आज की हमारी गृहलक्ष्मी बनी है श्वेता रावत। आपको गृहलक्ष्मी ऑफ़ द डे बनने पर बधाई।
मुश्किलें चाहे जितनी हों लक्ष्य पर टिके रहकर उसके लिए लगातार प्रयत्नशील रहने का माद्दा हर किसी में नहीं होता है लेकिन जो इसे अपनी जिंदगी का हिस्सा बना लेते हैं उनके सपने जरूर होते हैं पूरे। कुछ अलग करने का ऐसा ही जज्बा दिखता है हंस फाउंडेशन की को-फाउंडर और चेयरपर्सन श्वेता रावत के व्यक्तित्व में।
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