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सितारों भरी ओढ़नी-21 श्रेष्ठ नारीमन की कहानियां

नई दुल्हन ने अपने पति के साथ घर की दहलीज़ पर जैसे ही पांव रखा तो एक उल्लास भरा स्वर कानों में पड़ा, “ऐसे नहीं चलेगा भैया, पहले मेरा नेग, फिर भाभी को घर में लाना।” “ऐसी भी क्या व्यग्रता है अंजू, थोड़ी देर उधार ही सही, पहले हमें अंदर तो आने दे” प्रकाश ने […]

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