तो मोरिंगा के एंटी इंफ्लेमेट्री कम्पाउन्ड शानदार तरीके से काम करते हैं। पेन किलर खाने की जगह नाश्ते या दोपहर के भोजन के लिए एक गर्म मोरिंगा पराठा अंदरूनी इंफ्लेमेशन को कम करने में मदद कर सकता है।
शानदार ब्रेन फूड
मोरिंगा पराठा में आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम और एसेंशियल अमीनो एसिड है, जो आपके नर्वस सिस्टम को पोषण देता है। इसके नियमित सेवन से फोकस, थकान को कम करने और बेहतर नींद में मदद मिल सकती है।
वेट मैनेजमेंट में मददगार
मोरिंगा पराठा के सेवन से आपको भरा हुआ, एनर्जी से भरपूर और नरिश रखता है। इसमें फाइबर ज्यादा और कैलोरी कम होती है, जो भूख को कंट्रोल करता है और मीठा खाने की लालसा को रोकता है। अपने आटे में अजवाइन या अलसी के कुछ बीज डालकर इसके प्रभाव को कई गुना बढ़ाया जा सकता है।
महिलाओं के लिए अच्छा, खासकर 30 और 40 की उम्र में
पीरियड्स के समय थकान, हार्मोनल असंतुलन या पोस्टपार्टम कमजोरी में मोरिंगा मददगार है। इसमें मौजूद आयरन और कैल्शियम मजबूती बढ़ाने में सहायक है, जबकि एंटीऑक्सीडेंट नैचुरल तरीके से हार्मोन को संतुलित करते हैं।
