मिस्र के पिरामिड दुनिया के सात आश्चर्यों में से एक हैं। ये पिरामिड अपने भीमकाय आकार, अनूठी संरचना और मजबूती के लिए तो जगत प्रसिद्घ हैं ही, लेकिन उससे भी कहीं अधिक प्रसिद्घ हैं अपने जादुई प्रभाव के लिए। दुनिया के वैज्ञानिक उसका रहस्य जानने को उत्सुक हैं। ये उसकी गहन खोज में लगे हुए हैं जिससे यह जान सकें कि हजारों साल पहले की लाशें (ममी) पिरामिड के नीचे रखी हुई हैं फिर भी खराब क्यों नहीं हो रही हैं, इसका क्या कारण है? अभी तक की गई खोजों से पता चला है कि इसके नीचे तथा इसके ऊपर विद्युत की लहरें बराबर चलती रहती हैं, जिनसे ऊर्जा का बहाव निरंतर होता रहता है। इसी कारण लाशों में दुर्गंध नहीं आती है। कुछ और गहन खोज करने के पश्चात् वैज्ञानिकों ने यह भी पाया है कि इस ऊर्जा द्वारा हम अपने दैनिक जीवन में भी लाभ उठा सकते हैं। पिरामिड के विभिन्न उपयोग हो सकते हैं और हम दैनिक जीवन में इन्हें अपनाकर अधिक लाभ उठा सकते हैं।

पिरामिड के कुछ उपयोग इस प्रकार हैं-

पिरामिड का उपयोग सिर के ऊपर करने से मानव-मस्तिष्क पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है और हमारे विचार अच्छे हो जाते हैं।

बच्चों को घर पर अध्ययन-काल में पिरामिड पहनाकर तथा कुर्सी के नीचे रखकर उनकी बुद्धि का विकास करवाया जा सकता है। इससे पढ़ाई में उनका मन लगेगा एवं वे बुद्धिमान हो जाएंगे।

पिरामिड को जल की हांडी के ऊपर रख देने से बारह घंटे के भीतर ही जल अधिक स्वादयुक्त, मीठा तथा आरोग्यप्रद हो जाता है।

खाने-पीने के सामान एवं अंकुरित खाद्य-पदार्थ पिरामिड के नीचे रखने से गुणयुक्त एवं स्वादयुक्त हो जाते हैं तथा लंबे समय तक ताजे बने रहते हैं। इसके प्रभाव क्षेत्र में दूध, दही, मिठाई तथा अनाज कुछ भी रख सकते हैं।

– शरीर के जिस भाग में रोग या दर्द हो, उस भाग पर पिरामिड रखने से रोग एवं दर्द दूर हो जाता है। पेट की गड़बड़ी में पिरामिड को पेट पर रखने से पेट ठीक हो जाता है तथा पिरामिड द्वारा चार्ज किया हुआ गरम जल पीने से भी अच्छा लाभ होता है।

गठिया और दूसरे वात-विकारों से ग्रस्त रोगियों ने भी पिरामिड में बैठ कर अपने कष्टों से छुटकारा पाया है।

घाव, छाले, खरोंच आदि पिरामिड के अन्दर बैठने से बहुत जल्दी ठीक हो जाते हैं।

 –जब कोई थका हुआ आदमी कुछ ही मिनटों के लिए पिरामिड में बैठता है, तो उसकी थकान दूर हो जाती है और वह शरीर में एक नयी शक्ति का संचार महसूस करता है।

तरकारी तथा साग-भाजी पिरामिड के नीचे रखने पर ताजी बनी रहती हैं, जल्दी खराब नहीं होतीं।

प्रतिदिन चेहरे एवं आंखों को पिरामिड युक्त जल द्वारा धोने से त्वचा चमकने लगती है, चेहरे की कांति एवं आंखों की रोशनी बढ़ जाती है।

पिरामिड को हैट की तरह प्रतिदिन प्रात: शाम को आधे घंटे तक पहने रखने से सिर-दर्द, आधा-सीसी का दर्द, बालों का झड़ना, साइनस, टेंशन, डिप्रेशन, अनिद्रा, बालों का सफेद होना आदि बीमारियां दूर होती हैं।

ध्यान तथा पूजा-प्रार्थना करते समय पिरामिड पहन लेने से मन एकाग्र होता है।

कब्ज के रोगी यदि प्रात: चार गिलास जल पीकर पेट पर पिरामिड रखें तो मल-विसर्जन में कठिनाई नहीं होती।

ऑफिस में कुर्सी के नीचे पिरामिड रखने से ऊर्जा मिलती है तथा शरीर में फुर्ती आती है।

टूथपेस्ट, तेल, बाम एवं दवाइयां पिरामिड के नीचे तीन-चार दिन रखने से उनकी शक्ति बढ़ जाती है।

बगीचों में पिरामिड युक्त जल का सिंचन (छिड़काव) करने से फूलों के रंग आकर्षक हो जाते हैं और वे रोगमुक्त रहते हैं।

रात को सोते समय पलंग के नीचे पिरामिड रखने से बहुत अच्छी नींद आती है तथा नींद की गोलियों से छुटकारा मिल जाता है।

पिरामिड-जल से तैयार की गई तुलसी की पत्ती खाने से सर्दी, ज्वर, दर्द तथा अनेक रोगों में लाभ होता है।

अनेक पिरामिडों से बने यंत्र को नित्य व्यवहार में लाने से शरीर से हर प्रकार के रोग दूर हो जाते हैं।

पिरामिड के अन्य उपयोग

यदि पिरामिड का रंग, आकार व आकृति बिल्कुल ठीक है तो मानसिक विकास में वृद्घि भी की जा सकती है। इससे व्यवसायियों तथा लेखकों की विचार-क्षमता में भी सुधार होता है।

यह कमरे की दुर्गंध को काफी हद तक दूर करता है, इसलिए इसे रूम फ्रेशनर की तरह भी प्रयोग कर सकते हैं।

यदि इस्तेमाल किए गये ब्लेड करीब दस दिन तक पिरामिड के नीचे रखें रहे तो इनकी धार तेज हो जाती है। इन्हें पुन: प्रयोग में लाया जा सकता है। प्रयोग के बाद इन्हें दोबारा पिरामिड के नीचे रख दें, बेहतर नतीजे के लिए ब्लेड को उत्तर-दक्षिण किनारे पर किसी लकड़ी के टुकड़े पर रखें।

यदि दूध, सब्जियां, फल, मांस व मछलियां पिरामिड के नीचे रखी जाएं तो वे लंबे समय तक तरोताजा रहती हैं। इसे आप फ्रिज का सस्ता विकल्प भी मान सकते हैं।