गृहलक्ष्मी की कहानियां : अक्सर जब किताबों में कोई प्रेम कहानी पढ़ती थी, तब मन में एक उधेड़बुन पैदा हो जाती है। मन में आता कि क्या ये सब असल जिंदगी में होता होगा, क्या कोई लड़का ऐसा भी होगा जो किसी लड़की के लिए अपनी जान दे दे। मुझे उस वक्त कहां पता था […]
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गृहलक्ष्मी की कहानियां : एक अनोखा बंधन
अविनाश को ऑफिस से छुट्टी नहीं मिली थी। इसलिए हम शादी में सिर्फ दो दिन पहले ही पहुंचे। ऑटो से उतरते ही कई जोड़ी आंखें हमारी ओर उठ गईं । उन आंखों ने हमें, खासकर मुझे देखकर आपस में खुसर-फुसर शुरु कर दी।
हत्या-21 श्रेष्ठ नारीमन की कहानियां
लगभग एक महीने से वह बिस्तर पर पड़ी थी। कमर दर्द के कारण डॉक्टर ने उसे एक महीना और 15 दिन बेड रेस्ट के लिए कहा था। शरीर बेशक स्थिर पड़ा था पर मन उतना ही अस्थिर। जाने यादें उसे कहाँ-कहाँ ले जाती। दवाई के कारण बीच-बीच में नींद आ जाती तो वह समझ भी […]
“रेत की दीवार”
“यह लड़का अपने शहर का ही रहने वाला है रीना। स्वभाव का भी बहुत अच्छा है। हमारी फैक्ट्री के पास जो कैमिकल प्लांट है उसी में काम करता है। फैक्ट्री के किसी काम से मुझसे मिलने आया था।परिचय हुआ तो मैं अपने साथ घर ले आया। तुम्हे मिलकर अच्छा लगेगा। अपने शहर से वैसे भी यहां कोई आता नहीं है।”
मास्क लगाना है
उस दिन दवाई लेने मेडिकल स्टोर मास्क लगा कर गया तो देखा कि सामने बेंच पर कुछ बुजुर्ग मास्क पहने बिना हंसी-ठिठोली कर रहे हैं। संक्रमित होने पर यह ठिठोली रुला भी सकती है।
सितारों की दुनिया
प्रभास का खेल इन दिनों आसमान छू रहा था। तभी एक शूट के दौरान उसकी मुलाकात नेहा से हो गयी। नेहा एक मशहूर फिल्मी स्टार थी। दोनों एक दूसरे-से फिर से मिले और फिर मिलते ही गये। कुछ दिनों बाद दोनों ने अपना रिश्ता दुनिया के सामने कबूल भी कर लिया। एक साल के बाद प्रभास […]
रिश्तों की उलझन
मेजर प्रभास अपने बडे भाई वीर के शादी के लिए घर पर छुट्टियां लेकर आये थे। घर में बहुत ही खुशी का माहौल था। वीर बैंगलोर में किसी कंपनी में इंजीनियर था। अच्छा खासा कमा लेता था। इसी वजह से दुल्हन बनी दीया को सभी लोग खुशनसीब समझ रहे थे। अग्निहोत्री फैमिली में दीया तीनों […]
गृहलक्ष्मी की कहानियां – एक दिन अचानक
गृहलक्ष्मी की कहानियां – रचना को आमतौर पर सिरदर्द रहता था। उसे लगता था कि शायद थकान के कारण उसे सिरदर्द हो रहा है और वह एक दर्द की गोली खा लेती थी, जिससे उसे कुछ आराम मिल जाता था और वह फिर से अपने कार्य में लग जाती थी। रचना एक विद्यालय में अध्यापिका […]
गृहलक्ष्मी की कहानियां – खुशनुमा जिंदगी
गृहलक्ष्मी की कहानियां – जिंदगी बहुत ही हसीन थी। आज नेहा का मेडीकल कॉलेज का थर्ड इयर का आखिरी दिन था। नेहा को जल्द से जल्द पेपर देकर अपने चचेरी बहन की शादी अटेंड करने जाना था। वो बहुत ही खुश थी, उसकी ट्रेन रात को बारह बजे होशियारपुर पहुंचने वाली थी। घर में सब […]
पुरस्कार
नीता एक मध्यवर्गीय परिवार की बहू है, घर में पति नीलेश, सास-ससुर और अपने दो बच्चों के साथ मगन रहती, नीलेश एक सरकारी कार्यालय में अधिकारी हैं एवं अपने सामान्य से जीवन से बेहद संतुष्ट हैं। यूं तो नीता को भी किसी से कोई शिकायत नहीं बस कभी-कभी पति नीलेश का अपने प्रति उदासीन रवैया […]
