Shiv and Shankar : अज्ञान के कारण बहुत से लोग शिव और शंकर को एक ही सत्ता के दो नाम मानते हैं। परंतु दोनों की प्रतिमाएं अलग-अलग आकृति की हैं। शंकर को सदा तपस्वी मूर्त दिखाया जाता है और कई तस्वीरों में शिवलिंग का ध्यान करते हुए भी दिखाते हैं। परमात्मा शिव की स्थापना, पालना […]
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नरेंद्र के इन्हीं गुणों ने बनाया था उन्हें स्वामी विवेकानंद
प्रत्येक व्यक्ति के भीतर कोई न कोई गुण अथवा प्रतिभा अवश्य होती है। बस, आवश्यकता है तो अपने गुणों को तराश कर उन्हें सही दिशा देने की, साथ ही अपनी बुराइयों पर स्वयं ही विजय प्राप्त कर कोई भी अपने को आम से खास बना सकता है। स्वामी विवेकानंद के भीतर छिपे गुण व ज्ञान पिपासा ने ही उन्हें नरेन्द्र से विवेकानंद बनाया। वे बचपन से ही विलक्षण प्रतिभा के धनी थे तथा रामकृष्ण परमहंस के सान्निध्य में उनकी प्रतिभा को विकसित होने का समुचित अवसर भी मिला। नरेन्द्र को विवेकानंद बनाने वाले प्रमुख गुणों को जानें इस लेख से –
