Tax Planning: अगर आपकी इनकम टैक्स के दायरे में आती है तो आप भी जरूर टैक्स बचाने के तरीके ढूंढते होंगे। लेकिन अगर इसके लिये आप पहले से तैयारी नहीं करते हैं तो आख़िरी समय में आपको परेशान होना पढ़ सकता है। इसलिए वित्तीय सलाहकार हमेशा साल के शुरू से ही टैक्स बचाने के तरीक़ों पर काम करने की सलाह देते हैं। तो, अगर आप भी अगले साल अपने टैक्स में बचत करना चाहते हैं तो फिर इसके लिये अभी से सही प्लानिंग शुरू कर दें। चलिए आज हम आपको बताते हैं कि कहाँ निवेश करके आप अच्छा रिटर्न भी पा सकते हैं और टैक्स भी बचा सकते हैं।
पीपीएफ में करें निवेश

पब्लिक प्रोविडेंट फण्ड पैसा निवेश करने के लिए बहुत अच्छा तरीक़ा है। इससे निवेश करके आप टैक्स बचाने के साथ-साथ अच्छे रिटर्न का फायदा ले सकते हैं। इसमें आप एक साल में अधिकतम 1.5 लाख रूपए तक जमा कर सकते हैं। इसका लॉक इन पीरियड 15 साल रहता है। लेकिन 10 साल के बाद आप इसका कुछ हिस्सा निकाल सकते हैं और चाहें तो इस पर लोन भी ले सकते हैं। इसमें निवेश करके आप इनकम टैक्स की धारा 80 के तहत अच्छी छूट पा सकते है। इसमें निवेश के वक्त टैक्स लाभ, ब्याज पर टैक्स लाभ और मैच्योरिटी पर रकम निकासी पर भी टैक्स छूट मिलती है। आप अपने बच्चों के नाम से भी पीपीएफ में निवेश कर सकते हैं।

वीपीएफ भी है लाभ का सौदा

अगर आप गारंटी के साथ लंबी अवधि के बाद अच्छा रिटर्न चाहते हैं तो फिर आपके लिए स्वैच्छिक भविष्य निधि (वीपीएफ) भी अच्छा ऑप्शन है। वीपीएफ का अकाउंट ईपीएफ के साथ-साथ ही खुल सकता है। इसमें निवेश की कोई सीमा नहीं है। आप अपनी बेसिक सैलरी का 100 फीसदी भी इसमें निवेश कर सकते हैं। हालांकि, ईपीएफ और वीपीएफ का कुल मिलाकर आपको इनकम टैक्स में 80सी के तहत सिर्फ 1.5 लाख रुपये तक की टैक्स लाभ मिलेगा। वीपीएफ खाता खोलने के लिए आप अपनी कंपनी के एचआर से संपर्क करना होगा, जिसके बाद हर महीने आपकी सैलरी से पैसे कटकर उस अकाउंट में जाते रहेंगे।
नेशनल पेंशन स्कीम

राष्ट्रीय पेंशन योजना यानी कि नेशनल पेंशन स्कीम में भी निवेश पर आप इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80C तहत छूट ले सकते हैं। इसमें सालाना 1.5 लाख और धारा 80CCD (1B) के तहत अतिरिक्त 50 हजार रुपये का भी निवेश कर सकते हैं। यानि कि आप अगर NPS में निवेश करते हैं तो आप आयकर में कुल 2 लाख रुपये की छूट का फायदा ले सकते हैं।
जीवन बीमा

जीवन बीमा हमेशा से ही निवेश के लिए लोग बहुत ही सेफ और सिक्योर्ड मानते आये हैं। आजकल भी लोग इसमें कोई ना कोई पॉलिसी तो जरूर लेते ही हैं। इस तरह से यह व्यक्ति के वित्तीय पोर्टफोलियो में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह कभी किसी अकस्मात् घटना की स्थिति में व्यक्ति के परिवार को सुरक्षा प्रदान करता है। जीवन बीमा में किया गया किसी भी तरह का निवेश पॉलिसीधारकों को भुगतान किए गए प्रीमियम पर कर लाभ प्रदान करता है।
राष्ट्रीय बचत प्रमाण पत्र

काफी समय से टैक्स बचत के लिए राष्ट्रीय बचत प्रमाण पत्र लोगों का पसंदीदा निवेश विकल्प है। इसकी परिपक्वता अवधि 6 साल की है। इसमें भी आपको सेक्शन 80C के तहत टैक्स बचत मिलती हैं लेकिन इस निवेश विकल्प में समय से पहले भुगतान की कोई संभावना नहीं है। इसमें मिलने वाले ब्याज पर भी आपको टैक्स चुकाना पड़ता है। हालांकि, शुरु में कमाए गए ब्याज को एनएससी में निवेश समझा जाता है और वह टैक्स छूट के लिए पात्र है। इस तरह सिर्फ आखिरी साल में मिला ब्याज ही टैक्स देनदारी के लायक माना जाएगा।
तो, आप भी टैक्स बचाने के लिए आज से प्लानिंग कर दें शुरू।
