क्या वर्कआउट के बाद आपके भी हाथ काँपते हैं? जानें क्यों होता है ऐसा और कैसे बच सकते हैं इससे
इंटेंस फिजिकल एक्टिविटी या हैवी वर्कआउट के बाद कई लोग हाथों में कंपन महसूस करते हैं। वैसे तो यह एक सामान्य बात है और कुछ समय बाद हाथों का काँपना अपने आप ठीक हो जाता है।
Tremors After Exercise: आजकल फिटनेस के लिये अधिकांश लोग कुछ ना कुछ एक्सरक्साइज़ करते ही हैं। चाहें वो इसके लिए जिम जायें या घर में ही वर्कआउट करें। लेकिन, इंटेंस फिजिकल एक्टिविटी या हैवी वर्कआउट के बाद कई लोग हाथों में कंपन महसूस करते हैं। वैसे तो यह एक सामान्य बात है और कुछ समय बाद हाथों का काँपना अपने आप ठीक हो जाता है। दरअसल, जब हैवी एक्सरसाइज के दौरान हाथों की मांसपेशियों पर दबाव पड़ता है तो हाथों में झनझनाहट होने लगती है।
हाथों के कंपन का कारण

हाथों के थरथराने का एक कारण शरीर में पानी की कमी या डीहाइड्रेशन हो सकता है। हैं। हैवी एक्सरसाइज करने से ज्यादा पसीना आने से शरीर से पानी निकल सकता है। ज्यादा पसीना शरीर से निकलने से शरीर में पानी की कमी हो जाती है। इससे मांसपेशियों में ऐंठन और कंपन का अनुभव हो सकता है। कई बार यह शरीर में पोटेशियम, मैग्नीशियम जैसे इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी होने की वजह से भी शरीर का संतुलन बिगड़ने से भी होता है। ये इलेक्ट्रोलाइट्स नसों और मांसपेशियों के कार्य को नियंत्रित करते हैं।
हाथों में कंपन होने पर क्या करें
पानी पीते रहें
वर्कआउट के दौरान बीच-बीच में ढेर सारा पानी पीते रहें जिससे शरीर में पानी की कमी नहीं हो। लेकिन, इस दौरान स्पोर्ट्स ड्रिंक और शुगर वाली एनर्जी ड्रिंक पीने से बचें। पानी की कमी नहीं होने से मसल क्रैम्प या कंपन की संभावना कम हो जाती है। इसलिए, यह सुनिश्चित करें कि आप अपने वर्कआउट से पहले, उसके दौरान और बाद में पर्याप्त रूप से हाइड्रेटेड रहें।
वॉर्म अप और कूल डाउन
कई लोग सीधे हैवी वर्कआउट शुरू कर देते हैं इससे हाथों में कंपन की समस्या हो सकती है। हमेशा वार्मअप और कूलडाउन जरूर करें। वार्मअप से आपकी मसल्स उस एक्टिविटी के लिए तैयार होती है, जिससे कंपन की संभावना काफी हद तक कम हो जाती है। वर्कआउट एकदम ख़त्म करने की जगह कूलडाउन प्रैक्टिस करें।
स्ट्रेचिंग पर करें फोकस
स्ट्रेचिंग भी हाथों की झनझनाहट को कम कर सकता है। स्ट्रेचिंग से फ्लेक्सिबिलिटी में सुधार होता है। साथ ही साथ, मांसपेशियों की जकड़न भी कम होती है।
एक्सरसाइज इंटेसिटी
हमेशा अपनी क्षमता के हिसाब से ही एक्सरसाइज करें। क्षमता से ज्यादा वर्कआउट या फिर एकदम से हैवी एक्सरसाइज भी नुक़सानदायक होती है। इससे भी हाथों की मांसपेशियों में ट्रैमर हो सकते हैं।
इलेक्ट्रोलाइट्स का ध्यान रखें
शरीर में पोटैशियम, मैग्निशियम, सोडियम इलेक्ट्रोलाइट्स का बैलेंस बनाए रखना ज़रूरी है। अगर आपको इनकी कमी लगे तो नींबू, चीनी और नामक की शिकंजी बनाकर पीते रहें।
वर्कआउट बंद कर दें
अगर आपको लगता है कि आपकी मांसपेशियाँ अकड़ रही हैं तो तुरंत हैवी एक्सरसाइज बंद करें, थोड़ी देर बैठकर आराम करें। पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स तुरंत लें। कार्ब्स का सेवन करें।
वर्कआउट के पहले क्या लें
वर्कआउट से पहले शुगर वाले आइटम्स बिलकुल भी नहीं लें। कार्ब्स और प्रोटीन रिच ब्रेकफास्ट लेने की कोशिश करें।
एक्सपर्ट की राय लें
अगर आप हमेशा इस तरह के ट्रेमर महसूस करते हैं और इसके साथ कमजोरी, अनियमित हार्ट बीट जैसी समस्याओं का भी सामना करते हैं तो एक बार इस बारे डॉक्टर की राय ज़रूर लें।
