आज मैं बहुत खुश हूं अंजली आज दूसरा वाला कॉन्ट्रैक्ट भी मुझे मिल गया , ऐसा लग रहा है जैसे मेरे सारे सपने सच हो रहे हैं।
सच अंजली तुम्हारे आने से मेरी जिंदगी गुलज़ार हो गई है, अमन की बातें सुनकर अंजली की आंखों से खुशी के आंसू टपक पड़ते हैं, वो मन ही मन सोच रही थी कि मैंने सही व्यक्ति का हाथ थामा है, दोनों एक दूसरे सानिध्य में बहुत खुश थे ।
अमन के प्यार ने धीरे धीरे अंजली के मां बाप की दूरी को कम कर दिया था। वो सोचता की अंजली ने हमारे प्यार के लिए बहुत कुछ छोड़कर दूसरे शहर चली आई है, तो मैं उसे हमेशा खुश रखूं ।
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रोज की भांति अंजली सुबह जल्दी उठ गई, फिर तैयार होकर अपने और अमन के लिए नाश्ता बनाया । अमन को ऑफिस जल्दी जाना होता है, और अंजली का ऑफिस दूर है , तो उसने सोचा अमन के साथ ही निकल लूंगी तो समय से पहुंच जाऊंगी ।
शाम को अमन जल्दी घर आ जाता है , अभी नई शादी है तो उसका मन अंजली में ही लगा रहता है। अंजली तो लेट देख वो सोचता है मैं ही खाना बना लेता हूं।
अरे अंजली ! आज बहुत देर हो गई , ऑफिस में ज्यादा काम था क्या अमन पूंछता है। अंजली अवाक रह जाती है। उसे लगा उसके प्रेम की बगिया में किसी ने संदेह का दीमक छोड़ दिया हो । फिर थोड़ा सामान्य होकर बोलती है हां ज्यादा काम था। कोई बात नही तुम फ्रेश हो जाओ मैंने खाना बना लिया है। अंजली खाने बैठती है पर मन ही मन ना जाने किन ख्यालों में खोई रहती है। सुबह भी अंजली का चेहरा उतरा रहता है ।
अमन कुछ समझ नही पा रहा था कि आख़िर हुआ क्या है।
कई बार तो अंजली के मन में प्रश्न उठता, क्यूं ना मैं अमन से पूंछ लूं, क्या मुझे तुम्हारे बराबर अधिकार नहीं मिल सकता , क्या मुझे देर से लौटने पर, फोन कॉल पर सफाई देने की जरूरत है, अनेकों प्रश्न पर ना जाने क्या सोचकर चुप रह जाती।
आज अंजली जब ऑफिस से घर आ रही थी तो सोचा क्यूं ना गाजर लिए चलूं अमन को इसका हलवा बहुत पसंद है, वो घर आकर और प्यार की ढेरों मिश्री घोलकर हलवा बनाया फिर अमन का इंतजार करने लगी ।
श्यामा काकी 10 बज गए आज अभी अमन नहीं आए वैसे तो 8 बजे तक आ जाते हैं, उनका फोन भी नहीं लग रहा है, अंजली अपने यहां काम करने वाली काकी से पूंछती है। हां दीदी जी आप सही कह रही हैं, अंजली बहुत परेशान हो जाती है।
तभी गाड़ी का हॉर्न बजता है अंजली देखती है सामने अमन आ रहे हैं, वो दौड़कर अमन से लिपट जाती है। आप ठीक तो हैं ना मुझे बहुत फिक्र हो रही थी आपकी।
हां अंजली मैं बिल्कुल ठीक हूं रास्ते में कुछ दोस्त मिल गए थे तो उन्होनें रोक लिया , मेरा फोन भी डिस्चार्ज हो गया था इसलिए कॉल नहीं कर पाया।
हैप्पी बर्थडे अंजली ,अच्छा जी आपको याद था, बिल्कुल आखिर तुम्हारा जन्मदिन कैसे भूल सकता हूं मैं।
अच्छा सुनो आज ऑफिस से जल्दी घर आ जाना हम बाहर चलेंगें।
ठीक है मैं चलती हूं ।
ओहो अंजली आज फिर देर कर दिया , मैं कब से इंतजार कर रहा हूं।
वो कुछ सहेलियों ने रोक लिया था।
तो उनसे कल मिल लेती अब चलो जल्दी। अंजली कुछ नहीं बोलती है, आंखों में आंसू भरकर कमरे में चली जाती है।
दोनों एक पांच सितारा होटल में जाते हैं, तभी अंजली का फोन बजता है, किसका फोन है अंजली , अब रहने भी दो बाद में बात कर लेना ।
अंजली जैसे ही केक काटने झुंकती है अमन डायमंड का सेट उसके गले में डाल देता है, अंजली खुश तो होती है, पर उसके अंतर्मन की उदासी भी चेहरे पर रह रहके उभर रही थी ।
अमन समझ चुका था कि शायद अंजली मेरे रोकने टोकने से इतना उदास है, उसे भी स्वतंत्रता का पूरा अधिकार है। और वो अपने अंदर एक नया बदलाव लाता है । देखते ही देखते महीनों गुजर जाता है।
अचानक अमन की आंख खुलती है , अरे आज तो 5 मार्च है !
शादी की साल गिरह मुबारक तो अंजली , आपको भी पतिदेव।
अमन आज पूरे दिन ऑफिस में यही सोचता है कि अंजली को क्या उपहार दूं , जिससे वो खुश हो जाए , ऑफिस में उसका मन नहीं लगता तो वो जल्दी घर आ जाता है।
अरे अंजली आज कहां जल्दी निकल रही हो , आज तो तुम्हें हम सबको पार्टी देना है, तुम्हारी एनिवर्सरी जो है।
निशा , यार पार्टी कल ले लेना आज जल्दी जाना है ।
अरे अमन के साथ तो पूरा समय रहना है, थोड़ी देर हम लोगों के साथ भी रुक जाओ ।
अंजली चाहते हुए भी मना नहीं कर पाती है ।
और घर आते आते साढ़े दस बज जाते हैं। वो रास्ते भर इसी विचार में रहती है, अमन क्या सोचेगा , यही सोचते हुए कब घर आ गया उसे पता भी ना चला ।
अरे अंजली आ गई तुम , तुम्हारे लिए एक अच्छी सी साड़ी लेकर आया हूं पहनकर तैयार हो जाओ , आज मैंने केक घर पर ही मंगा लिया है। अंजली तैयार होकर आती है तभी उसका फोन बजता है, बगैर किसी प्रश्न के अमन बोलता है, बात कर लो अंजली हमें तो घर पर ही रहना है थोड़ी देर बाद केक काट लेंगे।
आज फिर अंजली स्तब्ध रह जाती है, पर इस बार उदास नहीं बल्कि उसके अंतस की खुशी उसके चेहरे पर झलकती है, आज उसे ये साड़ी डायमंड सेट से ज्यादा कीमती लगती है। वो मन ही मन विचार करती है कि आज पहली बार उसे अपने जीवन का ” पहला उपहार ” मिला है ।
अमन भी अंजली को खुश देखकर बहुत प्रसन्न होता है, और सोचता है आज मैंने पहली बार अंजली को ” पहला उपहार ” दिया है ।
वो समझ गया था कि एक औरत के लिए उसके पति का भरोसा , विश्वाश, प्यार ही कीमती उपहार होता है ।
