Rebound Relationship: किसी का भी ब्रेकअप इतना बुरा होता है कि उससे उबरने में कई महीने और कभी-कभी तो सालों लग जाते हैं। ऐसे में कई लोग रिबाउंड की मदद लेते हैं, जोकि ठीक नहीं है। हालांकि, कई शोध के अनुसार रिबाउंड के भी अपने फायदे हैं। दिल टूटने के बाद हर व्यक्ति इंटिमेसी और राहत की तलाश में रहता है जो उसे रिबाउंड रिश्ते से मिलता है।

नए रिश्ते में प्रवेश करने से पहले ब्रेकअप के बाद खुद को ठीक होने का समय देना जरूरी है। पूरी तरह से प्रोसेस होने और पिछले रिश्ते की भावनाओं से अलग होने से पहले एक नए रिश्ते में भाग लेने से भावनात्मक अस्थिरता और भविष्य के रिश्तों में विश्वास को नुकसान हो सकता है। पिछले रिश्तों को प्रतिबिंबित करने, भावनात्मक मुद्दों पर काम करने और नए रिश्ते में जाने से पहले खुद को ठीक करने के लिए समय देने की जरूरत पड़ती है। इस तरह, एक स्पष्ट दिमाग और खुले दिल के साथ एक नए रिश्ते में प्रवेश किया जा सकता है, और लंबे समय तक चलने वाले कनेक्शन को खोजने का बेहतर मौका मिलता है।
रिबाउंड रिश्ते के लाभ

यदि शोध की मानें तो रिबाउंड रिश्ता व्यक्ति को अपने बारे में बेहतर महसूस करवाने पूर्व के टूटे हुए रिश्ते निकलने में मदद कर सकता है। शोध कहते हैं कि जो लोग जल्दी ही एक तेरे पाउंड रिश्ते में पड़ जाते हैं उनका मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य भी बेहतर रहता है और उनमें आत्मविश्वास की भी कमी नहीं रहती है। सीधे और सरल शब्दों में कहें तो घर पर अपने पूर्व प्रेमी को याद करके रोने की बजाय नए लोगों से मिलना और उनकी संगत में खुश होना भला किस तरह से बुरा हो सकता है।
कब जाना चाहिए रिबाउंड रिश्ते में
सच कहा जाए तो यह हर व्यक्ति की अपनी व्यक्तिगत पसंद होनी चाहिए कि उसे रिबाउंड रिश्ते में जाना भी है या नहीं। यदि जाना है तो कब लाना है और कितने समय के लिए जाना है। हमारा यह भी कहने का मतलब बिल्कुल नहीं है कि ब्रेकअप के अगले दिन ही आप किसी रिबाउंड रिश्ते में चले जाएं जिससे कि आपको मूव ऑन करने में मदद मिल सकती है। सच तो है कि यदि आपका रिश्ता लंबा या काफी कम भी रहा है तो यदि आपने उस रिश्ते से उबरने में समय नहीं लगाया तो लंबे समय में इससे आपको ही नुकसान पहुंच सकता है। कहने का मतलब यह है कि आप खुद को नुकसान पहुंचाने के जिम्मेदार हैं।

आप मानें या ना मानें, रिबाउंड रिश्ता आपको सच्चा प्यार की तरह लग सकता है खासकर तब जब आपका ब्रेकअप बहुत ही बुरा, दुखदाई और कष्ट भरा हुआ हो। यही वजह है कि रिबाउंड रिश्ते में जाने से पहले और उस रिश्ते में रहते समय ही अपनी भावनाओं को समझने की कोशिश कर लेनी चाहिए। यदि आप अपने वर्तमान पार्टनर को लेकर पजेसिव हैं, उससे चिपके रहते हैं या उससे जरूरत से ज्यादा झगड़ते हैं, तो इसका मतलब यह है कि आप रिबाउंड के लिए फिलहाल बिल्कुल भी तैयार नहीं हैं और यह रिबाउंड रिश्ता आपके लिए खतरनाक स्थिति पैदा कर सकता है।
रिबाउंड रिश्ते के लिए आपने चाहे जो भी सोचा हो, यह ध्यान रखें कि खुद को बेहतर महसूस कराने के चक्कर में आप उनको दुख न पहुंचा दें। आप सामने वाले को खुलकर हर बात बताएं ताकि आपको जो कष्ट मिला है, वही कष्ट आप उन्हें न दें।
