गर्भ का समापन तथा भ्रूण लिंग चयन जैसे अनाचार ने मानवाधिकार, वैज्ञानिक तकनीक के उपयोग और दुरुपयोग की नैतिकता पर प्रश्न उठाया है। आईए जानते हैं इनके निषेध के लिए बनाए गए अधिनियमों के बारे में।
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गर्भपात के बाद मुझे गर्भधारण के नाम पर डर लग रहा है, क्या करूं?
डॉ. निकिता त्रेहन, स्त्री रोग विशेषज्ञ एवं लैपरोस्कोपिक सर्जन सनराइज अस्पताल, नई दिल्ली
गर्भावस्था के समय कोई संदेह हो तो जांच करवाने में कोताही ना बरतें
प्रेगनेंसी के समय अगर आपको किसी भी तरह का कोई संदेह हो तो जांच करवाने में कोताही ना बरतें क्योंकि आपकी जरा से लापरवाही से गर्भ में पल रहे बच्चे को कई तरह की परेशानियों से दो चार होना पड़ सकता है, जो जच्चा बच्चा दोनों के लिए नुकसानदायक है।
जब हो गर्भपात की चिंता तो अपनाएं ये टिप्स
हर सामान्य लक्षण की तरह पेट के निचले हिस्से में ऐंठन, दर्द, हल्का रक्तसाव आदि भी सामान्य होता है। ये सब संकेत आपकी घबराहट की वजह तो बन सकते हैं लेकिन आपको यह नहीं मानना चाहिए कि इससे गर्भावस्था को कोई खतरा है।
गर्भावस्था में कोकीन कितना हानिकारक हो सकता है इसका कोई अंदाजा नहीं है
गर्भवती महिला के लिए कोकीन खतरनाक होता है। इसलिए अगर आप इसका सेवन पहले से कर रही थी तो गर्भावस्था के समय इसे तुरंत छोड़ दें क्योंकि यह कितना हानिकारक हो सकता है, इसका कोई अंदाजा नहीं होता।
गर्भावस्था में शराब का सेवन भ्रूण के लिए ख़तरनाक
गर्भावस्था के दौरान शराब गर्भ में पल रहे शिशु केे लिए हानिकारक है। चाहे आप कितनी भी कम शराब पीएं, यह आपकी रक्त नलिकाओं के जरिये आपके शिशु तक पहुंचती ही है। इसलिए, सुरक्षा के लिहाज से गर्भावस्था के दौरान शराब का सेवन न करना ही सबसे सुरक्षित है।
अगर कोई समस्या हो तो डॉक्टर की सलाह लें
कई बार ऐसा होता है कि जब पता चलता है कि आने वाला शिशु स्वस्थ व सामान्य नहीं है और इसके लिए वो मानसिक रूप से तैयार नहीं होते ऐसी, स्थिति में बहुत जरूरी है कि आने वाले समय के लिए आप डॉक्टर की सलाह लें।
सी.वी.एस.टेस्ट कराएं और क्रोमोसोमल समस्याओं का पता लगाएं
सी.वी.एस.टेस्ट डाऊनसिंड्रोम, टे-शेक, सिकिल सैल एनीमिया वसिस्टिक फाइबरोसिस की जांच के लिए किया जाता है। इससे न्यूरल ट्यूब व इससे एनाटोमिकल विकारों का पता नहीं चलता। इसे पहली तिमाही में किया जाता है और यह एमनियो सेंटेसिस से कहीं पहले परिणाम दे देता है, जो कि आमतौर पर 16 सप्ताह बाद होता है।
प्रेगनेंट होना चाहती हैं तो फुल बॉडी चेकअप करवाएं
महिला को जैसे ही गर्भाधान की संभावना का पता चले या होना चाहती है तो उसे तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए, जिससे कि प्रसव सुरक्षित हो सके और गंभीर खतरों वाली गर्भावस्था और गर्भपात से बचा जा सके। अगर गर्भवती महिला प्रसव पूर्व इन बातों का ध्यान रखेगी तो स्वस्थ बच्चे को जन्म देगी।
पिता की अधिक आयु से भी बढ़ता है गर्भपात का खतरा
कहा जाता है कि जो महिलाएं अधिक उम्र में गर्भधारण करती हैं उनको गर्भपात का खतरा ज्यादा होता है पर ये बात भी सच है कि पिता की अधिक आयु से भी गर्भपात का खतरा बढ़ता है,इसलिए अगर आप अधिक उम्र में गर्भधारण कर रही हैं तो कुछ बातों का ध्यान जरूर रखें ।
