Parenting Tips: धीरे धीरे बड़े होते बच्चे अपने आसपास के माहौल को देखते हुए वैसे ही ढल जाते हैं। इस समय माता पिता को बच्चे का काफी ध्यान रखने की जरुरत होती है। सकारात्मक माहौल देने पर बच्चे गलत आदतों से किनारा कर लेते हैं। थोड़ी सी लापरवाही से बच्चे का भविष्य ख़राब होने लगता […]
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बाई कंट्रोल: पड़ोसियों से गॉसिप करती है बाई तो ये तरीके आएंगे काम
बाई का पड़ोसियों से आपके घर के बारे में गॉसिप करना आम बात है लेकिन इस आदत को खत्म करने की कोशिश तो की ही जा सकती है।
कृष्ण जन्माष्टमी पर जानिए उनके पुत्रों की कहानी
श्रीकृष्ण के जन्मदिवस पर उनके परिवार के बारे में चर्चा की ही जानी चाहिए। उनके 80 पुत्र थे लेकिन ये सब ज्यादा दिन जीवित नहीं रह पाए थे।
हो गया पतले होने का संकल्प फेल?
आज की स्मार्ट वुमैन जन कम करने की दिशा में प्रयास करती है पर पतले होने का संकल्प अक्सर फेल हो ही जाता है। इस बार तो लॉकडाउन के चलते वजन घटाना और भी मुश्किल हो गया। वटन घटाना आसान है पर उसे मेनटेन रखना मुश्किल है। दृढ़ं संकल्प और लगन से आप वजन नियत्रंण में रख सकती है। कहतें भी है ना ‘‘मन के हारे हार हैं, मन की जीते जीत’’।
नई बहू के रास्ते न हों पथरीले
परिवार में नहीं बहू के आने पर पूरे परिवार को कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ना होता है ताकि परिवार में सुख शांति बनी रहे।
जब गोद लें बच्चा तो ऐसे सिखाएं उसे प्यार की भाषा
बच्चा गोद लेना सामाजिकतौर पर अभी भी बहुत आम नहीं है। इसलिए अगर बच्चा गोद लेने की योजना है या हाल ही में आपने ऐसा किया है तो कुछ खास बातें आपको ध्यान रखनी होंगी।
डिलीवरी के लिए करें कुछ खास तैयारी
हालांकि शिशु डिलीवरी के लिए तैयार नहीं है लेकिन आपको तो अपना शरीर तैयार करना है। पेल्विक की मांसपेशियाँ ही गर्भाशय व मूत्राशय आदि अंगों को सहारा देती हैं। इन्हें इसी तरह बनाया गया है कि शिशु बाहर आ सके। यही मांसपेशियाँ हंसते या खांसते समय मूत्र का रिसाव भी रोकती हैं। यही मांसपेशियाँ आपकी […]
वो उड़ चली
भारतीय समाज में लड़कियों को आज भी कोई महत्व नहीं दिया जाता है। वह सौम्या को उस ऊंचाई पर ले जाना चाहती थी, जिस ऊंचाई पर किरन बेदी, साइना नेहवाल तथा लता मंगेशकर जैसी तमाम महिलाएं हैं।
Daughter Wedding : विवाह पर पिता बेटी को बताएं ये 10 बातें
बेटी को अच्छे संस्कार देना कर मां का कर्तव्य होता है, क्योंकि कहा जाता है कि अगर मां अच्छे संस्कारों वाली है तो लड़की में भी यह गुण होंगे। पर कभी आपने सोचा है कि जिस तरह से एक मां अपनी बेटी को शादी से पहले आने वाली जिंदगी के लिए तैयार करती है उसी तरह एक पिता का भी कर्तव्य होता है कि वो अपने बेटी को सही मार्गदर्शन दें।
सीख अनकही – गृहलक्ष्मी कहानियां
पति सोमेश के एक हफ्ते के टूर पर जाते ही पूनम ने भी अपना मन मायके में जाने का बना लिया, क्योंकि दोनों बच्चे भी समर कैैंम्प के लिये गये हुए थे। मन इतना खुश था कि रात को ही मां को फोन करके अपने आने की सूचना भी दे दी।
