Binita Chetry : सिर्फ 9 साल की उम्र में जब बच्चे स्कूल और खेल में व्यस्त होते हैं, असम की बिनीता छेत्री ने कुछ ऐसा कर दिखाया जो पूरे देश को गर्व से भर दे। ‘ब्रिटेन्स गॉट टैलेंट 2025’ जैसे अंतरराष्ट्रीय मंच पर शानदार प्रदर्शन कर बिनीता न केवल पहली भारतीय फाइनलिस्ट बनीं, बल्कि सेकंड रनर-अप का खिताब भी अपने नाम किया। उनकी इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा से लेकर देशभर के लोगों ने उन्हें दिल से बधाइयां दी हैं।

बिनीता ने ‘ब्रिटेन्स गॉट टैलेंट’ के मंच पर अपने दमदार डांस परफॉर्मेंस से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। हर एक स्टेप में छिपा था जुनून, मेहनत और एक सपना भारत का नाम रोशन करने का। फिनाले में ब्रिटिश जादूगर हैरी मोल्डिंग विजेता रहे, जबकि ‘द ब्लैकआउट्स’ LED डांस ग्रुप को दूसरा स्थान मिला। लेकिन जिस भावनात्मक जुड़ाव और मासूमियत के साथ बिनीता ने दर्शकों के दिलों को छुआ, वो किसी बड़ी जीत से कम नहीं था।

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने सोशल मीडिया पर लिखा, “बिनीता ने ब्रह्मपुत्र से लेकर टेम्स तक सबका दिल जीत लिया है।” उनके इस संदेश के साथ साझा किया गया वीडियो अब वायरल हो रहा है, जिसमें बिनीता फिनाले में मंच पर अपने सह-प्रतियोगियों के साथ नजर आती हैं।

फिनाले के दौरान जब बिनीता से उनके सफर के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा, “मुझे खुद पर बहुत गर्व है और ये अनुभव मेरी जिंदगी का सबसे खास पल है।” उनकी इस बात पर तालियों से हॉल गूंज उठा। एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि उनका सपना है एक “पिंक प्रिंसेस हाउस” खरीदना—एक सपना जो नन्हे दिलों की सच्चाई को खूबसूरती से बयां करता है।

बिनीता की इस सफलता के पीछे उनके पिता अमर छेत्री का बड़ा योगदान रहा है, जो असम के बोकाजन जिले में पोल्ट्री फार्म चलाते हैं। उन्होंने अपनी बेटी के हुनर को पहचाना और पहले गुवाहाटी, फिर जयपुर भेजकर उसे प्रोफेशनल डांस ट्रेनिंग दिलवाई। अमर छेत्री अखिल असम गोरखा छात्र संघ के सदस्य भी हैं और उन्होंने बिनीता को मंच तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई।

Binita Chetry

बिनीता ने एक दिल छू लेने वाला बयान दिया, “मैं गुवाहाटी में मुख्यमंत्री हिमंत मामा से मिलना चाहती हूं। उन्होंने मेरी यात्रा में जो समर्थन दिया है, उसके लिए मैं आभार व्यक्त करना चाहती हूं।” यह मासूम ख्वाहिश उनके सरल हृदय और सच्चे संस्कारों को दर्शाती है।

‘ब्रिटेन्स गॉट टैलेंट’ का विजेता जहां करीब 3 करोड़ रुपये की इनामी राशि और रॉयल वैरायटी शो में परफॉर्म करने का मौका जीतता है, वहीं बिनीता ने भी इस मंच पर साबित कर दिया कि प्रतिभा, आत्मविश्वास और जुनून के सामने उम्र कभी भी आड़े नहीं आती। बिनीता छेत्री आज हर भारतीय के लिए प्रेरणा हैं एक छोटी सी उम्र में बड़ा सपना देखने और उसे जीने की मिसाल।

राधिका शर्मा को प्रिंट मीडिया, प्रूफ रीडिंग और अनुवाद कार्यों में 15 वर्षों से अधिक का अनुभव है। हिंदी और अंग्रेज़ी भाषा पर अच्छी पकड़ रखती हैं। लेखन और पेंटिंग में गहरी रुचि है। लाइफस्टाइल, हेल्थ, कुकिंग, धर्म और महिला विषयों पर काम...