अकेली लड़की – रूबीना का रिजर्वेशन जिस बोगी में था, उसमें लगभग सभी लड़के ही थे । टॉयलेट जाने के बहाने रुबिना पूरी बोगी घूम आई थी, मुश्किल से दो या तीन औरतें होंगी । मन अनजाने भय से काँप सा गया । पहली बार अकेली सफर कर रही थी, इसलिये पहले से ही घबराई […]
Tag: गृहलक्ष्मी मैगज़ीन इन हिंदी
बेटी
रमेश अपनी पांच वर्षीय बेटी के साथ खेल रहा था। कभी बच्ची छिपती। रमेश ढूंढ़ता।कभी रमेश छिपता। बेटी ढ़ूंढ़ती । जब पिता नहीं मिलते तो बच्ची रोने ल्रगती।रमेश दौड़कर उसे गले लगा लेता ।रमेश अपनी बेटी को और पिताओं से कुछ ज्यादा ही प्यार करते थे ।
सर दर्द है मिस्टर पॉजिटिव – गृहलक्ष्मी कहानियां
भाई साहब मैं तो अपने पड़ोस में रहने वाले मिस्टर पॉजिटिव से बड़ा परेशान हूं। पता नहीं वह अभी तक आप से मिले हैं या नहीं, अगर नहीं मिले हैं, तो मैं दुआ करता हूं कि आपकी उनसे मुलाकात न ही हो तो अच्छा है।
किराए का घर
रानीगंज गांव का बलदेव एक छोटा-सा किसान है। उसके पास लगभग दो एकड़ की खेती है। अनाज की पूर्ति उसे अपने खेतों से हो जाती है और रोजमर्रा की जरूरतों को रोजी-मजदूरी कर पूरी करता है।
