मेष राशिफल – Mesh Rashifal 2023 –16 August To 23 August
Aries Horoscope 2023

चू, चे, चो, ला अश्विनी-4

ली, लू, ले, ला भरणी-4

अ कृत्तिका-1


16 अगस्त से 23 अगस्त तक

दिनांक 16 को आधा दिन ठीक नहीं है। पश्चात् 18 तक स्थितियां सामान्य रहेंगी। आप अपने आपको सुरक्षित महसूस करेंगे। भौतिक सुख-सुविधाओं की तरफ आपका रुझान रहेगा व सुविधाएं आपको उपलब्ध होंगी। करियर के प्रति संजीदगी रखेंगे। लोगों के साथ आपका तालमेल मुश्किल से बैठेगा। 19, 20, 21 को समय सुख-सम्पतिदायक रहेगा। घर में आप सभी के साथ मिलजुलकर रहेंगे। व्यापार व कार्यक्षेत्र में विशेष उपलब्धियां हासिल करेंगे। आप सही निर्णय लेंगे जिससे परिणाम पक्ष में आएंगे। भूमि, भवन, जायदाद व सम्पति संबंधी काबिलियत का उपयोग व इस्तेमाल करके आप अपनी आय व आजीवका में बढोतरी करेंगे। 22, 23 को शांतिप्रदायक दिवस रहेगा। शारीरिक सुख के मामले में उतार-चढ़ाव चलते रहेंगे। स्वास्थ्य में स्थिरता रहेगी। खान-पान का विशेष ध्यान रखना होगा।


ग्रह स्थिति

मासारंभ में राहु+बृहस्पति मेष राशि का लग्न में, सूर्य कर्क राशि का चतुर्थ भाव में, मंगल+बुध+शुक्र सिंह राशि का पंचम भाव में, केतु तुला राशि का सप्तम भाव में, चंद्रमा मकर राशि का दशम भाव में, शनि कुंभ राशि का ग्यारहवें भाव में चलायमान है।

मेष राशि की शुभ-अशुभ तारीख़ें

2023शुभ तारीख़ेंसावधानी रखने योग्य अशुभ तारीख़ें
जनवरी1, 2, 5, 6, 7, 23, 248, 9, 10, 17, 18,
19, 26
फरवरी1, 2, 3, 20, 21, 24, 25,
26, 28
4, 5, 6, 14, 15, 22, 23
मार्च1, 2, 19, 20, 24, 25,
28, 29
4, 5, 13, 14, 22, 31
अप्रैल15, 16, 17, 20, 21, 24,
25, 26
1, 9, 10, 11, 18, 19,
27, 28,29
मई13, 14, 17, 18, 19,
22, 23
6, 7, 8, 15, 16, 17,
24, 25, 26
जून9, 10, 14, 15, 18, 193, 4, 12, 21, 22, 30
जुलाई6, 7, 11, 12, 15, 16,
17
1, 2, 9, 18, 19, 20,
27, 28, 29
अगस्त3, 4, 7, 8, 11, 12, 13,
30, 31
5, 6, 14, 15, 16,
24, 25
सितम्बर4, 5, 8, 9, 26, 272, 11, 12, 20, 21, 22,
29, 30
अक्टूबर1, 2, 5, 6, 24, 25, 28,
29, 30
8, 9, 17, 18, 19, 26,
27
नवम्बर1, 2, 3, 20, 21, 25, 26,
29 , 30
4, 5, 6, 14, 15, 23
दिसम्बर17, 18, 22, 23, 26, 272, 3, 11, 12, 13, 20,
21, 29, 30

मेष राशि का वार्षिक भविष्यफल

Mesh Rashifal 2023
मेष राशि

यह वर्ष मेष राशि के जातकों के लिए अच्छा रहेगा। शनि वर्ष पर्यन्त एकादश स्थान में गतिशील रहेंगे, जो लाभ में वृद्धि करेगा। हालांकि आपकी स्वयं की राशि में राहु के
परिभ्रमण के कारण स्वास्थ्य में काफी उतार-चढ़ाव रहेंगे। आपको अपनी आदतों, खान-पान का ध्यान रखना चाहिए। भाग्येश बृहस्पति 22 अप्रैल के बाद आपकी राशि में आ जाएंगे।
इस वर्ष राहु गोचरवश वर्षारंभ में आपकी राशि में चलायमान रहेंगे। फलतः यह साल शारीरिक स्वास्थ्य की दृष्टि से ढीला रहेगा। हालांकि किसी गम्भीर व घातक बीमारी की संभावना नहीं है, इस वर्ष व्यापार व सामाजिक क्षेत्र में आपको मान-सम्मान एवं प्रतिष्ठा की प्राप्ति होगी। इस वर्ष सातवें स्थान में केतु के प्रभाव से अविवाहितों के विवाह की संभावना भी बनेगी। बृहस्पति वर्षारंभ में स्वगृही है। धर्म, अध्यात्म आदि के लिए मन में विशेष भाव तो विद्यमान रहेगा, हालांकि आपको भागदौड़ के बीच इन सबके लिए समय कम ही मिल पाएगा। आय के स्रोतों में वृद्धि होगी तथा प्रचुर मात्रा में धन प्राप्त करने के लिए आप प्रयासरत रहेंगे।
इस वर्ष आर्थिक स्थिति व पक्ष दोनों ही संतोषजनक रहेंगे। आप व्यापार विस्तार की योजना पर काम शुरू करेंगे। इस वर्ष 17 जनवरी के बाद से शनि लाभ स्थान में आ जाएंगे,
डायमंड राशिफल 2023
जो लाभ का मार्ग प्रशस्त करेंगे। हालांकि हर क्षेत्र में आपको काफी मेहनत, प्रयास व परिश्रम करना पड़ेगा, लेकिन परिश्रम के इतने सकारात्मक परिणाम नहीं आएंगे।
22 अप्रैल के बाद देवगुरु बृहस्पति आपकी राशि में गोचर करेंगे। अतः रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। पति-पत्नी में चल रहे आपसी मतभेदों व गलतफहमियों का निराकरण होगा। बेरोजगारों को नौकरी का अवसर मिल सकता है। हालांकि गुरु+राहु के योग के कारण खर्च बेतहाशा बढ़ जाएगा, परन्तु इस बढ़े बजट में भी आप चीजों को अच्छी तरह से व्यवस्थित कर पाएंगे। इस वर्ष परिवार के सदस्य आपके हर छोटे-मोटे काम में आपको सहयोग करेंगे।
नए-नए लोगों से आपका सम्पर्क बनेगा, जो कि आगे चल कर लाभप्रद रहेगा। लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए आपको कई बार संघर्ष करना पड़ेगा, परन्तु संघर्ष से आप हर मुश्किल लक्ष्य को प्राप्त कर ही लेंगे। भाइयों से सम्पति व बटवारे सम्बधित विवाद होगा। शत्रु व षड्यंत्र भी सक्रिय रहेंगे। आप मेष राशि
के व्यक्ति हैं और मेष राशि के लोग कर्म में विश्वास रखते हैं। आप निष्काम होकर कर्म करेंगे। आलोचना व निंदा से कतई नहीं घबराएंगे। तकदीर का सितारा आपके साथ है। मुसीबतजदा लोगों की तरफ मदद का हाथ बढ़ाएंगे, फिर चाहे वह रिश्तेदार हो, मित्र हो या अजनबी हो।

मेष राशि कैसी रहेगी 2023 में आपकी सेहत?

इस वर्ष शारीरिक स्वास्थ्य आपका डावांडोल रहेगा। वर्षारम्भ में गुरु आपकी राशि में स्वगृही हैं। अतः गम्भीर व घातक बीमारी की संभावना व आशंका नहीं है। परन्तु सितम्बर से दिसम्बर के मध्य गुरु के वक्रत्व काल में समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। लापरवाही से समस्या गंभीर व घातक हो सकती है। मौसमी बीमारियां सर्दी, खांसी, जुकाम, पेटदर्द, बुखार आदि से परेशानी वर्ष पर्यन्त चलती रहेगी। जीवनसाथी के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। जून से नवम्बर के मध्य शनि द्वादश स्थान मे वक्र स्थिति में चलायमान रहेंगे। अतः अस्पताल पर खर्चा होगा। बार-बार अस्पताल के चक्कर काट कर आप परेशान हो जाएंगे। इस वर्ष योग, शारीरिक व्यायाम, खान-पान, नियमित दिनचर्या, व्यवस्थित जीवन तथा नियमित हैल्थ चैकअप से आप गम्भीर कष्ट से मुक्ति पा सकते हैं।

मेष राशि व्यापार, व्यवसाय व धनके लिए कैसा रहेगा आने वाला साल 2023 ?

इस वर्ष भाग्य आपके लिए ज्यादा अनुकूल नहीं है। व्यापार व्यवसाय में आप परिश्रम खूब करेंगे, परन्तु परिणाम इतना सार्थक नहीं निकलेगा। इस वर्ष किसी परिचित के माध्यम से व्यापार में कोई बड़ा ऑर्डर प्राप्त होगा, लेकिन पेमेन्ट फंस जाएगा। व्यापार में नए-नए अनुबन्धन व करार करने के लिए प्रयासरत रहेंगे। व्यापार में विस्तार की योजना आप इस वर्ष बनाएंगे, लेकिन साधनों के अभाव व धनाभाव के कारण योजना कागजों में ही अटक जाएगी। कार्यरूप में परिणित नहीं हो पाएगी। व्यावसायिक प्रतिद्वन्द्वी व प्रतिस्पर्धी आपसे काफी आगे निकल जाएंगे। व्यापार व कारोबार में किसी पर भी भरोसा नहीं करें। भुगतान के प्रति आश्वस्त होने पर माल व ऑर्डर रवाना करें। उधार किसी को नहीं दें। अप्रैल के बाद दूसरे भाव में गुरु के कारण पैसा कहीं फंस सकता है। शत्रु षड्यंत्र वश आपके साथ कोई चोट कर सकते हैं। आयकर, सैल्स टैक्स, सर्विस टैक्स आदि कोई राजकीय परेशानी उत्पन्न हो सकती है। किसी भी कागज, दस्तावेज या अनुबंधन को अच्छी तरह से पढ़ लें, तब ही हस्ताक्षर करें। जल्दबाजी में लिए गए निर्णय से आप परेशान हो जाएंगे। सरकार की नीतियों के कारण आप व्यापार आसानी से नहीं कर पाएंगे। सम्पति या बंटवारे सम्बन्धी विवाद होगा। जिसके चलते आपको कोर्ट-कचहरी के चक्कर काटने पड़ सकते हैं। दृष्टि से यह वर्ष परिश्रम व मेहनत का है। नौकरी से जुड़े व्यक्तियों की पदोन्नति, तरक्की अथवा महत्त्वपूर्ण पोस्टिंग किसी बड़े व प्रभावशाली व्यक्ति की मदद से हो सकती है। इस वर्ष शनि लाभ स्थान में है। व्यापार व व्यवसाय में किसी का सहयोग आपकी किस्मत बदलने का सामर्थ्य रखता है। आप पूरी ऊर्जा व जोश के साथ समर्पित भाव से काम में लग जाएंगे। भागीदार व पार्टनर पर आंख मूंदकर भरोसा नहीं करें। हर प्रकार के व्यवहार को कागजों पर लें। कामकाज में नई तकनीक व हुनर का प्रयोग भी आपके भाग्योन्नति में सहायक रहेगा। 12 अप्रैल से राहु दूसरे स्थान में आकर धन संचय में बाधा उत्पन्न करेंगे। पैसों का संचय नहीं हो पाएगा। जमीन, कपड़े, लोहे, कमीशन व तेल के व्यापार से जुड़े लोगों को जबरदस्त फायदा होगा। अपनी नाकामियों व असफलताओं से भी आपको शिक्षा लेने की आवश्यकता है। आप विचार करें कि कहां चूक हुई, उस गलती को सुधारें। अतिविश्वास किसी पर भी नहीं करें। आप किसी की आर्थिक मदद करके उल्टा फंस जाएंगे। नौकरी में भी सावधान रहने की आवश्यकता है। लचीलापन व उदारवादी दृष्टिकोण व्यापार में काम का नहीं है। निवेश से पूर्व अच्छी तरह से जांच-पड़ताल कर लें। निवेश सम्बंधी निर्णय जल्दबाजी में नहीं लें। किसी भी कागज पर बिना पढ़े हस्ताक्षर नहीं करें।

जानिए कैसा रहेगा 2023 में आपका घर-परिवार, संतान व रिश्तेदार के साथ सम्बन्ध ?

पारिवारिक दृष्टि से यह वर्ष अच्छा जाएगा। पुत्र संतान को लेकर चिंता की स्थिति रहेगी। हालांकि परिवार के सदस्य इस मुश्किल घड़ी में आपके साथ कन्धे से कन्धा मिलाकर खड़े रहेंगे। संतान का व्यवहार आदतें, सोहबत आदि का ध्यान रखें। दाम्पत्य सम्बन्धों में यदा-कदा तनाव हो सकता है। लेकिन समय रहते मतभेदों व गलतफहमियों का निराकरण हो जाएगा। भाइयों से इस वर्ष सूझ-बूझ व सामंजस्य से आप स्थितियों को संभाल ही लेंगे। बच्चों के करियर, भविष्य, शादी आदि की योजना बनाएंगे। घर के किसी वरिष्ठ सदस्य का स्वास्थ्य गड़बड़ हो सकता है, जिसके कारण आपको अस्पताल जाना पड़ सकता है। जून से नवम्बर के मध्य परिवार के किसी सदस्य के साथ कोई अनहोनी हो सकती है।

जानिए कैसा रहेगा 2023 में आपका विद्याध्ययन, पढ़ाई व करियर ?

मेहनत और परिश्रम से आप इस वर्ष सफलता हासिल करेंगे। पूरी तरह से एकाग्रचित्त होकर लक्ष्य प्राप्ति में जुट जाएं। करियर व नौकरी में कदम-कदम पर सावधानी रखनी चाहिए। विद्यार्थी अपने लक्ष्य पर ध्यान केन्द्रित कर आगे बढ़ेंगे। इस वर्ष प्रतियोगी परीक्षा, विभागीय परीक्षा का परिणाम अनुकूल आएगा। इंटरव्यू, साक्षात्कार व वीडियो कॉन्फ्रेंसिग, ग्रुप डिस्कशन में जरूर बात फंस सकती है। आप अपनी बात को सही ढंग से प्रस्तुत नहीं कर पाएंगे। तकनीक, मैकेनिकल, लीगल, फाइनेंशियल, पॉलिटेकनीक में प्रयासरत विद्याथियों को इस साल सफलता मिल जाएगी। प्रेम-प्रसंगों व सोशल नेटवर्किंग साईटस से दूरी बना कर रखें। निश्चित रूप से सुनहरा भविष्य आपकी प्रतीक्षा कर रहा है। बुरे लोग व बुरी सोहबत, बुरी आदतों से दूरी बना कर रखें। नई नौकरी के प्रस्ताव मिलेंगे। नौकरी में महत्त्वपूर्ण प्रोजेक्ट या महत्त्वपूर्ण कार्यभार मिल सकता है।

जानिए कैसा रहेंगे 2023 में आपके प्रेम-प्रसंग व मित्रता सम्बन्घ ?

 प्रेम-प्रसंगों के लिहाज से समय ढीला रहेगा। करियर इस वर्ष आपका प्राथमिकता पर रहेगा जिसके चलते आपको इन सब चीजों के बारे में सोचने का समय नहीं मिल पाएगा। आप मर्यादा और संयम से प्रेम उत्कृष्टता का उदाहरण पेश करेंगे। विवाहेत्तर प्रेम सम्बन्धों से पारिवारिक जीवन अस्त-व्यस्त हो सकता है। मित्रों से सम्बन्धों का दायरा विस्तृत होगा। आप किसी जरूरतमंद मित्र की तरफ मदद का हाथ बढ़ाएंगे।

जानिए कैसा रहेंगे 2023 में आपकेवाहन, खर्च व शुभ कार्य?

इस वर्ष कमाई का बड़ा हिस्सा वाहन, भूमि, भूखण्ड आदि पर खर्च हो सकता है। इस वर्ष खर्च की प्रबलता रहेगी। घर में इलेक्ट्रिोनिक उत्पाद, सोना-चांदी, बहुमूल्य धातुएं व फर्नीचर आदि की खरीद पर खर्च के योग बने हुए हैं। संतान की शिक्षा व शुभकार्य पर खर्चा हो सकता है।

मेष राशि वाले कैसे बचेहानि, कर्ज व अनहोनी से?

इस वर्ष आपको आर्थिक मामलों में विशेष सावधानी की आवश्यकता है। अपने लोगों से ही सावधानी की आवश्यकता है। रुपयों-पैसों के मामलों में किसी पर भी भरोसा नहीं करें। कोई व्यावसायिक जानकारी व सूचना लीक हो सकती है। विश्वासघात, शत्रु षड्यत्रों के कारण नुकसान हो सकता है। किसी रिश्तेदार या मित्र के साथ कोई अनहोनी हो सकती है। कार्य व व्यापार में विस्तार को लेकर ऋण लेना पड़ सकता है।

जानिए कैसा रहेंगे 2023 मेंआपका यात्रा योग?

इस वर्ष छोटी-मोटी यात्राएं खूब होंगी। काम-काज को लेकर आप इस वर्ष काफी यात्राएं करेंगे, हालांकि उन यात्राओं से धन प्राप्ति के योग तो कम ही हैं।

कैसे बनाये मेष राशि वाले 2023 को लाभकारी ?

वर्ष की शुभता बढ़ाने के लिए हल्दी युक्त दूध का सेवन करें। एक हल्दी की गांठ पीले कपड़े में डालकर दाहिनी भुजा में बांध दें। सुनैलायुक्त गुरुयंत्र गले में धारण करें। विष्णु सहस्त्रनाम का नित्य पाठ करें। रविवार व मंगलवार के अलावा नित्य पीपल को सींचें।

मेष राशि की चारित्रिक विशेषताएं

मेष राशि का स्वामी मंगल है, जो अग्नि तत्त्व प्रधान होता है। यह पुरुष सूचक राशि है। मेष राशि का राशि चिन्ह ‘मेढ़ा’ है। इसका प्राकृतिक स्वभाव साहसी, अभिमानी व पौरुषशाली है। कोई जरा-सी विपरीत बात कह दे, तो इनको सहन नहीं होता। ऐसे जातक को क्रोध शीघ्र आता है, परंतु इनका क्रोध क्षणिक होता है।
मेष राशि के व्यक्ति प्रायः मध्यम कद के होते हैं। अति उत्साही होने के कारण कई बार जल्दबाजी में काम को गड़बड़ भी कर देते हैं। मेष राशि वाले व्यक्ति स्वतंत्र विचारों वाले होते हैं। दूसरों की हुकूमत को ये लोग बिलकुल भी पसन्द नहीं करते तथा एक खास बात और कि ये लोग दूसरों के आधिपत्य या हुकूमत में रहकर विकास नहीं कर सकते, जब ये लोग स्वतंत्र कार्य करेंगे तभी इनका विकास संभव होगा। इनको अपने मनोभावों पर नियन्त्रण रखना चाहिए, परंतु क्रोधावस्था के कारण ये अपना आत्मनियंत्रण खो बैठते हैं।
सामान्यतया मेष लग्न में उत्पन्न जातक साहसी, पराक्रमी, तेजस्वी तथा परिश्रमी होते हैं तथा अपने इन्हीं गुणों से वे जीवन में वांछित मान-सम्मान एवं प्रतिष्ठा अर्जित करने में समर्थ रहते हैं। ये अत्यधिक सक्रिय एवं क्रियाशील होते हैं तथा अपने इन्हीं गुणों से जीवन में इच्छित उन्नति प्राप्त करते हैं।
मेष लग्न के प्रभाव से जातक अपने शुभ एवं महत्त्वपूर्ण कार्यों को परिश्रम एवं निर्भयता से सम्पन्न करेंगे। इनमें स्वाभिमान का भाव भी विद्यमान रहेगा तथा स्वपरिश्रम व योग्यता से जीवन में मान-सम्मान एवं प्रतिष्ठा अर्जित करने में समर्थ होंगे।
इनके स्वभाव में प्रारम्भ में तेजस्विता का भाव विद्यमान रहेगा। फलतः यदा-कदा आप अनावश्यक क्रोध एवं चंचलता का प्रदर्शन करेंगे। जीवन में आपको जन्मभूमि के अतिरिक्त अन्य स्थान में सफलता प्राप्त नहीं होगी तथा वहीं आपका जीवन सुखपूर्वक व्यतीत होगा। साथ ही सांसारिक सुखोपभोग के साधनों को भी आप परिश्रमपूर्वक अर्जित करके सुखपूर्वक इनका उपभोग करने में समर्थ होंगे।
इस लग्न में जन्मे जातक को जीवन में काफी समस्याओं एवं परेशानियों का सामना करना पड़ेगा, परन्तु अपने परिश्रम एवं दृढ़ संकल्प शक्ति के द्वारा आप इनका सामना तथा
समाधान करने में समर्थ होंगे। आपकी प्रवृत्ति में उदारता तथा सहिष्णुता का भाव भी विद्यमान रहेगा तथा अवसरानुकूल अन्य जनों को आप अपना सहयोग प्रदान करेंगे, जिससे आपके प्रति लोगों के मन में आदर का भाव उत्पन्न होगा।
आपके सांसारिक कार्य यद्यपि विलम्ब से सिद्ध होंगे, परन्तु गौरव एवं सम्मान का भाव बना रहेगा। कार्यक्षेत्र में आपको परिश्रम से उन्नति प्राप्त होगी तथा सामाजिक जनों के मध्य भी समय पर मान-सम्मान मिलता रहेगा। आपको अपनी प्रवृत्ति का अन्य जनों के समक्ष सादगीपूर्ण प्रदर्शन करना चाहिए तथा इसमें अनावश्यक दिखावे का समावेश नहीं करना चाहिए। जीवन में आपको इच्छित सुख-ऐश्वर्य एवं वैभव की प्राप्ति होगी। आप एक परिश्रमी, तेजस्वी, कार्य निकालने में चतुर, परन्तु मन्द गति से कार्य करने वाले होंगे तथा जीवन में आवश्यक सुखों का उपभोग करने में समर्थ होंगे।
आप बहुत ही परिश्रमी व साहसिक कार्यों में रुचि लेने वाले व्यक्ति हैं। ऐसे व्यक्ति प्रायः खेल-कूद, शिकार, सैनिक व पुलिस विभाग, मशीन, भट्टी व ज्वलनशील पदार्थों तथा
धातु इत्यादि वस्तुओं में रुचि लेते देखे गए हैं।
धार्मिक विचारों में आपका दृष्टिकोण अन्य लोगों से भिन्न है। आप शक्ति के उपासक हैं। ऐसे व्यक्ति अपनी बात के धनी होते हैं तथा आपकी राशि अग्नि तत्त्व प्रधान होते हुए भी आप शर्त के पक्के होते हैं। आप झगड़ा करना पसन्द नहीं करते, परन्तु जब कोई सीमा का उल्लंघन करने की चेष्टा करता है, तो उसे जबरदस्त सबक सिखाए बिना नहीं रहते। युद्धकला में प्रायः ऐसे व्यक्ति निपुण होते हैं। भूमि व कोर्ट-कचहरी संबंधी कार्यों में ये प्रायः विजय प्राप्त करते हैं।
आपका भाग्योदय 28 वर्ष के पश्चात् होने की संभावना बनती है। परंतु इसके लिए कुण्डली में भाग्येश का विचार करना भी आवश्यक है।
यदि आपका जन्म 21 मार्च व 20 अप्रैल के मध्य हुआ है, तो आपका भाग्योदय निश्चित रूप से 28 वर्ष के पश्चात संभव है। आप पूर्णतः सेल्फमेड व्यक्ति हैं। आप अपना भाग्य स्वयं निर्मित करते हैं। परन्तु याद रखें, बिना परिश्रम के आपको विशेष लाभ होने की संभावना नहीं है।
यदि आपका जन्म ‘भरणी’ नक्षत्र में है तथा आपका नाम ‘ल’ से आंरभ होता है, तो आप कुछ लम्बे कद वाले व्यक्तियों की गिनती में हैं। आपके अनेक मित्र हैं तथा मित्रजनों पर आपकी पूर्ण कृपा है। आपको छिछले एवं चुगलखोर मित्र कतई पसन्द नहीं। आप दूरदर्शी होने के साथ-साथ मितव्ययी भी हैं। फिजूल के खर्च व व्यर्थ के दिखावे में आपकी रुचि नहीं है। भ्रमण व घूमने-फिरने के शौक के साथ-साथ आपको उत्तेजनापूर्ण चटपटे भोजन में भी बहुत रुचि होती है।
लाल रंग व ज्वलनशील पदार्थ आपके अनुकूल कहे जा सकते हैं। मंगल एक शौर्यवान व तेजोमय ग्रह होने से, जहां शांति व प्रसन्नता असफल हो जाती है, वहां पर आप झगड़े व डांट-डपट से अपना कार्य आसानी से सिद्ध कर सकते हैं।
आपके लिए मंगलवार सर्वश्रेष्ठ शुभकारी रहेगा तथा इष्टदेव के रूप में हनुमानजी आपके मनोरथ को पूर्ण करेंगे। आपका अनुकूल रत्न ‘मूंगा’ है।

मेष राशि वालों के लिए उपाय

  1. मेष राशि वालों को बजरंगबली की उपासना, सुन्दरकाण्ड, हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए। कर्ज से निवृत्ति के लिए ऋणमोचन मंगल स्तोत्र का पाठ करना चाहिए।
  2. आजीविका (काम-काज, कार्यक्षेत्र) में यदि समस्या आ रही हो तो ‘मूंगा’ अथवा ‘तामड़ा’ युक्त ‘मंगल यंत्र’ गले में भी धारण करें।
  3. मंगलवार का व्रत करें। मसूर की दाल व गुड़ गाय को खिलाएं।
  4. तांबा और सोना के मिश्रण से सवा 5 से 9 रत्ती तक की अंगूठी बनाकर धारण करें। लाभ होगा।
  5. मूंगा या तामड़ा रत्न धारण करें। इनके अभाव में ताम्र का सिक्का भी धारण किया जा सकता है।

मेष राशि की प्रमुख विशेषताएं

1. राशि ‒ मेष
2. राशि चिह्न ‒ मेढ़ा
3. राशि स्वामी ‒ मंगल
4. राशि तत्त्व ‒ अग्नि तत्त्व
5. राशि स्वरूप ‒ चर
6. राशि दिशा ‒ पूर्व
7. राशि लिंग व गुण ‒ पुरुष
8. राशि जाति ‒ क्षत्रिय
9. राशि प्रकृति व स्वभाव ‒ क्रूर स्वभाव, पित्त प्रकृति
10. राशि का अंग ‒ सिर
11. अनुकूल रत्न ‒ मूंगा
12. अनुकूल उपरत्न ‒ तामड़ा
13. अनुकूल रंग ‒ लाल
14. शुभ दिवस ‒ मंगलवार, रविवार
15. अनुकूल देवता ‒ शिवजी, भैरव, हनुमान
16. व्रत, उपवास ‒ मंगलवार
17. अनुकूल अंक ‒ 9
18. अनुकूल तारीख़ें ‒ 9/18/27
19. मित्र राशियां ‒ सिंह, तुला व धनु
20. शत्रु राशियां ‒ मिथुन व कन्या
21. व्यक्तित्व ‒ दबंग, क्रोध युक्त व साहसी
22. सकारात्मक तथ्य ‒ कुटुम्ब को पालने वाला, चुनौती को स्वीकार करने वाला, सदैव क्रियाशील
23. नकारात्मक तथ्य ‒ दम्भी, अधैर्यशाली

मा, मी, मु, मे मघा-4

मो, टा, टी, टु पूर्वाफाल्गुनी-5

टे उत्तराफाल्गुनी-1


1 जनवरी से 7 जनवरी तक

वर्ष के आरंभ का पहले मास का पहला सप्ताह बहुत शानदार जोरदार रहेगा। 1, 2 को संतुष्टि, सम्पत्ति व सुकून तीनों प्राप्त होगा। घर-परिवार में खुशियां आएंगी। आप इस समय का भरपूर आनंद उठाएंगे। 3,

4 को समय संतोष जनक रहेगा। घर में मांगलिक कार्यक्रम की तैयारियां चलेंगी। अविवाहितों के सगाई संबंध की बात आगे बढ़ेगी। मनपसंद रिश्ते आने से मन में प्रसन्नता रहेगी। 5, 6, 7 को कार्यस्थल पर उत्साह का वातावरण बनेगा। आर्थिक रूप से मजबूती आएगी। पैतृक सम्पत्ति संबंधी विवाद सुलझेगा। मित्रें के साथ मिलकर पिकनिक पर जा सकते हैं। नये वर्ष का पूरा उत्साह से स्वागत करेंगे।


ग्रह स्थिति

मासारम्भ में चंद्रमा सिंह राशि का लग्न में, केतु कन्या राशि का द्वितीय भाव में, शुक्र+बुध वृश्चिक राशि का चतुर्थ भाव में, सूर्य+मंगल धनु राशि का पंचम भाव में, शनि कुंभ राशि का सप्तम भाव में, राहु मीन राशि का अष्टम भाव में, बृहस्पति मेष राशि का नवम भाव में चलायमान है।

सिंह राशि की शुभ-अशुभ तारीख़ें

2023शुभ तारीख़ेंसावधानी रखने योग्य अशुभ तारीख़ें
जनवरी1, 2, 5, 6, 22, 23, 24, 28, 297, 8, 9, 16, 17, 25, 26
फरवरी1, 2, 3, 18, 19, 20, 24, 25, 294, 5, 12, 13, 14, 21, 22
मार्च1, 17, 18, 22, 23, 24, 27, 282, 3, 4, 10, 11, 12, 20, 21, 30, 31
अप्रैल13, 14, 15, 18, 19, 20, 23, 247, 8, 16, 17, 26, 27
मई11, 12, 16, 17, 20, 21, 224, 5, 6, 13, 14, 23, 24, 25
जून7, 8, 12, 13, 14, 17, 181, 2, 10, 11, 20, 21, 28, 29
जुलाई4, 5, 6, 9, 10, 11, 14, 157, 8, 17, 18, 25, 26, 27
अगस्त1, 2, 6, 7, 10, 11, 12, 28, 293, 4, 13, 14, 15, 21, 22, 23, 31
सितम्बर2, 3, 4, 7, 8, 24, 25, 29, 301, 10, 11, 18, 19, 27, 28
अक्टूबर1, 4, 5, 21, 22, 23, 27, 28, 316, 7, 8, 15, 16, 17, 24, 25
नवम्बर1, 2, 18, 19, 23, 24, 27, 28, 293, 4, 5, 12, 13, 21, 30
दिसम्बर15, 16, 20, 21, 22, 25, 261, 2, 9, 10, 11, 18, 19, 28, 29

सिंह राशि का वार्षिक भविष्यफल

Singh Rashifal 2024
सिंह राशि

यह साल 2024 सिंह राशि वाले जातकों के लिए मध्यम फलकारी रहेंगे। कभी खुशी तो कभी गम वाला वातवरण रहेगा। इस साल स्वास्थ्य तो ठीक रहेगा, परंतु फिर भी आपको परिवार के किसी सदस्य या

मित्र के स्वास्थ्य को लेकर दो-तीन बार अस्पताल जाना पड़ सकता है। शनि सप्तम में स्थित है। अतः जीवन साथी का स्वास्थ्य डावाडोल रह सकता है। बृहस्पति भाग्य में है। कैरियर के लिहाज से महत्वपूर्ण योजना बनायेंगे। व्यापार व कारोबार विस्तार की जो योजना पिछले काफी समय से चल रही थी, उस पर काम शुरू होगा। आपका पूरा फोकस व्यापार को बढ़ाने पर होगा। मार्केटिंग पर ध्यान देंगे। चन्द्रमा वर्षारंभ में आपकी राशि में स्थित है, जो मनोबल को काफी बलवान रखेगा। चल अचल सम्पति में इजाफा होगा। इस साल आप भूमि, भवन, वाहन आदि की खरीद कर सकते हैं। हालांकि खरीददारी से पूर्व कागजात को अच्छी तरह से चैक कर लें, अतिविश्वास में आपके साथ कोई विश्वासघात हो सकता है। राशि का स्वामी सूर्य पाँचवे तथा मई तक बृहस्पति भाग्य स्थान में स्थित है। विद्यार्थी पूर्ण रूप से अपने अध्ययन पर केन्द्रित रहेंगे। विद्यार्थियों का परिणाम भी उनकी मेहनत व परिश्रम के अनुकुल ही आयेगा। नौकरी से संबंधित परीक्षा विभागीय परीक्षा, प्रमोशन आदि से संबंधित परीक्षा में सफलता दृष्टिगोचर हो रही है।

अगर आप राजकीय सेवा में हैं, तो यह साल आपके लिए उन्नतिप्रद रहेगा। आपको नौकरी में महत्वपूर्ण कार्यभार मिल सकता है, फिर भी आपको व्यवहार में सावधानी रखने की आवश्यकता है। अजनबी व अपरिचित व्यक्तियों से सावधान रहे। मई के पश्चात् देवगुरु बृहस्पति आपकी राशि से दशम स्थान में आकर नौकरी में कार्यभार अधिक रहेगा। व्यापार में

आपकी नवीन योजना व नई प्लानिंग पर काम शुरू होगा। केतु दूसरे स्थान में स्थित है। अतः पैसा पास में नहीं टिक पायेगा।

धन आने से पहले जाने का रास्ता तैयार रहेगा। कहीं से रुका हुआ व अटका रुपया प्राप्त होगा। शनि सातवें स्थान में स्थित है। अतः प्रेम प्रसंग व संबंध पारिवारिक तनाव का कारण बन सकता है। आपको पारिवारिक जीवन में बेहतर तालमेल बनाना चाहिए। घर के बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद प्राप्त होगा, हालांकि उनका स्वास्थ्य जरूर चिंता का कारण बनेगा। मित्रें की संख्या बढ़ेगी हालांकि मित्र सच्चे व अच्छे नहीं होंगे। अवसरवादी मित्रें से सावधान रहें। आप सिंह राशि के जातक हैं। सिंह राशि के जातक अति उत्साही होते हैं, तथा अति-उत्साह में कई बार

ऐसे काम कर जायेंगे, जिसकी कभी किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी। कोर्ट-केस विवाद आदि।

घर, परिवार, संतान व रिश्तेदारः- इस साल विवाह

योग्य जातकों के विवाह की बात आगे बढ़ेगी। बातचीत का सिलसिला जरूर आरम्भ होगा। आप यह महसूस करेंगे कि जीवन साथी से कदम-कदम पर आपको साथ व सहयोग मिल रहा है। हालांकि वर्ष पर्यंत सप्तम में शनि के कारण जीवन साथी का स्वास्थ्य जरूर कमजोर रह सकता है। 30 जून से 15 नवम्बर तक शनि के वक्र काल में ज्यादा सावधानी अपेक्षित है। संतान की शिक्षा, विवाह, कैरियर आदि पर जमकर खर्चा होगा। संतान आपकी आज्ञा में भी रहेगी। भाइयों से सम्पत्ति संबंधी विवाद व बंटवारे से संबंधित विवाद कहीं न कहीं किसी की मध्यस्थता से सुलझ जायेगा। रिश्तेदारों से आपको भावनात्मक सम्बल प्राप्त होगा। पिता-पुत्र में वैचारिक मतभेद रहेंगे। इसी प्रकार 30 जून से 15 नवम्बर के मध्य शनि के वक्रकाल में घर के किसी वरिष्ठ व बुजुर्ग सदस्य का स्वास्थ्य गड़बड़ हो सकता है। बृहस्पति मई के पश्चात् दशक स्थान में आकर संतान के कैरियर विवाह आदि से संबंन्धित शुभ समाचार दिलवा सकते हैं।

विद्याध्ययन, पढ़ाई व कैरियरः- विद्यार्थियों के लिए यह साल 2024 उपलब्धियों से परिपूर्ण रहेगा। विद्यार्थियों को सफ- लता मिलेगी। कैरियर व नौकरी से संबंधित परीक्षा, विभागीय

परीक्षा का परिणाम अनुकुल आयेगा ही। परंतु आप पूरी लगन पूरी निष्ठा व ईमानदारी से अध्ययन में जुट जाए। कुसंगति व गलत लोगों से दूर रहें। साथ ही सोशल मीडिया फेसबुक, व्हाट्सप्प आदि से दूरी बनाकर रखें। मेडिकल, इंजीनियरिंग व मैनेजटमेंट से जुड़े विद्यार्थियों के लिए साल उपयुक्त है। 1 मई के पश्चात् दसवाँ शनि परिश्रम से लाभ दिलवा सकता है। नौकरी में थोड़ा दबाव बना रहेगा, वर्क प्रेशर के साथ-साथ वर्क लोड भी रहेगा। पुस्तकों को मित्र बनाएं, लक्ष्य पर पैनी नजर आपको सफलता की ओर अग्रसर करेगी। विद्यार्थी को मन व ध्यान को एकाग्र करने के लिए मेडिटेशन (ध्यान) करें। प्रेम-प्रसंग व मित्रः- वर्षारम्भ में पाँचवे स्थान में मंगल-सूर्य का योग है। अतः प्रेम प्रसंगों में व्यस्त रखेगा। बृहस्पति-मंगल में वर्षारंभ में परिवर्तन योग प्रेम संबंन्धों के लेकर तनाव भी रखेगा। पारिवारिक सुख-शांति तो बाधित होगी ही। साथ ही प्रेम प्रसंगों के उजागर होने का भय है। आप इस साल 30 जून से 15 नवम्बर के मध्य किसी मित्र

द्वारा विश्वाघात या धोखे का शिकार हो सकते हैं, मित्र कोई सच्ची-झूठी कहानी सुनाकर आपके विश्वास का नाजायाज फायदा उठा सकते हैं। दायरे में, मर्यादा के अंतर्गत किया गया प्रेम आपके व्यक्तित्व को ऊचाईयां प्रदान करेगा। प्रेम का समाधान इस साल में निकलने के आसार हैं। खर्चों पर नियंत्रण रखें, अन्यथा उधार लेने की भी नौबत आ सकती है। संतान की शिक्षा, विवाह व सगाई इत्यादि पर इस साल किसी खर्चे के

योग हैं। नौकरी में आगे बढ़ने के अवसर आपकी प्रतीक्षा कर रहे हैं। लेकिन आपको पहले से और ज्यादा मेहनत व परिश्रम करने की आवश्यकता है। प्राईवेट नौकरी में लक्ष्यों को हासिल करने का दबाव तो रहेगा, लेकिन आप सूझ-बूझ और विवेक से लक्ष्यों को अंतिम समय तक हासिल कर लेगें।

शारीरिक सुख एवं स्वास्थ्यः- स्वास्थ्य को लेकर यह साल ठीक ही रहेगा। किसी गंभीर व घातक बीमारी की आशंका व संभावना नहीं है। छोटी-मोटी बीमारियों से परेशानियां रहेगी। बृहस्पति का परिभ्रमण इस वर्ष मई तक नवम भाव में है। अतः मौसमी बीमारियां, सर्दी, खांसी, जुकाम, सिरदर्द जैसी

व्याधि हावी हो सकती हैं। पुराना रोग ज्यादा परेशान नहीं करेगा, परंतु पुराने रोग के प्रति सावधान अवश्य रहें। खान-पान, पाचन तंत्र के रोगों के प्रति भी सावधान रहें। वाहन सावधानीपूर्वक चलावे। 30 जून से 15 नवम्बर के मध्य शनि का वक्रत्व परिभ्रमण नुकसान प्रद रह सकता है। शारीरिक व्यायाम का ध्यान रखें। अपनी दिनचर्या व खान-पान को व्यवस्थित रखें।

व्यापार, व्यवसाय व धनः- सिंह राशि के जातक अति उत्साही व ऊर्जावान होते हैं। इस वर्ष काम-काज में आप अपनी ऊर्जा व क्षमताओं का भरपूर इस्तेमाल करेंगे। हालांकि बाजार में चल रही सुस्ती व मंदी से आपका काम-काज प्रभावित होगा। लेकिन फिर भी अपनी मेहनत अपने परिश्रम से आप हर चुनौती का दृढता से मुकाबला कर देंगे, व्यापार में काफी ठोस व महत्वपूर्ण निर्णय लेंगे, जिससे आपके मुनाफे में वृद्धि होगी, इस वर्ष व्यावसायिक गतिविधियां तेज रहेंगी। मई के पश्चात् गुरु कर्म स्थान दशम भाव में आकर आपके काम को बढ़ायेगें। अतिरिक्त कार्यभार भी रहेगा। व्यावसायिक प्रतिद्वन्दीयों व प्रतिस्पर्धियों से आप अपने आपको आगे पायेंगे। कोई सरकारी दिक्कत या परेशानी हो सकती है। भागीदार की गतिविधि पर नजर रखें। इस वर्ष सम्पति के रख-रखाव पर खर्चा होगा। मकान की मरम्मत आदि पर खर्चा होगा। धन संचय का मामला कमजोर ही रहेगा, पैसा पास में टिक नहीं पायेगा। कुछ अप्रत्याशित व आकस्मिक खर्चों की स्थिति भी रहेगी। रिश्तेदारों से लेन-देन व हिसाब-किताब साफ रखें। अन्यथा रिश्तों में खटास पैदा हो सकती है। क्वालिटी की बजाय

क्वान्टिटी पर ध्यान दें।

वाहन, खर्च व शुभ कार्यः- इस वर्ष आपको वाहन से परेशानी रहेगी। वाहन पर बार-बार खर्चा करने के बावजूद भी आपको वाहन से परेशानी रहेगी। इस साल खर्चा दबाकर होगा, परंतु खर्च के साथ-साथ आय भी दबाकर ही होगी। इस वर्ष नया वाहन खरीदने का विचार भी आप बना सकते हैं। अचल सम्पति की खरीद के योग बने हुए हैं। जहाँ तक शुभ खर्च की बात है। मई 2024 के बाद बृहस्पति का वृषभ राशि में परिभ्रमण किसी शुभ व मांगलिक कार्य की रूपरेखा बना

सकता है। घर के किसी सदस्य के स्वास्थ्य पर खर्चा हो सकता है।

हानि, कर्ज व अनहोनीः- इस साल 30 जून से 15 नवम्बर के मध्य शनि के वक्र काल में किसी रिश्तेदार या

घनिष्ठ व्यक्ति के साथ कोई अनहोनी हो सकती है। व्यापार में विस्तार की योजना, या भूमि, भवन वाहन की खरीद के लिए ऋण लेना पड़ सकता है। इस साल शुभ कार्य व मांगलिक ऋण लेना पड़ेगा। जहाँ तक धन हानि का प्रश्न है। इस साल

धन हानि की संभावना नहीं है, परंतु किसी पर भी अत्यधिक विश्वास हानि का कारण बनेगा।

यात्रऐंः- इस वर्ष काम-काज को लेकर आप यात्रऐं करेंगे। वर्ष के पूर्वार्द्ध में परिवार के साथ किसी धार्मिक यात्र

या घूमने-फिरने का कार्यक्रम बन सकता है। यात्रओं में आपने भोजन व खान-पान का विशेष ध्यान रखें।

आपको ट्रैप किया जा सकता है।

आपको ट्रैप किया जा सकता है। मित्रों की तरफ मदद का हाथ बढ़ाएंगे, परन्तु मित्रों की भीड़ में आपको कुछ अवसरवादी लोग भी मिलेंगे।

सिंह राशि की चारित्रिक विशेषताएं

आपकी राशि का अधिपति सूर्य है, जो तेजस्वी व ओजयुक्त पौरुष का प्रतिनिधित्व करता है। सिंह राशि के व्यक्ति निर्भीक, उदार व अभिमानी होते हैं। चित्त में दृढ़ता, साहस तथा धैर्य इनमें विशेष मात्रा में पाया जाता है। सूर्य आत्मशक्ति या आत्मविश्वास का कारक ग्रह माना जाता है। अतएव सिंह राशि वाले पुरुषों में आत्मशक्ति ग़ज़ब की होती है। ये कठिन-से-कठिन परिस्थितियों में भी नहीं घबराते। उनके अंदर आत्मविश्वास का भाव पूर्ण रूप से विद्यमान रहता है तथा अपनी बुद्धि एवं पराक्रम के बल पर वे जीवन में उन्नति प्राप्त करने में समर्थ रहते हैं। धनैश्वर्य, वैभव एवं भौतिक सुख-संसाधनों से ये प्रायः युक्त रहते हैं तथा जीवन में सुखपूर्वक इसका उपभोग करते हैं। ये जातक सिद्धांतवादी होते हैं तथा अपने सिद्धांतों की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहते हैं। इनकी प्रवृत्ति धार्मिक होती है तथा स्वभाव में परोपकार का भाव भी रहता है, फलतः ये पूर्ण विश्वास के योग्य होते हैं। इसके अतिरिक्त सरकारी या गैर-सरकारी क्षेत्रों में किसी उच्च पद को प्राप्त करने में समर्थ होते हैं, जिससे सामाजिक मान-प्रतिष्ठा तथा यश समाज में विद्यमान रहता है, साथ ही नेतृत्व की क्षमता भी इनमें विद्यमान रहती है।
अतः इसके प्रभाव से आपका व्यक्तित्व आकर्षक रहेगा, जिससे अन्य लोग आपसे प्रभावित रहेंगे। आप निर्भीक पुरुष होंगे तथा अपने समस्त शुभ एवं सांसारिक कार्यकलापों को निर्भयता से संपन्न करके उनमें वांछित सफलता प्राप्त करेंगे, जिससे आपको भौतिक सुख-संसाधनों एवं अन्य ऐश्वर्य की प्राप्ति होगी तथा उन्नति के मार्ग भी प्रशस्त रहेंगे, फलतः आपका जीवन सुखपूर्वक व्यतीत होगा।
आपके हृदय में उदारता का भाव भी विद्यमान रहेगा तथा अन्य लोगों के प्रति स्नेह के भाव का प्रदर्शन भी करेंगे। आपको स्वपुरुषार्थ से जीवन में सफलता प्राप्त होगी तथा प्रतियोगिता के क्षेत्र में आप सफल होंगे। आपके शत्रु व प्रतिद्वंन्द्वी आपसे भयभीत होंगे, परंतु यदि आप अन्य जनों के साथ पूर्ण समानता का व्यवहार करेंगे, तो आप समाज में लोकप्रियता तथा अतिरिक्त प्रतिष्ठा भी अर्जित करने में समर्थ हो सकते हैं।
आप में शारीरिक बल की प्रधानता विशेष रहेगी तथा परिश्रम एवं पराक्रम में अपने सांसारिक महत्त्व के कार्यों को संपन्न करेंगे तथा इनमें इच्छित सफलता प्राप्त करके जीवन में उन्नति के मार्ग प्रशस्त करेंगे। राजनीति या व्यापार आदि में आप उन्नतिशील रहेंगे तथा इन क्षेत्रों में आपकी श्रेष्ठता बनी रहेगी।
आपके स्वभाव में तेजस्विता का भाव भी विद्यमान रहेगा। अतः यदा-कदा आप अनावश्यक क्रोध या उग्रता के भाव का भी प्रदर्शन करेंगे। आयुर्वेद एवं योग आदि के प्रति आपकी आस्था विद्यमान रहेगी। आप में गंभीरता का भाव विद्यमान होगा, फलतः आपके कार्य धैर्यपूर्वक संपन्न होंगे, जिससे आपको सफलता प्राप्त होगी।
सूर्य राजयोग कारक ग्रह है। सिंह राशि के जातक प्रायः राजा की तरह ऐश्वर्य व प्रतिष्ठा का उपभोग करते हैं। ऐसे व्यक्तियों का चेहरा तेजस्वी व लालिमा युक्त होता है।
धर्म के प्रति आपके मन में श्रद्धा रहेगी तथा श्रद्धापूर्वक धार्मिक कार्यकलापों तथा अनुष्ठानों को संपन्न करेंगे। इसी परिप्रेक्ष्य में सत्संग आदि में भी अपना योगदान प्रदान कर सकते हैं। आपको भ्रमण या पर्वतीय क्षेत्र में घूमना रुचिकर लगेगा। अतः आप समय-समय पर ऐसे स्थानों की सैर करते रहेंगे। इस प्रकार समस्त सुखों का उपभोग करते हुए आप अपना समय व्यतीत करेंगे।
सिंह राशि पुरुष संज्ञक व अग्नि तत्त्व प्रधान राशि है। आप उदार हृदय होने के नाते लोगों को क्षमा कर देते हैं। परंतु यदि कोई आपके मान, पद व प्रतिष्ठा पर कालिख पोतने की कोशिश करता है, तो आप उसे कभी भी क्षमा नहीं करेंगे। आपके जोश, हिम्मत व रोब के सामने शत्रु के हौसले पस्त हो जाएंगे। शत्रु आपके सामने आने से हमेशा घबराएगा, इसलिए पीठ पीछे आपकी बुराई होगी व सम्मुख प्रशंसा। आप चापलूस लोगों से बचें।
सिंह राशि चतुष्पद, शीर्षोदय व दिनबली है। रात्रि के कार्यकलाप आपके लिए अनुकूल नहीं कहे जा सकते। आप किसी के भी अधीनस्थ रहकर कार्य नहीं कर सकते। आप स्वच्छंदचारी व स्वतंत्र विचारों वाले व्यक्ति हैं। यदि आप व्यापारी हैं, तो आप देखेंगे कि आपका भागीदार आपसे कुछ दबा हुआ, डरा हुआ-सा होगा। यह आपकी प्रकृति प्रदत्त शक्ति व जन्मजात विशेषता है।
यदि आपका जन्म सिंह राशि के अन्तर्गत ‘मघा नक्षत्र’ (मा, मी, मु, मे) में हुआ है, तो आपका जन्म 7 वर्ष की केतु की दशा के अन्तर्गत हुआ है। आपकी योनि‒मूषक, गण‒राक्षस, वर्ण‒क्षत्रिय, हंसक‒वायु, नाड़ी‒आद्य, पाया‒चांदी एवं वर्ग भी मूषक है। आप ठिगने कद के सुदृढ़ वक्ष-स्थल एवं मज़बूत जंघाओं के मालिक हैं। गर्दन कुछ मोटी, वाणी में कुछ कर्कशता व रुखापन सिंह राशि वाले व्यक्ति की विशेषता है। इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले व्यक्तियों को प्रायः 5 व 6 नम्बर के दांत तीखे, जिह्वा चौकोर व खुरदरी होती है। मघा नक्षत्र में जन्म लेने वाले व्यक्तियों की आंखों में कुछ विशेष आकर्षण होता है, चेहरा शेर के समान भरा हुआ व रोबीला होता है। प्रायः इस राशि वाले व्यक्ति पुरुषार्थ व अपने पौरुष प्रदर्शन के लिए लालायित रहते हैं तथा इनको शानदार मूंछे रखने का बड़ा शौक रहता है। कुछ हद तक अभिमानी होने के नाते ये बहुत जल्दी नाराज़ भी हो जाते हैं तथा अपनी मर्दानगी एवं बलशाली शक्ति का दुरुपयोग करने में भी नहीं हिचकिचाते।
यदि आपका जन्म सिंह राशि के अन्तर्गत ‘पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र’ (मो, टा, टी, टू) में हुआ है, तो आपका जन्म 20 वर्ष की शुक्र की महादशा में हुआ है। आपकी योनि‒मूषक, गण‒मनुष्य, वर्ण‒क्षत्रिय, हंसक‒वायु, नाड़ी‒मध्य, पाया‒चांदी इस नक्षत्र के प्रथम चरण का वर्ग-मूषक तथा अंतिम तीन चरण का वर्ण-श्वान है। इस नक्षत्र में जन्मे व्यक्ति मधुर भाषी एवं भ्रमणशील होते हैं। इन्हें पानी से बहुत प्रेम होता है।
यदि आपका जन्म सिंह राशि के अन्तर्गत ‘उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र’ के प्रथम चरण (टे) में हुआ है, तो आपका जन्म 6 वर्ष की सूर्य की महादशा में हुआ है। आपकी योनि‒गौ, गण‒मनुष्य, वर्ण‒क्षत्रिय, हंसक‒वायु, नाड़ी‒आद्य, पाया‒चांदी तथा वर्ग‒श्वान है। इस नक्षत्र में जन्मे जातक सूर्य के समान तेजस्वी होते हैं तथा अपने परिश्रम से बहुत सारा धन एवं बहुत नाम अर्जित करते हैं।
सिंह राशि वालों के पिता-पुत्र में कम बनती है। धार्मिक क्षेत्र में आप शक्ति के उपासक हैं। भैरों, सिंह एवं सूर्य इत्यादि शक्ति प्रधान देवताओं में आपकी रुचि रहेगी। सिंह राशि, उष्ण-स्वभाव, अल्प-संतति, पीतवर्ण, भ्रमणप्रिय व निर्जल राशि है। आपको मलाईदार वस्तुओं में रुचि रहेगी। सूर्य का तेजोमय ‘माणिक्य रत्न’ आपके लिए सदा सर्वथा अनुकूल व शुभ रहेगा।

सिंह राशि वालों के लिए उपाय

4 1/4 का ‘माणिक्य’ या ‘सूर्यकांतमणि’ धारण करें। आदित्य हृदय स्रोत का रोज़ाना पाठ करें। सूर्य को अर्घ्य दें। लाल रंग के 7 पुष्प भाग्योदय व उन्नति की कामना से जलाशय में प्रवाहित करें। लाल रंग के पुष्प व पत्ते वाले पौधे को रोज़ाना जल दें। अनार के पौधे को सींचें।

सिंह राशि की प्रमुख विशेषताएं

  1. राशि ‒ सिंह
    1. राशि चिह्न ‒ शेर
    2. राशि स्वामी ‒ सूर्य
    3. राशि तत्त्व ‒ अग्नि तत्त्व
    4. राशि स्वरूप ‒ स्थिर
    5. राशि दिशा ‒ पूर्व
    6. राशि लिंग व गुण ‒ पुरुष, सतोगुणी
    7. राशि जाति ‒ क्षत्रिय
    8. राशि प्रकृति व स्वभाव ‒ क्रूर स्वभाव, पित्त प्रकृति
    9. राशि का अंग ‒ हृदय
    10. राशि का रत्न ‒ माणिक्य
    11. अनुकूल उपरत्न ‒ सूर्यकांत मणि
    12. अनुकूल धातु ‒ स्वर्ण
    13. अनुकूल रंग ‒ चमकीला श्वेत, पीला, भगवा
    14. शुभ दिवस ‒ रविवार, बुधवार
    15. अनुकूल देवता ‒ सूर्य
    16. व्रत, उपवास ‒ रविवार
    17. अनुकूल अंक ‒ 1
    18. अनुकूल तारीख़ें ‒ 1/10/19/28
    19. मित्र राशियां ‒ मिथुन, कन्या, मेष, धनु
    20. शत्रु राशियां ‒ वृषभ, तुला, मकर, कुंभ
    21. सकारात्मक तथ्य ‒ खुले दिल-दिमाग वाला, उदारमना, गर्मजोशी
    22. नकारात्मक तथ्य ‒ घमंडी, अति आत्मविश्वास, अति महत्त्वाकांक्षी

मा, मी, मु, मे मघा-4

मो, टा, टी, टु पूर्वाफाल्गुनी-5

टे उत्तराफाल्गुनी-1


1 जनवरी से 7 जनवरी तक

वर्ष के आरंभ का पहले मास का पहला सप्ताह बहुत शानदार जोरदार रहेगा। 1, 2 को संतुष्टि, सम्पत्ति व सुकून तीनों प्राप्त होगा। घर-परिवार में खुशियां आएंगी। आप इस समय का भरपूर आनंद उठाएंगे। 3,

4 को समय संतोष जनक रहेगा। घर में मांगलिक कार्यक्रम की तैयारियां चलेंगी। अविवाहितों के सगाई संबंध की बात आगे बढ़ेगी। मनपसंद रिश्ते आने से मन में प्रसन्नता रहेगी। 5, 6, 7 को कार्यस्थल पर उत्साह का वातावरण बनेगा। आर्थिक रूप से मजबूती आएगी। पैतृक सम्पत्ति संबंधी विवाद सुलझेगा। मित्रें के साथ मिलकर पिकनिक पर जा सकते हैं। नये वर्ष का पूरा उत्साह से स्वागत करेंगे।


ग्रह स्थिति

मासारम्भ में चंद्रमा सिंह राशि का लग्न में, केतु कन्या राशि का द्वितीय भाव में, शुक्र+बुध वृश्चिक राशि का चतुर्थ भाव में, सूर्य+मंगल धनु राशि का पंचम भाव में, शनि कुंभ राशि का सप्तम भाव में, राहु मीन राशि का अष्टम भाव में, बृहस्पति मेष राशि का नवम भाव में चलायमान है।

सिंह राशि की शुभ-अशुभ तारीख़ें

2023शुभ तारीख़ेंसावधानी रखने योग्य अशुभ तारीख़ें
जनवरी1, 2, 5, 6, 22, 23, 24, 28, 297, 8, 9, 16, 17, 25, 26
फरवरी1, 2, 3, 18, 19, 20, 24, 25, 294, 5, 12, 13, 14, 21, 22
मार्च1, 17, 18, 22, 23, 24, 27, 282, 3, 4, 10, 11, 12, 20, 21, 30, 31
अप्रैल13, 14, 15, 18, 19, 20, 23, 247, 8, 16, 17, 26, 27
मई11, 12, 16, 17, 20, 21, 224, 5, 6, 13, 14, 23, 24, 25
जून7, 8, 12, 13, 14, 17, 181, 2, 10, 11, 20, 21, 28, 29
जुलाई4, 5, 6, 9, 10, 11, 14, 157, 8, 17, 18, 25, 26, 27
अगस्त1, 2, 6, 7, 10, 11, 12, 28, 293, 4, 13, 14, 15, 21, 22, 23, 31
सितम्बर2, 3, 4, 7, 8, 24, 25, 29, 301, 10, 11, 18, 19, 27, 28
अक्टूबर1, 4, 5, 21, 22, 23, 27, 28, 316, 7, 8, 15, 16, 17, 24, 25
नवम्बर1, 2, 18, 19, 23, 24, 27, 28, 293, 4, 5, 12, 13, 21, 30
दिसम्बर15, 16, 20, 21, 22, 25, 261, 2, 9, 10, 11, 18, 19, 28, 29

सिंह राशि का वार्षिक भविष्यफल

Singh Rashifal 2024
सिंह राशि

यह साल 2024 सिंह राशि वाले जातकों के लिए मध्यम फलकारी रहेंगे। कभी खुशी तो कभी गम वाला वातवरण रहेगा। इस साल स्वास्थ्य तो ठीक रहेगा, परंतु फिर भी आपको परिवार के किसी सदस्य या

मित्र के स्वास्थ्य को लेकर दो-तीन बार अस्पताल जाना पड़ सकता है। शनि सप्तम में स्थित है। अतः जीवन साथी का स्वास्थ्य डावाडोल रह सकता है। बृहस्पति भाग्य में है। कैरियर के लिहाज से महत्वपूर्ण योजना बनायेंगे। व्यापार व कारोबार विस्तार की जो योजना पिछले काफी समय से चल रही थी, उस पर काम शुरू होगा। आपका पूरा फोकस व्यापार को बढ़ाने पर होगा। मार्केटिंग पर ध्यान देंगे। चन्द्रमा वर्षारंभ में आपकी राशि में स्थित है, जो मनोबल को काफी बलवान रखेगा। चल अचल सम्पति में इजाफा होगा। इस साल आप भूमि, भवन, वाहन आदि की खरीद कर सकते हैं। हालांकि खरीददारी से पूर्व कागजात को अच्छी तरह से चैक कर लें, अतिविश्वास में आपके साथ कोई विश्वासघात हो सकता है। राशि का स्वामी सूर्य पाँचवे तथा मई तक बृहस्पति भाग्य स्थान में स्थित है। विद्यार्थी पूर्ण रूप से अपने अध्ययन पर केन्द्रित रहेंगे। विद्यार्थियों का परिणाम भी उनकी मेहनत व परिश्रम के अनुकुल ही आयेगा। नौकरी से संबंधित परीक्षा विभागीय परीक्षा, प्रमोशन आदि से संबंधित परीक्षा में सफलता दृष्टिगोचर हो रही है।

अगर आप राजकीय सेवा में हैं, तो यह साल आपके लिए उन्नतिप्रद रहेगा। आपको नौकरी में महत्वपूर्ण कार्यभार मिल सकता है, फिर भी आपको व्यवहार में सावधानी रखने की आवश्यकता है। अजनबी व अपरिचित व्यक्तियों से सावधान रहे। मई के पश्चात् देवगुरु बृहस्पति आपकी राशि से दशम स्थान में आकर नौकरी में कार्यभार अधिक रहेगा। व्यापार में

आपकी नवीन योजना व नई प्लानिंग पर काम शुरू होगा। केतु दूसरे स्थान में स्थित है। अतः पैसा पास में नहीं टिक पायेगा।

धन आने से पहले जाने का रास्ता तैयार रहेगा। कहीं से रुका हुआ व अटका रुपया प्राप्त होगा। शनि सातवें स्थान में स्थित है। अतः प्रेम प्रसंग व संबंध पारिवारिक तनाव का कारण बन सकता है। आपको पारिवारिक जीवन में बेहतर तालमेल बनाना चाहिए। घर के बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद प्राप्त होगा, हालांकि उनका स्वास्थ्य जरूर चिंता का कारण बनेगा। मित्रें की संख्या बढ़ेगी हालांकि मित्र सच्चे व अच्छे नहीं होंगे। अवसरवादी मित्रें से सावधान रहें। आप सिंह राशि के जातक हैं। सिंह राशि के जातक अति उत्साही होते हैं, तथा अति-उत्साह में कई बार

ऐसे काम कर जायेंगे, जिसकी कभी किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी। कोर्ट-केस विवाद आदि।

घर, परिवार, संतान व रिश्तेदारः- इस साल विवाह

योग्य जातकों के विवाह की बात आगे बढ़ेगी। बातचीत का सिलसिला जरूर आरम्भ होगा। आप यह महसूस करेंगे कि जीवन साथी से कदम-कदम पर आपको साथ व सहयोग मिल रहा है। हालांकि वर्ष पर्यंत सप्तम में शनि के कारण जीवन साथी का स्वास्थ्य जरूर कमजोर रह सकता है। 30 जून से 15 नवम्बर तक शनि के वक्र काल में ज्यादा सावधानी अपेक्षित है। संतान की शिक्षा, विवाह, कैरियर आदि पर जमकर खर्चा होगा। संतान आपकी आज्ञा में भी रहेगी। भाइयों से सम्पत्ति संबंधी विवाद व बंटवारे से संबंधित विवाद कहीं न कहीं किसी की मध्यस्थता से सुलझ जायेगा। रिश्तेदारों से आपको भावनात्मक सम्बल प्राप्त होगा। पिता-पुत्र में वैचारिक मतभेद रहेंगे। इसी प्रकार 30 जून से 15 नवम्बर के मध्य शनि के वक्रकाल में घर के किसी वरिष्ठ व बुजुर्ग सदस्य का स्वास्थ्य गड़बड़ हो सकता है। बृहस्पति मई के पश्चात् दशक स्थान में आकर संतान के कैरियर विवाह आदि से संबंन्धित शुभ समाचार दिलवा सकते हैं।

विद्याध्ययन, पढ़ाई व कैरियरः- विद्यार्थियों के लिए यह साल 2024 उपलब्धियों से परिपूर्ण रहेगा। विद्यार्थियों को सफ- लता मिलेगी। कैरियर व नौकरी से संबंधित परीक्षा, विभागीय

परीक्षा का परिणाम अनुकुल आयेगा ही। परंतु आप पूरी लगन पूरी निष्ठा व ईमानदारी से अध्ययन में जुट जाए। कुसंगति व गलत लोगों से दूर रहें। साथ ही सोशल मीडिया फेसबुक, व्हाट्सप्प आदि से दूरी बनाकर रखें। मेडिकल, इंजीनियरिंग व मैनेजटमेंट से जुड़े विद्यार्थियों के लिए साल उपयुक्त है। 1 मई के पश्चात् दसवाँ शनि परिश्रम से लाभ दिलवा सकता है। नौकरी में थोड़ा दबाव बना रहेगा, वर्क प्रेशर के साथ-साथ वर्क लोड भी रहेगा। पुस्तकों को मित्र बनाएं, लक्ष्य पर पैनी नजर आपको सफलता की ओर अग्रसर करेगी। विद्यार्थी को मन व ध्यान को एकाग्र करने के लिए मेडिटेशन (ध्यान) करें। प्रेम-प्रसंग व मित्रः- वर्षारम्भ में पाँचवे स्थान में मंगल-सूर्य का योग है। अतः प्रेम प्रसंगों में व्यस्त रखेगा। बृहस्पति-मंगल में वर्षारंभ में परिवर्तन योग प्रेम संबंन्धों के लेकर तनाव भी रखेगा। पारिवारिक सुख-शांति तो बाधित होगी ही। साथ ही प्रेम प्रसंगों के उजागर होने का भय है। आप इस साल 30 जून से 15 नवम्बर के मध्य किसी मित्र

द्वारा विश्वाघात या धोखे का शिकार हो सकते हैं, मित्र कोई सच्ची-झूठी कहानी सुनाकर आपके विश्वास का नाजायाज फायदा उठा सकते हैं। दायरे में, मर्यादा के अंतर्गत किया गया प्रेम आपके व्यक्तित्व को ऊचाईयां प्रदान करेगा। प्रेम का समाधान इस साल में निकलने के आसार हैं। खर्चों पर नियंत्रण रखें, अन्यथा उधार लेने की भी नौबत आ सकती है। संतान की शिक्षा, विवाह व सगाई इत्यादि पर इस साल किसी खर्चे के

योग हैं। नौकरी में आगे बढ़ने के अवसर आपकी प्रतीक्षा कर रहे हैं। लेकिन आपको पहले से और ज्यादा मेहनत व परिश्रम करने की आवश्यकता है। प्राईवेट नौकरी में लक्ष्यों को हासिल करने का दबाव तो रहेगा, लेकिन आप सूझ-बूझ और विवेक से लक्ष्यों को अंतिम समय तक हासिल कर लेगें।

शारीरिक सुख एवं स्वास्थ्यः- स्वास्थ्य को लेकर यह साल ठीक ही रहेगा। किसी गंभीर व घातक बीमारी की आशंका व संभावना नहीं है। छोटी-मोटी बीमारियों से परेशानियां रहेगी। बृहस्पति का परिभ्रमण इस वर्ष मई तक नवम भाव में है। अतः मौसमी बीमारियां, सर्दी, खांसी, जुकाम, सिरदर्द जैसी

व्याधि हावी हो सकती हैं। पुराना रोग ज्यादा परेशान नहीं करेगा, परंतु पुराने रोग के प्रति सावधान अवश्य रहें। खान-पान, पाचन तंत्र के रोगों के प्रति भी सावधान रहें। वाहन सावधानीपूर्वक चलावे। 30 जून से 15 नवम्बर के मध्य शनि का वक्रत्व परिभ्रमण नुकसान प्रद रह सकता है। शारीरिक व्यायाम का ध्यान रखें। अपनी दिनचर्या व खान-पान को व्यवस्थित रखें।

व्यापार, व्यवसाय व धनः- सिंह राशि के जातक अति उत्साही व ऊर्जावान होते हैं। इस वर्ष काम-काज में आप अपनी ऊर्जा व क्षमताओं का भरपूर इस्तेमाल करेंगे। हालांकि बाजार में चल रही सुस्ती व मंदी से आपका काम-काज प्रभावित होगा। लेकिन फिर भी अपनी मेहनत अपने परिश्रम से आप हर चुनौती का दृढता से मुकाबला कर देंगे, व्यापार में काफी ठोस व महत्वपूर्ण निर्णय लेंगे, जिससे आपके मुनाफे में वृद्धि होगी, इस वर्ष व्यावसायिक गतिविधियां तेज रहेंगी। मई के पश्चात् गुरु कर्म स्थान दशम भाव में आकर आपके काम को बढ़ायेगें। अतिरिक्त कार्यभार भी रहेगा। व्यावसायिक प्रतिद्वन्दीयों व प्रतिस्पर्धियों से आप अपने आपको आगे पायेंगे। कोई सरकारी दिक्कत या परेशानी हो सकती है। भागीदार की गतिविधि पर नजर रखें। इस वर्ष सम्पति के रख-रखाव पर खर्चा होगा। मकान की मरम्मत आदि पर खर्चा होगा। धन संचय का मामला कमजोर ही रहेगा, पैसा पास में टिक नहीं पायेगा। कुछ अप्रत्याशित व आकस्मिक खर्चों की स्थिति भी रहेगी। रिश्तेदारों से लेन-देन व हिसाब-किताब साफ रखें। अन्यथा रिश्तों में खटास पैदा हो सकती है। क्वालिटी की बजाय

क्वान्टिटी पर ध्यान दें।

वाहन, खर्च व शुभ कार्यः- इस वर्ष आपको वाहन से परेशानी रहेगी। वाहन पर बार-बार खर्चा करने के बावजूद भी आपको वाहन से परेशानी रहेगी। इस साल खर्चा दबाकर होगा, परंतु खर्च के साथ-साथ आय भी दबाकर ही होगी। इस वर्ष नया वाहन खरीदने का विचार भी आप बना सकते हैं। अचल सम्पति की खरीद के योग बने हुए हैं। जहाँ तक शुभ खर्च की बात है। मई 2024 के बाद बृहस्पति का वृषभ राशि में परिभ्रमण किसी शुभ व मांगलिक कार्य की रूपरेखा बना

सकता है। घर के किसी सदस्य के स्वास्थ्य पर खर्चा हो सकता है।

हानि, कर्ज व अनहोनीः- इस साल 30 जून से 15 नवम्बर के मध्य शनि के वक्र काल में किसी रिश्तेदार या

घनिष्ठ व्यक्ति के साथ कोई अनहोनी हो सकती है। व्यापार में विस्तार की योजना, या भूमि, भवन वाहन की खरीद के लिए ऋण लेना पड़ सकता है। इस साल शुभ कार्य व मांगलिक ऋण लेना पड़ेगा। जहाँ तक धन हानि का प्रश्न है। इस साल

धन हानि की संभावना नहीं है, परंतु किसी पर भी अत्यधिक विश्वास हानि का कारण बनेगा।

यात्रऐंः- इस वर्ष काम-काज को लेकर आप यात्रऐं करेंगे। वर्ष के पूर्वार्द्ध में परिवार के साथ किसी धार्मिक यात्र

या घूमने-फिरने का कार्यक्रम बन सकता है। यात्रओं में आपने भोजन व खान-पान का विशेष ध्यान रखें।

आपको ट्रैप किया जा सकता है।

आपको ट्रैप किया जा सकता है। मित्रों की तरफ मदद का हाथ बढ़ाएंगे, परन्तु मित्रों की भीड़ में आपको कुछ अवसरवादी लोग भी मिलेंगे।

सिंह राशि की चारित्रिक विशेषताएं

आपकी राशि का अधिपति सूर्य है, जो तेजस्वी व ओजयुक्त पौरुष का प्रतिनिधित्व करता है। सिंह राशि के व्यक्ति निर्भीक, उदार व अभिमानी होते हैं। चित्त में दृढ़ता, साहस तथा धैर्य इनमें विशेष मात्रा में पाया जाता है। सूर्य आत्मशक्ति या आत्मविश्वास का कारक ग्रह माना जाता है। अतएव सिंह राशि वाले पुरुषों में आत्मशक्ति ग़ज़ब की होती है। ये कठिन-से-कठिन परिस्थितियों में भी नहीं घबराते। उनके अंदर आत्मविश्वास का भाव पूर्ण रूप से विद्यमान रहता है तथा अपनी बुद्धि एवं पराक्रम के बल पर वे जीवन में उन्नति प्राप्त करने में समर्थ रहते हैं। धनैश्वर्य, वैभव एवं भौतिक सुख-संसाधनों से ये प्रायः युक्त रहते हैं तथा जीवन में सुखपूर्वक इसका उपभोग करते हैं। ये जातक सिद्धांतवादी होते हैं तथा अपने सिद्धांतों की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहते हैं। इनकी प्रवृत्ति धार्मिक होती है तथा स्वभाव में परोपकार का भाव भी रहता है, फलतः ये पूर्ण विश्वास के योग्य होते हैं। इसके अतिरिक्त सरकारी या गैर-सरकारी क्षेत्रों में किसी उच्च पद को प्राप्त करने में समर्थ होते हैं, जिससे सामाजिक मान-प्रतिष्ठा तथा यश समाज में विद्यमान रहता है, साथ ही नेतृत्व की क्षमता भी इनमें विद्यमान रहती है।
अतः इसके प्रभाव से आपका व्यक्तित्व आकर्षक रहेगा, जिससे अन्य लोग आपसे प्रभावित रहेंगे। आप निर्भीक पुरुष होंगे तथा अपने समस्त शुभ एवं सांसारिक कार्यकलापों को निर्भयता से संपन्न करके उनमें वांछित सफलता प्राप्त करेंगे, जिससे आपको भौतिक सुख-संसाधनों एवं अन्य ऐश्वर्य की प्राप्ति होगी तथा उन्नति के मार्ग भी प्रशस्त रहेंगे, फलतः आपका जीवन सुखपूर्वक व्यतीत होगा।
आपके हृदय में उदारता का भाव भी विद्यमान रहेगा तथा अन्य लोगों के प्रति स्नेह के भाव का प्रदर्शन भी करेंगे। आपको स्वपुरुषार्थ से जीवन में सफलता प्राप्त होगी तथा प्रतियोगिता के क्षेत्र में आप सफल होंगे। आपके शत्रु व प्रतिद्वंन्द्वी आपसे भयभीत होंगे, परंतु यदि आप अन्य जनों के साथ पूर्ण समानता का व्यवहार करेंगे, तो आप समाज में लोकप्रियता तथा अतिरिक्त प्रतिष्ठा भी अर्जित करने में समर्थ हो सकते हैं।
आप में शारीरिक बल की प्रधानता विशेष रहेगी तथा परिश्रम एवं पराक्रम में अपने सांसारिक महत्त्व के कार्यों को संपन्न करेंगे तथा इनमें इच्छित सफलता प्राप्त करके जीवन में उन्नति के मार्ग प्रशस्त करेंगे। राजनीति या व्यापार आदि में आप उन्नतिशील रहेंगे तथा इन क्षेत्रों में आपकी श्रेष्ठता बनी रहेगी।
आपके स्वभाव में तेजस्विता का भाव भी विद्यमान रहेगा। अतः यदा-कदा आप अनावश्यक क्रोध या उग्रता के भाव का भी प्रदर्शन करेंगे। आयुर्वेद एवं योग आदि के प्रति आपकी आस्था विद्यमान रहेगी। आप में गंभीरता का भाव विद्यमान होगा, फलतः आपके कार्य धैर्यपूर्वक संपन्न होंगे, जिससे आपको सफलता प्राप्त होगी।
सूर्य राजयोग कारक ग्रह है। सिंह राशि के जातक प्रायः राजा की तरह ऐश्वर्य व प्रतिष्ठा का उपभोग करते हैं। ऐसे व्यक्तियों का चेहरा तेजस्वी व लालिमा युक्त होता है।
धर्म के प्रति आपके मन में श्रद्धा रहेगी तथा श्रद्धापूर्वक धार्मिक कार्यकलापों तथा अनुष्ठानों को संपन्न करेंगे। इसी परिप्रेक्ष्य में सत्संग आदि में भी अपना योगदान प्रदान कर सकते हैं। आपको भ्रमण या पर्वतीय क्षेत्र में घूमना रुचिकर लगेगा। अतः आप समय-समय पर ऐसे स्थानों की सैर करते रहेंगे। इस प्रकार समस्त सुखों का उपभोग करते हुए आप अपना समय व्यतीत करेंगे।
सिंह राशि पुरुष संज्ञक व अग्नि तत्त्व प्रधान राशि है। आप उदार हृदय होने के नाते लोगों को क्षमा कर देते हैं। परंतु यदि कोई आपके मान, पद व प्रतिष्ठा पर कालिख पोतने की कोशिश करता है, तो आप उसे कभी भी क्षमा नहीं करेंगे। आपके जोश, हिम्मत व रोब के सामने शत्रु के हौसले पस्त हो जाएंगे। शत्रु आपके सामने आने से हमेशा घबराएगा, इसलिए पीठ पीछे आपकी बुराई होगी व सम्मुख प्रशंसा। आप चापलूस लोगों से बचें।
सिंह राशि चतुष्पद, शीर्षोदय व दिनबली है। रात्रि के कार्यकलाप आपके लिए अनुकूल नहीं कहे जा सकते। आप किसी के भी अधीनस्थ रहकर कार्य नहीं कर सकते। आप स्वच्छंदचारी व स्वतंत्र विचारों वाले व्यक्ति हैं। यदि आप व्यापारी हैं, तो आप देखेंगे कि आपका भागीदार आपसे कुछ दबा हुआ, डरा हुआ-सा होगा। यह आपकी प्रकृति प्रदत्त शक्ति व जन्मजात विशेषता है।
यदि आपका जन्म सिंह राशि के अन्तर्गत ‘मघा नक्षत्र’ (मा, मी, मु, मे) में हुआ है, तो आपका जन्म 7 वर्ष की केतु की दशा के अन्तर्गत हुआ है। आपकी योनि‒मूषक, गण‒राक्षस, वर्ण‒क्षत्रिय, हंसक‒वायु, नाड़ी‒आद्य, पाया‒चांदी एवं वर्ग भी मूषक है। आप ठिगने कद के सुदृढ़ वक्ष-स्थल एवं मज़बूत जंघाओं के मालिक हैं। गर्दन कुछ मोटी, वाणी में कुछ कर्कशता व रुखापन सिंह राशि वाले व्यक्ति की विशेषता है। इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले व्यक्तियों को प्रायः 5 व 6 नम्बर के दांत तीखे, जिह्वा चौकोर व खुरदरी होती है। मघा नक्षत्र में जन्म लेने वाले व्यक्तियों की आंखों में कुछ विशेष आकर्षण होता है, चेहरा शेर के समान भरा हुआ व रोबीला होता है। प्रायः इस राशि वाले व्यक्ति पुरुषार्थ व अपने पौरुष प्रदर्शन के लिए लालायित रहते हैं तथा इनको शानदार मूंछे रखने का बड़ा शौक रहता है। कुछ हद तक अभिमानी होने के नाते ये बहुत जल्दी नाराज़ भी हो जाते हैं तथा अपनी मर्दानगी एवं बलशाली शक्ति का दुरुपयोग करने में भी नहीं हिचकिचाते।
यदि आपका जन्म सिंह राशि के अन्तर्गत ‘पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र’ (मो, टा, टी, टू) में हुआ है, तो आपका जन्म 20 वर्ष की शुक्र की महादशा में हुआ है। आपकी योनि‒मूषक, गण‒मनुष्य, वर्ण‒क्षत्रिय, हंसक‒वायु, नाड़ी‒मध्य, पाया‒चांदी इस नक्षत्र के प्रथम चरण का वर्ग-मूषक तथा अंतिम तीन चरण का वर्ण-श्वान है। इस नक्षत्र में जन्मे व्यक्ति मधुर भाषी एवं भ्रमणशील होते हैं। इन्हें पानी से बहुत प्रेम होता है।
यदि आपका जन्म सिंह राशि के अन्तर्गत ‘उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र’ के प्रथम चरण (टे) में हुआ है, तो आपका जन्म 6 वर्ष की सूर्य की महादशा में हुआ है। आपकी योनि‒गौ, गण‒मनुष्य, वर्ण‒क्षत्रिय, हंसक‒वायु, नाड़ी‒आद्य, पाया‒चांदी तथा वर्ग‒श्वान है। इस नक्षत्र में जन्मे जातक सूर्य के समान तेजस्वी होते हैं तथा अपने परिश्रम से बहुत सारा धन एवं बहुत नाम अर्जित करते हैं।
सिंह राशि वालों के पिता-पुत्र में कम बनती है। धार्मिक क्षेत्र में आप शक्ति के उपासक हैं। भैरों, सिंह एवं सूर्य इत्यादि शक्ति प्रधान देवताओं में आपकी रुचि रहेगी। सिंह राशि, उष्ण-स्वभाव, अल्प-संतति, पीतवर्ण, भ्रमणप्रिय व निर्जल राशि है। आपको मलाईदार वस्तुओं में रुचि रहेगी। सूर्य का तेजोमय ‘माणिक्य रत्न’ आपके लिए सदा सर्वथा अनुकूल व शुभ रहेगा।

सिंह राशि वालों के लिए उपाय

4 1/4 का ‘माणिक्य’ या ‘सूर्यकांतमणि’ धारण करें। आदित्य हृदय स्रोत का रोज़ाना पाठ करें। सूर्य को अर्घ्य दें। लाल रंग के 7 पुष्प भाग्योदय व उन्नति की कामना से जलाशय में प्रवाहित करें। लाल रंग के पुष्प व पत्ते वाले पौधे को रोज़ाना जल दें। अनार के पौधे को सींचें।

सिंह राशि की प्रमुख विशेषताएं

  1. राशि ‒ सिंह
    1. राशि चिह्न ‒ शेर
    2. राशि स्वामी ‒ सूर्य
    3. राशि तत्त्व ‒ अग्नि तत्त्व
    4. राशि स्वरूप ‒ स्थिर
    5. राशि दिशा ‒ पूर्व
    6. राशि लिंग व गुण ‒ पुरुष, सतोगुणी
    7. राशि जाति ‒ क्षत्रिय
    8. राशि प्रकृति व स्वभाव ‒ क्रूर स्वभाव, पित्त प्रकृति
    9. राशि का अंग ‒ हृदय
    10. राशि का रत्न ‒ माणिक्य
    11. अनुकूल उपरत्न ‒ सूर्यकांत मणि
    12. अनुकूल धातु ‒ स्वर्ण
    13. अनुकूल रंग ‒ चमकीला श्वेत, पीला, भगवा
    14. शुभ दिवस ‒ रविवार, बुधवार
    15. अनुकूल देवता ‒ सूर्य
    16. व्रत, उपवास ‒ रविवार
    17. अनुकूल अंक ‒ 1
    18. अनुकूल तारीख़ें ‒ 1/10/19/28
    19. मित्र राशियां ‒ मिथुन, कन्या, मेष, धनु
    20. शत्रु राशियां ‒ वृषभ, तुला, मकर, कुंभ
    21. सकारात्मक तथ्य ‒ खुले दिल-दिमाग वाला, उदारमना, गर्मजोशी
    22. नकारात्मक तथ्य ‒ घमंडी, अति आत्मविश्वास, अति महत्त्वाकांक्षी

मा, मी, मु, मे मघा-4

मो, टा, टी, टु पूर्वाफाल्गुनी-5

टे उत्तराफाल्गुनी-1


1 जनवरी से 7 जनवरी तक

वर्ष के आरंभ का पहले मास का पहला सप्ताह बहुत शानदार जोरदार रहेगा। 1, 2 को संतुष्टि, सम्पत्ति व सुकून तीनों प्राप्त होगा। घर-परिवार में खुशियां आएंगी। आप इस समय का भरपूर आनंद उठाएंगे। 3,

4 को समय संतोष जनक रहेगा। घर में मांगलिक कार्यक्रम की तैयारियां चलेंगी। अविवाहितों के सगाई संबंध की बात आगे बढ़ेगी। मनपसंद रिश्ते आने से मन में प्रसन्नता रहेगी। 5, 6, 7 को कार्यस्थल पर उत्साह का वातावरण बनेगा। आर्थिक रूप से मजबूती आएगी। पैतृक सम्पत्ति संबंधी विवाद सुलझेगा। मित्रें के साथ मिलकर पिकनिक पर जा सकते हैं। नये वर्ष का पूरा उत्साह से स्वागत करेंगे।


ग्रह स्थिति

मासारम्भ में चंद्रमा सिंह राशि का लग्न में, केतु कन्या राशि का द्वितीय भाव में, शुक्र+बुध वृश्चिक राशि का चतुर्थ भाव में, सूर्य+मंगल धनु राशि का पंचम भाव में, शनि कुंभ राशि का सप्तम भाव में, राहु मीन राशि का अष्टम भाव में, बृहस्पति मेष राशि का नवम भाव में चलायमान है।

सिंह राशि की शुभ-अशुभ तारीख़ें

2023शुभ तारीख़ेंसावधानी रखने योग्य अशुभ तारीख़ें
जनवरी1, 2, 5, 6, 22, 23, 24, 28, 297, 8, 9, 16, 17, 25, 26
फरवरी1, 2, 3, 18, 19, 20, 24, 25, 294, 5, 12, 13, 14, 21, 22
मार्च1, 17, 18, 22, 23, 24, 27, 282, 3, 4, 10, 11, 12, 20, 21, 30, 31
अप्रैल13, 14, 15, 18, 19, 20, 23, 247, 8, 16, 17, 26, 27
मई11, 12, 16, 17, 20, 21, 224, 5, 6, 13, 14, 23, 24, 25
जून7, 8, 12, 13, 14, 17, 181, 2, 10, 11, 20, 21, 28, 29
जुलाई4, 5, 6, 9, 10, 11, 14, 157, 8, 17, 18, 25, 26, 27
अगस्त1, 2, 6, 7, 10, 11, 12, 28, 293, 4, 13, 14, 15, 21, 22, 23, 31
सितम्बर2, 3, 4, 7, 8, 24, 25, 29, 301, 10, 11, 18, 19, 27, 28
अक्टूबर1, 4, 5, 21, 22, 23, 27, 28, 316, 7, 8, 15, 16, 17, 24, 25
नवम्बर1, 2, 18, 19, 23, 24, 27, 28, 293, 4, 5, 12, 13, 21, 30
दिसम्बर15, 16, 20, 21, 22, 25, 261, 2, 9, 10, 11, 18, 19, 28, 29

सिंह राशि का वार्षिक भविष्यफल

Singh Rashifal 2024
सिंह राशि

यह साल 2024 सिंह राशि वाले जातकों के लिए मध्यम फलकारी रहेंगे। कभी खुशी तो कभी गम वाला वातवरण रहेगा। इस साल स्वास्थ्य तो ठीक रहेगा, परंतु फिर भी आपको परिवार के किसी सदस्य या

मित्र के स्वास्थ्य को लेकर दो-तीन बार अस्पताल जाना पड़ सकता है। शनि सप्तम में स्थित है। अतः जीवन साथी का स्वास्थ्य डावाडोल रह सकता है। बृहस्पति भाग्य में है। कैरियर के लिहाज से महत्वपूर्ण योजना बनायेंगे। व्यापार व कारोबार विस्तार की जो योजना पिछले काफी समय से चल रही थी, उस पर काम शुरू होगा। आपका पूरा फोकस व्यापार को बढ़ाने पर होगा। मार्केटिंग पर ध्यान देंगे। चन्द्रमा वर्षारंभ में आपकी राशि में स्थित है, जो मनोबल को काफी बलवान रखेगा। चल अचल सम्पति में इजाफा होगा। इस साल आप भूमि, भवन, वाहन आदि की खरीद कर सकते हैं। हालांकि खरीददारी से पूर्व कागजात को अच्छी तरह से चैक कर लें, अतिविश्वास में आपके साथ कोई विश्वासघात हो सकता है। राशि का स्वामी सूर्य पाँचवे तथा मई तक बृहस्पति भाग्य स्थान में स्थित है। विद्यार्थी पूर्ण रूप से अपने अध्ययन पर केन्द्रित रहेंगे। विद्यार्थियों का परिणाम भी उनकी मेहनत व परिश्रम के अनुकुल ही आयेगा। नौकरी से संबंधित परीक्षा विभागीय परीक्षा, प्रमोशन आदि से संबंधित परीक्षा में सफलता दृष्टिगोचर हो रही है।

अगर आप राजकीय सेवा में हैं, तो यह साल आपके लिए उन्नतिप्रद रहेगा। आपको नौकरी में महत्वपूर्ण कार्यभार मिल सकता है, फिर भी आपको व्यवहार में सावधानी रखने की आवश्यकता है। अजनबी व अपरिचित व्यक्तियों से सावधान रहे। मई के पश्चात् देवगुरु बृहस्पति आपकी राशि से दशम स्थान में आकर नौकरी में कार्यभार अधिक रहेगा। व्यापार में

आपकी नवीन योजना व नई प्लानिंग पर काम शुरू होगा। केतु दूसरे स्थान में स्थित है। अतः पैसा पास में नहीं टिक पायेगा।

धन आने से पहले जाने का रास्ता तैयार रहेगा। कहीं से रुका हुआ व अटका रुपया प्राप्त होगा। शनि सातवें स्थान में स्थित है। अतः प्रेम प्रसंग व संबंध पारिवारिक तनाव का कारण बन सकता है। आपको पारिवारिक जीवन में बेहतर तालमेल बनाना चाहिए। घर के बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद प्राप्त होगा, हालांकि उनका स्वास्थ्य जरूर चिंता का कारण बनेगा। मित्रें की संख्या बढ़ेगी हालांकि मित्र सच्चे व अच्छे नहीं होंगे। अवसरवादी मित्रें से सावधान रहें। आप सिंह राशि के जातक हैं। सिंह राशि के जातक अति उत्साही होते हैं, तथा अति-उत्साह में कई बार

ऐसे काम कर जायेंगे, जिसकी कभी किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी। कोर्ट-केस विवाद आदि।

घर, परिवार, संतान व रिश्तेदारः- इस साल विवाह

योग्य जातकों के विवाह की बात आगे बढ़ेगी। बातचीत का सिलसिला जरूर आरम्भ होगा। आप यह महसूस करेंगे कि जीवन साथी से कदम-कदम पर आपको साथ व सहयोग मिल रहा है। हालांकि वर्ष पर्यंत सप्तम में शनि के कारण जीवन साथी का स्वास्थ्य जरूर कमजोर रह सकता है। 30 जून से 15 नवम्बर तक शनि के वक्र काल में ज्यादा सावधानी अपेक्षित है। संतान की शिक्षा, विवाह, कैरियर आदि पर जमकर खर्चा होगा। संतान आपकी आज्ञा में भी रहेगी। भाइयों से सम्पत्ति संबंधी विवाद व बंटवारे से संबंधित विवाद कहीं न कहीं किसी की मध्यस्थता से सुलझ जायेगा। रिश्तेदारों से आपको भावनात्मक सम्बल प्राप्त होगा। पिता-पुत्र में वैचारिक मतभेद रहेंगे। इसी प्रकार 30 जून से 15 नवम्बर के मध्य शनि के वक्रकाल में घर के किसी वरिष्ठ व बुजुर्ग सदस्य का स्वास्थ्य गड़बड़ हो सकता है। बृहस्पति मई के पश्चात् दशक स्थान में आकर संतान के कैरियर विवाह आदि से संबंन्धित शुभ समाचार दिलवा सकते हैं।

विद्याध्ययन, पढ़ाई व कैरियरः- विद्यार्थियों के लिए यह साल 2024 उपलब्धियों से परिपूर्ण रहेगा। विद्यार्थियों को सफ- लता मिलेगी। कैरियर व नौकरी से संबंधित परीक्षा, विभागीय

परीक्षा का परिणाम अनुकुल आयेगा ही। परंतु आप पूरी लगन पूरी निष्ठा व ईमानदारी से अध्ययन में जुट जाए। कुसंगति व गलत लोगों से दूर रहें। साथ ही सोशल मीडिया फेसबुक, व्हाट्सप्प आदि से दूरी बनाकर रखें। मेडिकल, इंजीनियरिंग व मैनेजटमेंट से जुड़े विद्यार्थियों के लिए साल उपयुक्त है। 1 मई के पश्चात् दसवाँ शनि परिश्रम से लाभ दिलवा सकता है। नौकरी में थोड़ा दबाव बना रहेगा, वर्क प्रेशर के साथ-साथ वर्क लोड भी रहेगा। पुस्तकों को मित्र बनाएं, लक्ष्य पर पैनी नजर आपको सफलता की ओर अग्रसर करेगी। विद्यार्थी को मन व ध्यान को एकाग्र करने के लिए मेडिटेशन (ध्यान) करें। प्रेम-प्रसंग व मित्रः- वर्षारम्भ में पाँचवे स्थान में मंगल-सूर्य का योग है। अतः प्रेम प्रसंगों में व्यस्त रखेगा। बृहस्पति-मंगल में वर्षारंभ में परिवर्तन योग प्रेम संबंन्धों के लेकर तनाव भी रखेगा। पारिवारिक सुख-शांति तो बाधित होगी ही। साथ ही प्रेम प्रसंगों के उजागर होने का भय है। आप इस साल 30 जून से 15 नवम्बर के मध्य किसी मित्र

द्वारा विश्वाघात या धोखे का शिकार हो सकते हैं, मित्र कोई सच्ची-झूठी कहानी सुनाकर आपके विश्वास का नाजायाज फायदा उठा सकते हैं। दायरे में, मर्यादा के अंतर्गत किया गया प्रेम आपके व्यक्तित्व को ऊचाईयां प्रदान करेगा। प्रेम का समाधान इस साल में निकलने के आसार हैं। खर्चों पर नियंत्रण रखें, अन्यथा उधार लेने की भी नौबत आ सकती है। संतान की शिक्षा, विवाह व सगाई इत्यादि पर इस साल किसी खर्चे के

योग हैं। नौकरी में आगे बढ़ने के अवसर आपकी प्रतीक्षा कर रहे हैं। लेकिन आपको पहले से और ज्यादा मेहनत व परिश्रम करने की आवश्यकता है। प्राईवेट नौकरी में लक्ष्यों को हासिल करने का दबाव तो रहेगा, लेकिन आप सूझ-बूझ और विवेक से लक्ष्यों को अंतिम समय तक हासिल कर लेगें।

शारीरिक सुख एवं स्वास्थ्यः- स्वास्थ्य को लेकर यह साल ठीक ही रहेगा। किसी गंभीर व घातक बीमारी की आशंका व संभावना नहीं है। छोटी-मोटी बीमारियों से परेशानियां रहेगी। बृहस्पति का परिभ्रमण इस वर्ष मई तक नवम भाव में है। अतः मौसमी बीमारियां, सर्दी, खांसी, जुकाम, सिरदर्द जैसी

व्याधि हावी हो सकती हैं। पुराना रोग ज्यादा परेशान नहीं करेगा, परंतु पुराने रोग के प्रति सावधान अवश्य रहें। खान-पान, पाचन तंत्र के रोगों के प्रति भी सावधान रहें। वाहन सावधानीपूर्वक चलावे। 30 जून से 15 नवम्बर के मध्य शनि का वक्रत्व परिभ्रमण नुकसान प्रद रह सकता है। शारीरिक व्यायाम का ध्यान रखें। अपनी दिनचर्या व खान-पान को व्यवस्थित रखें।

व्यापार, व्यवसाय व धनः- सिंह राशि के जातक अति उत्साही व ऊर्जावान होते हैं। इस वर्ष काम-काज में आप अपनी ऊर्जा व क्षमताओं का भरपूर इस्तेमाल करेंगे। हालांकि बाजार में चल रही सुस्ती व मंदी से आपका काम-काज प्रभावित होगा। लेकिन फिर भी अपनी मेहनत अपने परिश्रम से आप हर चुनौती का दृढता से मुकाबला कर देंगे, व्यापार में काफी ठोस व महत्वपूर्ण निर्णय लेंगे, जिससे आपके मुनाफे में वृद्धि होगी, इस वर्ष व्यावसायिक गतिविधियां तेज रहेंगी। मई के पश्चात् गुरु कर्म स्थान दशम भाव में आकर आपके काम को बढ़ायेगें। अतिरिक्त कार्यभार भी रहेगा। व्यावसायिक प्रतिद्वन्दीयों व प्रतिस्पर्धियों से आप अपने आपको आगे पायेंगे। कोई सरकारी दिक्कत या परेशानी हो सकती है। भागीदार की गतिविधि पर नजर रखें। इस वर्ष सम्पति के रख-रखाव पर खर्चा होगा। मकान की मरम्मत आदि पर खर्चा होगा। धन संचय का मामला कमजोर ही रहेगा, पैसा पास में टिक नहीं पायेगा। कुछ अप्रत्याशित व आकस्मिक खर्चों की स्थिति भी रहेगी। रिश्तेदारों से लेन-देन व हिसाब-किताब साफ रखें। अन्यथा रिश्तों में खटास पैदा हो सकती है। क्वालिटी की बजाय

क्वान्टिटी पर ध्यान दें।

वाहन, खर्च व शुभ कार्यः- इस वर्ष आपको वाहन से परेशानी रहेगी। वाहन पर बार-बार खर्चा करने के बावजूद भी आपको वाहन से परेशानी रहेगी। इस साल खर्चा दबाकर होगा, परंतु खर्च के साथ-साथ आय भी दबाकर ही होगी। इस वर्ष नया वाहन खरीदने का विचार भी आप बना सकते हैं। अचल सम्पति की खरीद के योग बने हुए हैं। जहाँ तक शुभ खर्च की बात है। मई 2024 के बाद बृहस्पति का वृषभ राशि में परिभ्रमण किसी शुभ व मांगलिक कार्य की रूपरेखा बना

सकता है। घर के किसी सदस्य के स्वास्थ्य पर खर्चा हो सकता है।

हानि, कर्ज व अनहोनीः- इस साल 30 जून से 15 नवम्बर के मध्य शनि के वक्र काल में किसी रिश्तेदार या

घनिष्ठ व्यक्ति के साथ कोई अनहोनी हो सकती है। व्यापार में विस्तार की योजना, या भूमि, भवन वाहन की खरीद के लिए ऋण लेना पड़ सकता है। इस साल शुभ कार्य व मांगलिक ऋण लेना पड़ेगा। जहाँ तक धन हानि का प्रश्न है। इस साल

धन हानि की संभावना नहीं है, परंतु किसी पर भी अत्यधिक विश्वास हानि का कारण बनेगा।

यात्रऐंः- इस वर्ष काम-काज को लेकर आप यात्रऐं करेंगे। वर्ष के पूर्वार्द्ध में परिवार के साथ किसी धार्मिक यात्र

या घूमने-फिरने का कार्यक्रम बन सकता है। यात्रओं में आपने भोजन व खान-पान का विशेष ध्यान रखें।

आपको ट्रैप किया जा सकता है।

आपको ट्रैप किया जा सकता है। मित्रों की तरफ मदद का हाथ बढ़ाएंगे, परन्तु मित्रों की भीड़ में आपको कुछ अवसरवादी लोग भी मिलेंगे।

सिंह राशि की चारित्रिक विशेषताएं

आपकी राशि का अधिपति सूर्य है, जो तेजस्वी व ओजयुक्त पौरुष का प्रतिनिधित्व करता है। सिंह राशि के व्यक्ति निर्भीक, उदार व अभिमानी होते हैं। चित्त में दृढ़ता, साहस तथा धैर्य इनमें विशेष मात्रा में पाया जाता है। सूर्य आत्मशक्ति या आत्मविश्वास का कारक ग्रह माना जाता है। अतएव सिंह राशि वाले पुरुषों में आत्मशक्ति ग़ज़ब की होती है। ये कठिन-से-कठिन परिस्थितियों में भी नहीं घबराते। उनके अंदर आत्मविश्वास का भाव पूर्ण रूप से विद्यमान रहता है तथा अपनी बुद्धि एवं पराक्रम के बल पर वे जीवन में उन्नति प्राप्त करने में समर्थ रहते हैं। धनैश्वर्य, वैभव एवं भौतिक सुख-संसाधनों से ये प्रायः युक्त रहते हैं तथा जीवन में सुखपूर्वक इसका उपभोग करते हैं। ये जातक सिद्धांतवादी होते हैं तथा अपने सिद्धांतों की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहते हैं। इनकी प्रवृत्ति धार्मिक होती है तथा स्वभाव में परोपकार का भाव भी रहता है, फलतः ये पूर्ण विश्वास के योग्य होते हैं। इसके अतिरिक्त सरकारी या गैर-सरकारी क्षेत्रों में किसी उच्च पद को प्राप्त करने में समर्थ होते हैं, जिससे सामाजिक मान-प्रतिष्ठा तथा यश समाज में विद्यमान रहता है, साथ ही नेतृत्व की क्षमता भी इनमें विद्यमान रहती है।
अतः इसके प्रभाव से आपका व्यक्तित्व आकर्षक रहेगा, जिससे अन्य लोग आपसे प्रभावित रहेंगे। आप निर्भीक पुरुष होंगे तथा अपने समस्त शुभ एवं सांसारिक कार्यकलापों को निर्भयता से संपन्न करके उनमें वांछित सफलता प्राप्त करेंगे, जिससे आपको भौतिक सुख-संसाधनों एवं अन्य ऐश्वर्य की प्राप्ति होगी तथा उन्नति के मार्ग भी प्रशस्त रहेंगे, फलतः आपका जीवन सुखपूर्वक व्यतीत होगा।
आपके हृदय में उदारता का भाव भी विद्यमान रहेगा तथा अन्य लोगों के प्रति स्नेह के भाव का प्रदर्शन भी करेंगे। आपको स्वपुरुषार्थ से जीवन में सफलता प्राप्त होगी तथा प्रतियोगिता के क्षेत्र में आप सफल होंगे। आपके शत्रु व प्रतिद्वंन्द्वी आपसे भयभीत होंगे, परंतु यदि आप अन्य जनों के साथ पूर्ण समानता का व्यवहार करेंगे, तो आप समाज में लोकप्रियता तथा अतिरिक्त प्रतिष्ठा भी अर्जित करने में समर्थ हो सकते हैं।
आप में शारीरिक बल की प्रधानता विशेष रहेगी तथा परिश्रम एवं पराक्रम में अपने सांसारिक महत्त्व के कार्यों को संपन्न करेंगे तथा इनमें इच्छित सफलता प्राप्त करके जीवन में उन्नति के मार्ग प्रशस्त करेंगे। राजनीति या व्यापार आदि में आप उन्नतिशील रहेंगे तथा इन क्षेत्रों में आपकी श्रेष्ठता बनी रहेगी।
आपके स्वभाव में तेजस्विता का भाव भी विद्यमान रहेगा। अतः यदा-कदा आप अनावश्यक क्रोध या उग्रता के भाव का भी प्रदर्शन करेंगे। आयुर्वेद एवं योग आदि के प्रति आपकी आस्था विद्यमान रहेगी। आप में गंभीरता का भाव विद्यमान होगा, फलतः आपके कार्य धैर्यपूर्वक संपन्न होंगे, जिससे आपको सफलता प्राप्त होगी।
सूर्य राजयोग कारक ग्रह है। सिंह राशि के जातक प्रायः राजा की तरह ऐश्वर्य व प्रतिष्ठा का उपभोग करते हैं। ऐसे व्यक्तियों का चेहरा तेजस्वी व लालिमा युक्त होता है।
धर्म के प्रति आपके मन में श्रद्धा रहेगी तथा श्रद्धापूर्वक धार्मिक कार्यकलापों तथा अनुष्ठानों को संपन्न करेंगे। इसी परिप्रेक्ष्य में सत्संग आदि में भी अपना योगदान प्रदान कर सकते हैं। आपको भ्रमण या पर्वतीय क्षेत्र में घूमना रुचिकर लगेगा। अतः आप समय-समय पर ऐसे स्थानों की सैर करते रहेंगे। इस प्रकार समस्त सुखों का उपभोग करते हुए आप अपना समय व्यतीत करेंगे।
सिंह राशि पुरुष संज्ञक व अग्नि तत्त्व प्रधान राशि है। आप उदार हृदय होने के नाते लोगों को क्षमा कर देते हैं। परंतु यदि कोई आपके मान, पद व प्रतिष्ठा पर कालिख पोतने की कोशिश करता है, तो आप उसे कभी भी क्षमा नहीं करेंगे। आपके जोश, हिम्मत व रोब के सामने शत्रु के हौसले पस्त हो जाएंगे। शत्रु आपके सामने आने से हमेशा घबराएगा, इसलिए पीठ पीछे आपकी बुराई होगी व सम्मुख प्रशंसा। आप चापलूस लोगों से बचें।
सिंह राशि चतुष्पद, शीर्षोदय व दिनबली है। रात्रि के कार्यकलाप आपके लिए अनुकूल नहीं कहे जा सकते। आप किसी के भी अधीनस्थ रहकर कार्य नहीं कर सकते। आप स्वच्छंदचारी व स्वतंत्र विचारों वाले व्यक्ति हैं। यदि आप व्यापारी हैं, तो आप देखेंगे कि आपका भागीदार आपसे कुछ दबा हुआ, डरा हुआ-सा होगा। यह आपकी प्रकृति प्रदत्त शक्ति व जन्मजात विशेषता है।
यदि आपका जन्म सिंह राशि के अन्तर्गत ‘मघा नक्षत्र’ (मा, मी, मु, मे) में हुआ है, तो आपका जन्म 7 वर्ष की केतु की दशा के अन्तर्गत हुआ है। आपकी योनि‒मूषक, गण‒राक्षस, वर्ण‒क्षत्रिय, हंसक‒वायु, नाड़ी‒आद्य, पाया‒चांदी एवं वर्ग भी मूषक है। आप ठिगने कद के सुदृढ़ वक्ष-स्थल एवं मज़बूत जंघाओं के मालिक हैं। गर्दन कुछ मोटी, वाणी में कुछ कर्कशता व रुखापन सिंह राशि वाले व्यक्ति की विशेषता है। इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले व्यक्तियों को प्रायः 5 व 6 नम्बर के दांत तीखे, जिह्वा चौकोर व खुरदरी होती है। मघा नक्षत्र में जन्म लेने वाले व्यक्तियों की आंखों में कुछ विशेष आकर्षण होता है, चेहरा शेर के समान भरा हुआ व रोबीला होता है। प्रायः इस राशि वाले व्यक्ति पुरुषार्थ व अपने पौरुष प्रदर्शन के लिए लालायित रहते हैं तथा इनको शानदार मूंछे रखने का बड़ा शौक रहता है। कुछ हद तक अभिमानी होने के नाते ये बहुत जल्दी नाराज़ भी हो जाते हैं तथा अपनी मर्दानगी एवं बलशाली शक्ति का दुरुपयोग करने में भी नहीं हिचकिचाते।
यदि आपका जन्म सिंह राशि के अन्तर्गत ‘पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र’ (मो, टा, टी, टू) में हुआ है, तो आपका जन्म 20 वर्ष की शुक्र की महादशा में हुआ है। आपकी योनि‒मूषक, गण‒मनुष्य, वर्ण‒क्षत्रिय, हंसक‒वायु, नाड़ी‒मध्य, पाया‒चांदी इस नक्षत्र के प्रथम चरण का वर्ग-मूषक तथा अंतिम तीन चरण का वर्ण-श्वान है। इस नक्षत्र में जन्मे व्यक्ति मधुर भाषी एवं भ्रमणशील होते हैं। इन्हें पानी से बहुत प्रेम होता है।
यदि आपका जन्म सिंह राशि के अन्तर्गत ‘उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र’ के प्रथम चरण (टे) में हुआ है, तो आपका जन्म 6 वर्ष की सूर्य की महादशा में हुआ है। आपकी योनि‒गौ, गण‒मनुष्य, वर्ण‒क्षत्रिय, हंसक‒वायु, नाड़ी‒आद्य, पाया‒चांदी तथा वर्ग‒श्वान है। इस नक्षत्र में जन्मे जातक सूर्य के समान तेजस्वी होते हैं तथा अपने परिश्रम से बहुत सारा धन एवं बहुत नाम अर्जित करते हैं।
सिंह राशि वालों के पिता-पुत्र में कम बनती है। धार्मिक क्षेत्र में आप शक्ति के उपासक हैं। भैरों, सिंह एवं सूर्य इत्यादि शक्ति प्रधान देवताओं में आपकी रुचि रहेगी। सिंह राशि, उष्ण-स्वभाव, अल्प-संतति, पीतवर्ण, भ्रमणप्रिय व निर्जल राशि है। आपको मलाईदार वस्तुओं में रुचि रहेगी। सूर्य का तेजोमय ‘माणिक्य रत्न’ आपके लिए सदा सर्वथा अनुकूल व शुभ रहेगा।

सिंह राशि वालों के लिए उपाय

4 1/4 का ‘माणिक्य’ या ‘सूर्यकांतमणि’ धारण करें। आदित्य हृदय स्रोत का रोज़ाना पाठ करें। सूर्य को अर्घ्य दें। लाल रंग के 7 पुष्प भाग्योदय व उन्नति की कामना से जलाशय में प्रवाहित करें। लाल रंग के पुष्प व पत्ते वाले पौधे को रोज़ाना जल दें। अनार के पौधे को सींचें।

सिंह राशि की प्रमुख विशेषताएं

  1. राशि ‒ सिंह
    1. राशि चिह्न ‒ शेर
    2. राशि स्वामी ‒ सूर्य
    3. राशि तत्त्व ‒ अग्नि तत्त्व
    4. राशि स्वरूप ‒ स्थिर
    5. राशि दिशा ‒ पूर्व
    6. राशि लिंग व गुण ‒ पुरुष, सतोगुणी
    7. राशि जाति ‒ क्षत्रिय
    8. राशि प्रकृति व स्वभाव ‒ क्रूर स्वभाव, पित्त प्रकृति
    9. राशि का अंग ‒ हृदय
    10. राशि का रत्न ‒ माणिक्य
    11. अनुकूल उपरत्न ‒ सूर्यकांत मणि
    12. अनुकूल धातु ‒ स्वर्ण
    13. अनुकूल रंग ‒ चमकीला श्वेत, पीला, भगवा
    14. शुभ दिवस ‒ रविवार, बुधवार
    15. अनुकूल देवता ‒ सूर्य
    16. व्रत, उपवास ‒ रविवार
    17. अनुकूल अंक ‒ 1
    18. अनुकूल तारीख़ें ‒ 1/10/19/28
    19. मित्र राशियां ‒ मिथुन, कन्या, मेष, धनु
    20. शत्रु राशियां ‒ वृषभ, तुला, मकर, कुंभ
    21. सकारात्मक तथ्य ‒ खुले दिल-दिमाग वाला, उदारमना, गर्मजोशी
    22. नकारात्मक तथ्य ‒ घमंडी, अति आत्मविश्वास, अति महत्त्वाकांक्षी

मा, मी, मु, मे मघा-4

मो, टा, टी, टु पूर्वाफाल्गुनी-5

टे उत्तराफाल्गुनी-1


1 जनवरी से 7 जनवरी तक

वर्ष के आरंभ का पहले मास का पहला सप्ताह बहुत शानदार जोरदार रहेगा। 1, 2 को संतुष्टि, सम्पत्ति व सुकून तीनों प्राप्त होगा। घर-परिवार में खुशियां आएंगी। आप इस समय का भरपूर आनंद उठाएंगे। 3,

4 को समय संतोष जनक रहेगा। घर में मांगलिक कार्यक्रम की तैयारियां चलेंगी। अविवाहितों के सगाई संबंध की बात आगे बढ़ेगी। मनपसंद रिश्ते आने से मन में प्रसन्नता रहेगी। 5, 6, 7 को कार्यस्थल पर उत्साह का वातावरण बनेगा। आर्थिक रूप से मजबूती आएगी। पैतृक सम्पत्ति संबंधी विवाद सुलझेगा। मित्रें के साथ मिलकर पिकनिक पर जा सकते हैं। नये वर्ष का पूरा उत्साह से स्वागत करेंगे।


ग्रह स्थिति

मासारम्भ में चंद्रमा सिंह राशि का लग्न में, केतु कन्या राशि का द्वितीय भाव में, शुक्र+बुध वृश्चिक राशि का चतुर्थ भाव में, सूर्य+मंगल धनु राशि का पंचम भाव में, शनि कुंभ राशि का सप्तम भाव में, राहु मीन राशि का अष्टम भाव में, बृहस्पति मेष राशि का नवम भाव में चलायमान है।

सिंह राशि की शुभ-अशुभ तारीख़ें

2023शुभ तारीख़ेंसावधानी रखने योग्य अशुभ तारीख़ें
जनवरी1, 2, 5, 6, 22, 23, 24, 28, 297, 8, 9, 16, 17, 25, 26
फरवरी1, 2, 3, 18, 19, 20, 24, 25, 294, 5, 12, 13, 14, 21, 22
मार्च1, 17, 18, 22, 23, 24, 27, 282, 3, 4, 10, 11, 12, 20, 21, 30, 31
अप्रैल13, 14, 15, 18, 19, 20, 23, 247, 8, 16, 17, 26, 27
मई11, 12, 16, 17, 20, 21, 224, 5, 6, 13, 14, 23, 24, 25
जून7, 8, 12, 13, 14, 17, 181, 2, 10, 11, 20, 21, 28, 29
जुलाई4, 5, 6, 9, 10, 11, 14, 157, 8, 17, 18, 25, 26, 27
अगस्त1, 2, 6, 7, 10, 11, 12, 28, 293, 4, 13, 14, 15, 21, 22, 23, 31
सितम्बर2, 3, 4, 7, 8, 24, 25, 29, 301, 10, 11, 18, 19, 27, 28
अक्टूबर1, 4, 5, 21, 22, 23, 27, 28, 316, 7, 8, 15, 16, 17, 24, 25
नवम्बर1, 2, 18, 19, 23, 24, 27, 28, 293, 4, 5, 12, 13, 21, 30
दिसम्बर15, 16, 20, 21, 22, 25, 261, 2, 9, 10, 11, 18, 19, 28, 29

सिंह राशि का वार्षिक भविष्यफल

Singh Rashifal 2024
सिंह राशि

यह साल 2024 सिंह राशि वाले जातकों के लिए मध्यम फलकारी रहेंगे। कभी खुशी तो कभी गम वाला वातवरण रहेगा। इस साल स्वास्थ्य तो ठीक रहेगा, परंतु फिर भी आपको परिवार के किसी सदस्य या

मित्र के स्वास्थ्य को लेकर दो-तीन बार अस्पताल जाना पड़ सकता है। शनि सप्तम में स्थित है। अतः जीवन साथी का स्वास्थ्य डावाडोल रह सकता है। बृहस्पति भाग्य में है। कैरियर के लिहाज से महत्वपूर्ण योजना बनायेंगे। व्यापार व कारोबार विस्तार की जो योजना पिछले काफी समय से चल रही थी, उस पर काम शुरू होगा। आपका पूरा फोकस व्यापार को बढ़ाने पर होगा। मार्केटिंग पर ध्यान देंगे। चन्द्रमा वर्षारंभ में आपकी राशि में स्थित है, जो मनोबल को काफी बलवान रखेगा। चल अचल सम्पति में इजाफा होगा। इस साल आप भूमि, भवन, वाहन आदि की खरीद कर सकते हैं। हालांकि खरीददारी से पूर्व कागजात को अच्छी तरह से चैक कर लें, अतिविश्वास में आपके साथ कोई विश्वासघात हो सकता है। राशि का स्वामी सूर्य पाँचवे तथा मई तक बृहस्पति भाग्य स्थान में स्थित है। विद्यार्थी पूर्ण रूप से अपने अध्ययन पर केन्द्रित रहेंगे। विद्यार्थियों का परिणाम भी उनकी मेहनत व परिश्रम के अनुकुल ही आयेगा। नौकरी से संबंधित परीक्षा विभागीय परीक्षा, प्रमोशन आदि से संबंधित परीक्षा में सफलता दृष्टिगोचर हो रही है।

अगर आप राजकीय सेवा में हैं, तो यह साल आपके लिए उन्नतिप्रद रहेगा। आपको नौकरी में महत्वपूर्ण कार्यभार मिल सकता है, फिर भी आपको व्यवहार में सावधानी रखने की आवश्यकता है। अजनबी व अपरिचित व्यक्तियों से सावधान रहे। मई के पश्चात् देवगुरु बृहस्पति आपकी राशि से दशम स्थान में आकर नौकरी में कार्यभार अधिक रहेगा। व्यापार में

आपकी नवीन योजना व नई प्लानिंग पर काम शुरू होगा। केतु दूसरे स्थान में स्थित है। अतः पैसा पास में नहीं टिक पायेगा।

धन आने से पहले जाने का रास्ता तैयार रहेगा। कहीं से रुका हुआ व अटका रुपया प्राप्त होगा। शनि सातवें स्थान में स्थित है। अतः प्रेम प्रसंग व संबंध पारिवारिक तनाव का कारण बन सकता है। आपको पारिवारिक जीवन में बेहतर तालमेल बनाना चाहिए। घर के बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद प्राप्त होगा, हालांकि उनका स्वास्थ्य जरूर चिंता का कारण बनेगा। मित्रें की संख्या बढ़ेगी हालांकि मित्र सच्चे व अच्छे नहीं होंगे। अवसरवादी मित्रें से सावधान रहें। आप सिंह राशि के जातक हैं। सिंह राशि के जातक अति उत्साही होते हैं, तथा अति-उत्साह में कई बार

ऐसे काम कर जायेंगे, जिसकी कभी किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी। कोर्ट-केस विवाद आदि।

घर, परिवार, संतान व रिश्तेदारः- इस साल विवाह

योग्य जातकों के विवाह की बात आगे बढ़ेगी। बातचीत का सिलसिला जरूर आरम्भ होगा। आप यह महसूस करेंगे कि जीवन साथी से कदम-कदम पर आपको साथ व सहयोग मिल रहा है। हालांकि वर्ष पर्यंत सप्तम में शनि के कारण जीवन साथी का स्वास्थ्य जरूर कमजोर रह सकता है। 30 जून से 15 नवम्बर तक शनि के वक्र काल में ज्यादा सावधानी अपेक्षित है। संतान की शिक्षा, विवाह, कैरियर आदि पर जमकर खर्चा होगा। संतान आपकी आज्ञा में भी रहेगी। भाइयों से सम्पत्ति संबंधी विवाद व बंटवारे से संबंधित विवाद कहीं न कहीं किसी की मध्यस्थता से सुलझ जायेगा। रिश्तेदारों से आपको भावनात्मक सम्बल प्राप्त होगा। पिता-पुत्र में वैचारिक मतभेद रहेंगे। इसी प्रकार 30 जून से 15 नवम्बर के मध्य शनि के वक्रकाल में घर के किसी वरिष्ठ व बुजुर्ग सदस्य का स्वास्थ्य गड़बड़ हो सकता है। बृहस्पति मई के पश्चात् दशक स्थान में आकर संतान के कैरियर विवाह आदि से संबंन्धित शुभ समाचार दिलवा सकते हैं।

विद्याध्ययन, पढ़ाई व कैरियरः- विद्यार्थियों के लिए यह साल 2024 उपलब्धियों से परिपूर्ण रहेगा। विद्यार्थियों को सफ- लता मिलेगी। कैरियर व नौकरी से संबंधित परीक्षा, विभागीय

परीक्षा का परिणाम अनुकुल आयेगा ही। परंतु आप पूरी लगन पूरी निष्ठा व ईमानदारी से अध्ययन में जुट जाए। कुसंगति व गलत लोगों से दूर रहें। साथ ही सोशल मीडिया फेसबुक, व्हाट्सप्प आदि से दूरी बनाकर रखें। मेडिकल, इंजीनियरिंग व मैनेजटमेंट से जुड़े विद्यार्थियों के लिए साल उपयुक्त है। 1 मई के पश्चात् दसवाँ शनि परिश्रम से लाभ दिलवा सकता है। नौकरी में थोड़ा दबाव बना रहेगा, वर्क प्रेशर के साथ-साथ वर्क लोड भी रहेगा। पुस्तकों को मित्र बनाएं, लक्ष्य पर पैनी नजर आपको सफलता की ओर अग्रसर करेगी। विद्यार्थी को मन व ध्यान को एकाग्र करने के लिए मेडिटेशन (ध्यान) करें। प्रेम-प्रसंग व मित्रः- वर्षारम्भ में पाँचवे स्थान में मंगल-सूर्य का योग है। अतः प्रेम प्रसंगों में व्यस्त रखेगा। बृहस्पति-मंगल में वर्षारंभ में परिवर्तन योग प्रेम संबंन्धों के लेकर तनाव भी रखेगा। पारिवारिक सुख-शांति तो बाधित होगी ही। साथ ही प्रेम प्रसंगों के उजागर होने का भय है। आप इस साल 30 जून से 15 नवम्बर के मध्य किसी मित्र

द्वारा विश्वाघात या धोखे का शिकार हो सकते हैं, मित्र कोई सच्ची-झूठी कहानी सुनाकर आपके विश्वास का नाजायाज फायदा उठा सकते हैं। दायरे में, मर्यादा के अंतर्गत किया गया प्रेम आपके व्यक्तित्व को ऊचाईयां प्रदान करेगा। प्रेम का समाधान इस साल में निकलने के आसार हैं। खर्चों पर नियंत्रण रखें, अन्यथा उधार लेने की भी नौबत आ सकती है। संतान की शिक्षा, विवाह व सगाई इत्यादि पर इस साल किसी खर्चे के

योग हैं। नौकरी में आगे बढ़ने के अवसर आपकी प्रतीक्षा कर रहे हैं। लेकिन आपको पहले से और ज्यादा मेहनत व परिश्रम करने की आवश्यकता है। प्राईवेट नौकरी में लक्ष्यों को हासिल करने का दबाव तो रहेगा, लेकिन आप सूझ-बूझ और विवेक से लक्ष्यों को अंतिम समय तक हासिल कर लेगें।

शारीरिक सुख एवं स्वास्थ्यः- स्वास्थ्य को लेकर यह साल ठीक ही रहेगा। किसी गंभीर व घातक बीमारी की आशंका व संभावना नहीं है। छोटी-मोटी बीमारियों से परेशानियां रहेगी। बृहस्पति का परिभ्रमण इस वर्ष मई तक नवम भाव में है। अतः मौसमी बीमारियां, सर्दी, खांसी, जुकाम, सिरदर्द जैसी

व्याधि हावी हो सकती हैं। पुराना रोग ज्यादा परेशान नहीं करेगा, परंतु पुराने रोग के प्रति सावधान अवश्य रहें। खान-पान, पाचन तंत्र के रोगों के प्रति भी सावधान रहें। वाहन सावधानीपूर्वक चलावे। 30 जून से 15 नवम्बर के मध्य शनि का वक्रत्व परिभ्रमण नुकसान प्रद रह सकता है। शारीरिक व्यायाम का ध्यान रखें। अपनी दिनचर्या व खान-पान को व्यवस्थित रखें।

व्यापार, व्यवसाय व धनः- सिंह राशि के जातक अति उत्साही व ऊर्जावान होते हैं। इस वर्ष काम-काज में आप अपनी ऊर्जा व क्षमताओं का भरपूर इस्तेमाल करेंगे। हालांकि बाजार में चल रही सुस्ती व मंदी से आपका काम-काज प्रभावित होगा। लेकिन फिर भी अपनी मेहनत अपने परिश्रम से आप हर चुनौती का दृढता से मुकाबला कर देंगे, व्यापार में काफी ठोस व महत्वपूर्ण निर्णय लेंगे, जिससे आपके मुनाफे में वृद्धि होगी, इस वर्ष व्यावसायिक गतिविधियां तेज रहेंगी। मई के पश्चात् गुरु कर्म स्थान दशम भाव में आकर आपके काम को बढ़ायेगें। अतिरिक्त कार्यभार भी रहेगा। व्यावसायिक प्रतिद्वन्दीयों व प्रतिस्पर्धियों से आप अपने आपको आगे पायेंगे। कोई सरकारी दिक्कत या परेशानी हो सकती है। भागीदार की गतिविधि पर नजर रखें। इस वर्ष सम्पति के रख-रखाव पर खर्चा होगा। मकान की मरम्मत आदि पर खर्चा होगा। धन संचय का मामला कमजोर ही रहेगा, पैसा पास में टिक नहीं पायेगा। कुछ अप्रत्याशित व आकस्मिक खर्चों की स्थिति भी रहेगी। रिश्तेदारों से लेन-देन व हिसाब-किताब साफ रखें। अन्यथा रिश्तों में खटास पैदा हो सकती है। क्वालिटी की बजाय

क्वान्टिटी पर ध्यान दें।

वाहन, खर्च व शुभ कार्यः- इस वर्ष आपको वाहन से परेशानी रहेगी। वाहन पर बार-बार खर्चा करने के बावजूद भी आपको वाहन से परेशानी रहेगी। इस साल खर्चा दबाकर होगा, परंतु खर्च के साथ-साथ आय भी दबाकर ही होगी। इस वर्ष नया वाहन खरीदने का विचार भी आप बना सकते हैं। अचल सम्पति की खरीद के योग बने हुए हैं। जहाँ तक शुभ खर्च की बात है। मई 2024 के बाद बृहस्पति का वृषभ राशि में परिभ्रमण किसी शुभ व मांगलिक कार्य की रूपरेखा बना

सकता है। घर के किसी सदस्य के स्वास्थ्य पर खर्चा हो सकता है।

हानि, कर्ज व अनहोनीः- इस साल 30 जून से 15 नवम्बर के मध्य शनि के वक्र काल में किसी रिश्तेदार या

घनिष्ठ व्यक्ति के साथ कोई अनहोनी हो सकती है। व्यापार में विस्तार की योजना, या भूमि, भवन वाहन की खरीद के लिए ऋण लेना पड़ सकता है। इस साल शुभ कार्य व मांगलिक ऋण लेना पड़ेगा। जहाँ तक धन हानि का प्रश्न है। इस साल

धन हानि की संभावना नहीं है, परंतु किसी पर भी अत्यधिक विश्वास हानि का कारण बनेगा।

यात्रऐंः- इस वर्ष काम-काज को लेकर आप यात्रऐं करेंगे। वर्ष के पूर्वार्द्ध में परिवार के साथ किसी धार्मिक यात्र

या घूमने-फिरने का कार्यक्रम बन सकता है। यात्रओं में आपने भोजन व खान-पान का विशेष ध्यान रखें।

आपको ट्रैप किया जा सकता है।

आपको ट्रैप किया जा सकता है। मित्रों की तरफ मदद का हाथ बढ़ाएंगे, परन्तु मित्रों की भीड़ में आपको कुछ अवसरवादी लोग भी मिलेंगे।

सिंह राशि की चारित्रिक विशेषताएं

आपकी राशि का अधिपति सूर्य है, जो तेजस्वी व ओजयुक्त पौरुष का प्रतिनिधित्व करता है। सिंह राशि के व्यक्ति निर्भीक, उदार व अभिमानी होते हैं। चित्त में दृढ़ता, साहस तथा धैर्य इनमें विशेष मात्रा में पाया जाता है। सूर्य आत्मशक्ति या आत्मविश्वास का कारक ग्रह माना जाता है। अतएव सिंह राशि वाले पुरुषों में आत्मशक्ति ग़ज़ब की होती है। ये कठिन-से-कठिन परिस्थितियों में भी नहीं घबराते। उनके अंदर आत्मविश्वास का भाव पूर्ण रूप से विद्यमान रहता है तथा अपनी बुद्धि एवं पराक्रम के बल पर वे जीवन में उन्नति प्राप्त करने में समर्थ रहते हैं। धनैश्वर्य, वैभव एवं भौतिक सुख-संसाधनों से ये प्रायः युक्त रहते हैं तथा जीवन में सुखपूर्वक इसका उपभोग करते हैं। ये जातक सिद्धांतवादी होते हैं तथा अपने सिद्धांतों की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहते हैं। इनकी प्रवृत्ति धार्मिक होती है तथा स्वभाव में परोपकार का भाव भी रहता है, फलतः ये पूर्ण विश्वास के योग्य होते हैं। इसके अतिरिक्त सरकारी या गैर-सरकारी क्षेत्रों में किसी उच्च पद को प्राप्त करने में समर्थ होते हैं, जिससे सामाजिक मान-प्रतिष्ठा तथा यश समाज में विद्यमान रहता है, साथ ही नेतृत्व की क्षमता भी इनमें विद्यमान रहती है।
अतः इसके प्रभाव से आपका व्यक्तित्व आकर्षक रहेगा, जिससे अन्य लोग आपसे प्रभावित रहेंगे। आप निर्भीक पुरुष होंगे तथा अपने समस्त शुभ एवं सांसारिक कार्यकलापों को निर्भयता से संपन्न करके उनमें वांछित सफलता प्राप्त करेंगे, जिससे आपको भौतिक सुख-संसाधनों एवं अन्य ऐश्वर्य की प्राप्ति होगी तथा उन्नति के मार्ग भी प्रशस्त रहेंगे, फलतः आपका जीवन सुखपूर्वक व्यतीत होगा।
आपके हृदय में उदारता का भाव भी विद्यमान रहेगा तथा अन्य लोगों के प्रति स्नेह के भाव का प्रदर्शन भी करेंगे। आपको स्वपुरुषार्थ से जीवन में सफलता प्राप्त होगी तथा प्रतियोगिता के क्षेत्र में आप सफल होंगे। आपके शत्रु व प्रतिद्वंन्द्वी आपसे भयभीत होंगे, परंतु यदि आप अन्य जनों के साथ पूर्ण समानता का व्यवहार करेंगे, तो आप समाज में लोकप्रियता तथा अतिरिक्त प्रतिष्ठा भी अर्जित करने में समर्थ हो सकते हैं।
आप में शारीरिक बल की प्रधानता विशेष रहेगी तथा परिश्रम एवं पराक्रम में अपने सांसारिक महत्त्व के कार्यों को संपन्न करेंगे तथा इनमें इच्छित सफलता प्राप्त करके जीवन में उन्नति के मार्ग प्रशस्त करेंगे। राजनीति या व्यापार आदि में आप उन्नतिशील रहेंगे तथा इन क्षेत्रों में आपकी श्रेष्ठता बनी रहेगी।
आपके स्वभाव में तेजस्विता का भाव भी विद्यमान रहेगा। अतः यदा-कदा आप अनावश्यक क्रोध या उग्रता के भाव का भी प्रदर्शन करेंगे। आयुर्वेद एवं योग आदि के प्रति आपकी आस्था विद्यमान रहेगी। आप में गंभीरता का भाव विद्यमान होगा, फलतः आपके कार्य धैर्यपूर्वक संपन्न होंगे, जिससे आपको सफलता प्राप्त होगी।
सूर्य राजयोग कारक ग्रह है। सिंह राशि के जातक प्रायः राजा की तरह ऐश्वर्य व प्रतिष्ठा का उपभोग करते हैं। ऐसे व्यक्तियों का चेहरा तेजस्वी व लालिमा युक्त होता है।
धर्म के प्रति आपके मन में श्रद्धा रहेगी तथा श्रद्धापूर्वक धार्मिक कार्यकलापों तथा अनुष्ठानों को संपन्न करेंगे। इसी परिप्रेक्ष्य में सत्संग आदि में भी अपना योगदान प्रदान कर सकते हैं। आपको भ्रमण या पर्वतीय क्षेत्र में घूमना रुचिकर लगेगा। अतः आप समय-समय पर ऐसे स्थानों की सैर करते रहेंगे। इस प्रकार समस्त सुखों का उपभोग करते हुए आप अपना समय व्यतीत करेंगे।
सिंह राशि पुरुष संज्ञक व अग्नि तत्त्व प्रधान राशि है। आप उदार हृदय होने के नाते लोगों को क्षमा कर देते हैं। परंतु यदि कोई आपके मान, पद व प्रतिष्ठा पर कालिख पोतने की कोशिश करता है, तो आप उसे कभी भी क्षमा नहीं करेंगे। आपके जोश, हिम्मत व रोब के सामने शत्रु के हौसले पस्त हो जाएंगे। शत्रु आपके सामने आने से हमेशा घबराएगा, इसलिए पीठ पीछे आपकी बुराई होगी व सम्मुख प्रशंसा। आप चापलूस लोगों से बचें।
सिंह राशि चतुष्पद, शीर्षोदय व दिनबली है। रात्रि के कार्यकलाप आपके लिए अनुकूल नहीं कहे जा सकते। आप किसी के भी अधीनस्थ रहकर कार्य नहीं कर सकते। आप स्वच्छंदचारी व स्वतंत्र विचारों वाले व्यक्ति हैं। यदि आप व्यापारी हैं, तो आप देखेंगे कि आपका भागीदार आपसे कुछ दबा हुआ, डरा हुआ-सा होगा। यह आपकी प्रकृति प्रदत्त शक्ति व जन्मजात विशेषता है।
यदि आपका जन्म सिंह राशि के अन्तर्गत ‘मघा नक्षत्र’ (मा, मी, मु, मे) में हुआ है, तो आपका जन्म 7 वर्ष की केतु की दशा के अन्तर्गत हुआ है। आपकी योनि‒मूषक, गण‒राक्षस, वर्ण‒क्षत्रिय, हंसक‒वायु, नाड़ी‒आद्य, पाया‒चांदी एवं वर्ग भी मूषक है। आप ठिगने कद के सुदृढ़ वक्ष-स्थल एवं मज़बूत जंघाओं के मालिक हैं। गर्दन कुछ मोटी, वाणी में कुछ कर्कशता व रुखापन सिंह राशि वाले व्यक्ति की विशेषता है। इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले व्यक्तियों को प्रायः 5 व 6 नम्बर के दांत तीखे, जिह्वा चौकोर व खुरदरी होती है। मघा नक्षत्र में जन्म लेने वाले व्यक्तियों की आंखों में कुछ विशेष आकर्षण होता है, चेहरा शेर के समान भरा हुआ व रोबीला होता है। प्रायः इस राशि वाले व्यक्ति पुरुषार्थ व अपने पौरुष प्रदर्शन के लिए लालायित रहते हैं तथा इनको शानदार मूंछे रखने का बड़ा शौक रहता है। कुछ हद तक अभिमानी होने के नाते ये बहुत जल्दी नाराज़ भी हो जाते हैं तथा अपनी मर्दानगी एवं बलशाली शक्ति का दुरुपयोग करने में भी नहीं हिचकिचाते।
यदि आपका जन्म सिंह राशि के अन्तर्गत ‘पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र’ (मो, टा, टी, टू) में हुआ है, तो आपका जन्म 20 वर्ष की शुक्र की महादशा में हुआ है। आपकी योनि‒मूषक, गण‒मनुष्य, वर्ण‒क्षत्रिय, हंसक‒वायु, नाड़ी‒मध्य, पाया‒चांदी इस नक्षत्र के प्रथम चरण का वर्ग-मूषक तथा अंतिम तीन चरण का वर्ण-श्वान है। इस नक्षत्र में जन्मे व्यक्ति मधुर भाषी एवं भ्रमणशील होते हैं। इन्हें पानी से बहुत प्रेम होता है।
यदि आपका जन्म सिंह राशि के अन्तर्गत ‘उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र’ के प्रथम चरण (टे) में हुआ है, तो आपका जन्म 6 वर्ष की सूर्य की महादशा में हुआ है। आपकी योनि‒गौ, गण‒मनुष्य, वर्ण‒क्षत्रिय, हंसक‒वायु, नाड़ी‒आद्य, पाया‒चांदी तथा वर्ग‒श्वान है। इस नक्षत्र में जन्मे जातक सूर्य के समान तेजस्वी होते हैं तथा अपने परिश्रम से बहुत सारा धन एवं बहुत नाम अर्जित करते हैं।
सिंह राशि वालों के पिता-पुत्र में कम बनती है। धार्मिक क्षेत्र में आप शक्ति के उपासक हैं। भैरों, सिंह एवं सूर्य इत्यादि शक्ति प्रधान देवताओं में आपकी रुचि रहेगी। सिंह राशि, उष्ण-स्वभाव, अल्प-संतति, पीतवर्ण, भ्रमणप्रिय व निर्जल राशि है। आपको मलाईदार वस्तुओं में रुचि रहेगी। सूर्य का तेजोमय ‘माणिक्य रत्न’ आपके लिए सदा सर्वथा अनुकूल व शुभ रहेगा।

सिंह राशि वालों के लिए उपाय

4 1/4 का ‘माणिक्य’ या ‘सूर्यकांतमणि’ धारण करें। आदित्य हृदय स्रोत का रोज़ाना पाठ करें। सूर्य को अर्घ्य दें। लाल रंग के 7 पुष्प भाग्योदय व उन्नति की कामना से जलाशय में प्रवाहित करें। लाल रंग के पुष्प व पत्ते वाले पौधे को रोज़ाना जल दें। अनार के पौधे को सींचें।

सिंह राशि की प्रमुख विशेषताएं

  1. राशि ‒ सिंह
    1. राशि चिह्न ‒ शेर
    2. राशि स्वामी ‒ सूर्य
    3. राशि तत्त्व ‒ अग्नि तत्त्व
    4. राशि स्वरूप ‒ स्थिर
    5. राशि दिशा ‒ पूर्व
    6. राशि लिंग व गुण ‒ पुरुष, सतोगुणी
    7. राशि जाति ‒ क्षत्रिय
    8. राशि प्रकृति व स्वभाव ‒ क्रूर स्वभाव, पित्त प्रकृति
    9. राशि का अंग ‒ हृदय
    10. राशि का रत्न ‒ माणिक्य
    11. अनुकूल उपरत्न ‒ सूर्यकांत मणि
    12. अनुकूल धातु ‒ स्वर्ण
    13. अनुकूल रंग ‒ चमकीला श्वेत, पीला, भगवा
    14. शुभ दिवस ‒ रविवार, बुधवार
    15. अनुकूल देवता ‒ सूर्य
    16. व्रत, उपवास ‒ रविवार
    17. अनुकूल अंक ‒ 1
    18. अनुकूल तारीख़ें ‒ 1/10/19/28
    19. मित्र राशियां ‒ मिथुन, कन्या, मेष, धनु
    20. शत्रु राशियां ‒ वृषभ, तुला, मकर, कुंभ
    21. सकारात्मक तथ्य ‒ खुले दिल-दिमाग वाला, उदारमना, गर्मजोशी
    22. नकारात्मक तथ्य ‒ घमंडी, अति आत्मविश्वास, अति महत्त्वाकांक्षी

मा, मी, मु, मे मघा-4

मो, टा, टी, टु पूर्वाफाल्गुनी-5

टे उत्तराफाल्गुनी-1


1 जनवरी से 7 जनवरी तक

वर्ष के आरंभ का पहले मास का पहला सप्ताह बहुत शानदार जोरदार रहेगा। 1, 2 को संतुष्टि, सम्पत्ति व सुकून तीनों प्राप्त होगा। घर-परिवार में खुशियां आएंगी। आप इस समय का भरपूर आनंद उठाएंगे। 3,

4 को समय संतोष जनक रहेगा। घर में मांगलिक कार्यक्रम की तैयारियां चलेंगी। अविवाहितों के सगाई संबंध की बात आगे बढ़ेगी। मनपसंद रिश्ते आने से मन में प्रसन्नता रहेगी। 5, 6, 7 को कार्यस्थल पर उत्साह का वातावरण बनेगा। आर्थिक रूप से मजबूती आएगी। पैतृक सम्पत्ति संबंधी विवाद सुलझेगा। मित्रें के साथ मिलकर पिकनिक पर जा सकते हैं। नये वर्ष का पूरा उत्साह से स्वागत करेंगे।


ग्रह स्थिति

मासारम्भ में चंद्रमा सिंह राशि का लग्न में, केतु कन्या राशि का द्वितीय भाव में, शुक्र+बुध वृश्चिक राशि का चतुर्थ भाव में, सूर्य+मंगल धनु राशि का पंचम भाव में, शनि कुंभ राशि का सप्तम भाव में, राहु मीन राशि का अष्टम भाव में, बृहस्पति मेष राशि का नवम भाव में चलायमान है।

सिंह राशि की शुभ-अशुभ तारीख़ें

2023शुभ तारीख़ेंसावधानी रखने योग्य अशुभ तारीख़ें
जनवरी1, 2, 5, 6, 22, 23, 24, 28, 297, 8, 9, 16, 17, 25, 26
फरवरी1, 2, 3, 18, 19, 20, 24, 25, 294, 5, 12, 13, 14, 21, 22
मार्च1, 17, 18, 22, 23, 24, 27, 282, 3, 4, 10, 11, 12, 20, 21, 30, 31
अप्रैल13, 14, 15, 18, 19, 20, 23, 247, 8, 16, 17, 26, 27
मई11, 12, 16, 17, 20, 21, 224, 5, 6, 13, 14, 23, 24, 25
जून7, 8, 12, 13, 14, 17, 181, 2, 10, 11, 20, 21, 28, 29
जुलाई4, 5, 6, 9, 10, 11, 14, 157, 8, 17, 18, 25, 26, 27
अगस्त1, 2, 6, 7, 10, 11, 12, 28, 293, 4, 13, 14, 15, 21, 22, 23, 31
सितम्बर2, 3, 4, 7, 8, 24, 25, 29, 301, 10, 11, 18, 19, 27, 28
अक्टूबर1, 4, 5, 21, 22, 23, 27, 28, 316, 7, 8, 15, 16, 17, 24, 25
नवम्बर1, 2, 18, 19, 23, 24, 27, 28, 293, 4, 5, 12, 13, 21, 30
दिसम्बर15, 16, 20, 21, 22, 25, 261, 2, 9, 10, 11, 18, 19, 28, 29

सिंह राशि का वार्षिक भविष्यफल

Singh Rashifal 2024
सिंह राशि

यह साल 2024 सिंह राशि वाले जातकों के लिए मध्यम फलकारी रहेंगे। कभी खुशी तो कभी गम वाला वातवरण रहेगा। इस साल स्वास्थ्य तो ठीक रहेगा, परंतु फिर भी आपको परिवार के किसी सदस्य या

मित्र के स्वास्थ्य को लेकर दो-तीन बार अस्पताल जाना पड़ सकता है। शनि सप्तम में स्थित है। अतः जीवन साथी का स्वास्थ्य डावाडोल रह सकता है। बृहस्पति भाग्य में है। कैरियर के लिहाज से महत्वपूर्ण योजना बनायेंगे। व्यापार व कारोबार विस्तार की जो योजना पिछले काफी समय से चल रही थी, उस पर काम शुरू होगा। आपका पूरा फोकस व्यापार को बढ़ाने पर होगा। मार्केटिंग पर ध्यान देंगे। चन्द्रमा वर्षारंभ में आपकी राशि में स्थित है, जो मनोबल को काफी बलवान रखेगा। चल अचल सम्पति में इजाफा होगा। इस साल आप भूमि, भवन, वाहन आदि की खरीद कर सकते हैं। हालांकि खरीददारी से पूर्व कागजात को अच्छी तरह से चैक कर लें, अतिविश्वास में आपके साथ कोई विश्वासघात हो सकता है। राशि का स्वामी सूर्य पाँचवे तथा मई तक बृहस्पति भाग्य स्थान में स्थित है। विद्यार्थी पूर्ण रूप से अपने अध्ययन पर केन्द्रित रहेंगे। विद्यार्थियों का परिणाम भी उनकी मेहनत व परिश्रम के अनुकुल ही आयेगा। नौकरी से संबंधित परीक्षा विभागीय परीक्षा, प्रमोशन आदि से संबंधित परीक्षा में सफलता दृष्टिगोचर हो रही है।

अगर आप राजकीय सेवा में हैं, तो यह साल आपके लिए उन्नतिप्रद रहेगा। आपको नौकरी में महत्वपूर्ण कार्यभार मिल सकता है, फिर भी आपको व्यवहार में सावधानी रखने की आवश्यकता है। अजनबी व अपरिचित व्यक्तियों से सावधान रहे। मई के पश्चात् देवगुरु बृहस्पति आपकी राशि से दशम स्थान में आकर नौकरी में कार्यभार अधिक रहेगा। व्यापार में

आपकी नवीन योजना व नई प्लानिंग पर काम शुरू होगा। केतु दूसरे स्थान में स्थित है। अतः पैसा पास में नहीं टिक पायेगा।

धन आने से पहले जाने का रास्ता तैयार रहेगा। कहीं से रुका हुआ व अटका रुपया प्राप्त होगा। शनि सातवें स्थान में स्थित है। अतः प्रेम प्रसंग व संबंध पारिवारिक तनाव का कारण बन सकता है। आपको पारिवारिक जीवन में बेहतर तालमेल बनाना चाहिए। घर के बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद प्राप्त होगा, हालांकि उनका स्वास्थ्य जरूर चिंता का कारण बनेगा। मित्रें की संख्या बढ़ेगी हालांकि मित्र सच्चे व अच्छे नहीं होंगे। अवसरवादी मित्रें से सावधान रहें। आप सिंह राशि के जातक हैं। सिंह राशि के जातक अति उत्साही होते हैं, तथा अति-उत्साह में कई बार

ऐसे काम कर जायेंगे, जिसकी कभी किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी। कोर्ट-केस विवाद आदि।

घर, परिवार, संतान व रिश्तेदारः- इस साल विवाह

योग्य जातकों के विवाह की बात आगे बढ़ेगी। बातचीत का सिलसिला जरूर आरम्भ होगा। आप यह महसूस करेंगे कि जीवन साथी से कदम-कदम पर आपको साथ व सहयोग मिल रहा है। हालांकि वर्ष पर्यंत सप्तम में शनि के कारण जीवन साथी का स्वास्थ्य जरूर कमजोर रह सकता है। 30 जून से 15 नवम्बर तक शनि के वक्र काल में ज्यादा सावधानी अपेक्षित है। संतान की शिक्षा, विवाह, कैरियर आदि पर जमकर खर्चा होगा। संतान आपकी आज्ञा में भी रहेगी। भाइयों से सम्पत्ति संबंधी विवाद व बंटवारे से संबंधित विवाद कहीं न कहीं किसी की मध्यस्थता से सुलझ जायेगा। रिश्तेदारों से आपको भावनात्मक सम्बल प्राप्त होगा। पिता-पुत्र में वैचारिक मतभेद रहेंगे। इसी प्रकार 30 जून से 15 नवम्बर के मध्य शनि के वक्रकाल में घर के किसी वरिष्ठ व बुजुर्ग सदस्य का स्वास्थ्य गड़बड़ हो सकता है। बृहस्पति मई के पश्चात् दशक स्थान में आकर संतान के कैरियर विवाह आदि से संबंन्धित शुभ समाचार दिलवा सकते हैं।

विद्याध्ययन, पढ़ाई व कैरियरः- विद्यार्थियों के लिए यह साल 2024 उपलब्धियों से परिपूर्ण रहेगा। विद्यार्थियों को सफ- लता मिलेगी। कैरियर व नौकरी से संबंधित परीक्षा, विभागीय

परीक्षा का परिणाम अनुकुल आयेगा ही। परंतु आप पूरी लगन पूरी निष्ठा व ईमानदारी से अध्ययन में जुट जाए। कुसंगति व गलत लोगों से दूर रहें। साथ ही सोशल मीडिया फेसबुक, व्हाट्सप्प आदि से दूरी बनाकर रखें। मेडिकल, इंजीनियरिंग व मैनेजटमेंट से जुड़े विद्यार्थियों के लिए साल उपयुक्त है। 1 मई के पश्चात् दसवाँ शनि परिश्रम से लाभ दिलवा सकता है। नौकरी में थोड़ा दबाव बना रहेगा, वर्क प्रेशर के साथ-साथ वर्क लोड भी रहेगा। पुस्तकों को मित्र बनाएं, लक्ष्य पर पैनी नजर आपको सफलता की ओर अग्रसर करेगी। विद्यार्थी को मन व ध्यान को एकाग्र करने के लिए मेडिटेशन (ध्यान) करें। प्रेम-प्रसंग व मित्रः- वर्षारम्भ में पाँचवे स्थान में मंगल-सूर्य का योग है। अतः प्रेम प्रसंगों में व्यस्त रखेगा। बृहस्पति-मंगल में वर्षारंभ में परिवर्तन योग प्रेम संबंन्धों के लेकर तनाव भी रखेगा। पारिवारिक सुख-शांति तो बाधित होगी ही। साथ ही प्रेम प्रसंगों के उजागर होने का भय है। आप इस साल 30 जून से 15 नवम्बर के मध्य किसी मित्र

द्वारा विश्वाघात या धोखे का शिकार हो सकते हैं, मित्र कोई सच्ची-झूठी कहानी सुनाकर आपके विश्वास का नाजायाज फायदा उठा सकते हैं। दायरे में, मर्यादा के अंतर्गत किया गया प्रेम आपके व्यक्तित्व को ऊचाईयां प्रदान करेगा। प्रेम का समाधान इस साल में निकलने के आसार हैं। खर्चों पर नियंत्रण रखें, अन्यथा उधार लेने की भी नौबत आ सकती है। संतान की शिक्षा, विवाह व सगाई इत्यादि पर इस साल किसी खर्चे के

योग हैं। नौकरी में आगे बढ़ने के अवसर आपकी प्रतीक्षा कर रहे हैं। लेकिन आपको पहले से और ज्यादा मेहनत व परिश्रम करने की आवश्यकता है। प्राईवेट नौकरी में लक्ष्यों को हासिल करने का दबाव तो रहेगा, लेकिन आप सूझ-बूझ और विवेक से लक्ष्यों को अंतिम समय तक हासिल कर लेगें।

शारीरिक सुख एवं स्वास्थ्यः- स्वास्थ्य को लेकर यह साल ठीक ही रहेगा। किसी गंभीर व घातक बीमारी की आशंका व संभावना नहीं है। छोटी-मोटी बीमारियों से परेशानियां रहेगी। बृहस्पति का परिभ्रमण इस वर्ष मई तक नवम भाव में है। अतः मौसमी बीमारियां, सर्दी, खांसी, जुकाम, सिरदर्द जैसी

व्याधि हावी हो सकती हैं। पुराना रोग ज्यादा परेशान नहीं करेगा, परंतु पुराने रोग के प्रति सावधान अवश्य रहें। खान-पान, पाचन तंत्र के रोगों के प्रति भी सावधान रहें। वाहन सावधानीपूर्वक चलावे। 30 जून से 15 नवम्बर के मध्य शनि का वक्रत्व परिभ्रमण नुकसान प्रद रह सकता है। शारीरिक व्यायाम का ध्यान रखें। अपनी दिनचर्या व खान-पान को व्यवस्थित रखें।

व्यापार, व्यवसाय व धनः- सिंह राशि के जातक अति उत्साही व ऊर्जावान होते हैं। इस वर्ष काम-काज में आप अपनी ऊर्जा व क्षमताओं का भरपूर इस्तेमाल करेंगे। हालांकि बाजार में चल रही सुस्ती व मंदी से आपका काम-काज प्रभावित होगा। लेकिन फिर भी अपनी मेहनत अपने परिश्रम से आप हर चुनौती का दृढता से मुकाबला कर देंगे, व्यापार में काफी ठोस व महत्वपूर्ण निर्णय लेंगे, जिससे आपके मुनाफे में वृद्धि होगी, इस वर्ष व्यावसायिक गतिविधियां तेज रहेंगी। मई के पश्चात् गुरु कर्म स्थान दशम भाव में आकर आपके काम को बढ़ायेगें। अतिरिक्त कार्यभार भी रहेगा। व्यावसायिक प्रतिद्वन्दीयों व प्रतिस्पर्धियों से आप अपने आपको आगे पायेंगे। कोई सरकारी दिक्कत या परेशानी हो सकती है। भागीदार की गतिविधि पर नजर रखें। इस वर्ष सम्पति के रख-रखाव पर खर्चा होगा। मकान की मरम्मत आदि पर खर्चा होगा। धन संचय का मामला कमजोर ही रहेगा, पैसा पास में टिक नहीं पायेगा। कुछ अप्रत्याशित व आकस्मिक खर्चों की स्थिति भी रहेगी। रिश्तेदारों से लेन-देन व हिसाब-किताब साफ रखें। अन्यथा रिश्तों में खटास पैदा हो सकती है। क्वालिटी की बजाय

क्वान्टिटी पर ध्यान दें।

वाहन, खर्च व शुभ कार्यः- इस वर्ष आपको वाहन से परेशानी रहेगी। वाहन पर बार-बार खर्चा करने के बावजूद भी आपको वाहन से परेशानी रहेगी। इस साल खर्चा दबाकर होगा, परंतु खर्च के साथ-साथ आय भी दबाकर ही होगी। इस वर्ष नया वाहन खरीदने का विचार भी आप बना सकते हैं। अचल सम्पति की खरीद के योग बने हुए हैं। जहाँ तक शुभ खर्च की बात है। मई 2024 के बाद बृहस्पति का वृषभ राशि में परिभ्रमण किसी शुभ व मांगलिक कार्य की रूपरेखा बना

सकता है। घर के किसी सदस्य के स्वास्थ्य पर खर्चा हो सकता है।

हानि, कर्ज व अनहोनीः- इस साल 30 जून से 15 नवम्बर के मध्य शनि के वक्र काल में किसी रिश्तेदार या

घनिष्ठ व्यक्ति के साथ कोई अनहोनी हो सकती है। व्यापार में विस्तार की योजना, या भूमि, भवन वाहन की खरीद के लिए ऋण लेना पड़ सकता है। इस साल शुभ कार्य व मांगलिक ऋण लेना पड़ेगा। जहाँ तक धन हानि का प्रश्न है। इस साल

धन हानि की संभावना नहीं है, परंतु किसी पर भी अत्यधिक विश्वास हानि का कारण बनेगा।

यात्रऐंः- इस वर्ष काम-काज को लेकर आप यात्रऐं करेंगे। वर्ष के पूर्वार्द्ध में परिवार के साथ किसी धार्मिक यात्र

या घूमने-फिरने का कार्यक्रम बन सकता है। यात्रओं में आपने भोजन व खान-पान का विशेष ध्यान रखें।

आपको ट्रैप किया जा सकता है।

आपको ट्रैप किया जा सकता है। मित्रों की तरफ मदद का हाथ बढ़ाएंगे, परन्तु मित्रों की भीड़ में आपको कुछ अवसरवादी लोग भी मिलेंगे।

सिंह राशि की चारित्रिक विशेषताएं

आपकी राशि का अधिपति सूर्य है, जो तेजस्वी व ओजयुक्त पौरुष का प्रतिनिधित्व करता है। सिंह राशि के व्यक्ति निर्भीक, उदार व अभिमानी होते हैं। चित्त में दृढ़ता, साहस तथा धैर्य इनमें विशेष मात्रा में पाया जाता है। सूर्य आत्मशक्ति या आत्मविश्वास का कारक ग्रह माना जाता है। अतएव सिंह राशि वाले पुरुषों में आत्मशक्ति ग़ज़ब की होती है। ये कठिन-से-कठिन परिस्थितियों में भी नहीं घबराते। उनके अंदर आत्मविश्वास का भाव पूर्ण रूप से विद्यमान रहता है तथा अपनी बुद्धि एवं पराक्रम के बल पर वे जीवन में उन्नति प्राप्त करने में समर्थ रहते हैं। धनैश्वर्य, वैभव एवं भौतिक सुख-संसाधनों से ये प्रायः युक्त रहते हैं तथा जीवन में सुखपूर्वक इसका उपभोग करते हैं। ये जातक सिद्धांतवादी होते हैं तथा अपने सिद्धांतों की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहते हैं। इनकी प्रवृत्ति धार्मिक होती है तथा स्वभाव में परोपकार का भाव भी रहता है, फलतः ये पूर्ण विश्वास के योग्य होते हैं। इसके अतिरिक्त सरकारी या गैर-सरकारी क्षेत्रों में किसी उच्च पद को प्राप्त करने में समर्थ होते हैं, जिससे सामाजिक मान-प्रतिष्ठा तथा यश समाज में विद्यमान रहता है, साथ ही नेतृत्व की क्षमता भी इनमें विद्यमान रहती है।
अतः इसके प्रभाव से आपका व्यक्तित्व आकर्षक रहेगा, जिससे अन्य लोग आपसे प्रभावित रहेंगे। आप निर्भीक पुरुष होंगे तथा अपने समस्त शुभ एवं सांसारिक कार्यकलापों को निर्भयता से संपन्न करके उनमें वांछित सफलता प्राप्त करेंगे, जिससे आपको भौतिक सुख-संसाधनों एवं अन्य ऐश्वर्य की प्राप्ति होगी तथा उन्नति के मार्ग भी प्रशस्त रहेंगे, फलतः आपका जीवन सुखपूर्वक व्यतीत होगा।
आपके हृदय में उदारता का भाव भी विद्यमान रहेगा तथा अन्य लोगों के प्रति स्नेह के भाव का प्रदर्शन भी करेंगे। आपको स्वपुरुषार्थ से जीवन में सफलता प्राप्त होगी तथा प्रतियोगिता के क्षेत्र में आप सफल होंगे। आपके शत्रु व प्रतिद्वंन्द्वी आपसे भयभीत होंगे, परंतु यदि आप अन्य जनों के साथ पूर्ण समानता का व्यवहार करेंगे, तो आप समाज में लोकप्रियता तथा अतिरिक्त प्रतिष्ठा भी अर्जित करने में समर्थ हो सकते हैं।
आप में शारीरिक बल की प्रधानता विशेष रहेगी तथा परिश्रम एवं पराक्रम में अपने सांसारिक महत्त्व के कार्यों को संपन्न करेंगे तथा इनमें इच्छित सफलता प्राप्त करके जीवन में उन्नति के मार्ग प्रशस्त करेंगे। राजनीति या व्यापार आदि में आप उन्नतिशील रहेंगे तथा इन क्षेत्रों में आपकी श्रेष्ठता बनी रहेगी।
आपके स्वभाव में तेजस्विता का भाव भी विद्यमान रहेगा। अतः यदा-कदा आप अनावश्यक क्रोध या उग्रता के भाव का भी प्रदर्शन करेंगे। आयुर्वेद एवं योग आदि के प्रति आपकी आस्था विद्यमान रहेगी। आप में गंभीरता का भाव विद्यमान होगा, फलतः आपके कार्य धैर्यपूर्वक संपन्न होंगे, जिससे आपको सफलता प्राप्त होगी।
सूर्य राजयोग कारक ग्रह है। सिंह राशि के जातक प्रायः राजा की तरह ऐश्वर्य व प्रतिष्ठा का उपभोग करते हैं। ऐसे व्यक्तियों का चेहरा तेजस्वी व लालिमा युक्त होता है।
धर्म के प्रति आपके मन में श्रद्धा रहेगी तथा श्रद्धापूर्वक धार्मिक कार्यकलापों तथा अनुष्ठानों को संपन्न करेंगे। इसी परिप्रेक्ष्य में सत्संग आदि में भी अपना योगदान प्रदान कर सकते हैं। आपको भ्रमण या पर्वतीय क्षेत्र में घूमना रुचिकर लगेगा। अतः आप समय-समय पर ऐसे स्थानों की सैर करते रहेंगे। इस प्रकार समस्त सुखों का उपभोग करते हुए आप अपना समय व्यतीत करेंगे।
सिंह राशि पुरुष संज्ञक व अग्नि तत्त्व प्रधान राशि है। आप उदार हृदय होने के नाते लोगों को क्षमा कर देते हैं। परंतु यदि कोई आपके मान, पद व प्रतिष्ठा पर कालिख पोतने की कोशिश करता है, तो आप उसे कभी भी क्षमा नहीं करेंगे। आपके जोश, हिम्मत व रोब के सामने शत्रु के हौसले पस्त हो जाएंगे। शत्रु आपके सामने आने से हमेशा घबराएगा, इसलिए पीठ पीछे आपकी बुराई होगी व सम्मुख प्रशंसा। आप चापलूस लोगों से बचें।
सिंह राशि चतुष्पद, शीर्षोदय व दिनबली है। रात्रि के कार्यकलाप आपके लिए अनुकूल नहीं कहे जा सकते। आप किसी के भी अधीनस्थ रहकर कार्य नहीं कर सकते। आप स्वच्छंदचारी व स्वतंत्र विचारों वाले व्यक्ति हैं। यदि आप व्यापारी हैं, तो आप देखेंगे कि आपका भागीदार आपसे कुछ दबा हुआ, डरा हुआ-सा होगा। यह आपकी प्रकृति प्रदत्त शक्ति व जन्मजात विशेषता है।
यदि आपका जन्म सिंह राशि के अन्तर्गत ‘मघा नक्षत्र’ (मा, मी, मु, मे) में हुआ है, तो आपका जन्म 7 वर्ष की केतु की दशा के अन्तर्गत हुआ है। आपकी योनि‒मूषक, गण‒राक्षस, वर्ण‒क्षत्रिय, हंसक‒वायु, नाड़ी‒आद्य, पाया‒चांदी एवं वर्ग भी मूषक है। आप ठिगने कद के सुदृढ़ वक्ष-स्थल एवं मज़बूत जंघाओं के मालिक हैं। गर्दन कुछ मोटी, वाणी में कुछ कर्कशता व रुखापन सिंह राशि वाले व्यक्ति की विशेषता है। इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले व्यक्तियों को प्रायः 5 व 6 नम्बर के दांत तीखे, जिह्वा चौकोर व खुरदरी होती है। मघा नक्षत्र में जन्म लेने वाले व्यक्तियों की आंखों में कुछ विशेष आकर्षण होता है, चेहरा शेर के समान भरा हुआ व रोबीला होता है। प्रायः इस राशि वाले व्यक्ति पुरुषार्थ व अपने पौरुष प्रदर्शन के लिए लालायित रहते हैं तथा इनको शानदार मूंछे रखने का बड़ा शौक रहता है। कुछ हद तक अभिमानी होने के नाते ये बहुत जल्दी नाराज़ भी हो जाते हैं तथा अपनी मर्दानगी एवं बलशाली शक्ति का दुरुपयोग करने में भी नहीं हिचकिचाते।
यदि आपका जन्म सिंह राशि के अन्तर्गत ‘पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र’ (मो, टा, टी, टू) में हुआ है, तो आपका जन्म 20 वर्ष की शुक्र की महादशा में हुआ है। आपकी योनि‒मूषक, गण‒मनुष्य, वर्ण‒क्षत्रिय, हंसक‒वायु, नाड़ी‒मध्य, पाया‒चांदी इस नक्षत्र के प्रथम चरण का वर्ग-मूषक तथा अंतिम तीन चरण का वर्ण-श्वान है। इस नक्षत्र में जन्मे व्यक्ति मधुर भाषी एवं भ्रमणशील होते हैं। इन्हें पानी से बहुत प्रेम होता है।
यदि आपका जन्म सिंह राशि के अन्तर्गत ‘उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र’ के प्रथम चरण (टे) में हुआ है, तो आपका जन्म 6 वर्ष की सूर्य की महादशा में हुआ है। आपकी योनि‒गौ, गण‒मनुष्य, वर्ण‒क्षत्रिय, हंसक‒वायु, नाड़ी‒आद्य, पाया‒चांदी तथा वर्ग‒श्वान है। इस नक्षत्र में जन्मे जातक सूर्य के समान तेजस्वी होते हैं तथा अपने परिश्रम से बहुत सारा धन एवं बहुत नाम अर्जित करते हैं।
सिंह राशि वालों के पिता-पुत्र में कम बनती है। धार्मिक क्षेत्र में आप शक्ति के उपासक हैं। भैरों, सिंह एवं सूर्य इत्यादि शक्ति प्रधान देवताओं में आपकी रुचि रहेगी। सिंह राशि, उष्ण-स्वभाव, अल्प-संतति, पीतवर्ण, भ्रमणप्रिय व निर्जल राशि है। आपको मलाईदार वस्तुओं में रुचि रहेगी। सूर्य का तेजोमय ‘माणिक्य रत्न’ आपके लिए सदा सर्वथा अनुकूल व शुभ रहेगा।

सिंह राशि वालों के लिए उपाय

4 1/4 का ‘माणिक्य’ या ‘सूर्यकांतमणि’ धारण करें। आदित्य हृदय स्रोत का रोज़ाना पाठ करें। सूर्य को अर्घ्य दें। लाल रंग के 7 पुष्प भाग्योदय व उन्नति की कामना से जलाशय में प्रवाहित करें। लाल रंग के पुष्प व पत्ते वाले पौधे को रोज़ाना जल दें। अनार के पौधे को सींचें।

सिंह राशि की प्रमुख विशेषताएं

  1. राशि ‒ सिंह
    1. राशि चिह्न ‒ शेर
    2. राशि स्वामी ‒ सूर्य
    3. राशि तत्त्व ‒ अग्नि तत्त्व
    4. राशि स्वरूप ‒ स्थिर
    5. राशि दिशा ‒ पूर्व
    6. राशि लिंग व गुण ‒ पुरुष, सतोगुणी
    7. राशि जाति ‒ क्षत्रिय
    8. राशि प्रकृति व स्वभाव ‒ क्रूर स्वभाव, पित्त प्रकृति
    9. राशि का अंग ‒ हृदय
    10. राशि का रत्न ‒ माणिक्य
    11. अनुकूल उपरत्न ‒ सूर्यकांत मणि
    12. अनुकूल धातु ‒ स्वर्ण
    13. अनुकूल रंग ‒ चमकीला श्वेत, पीला, भगवा
    14. शुभ दिवस ‒ रविवार, बुधवार
    15. अनुकूल देवता ‒ सूर्य
    16. व्रत, उपवास ‒ रविवार
    17. अनुकूल अंक ‒ 1
    18. अनुकूल तारीख़ें ‒ 1/10/19/28
    19. मित्र राशियां ‒ मिथुन, कन्या, मेष, धनु
    20. शत्रु राशियां ‒ वृषभ, तुला, मकर, कुंभ
    21. सकारात्मक तथ्य ‒ खुले दिल-दिमाग वाला, उदारमना, गर्मजोशी
    22. नकारात्मक तथ्य ‒ घमंडी, अति आत्मविश्वास, अति महत्त्वाकांक्षी

मा, मी, मु, मे मघा-4

मो, टा, टी, टु पूर्वाफाल्गुनी-5

टे उत्तराफाल्गुनी-1


1 जनवरी से 7 जनवरी तक

वर्ष के आरंभ का पहले मास का पहला सप्ताह बहुत शानदार जोरदार रहेगा। 1, 2 को संतुष्टि, सम्पत्ति व सुकून तीनों प्राप्त होगा। घर-परिवार में खुशियां आएंगी। आप इस समय का भरपूर आनंद उठाएंगे। 3,

4 को समय संतोष जनक रहेगा। घर में मांगलिक कार्यक्रम की तैयारियां चलेंगी। अविवाहितों के सगाई संबंध की बात आगे बढ़ेगी। मनपसंद रिश्ते आने से मन में प्रसन्नता रहेगी। 5, 6, 7 को कार्यस्थल पर उत्साह का वातावरण बनेगा। आर्थिक रूप से मजबूती आएगी। पैतृक सम्पत्ति संबंधी विवाद सुलझेगा। मित्रें के साथ मिलकर पिकनिक पर जा सकते हैं। नये वर्ष का पूरा उत्साह से स्वागत करेंगे।


ग्रह स्थिति

मासारम्भ में चंद्रमा सिंह राशि का लग्न में, केतु कन्या राशि का द्वितीय भाव में, शुक्र+बुध वृश्चिक राशि का चतुर्थ भाव में, सूर्य+मंगल धनु राशि का पंचम भाव में, शनि कुंभ राशि का सप्तम भाव में, राहु मीन राशि का अष्टम भाव में, बृहस्पति मेष राशि का नवम भाव में चलायमान है।

सिंह राशि की शुभ-अशुभ तारीख़ें

2023शुभ तारीख़ेंसावधानी रखने योग्य अशुभ तारीख़ें
जनवरी1, 2, 5, 6, 22, 23, 24, 28, 297, 8, 9, 16, 17, 25, 26
फरवरी1, 2, 3, 18, 19, 20, 24, 25, 294, 5, 12, 13, 14, 21, 22
मार्च1, 17, 18, 22, 23, 24, 27, 282, 3, 4, 10, 11, 12, 20, 21, 30, 31
अप्रैल13, 14, 15, 18, 19, 20, 23, 247, 8, 16, 17, 26, 27
मई11, 12, 16, 17, 20, 21, 224, 5, 6, 13, 14, 23, 24, 25
जून7, 8, 12, 13, 14, 17, 181, 2, 10, 11, 20, 21, 28, 29
जुलाई4, 5, 6, 9, 10, 11, 14, 157, 8, 17, 18, 25, 26, 27
अगस्त1, 2, 6, 7, 10, 11, 12, 28, 293, 4, 13, 14, 15, 21, 22, 23, 31
सितम्बर2, 3, 4, 7, 8, 24, 25, 29, 301, 10, 11, 18, 19, 27, 28
अक्टूबर1, 4, 5, 21, 22, 23, 27, 28, 316, 7, 8, 15, 16, 17, 24, 25
नवम्बर1, 2, 18, 19, 23, 24, 27, 28, 293, 4, 5, 12, 13, 21, 30
दिसम्बर15, 16, 20, 21, 22, 25, 261, 2, 9, 10, 11, 18, 19, 28, 29

सिंह राशि का वार्षिक भविष्यफल

Singh Rashifal 2024
सिंह राशि

यह साल 2024 सिंह राशि वाले जातकों के लिए मध्यम फलकारी रहेंगे। कभी खुशी तो कभी गम वाला वातवरण रहेगा। इस साल स्वास्थ्य तो ठीक रहेगा, परंतु फिर भी आपको परिवार के किसी सदस्य या

मित्र के स्वास्थ्य को लेकर दो-तीन बार अस्पताल जाना पड़ सकता है। शनि सप्तम में स्थित है। अतः जीवन साथी का स्वास्थ्य डावाडोल रह सकता है। बृहस्पति भाग्य में है। कैरियर के लिहाज से महत्वपूर्ण योजना बनायेंगे। व्यापार व कारोबार विस्तार की जो योजना पिछले काफी समय से चल रही थी, उस पर काम शुरू होगा। आपका पूरा फोकस व्यापार को बढ़ाने पर होगा। मार्केटिंग पर ध्यान देंगे। चन्द्रमा वर्षारंभ में आपकी राशि में स्थित है, जो मनोबल को काफी बलवान रखेगा। चल अचल सम्पति में इजाफा होगा। इस साल आप भूमि, भवन, वाहन आदि की खरीद कर सकते हैं। हालांकि खरीददारी से पूर्व कागजात को अच्छी तरह से चैक कर लें, अतिविश्वास में आपके साथ कोई विश्वासघात हो सकता है। राशि का स्वामी सूर्य पाँचवे तथा मई तक बृहस्पति भाग्य स्थान में स्थित है। विद्यार्थी पूर्ण रूप से अपने अध्ययन पर केन्द्रित रहेंगे। विद्यार्थियों का परिणाम भी उनकी मेहनत व परिश्रम के अनुकुल ही आयेगा। नौकरी से संबंधित परीक्षा विभागीय परीक्षा, प्रमोशन आदि से संबंधित परीक्षा में सफलता दृष्टिगोचर हो रही है।

अगर आप राजकीय सेवा में हैं, तो यह साल आपके लिए उन्नतिप्रद रहेगा। आपको नौकरी में महत्वपूर्ण कार्यभार मिल सकता है, फिर भी आपको व्यवहार में सावधानी रखने की आवश्यकता है। अजनबी व अपरिचित व्यक्तियों से सावधान रहे। मई के पश्चात् देवगुरु बृहस्पति आपकी राशि से दशम स्थान में आकर नौकरी में कार्यभार अधिक रहेगा। व्यापार में

आपकी नवीन योजना व नई प्लानिंग पर काम शुरू होगा। केतु दूसरे स्थान में स्थित है। अतः पैसा पास में नहीं टिक पायेगा।

धन आने से पहले जाने का रास्ता तैयार रहेगा। कहीं से रुका हुआ व अटका रुपया प्राप्त होगा। शनि सातवें स्थान में स्थित है। अतः प्रेम प्रसंग व संबंध पारिवारिक तनाव का कारण बन सकता है। आपको पारिवारिक जीवन में बेहतर तालमेल बनाना चाहिए। घर के बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद प्राप्त होगा, हालांकि उनका स्वास्थ्य जरूर चिंता का कारण बनेगा। मित्रें की संख्या बढ़ेगी हालांकि मित्र सच्चे व अच्छे नहीं होंगे। अवसरवादी मित्रें से सावधान रहें। आप सिंह राशि के जातक हैं। सिंह राशि के जातक अति उत्साही होते हैं, तथा अति-उत्साह में कई बार

ऐसे काम कर जायेंगे, जिसकी कभी किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी। कोर्ट-केस विवाद आदि।

घर, परिवार, संतान व रिश्तेदारः- इस साल विवाह

योग्य जातकों के विवाह की बात आगे बढ़ेगी। बातचीत का सिलसिला जरूर आरम्भ होगा। आप यह महसूस करेंगे कि जीवन साथी से कदम-कदम पर आपको साथ व सहयोग मिल रहा है। हालांकि वर्ष पर्यंत सप्तम में शनि के कारण जीवन साथी का स्वास्थ्य जरूर कमजोर रह सकता है। 30 जून से 15 नवम्बर तक शनि के वक्र काल में ज्यादा सावधानी अपेक्षित है। संतान की शिक्षा, विवाह, कैरियर आदि पर जमकर खर्चा होगा। संतान आपकी आज्ञा में भी रहेगी। भाइयों से सम्पत्ति संबंधी विवाद व बंटवारे से संबंधित विवाद कहीं न कहीं किसी की मध्यस्थता से सुलझ जायेगा। रिश्तेदारों से आपको भावनात्मक सम्बल प्राप्त होगा। पिता-पुत्र में वैचारिक मतभेद रहेंगे। इसी प्रकार 30 जून से 15 नवम्बर के मध्य शनि के वक्रकाल में घर के किसी वरिष्ठ व बुजुर्ग सदस्य का स्वास्थ्य गड़बड़ हो सकता है। बृहस्पति मई के पश्चात् दशक स्थान में आकर संतान के कैरियर विवाह आदि से संबंन्धित शुभ समाचार दिलवा सकते हैं।

विद्याध्ययन, पढ़ाई व कैरियरः- विद्यार्थियों के लिए यह साल 2024 उपलब्धियों से परिपूर्ण रहेगा। विद्यार्थियों को सफ- लता मिलेगी। कैरियर व नौकरी से संबंधित परीक्षा, विभागीय

परीक्षा का परिणाम अनुकुल आयेगा ही। परंतु आप पूरी लगन पूरी निष्ठा व ईमानदारी से अध्ययन में जुट जाए। कुसंगति व गलत लोगों से दूर रहें। साथ ही सोशल मीडिया फेसबुक, व्हाट्सप्प आदि से दूरी बनाकर रखें। मेडिकल, इंजीनियरिंग व मैनेजटमेंट से जुड़े विद्यार्थियों के लिए साल उपयुक्त है। 1 मई के पश्चात् दसवाँ शनि परिश्रम से लाभ दिलवा सकता है। नौकरी में थोड़ा दबाव बना रहेगा, वर्क प्रेशर के साथ-साथ वर्क लोड भी रहेगा। पुस्तकों को मित्र बनाएं, लक्ष्य पर पैनी नजर आपको सफलता की ओर अग्रसर करेगी। विद्यार्थी को मन व ध्यान को एकाग्र करने के लिए मेडिटेशन (ध्यान) करें। प्रेम-प्रसंग व मित्रः- वर्षारम्भ में पाँचवे स्थान में मंगल-सूर्य का योग है। अतः प्रेम प्रसंगों में व्यस्त रखेगा। बृहस्पति-मंगल में वर्षारंभ में परिवर्तन योग प्रेम संबंन्धों के लेकर तनाव भी रखेगा। पारिवारिक सुख-शांति तो बाधित होगी ही। साथ ही प्रेम प्रसंगों के उजागर होने का भय है। आप इस साल 30 जून से 15 नवम्बर के मध्य किसी मित्र

द्वारा विश्वाघात या धोखे का शिकार हो सकते हैं, मित्र कोई सच्ची-झूठी कहानी सुनाकर आपके विश्वास का नाजायाज फायदा उठा सकते हैं। दायरे में, मर्यादा के अंतर्गत किया गया प्रेम आपके व्यक्तित्व को ऊचाईयां प्रदान करेगा। प्रेम का समाधान इस साल में निकलने के आसार हैं। खर्चों पर नियंत्रण रखें, अन्यथा उधार लेने की भी नौबत आ सकती है। संतान की शिक्षा, विवाह व सगाई इत्यादि पर इस साल किसी खर्चे के

योग हैं। नौकरी में आगे बढ़ने के अवसर आपकी प्रतीक्षा कर रहे हैं। लेकिन आपको पहले से और ज्यादा मेहनत व परिश्रम करने की आवश्यकता है। प्राईवेट नौकरी में लक्ष्यों को हासिल करने का दबाव तो रहेगा, लेकिन आप सूझ-बूझ और विवेक से लक्ष्यों को अंतिम समय तक हासिल कर लेगें।

शारीरिक सुख एवं स्वास्थ्यः- स्वास्थ्य को लेकर यह साल ठीक ही रहेगा। किसी गंभीर व घातक बीमारी की आशंका व संभावना नहीं है। छोटी-मोटी बीमारियों से परेशानियां रहेगी। बृहस्पति का परिभ्रमण इस वर्ष मई तक नवम भाव में है। अतः मौसमी बीमारियां, सर्दी, खांसी, जुकाम, सिरदर्द जैसी

व्याधि हावी हो सकती हैं। पुराना रोग ज्यादा परेशान नहीं करेगा, परंतु पुराने रोग के प्रति सावधान अवश्य रहें। खान-पान, पाचन तंत्र के रोगों के प्रति भी सावधान रहें। वाहन सावधानीपूर्वक चलावे। 30 जून से 15 नवम्बर के मध्य शनि का वक्रत्व परिभ्रमण नुकसान प्रद रह सकता है। शारीरिक व्यायाम का ध्यान रखें। अपनी दिनचर्या व खान-पान को व्यवस्थित रखें।

व्यापार, व्यवसाय व धनः- सिंह राशि के जातक अति उत्साही व ऊर्जावान होते हैं। इस वर्ष काम-काज में आप अपनी ऊर्जा व क्षमताओं का भरपूर इस्तेमाल करेंगे। हालांकि बाजार में चल रही सुस्ती व मंदी से आपका काम-काज प्रभावित होगा। लेकिन फिर भी अपनी मेहनत अपने परिश्रम से आप हर चुनौती का दृढता से मुकाबला कर देंगे, व्यापार में काफी ठोस व महत्वपूर्ण निर्णय लेंगे, जिससे आपके मुनाफे में वृद्धि होगी, इस वर्ष व्यावसायिक गतिविधियां तेज रहेंगी। मई के पश्चात् गुरु कर्म स्थान दशम भाव में आकर आपके काम को बढ़ायेगें। अतिरिक्त कार्यभार भी रहेगा। व्यावसायिक प्रतिद्वन्दीयों व प्रतिस्पर्धियों से आप अपने आपको आगे पायेंगे। कोई सरकारी दिक्कत या परेशानी हो सकती है। भागीदार की गतिविधि पर नजर रखें। इस वर्ष सम्पति के रख-रखाव पर खर्चा होगा। मकान की मरम्मत आदि पर खर्चा होगा। धन संचय का मामला कमजोर ही रहेगा, पैसा पास में टिक नहीं पायेगा। कुछ अप्रत्याशित व आकस्मिक खर्चों की स्थिति भी रहेगी। रिश्तेदारों से लेन-देन व हिसाब-किताब साफ रखें। अन्यथा रिश्तों में खटास पैदा हो सकती है। क्वालिटी की बजाय

क्वान्टिटी पर ध्यान दें।

वाहन, खर्च व शुभ कार्यः- इस वर्ष आपको वाहन से परेशानी रहेगी। वाहन पर बार-बार खर्चा करने के बावजूद भी आपको वाहन से परेशानी रहेगी। इस साल खर्चा दबाकर होगा, परंतु खर्च के साथ-साथ आय भी दबाकर ही होगी। इस वर्ष नया वाहन खरीदने का विचार भी आप बना सकते हैं। अचल सम्पति की खरीद के योग बने हुए हैं। जहाँ तक शुभ खर्च की बात है। मई 2024 के बाद बृहस्पति का वृषभ राशि में परिभ्रमण किसी शुभ व मांगलिक कार्य की रूपरेखा बना

सकता है। घर के किसी सदस्य के स्वास्थ्य पर खर्चा हो सकता है।

हानि, कर्ज व अनहोनीः- इस साल 30 जून से 15 नवम्बर के मध्य शनि के वक्र काल में किसी रिश्तेदार या

घनिष्ठ व्यक्ति के साथ कोई अनहोनी हो सकती है। व्यापार में विस्तार की योजना, या भूमि, भवन वाहन की खरीद के लिए ऋण लेना पड़ सकता है। इस साल शुभ कार्य व मांगलिक ऋण लेना पड़ेगा। जहाँ तक धन हानि का प्रश्न है। इस साल

धन हानि की संभावना नहीं है, परंतु किसी पर भी अत्यधिक विश्वास हानि का कारण बनेगा।

यात्रऐंः- इस वर्ष काम-काज को लेकर आप यात्रऐं करेंगे। वर्ष के पूर्वार्द्ध में परिवार के साथ किसी धार्मिक यात्र

या घूमने-फिरने का कार्यक्रम बन सकता है। यात्रओं में आपने भोजन व खान-पान का विशेष ध्यान रखें।

आपको ट्रैप किया जा सकता है।

आपको ट्रैप किया जा सकता है। मित्रों की तरफ मदद का हाथ बढ़ाएंगे, परन्तु मित्रों की भीड़ में आपको कुछ अवसरवादी लोग भी मिलेंगे।

सिंह राशि की चारित्रिक विशेषताएं

आपकी राशि का अधिपति सूर्य है, जो तेजस्वी व ओजयुक्त पौरुष का प्रतिनिधित्व करता है। सिंह राशि के व्यक्ति निर्भीक, उदार व अभिमानी होते हैं। चित्त में दृढ़ता, साहस तथा धैर्य इनमें विशेष मात्रा में पाया जाता है। सूर्य आत्मशक्ति या आत्मविश्वास का कारक ग्रह माना जाता है। अतएव सिंह राशि वाले पुरुषों में आत्मशक्ति ग़ज़ब की होती है। ये कठिन-से-कठिन परिस्थितियों में भी नहीं घबराते। उनके अंदर आत्मविश्वास का भाव पूर्ण रूप से विद्यमान रहता है तथा अपनी बुद्धि एवं पराक्रम के बल पर वे जीवन में उन्नति प्राप्त करने में समर्थ रहते हैं। धनैश्वर्य, वैभव एवं भौतिक सुख-संसाधनों से ये प्रायः युक्त रहते हैं तथा जीवन में सुखपूर्वक इसका उपभोग करते हैं। ये जातक सिद्धांतवादी होते हैं तथा अपने सिद्धांतों की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहते हैं। इनकी प्रवृत्ति धार्मिक होती है तथा स्वभाव में परोपकार का भाव भी रहता है, फलतः ये पूर्ण विश्वास के योग्य होते हैं। इसके अतिरिक्त सरकारी या गैर-सरकारी क्षेत्रों में किसी उच्च पद को प्राप्त करने में समर्थ होते हैं, जिससे सामाजिक मान-प्रतिष्ठा तथा यश समाज में विद्यमान रहता है, साथ ही नेतृत्व की क्षमता भी इनमें विद्यमान रहती है।
अतः इसके प्रभाव से आपका व्यक्तित्व आकर्षक रहेगा, जिससे अन्य लोग आपसे प्रभावित रहेंगे। आप निर्भीक पुरुष होंगे तथा अपने समस्त शुभ एवं सांसारिक कार्यकलापों को निर्भयता से संपन्न करके उनमें वांछित सफलता प्राप्त करेंगे, जिससे आपको भौतिक सुख-संसाधनों एवं अन्य ऐश्वर्य की प्राप्ति होगी तथा उन्नति के मार्ग भी प्रशस्त रहेंगे, फलतः आपका जीवन सुखपूर्वक व्यतीत होगा।
आपके हृदय में उदारता का भाव भी विद्यमान रहेगा तथा अन्य लोगों के प्रति स्नेह के भाव का प्रदर्शन भी करेंगे। आपको स्वपुरुषार्थ से जीवन में सफलता प्राप्त होगी तथा प्रतियोगिता के क्षेत्र में आप सफल होंगे। आपके शत्रु व प्रतिद्वंन्द्वी आपसे भयभीत होंगे, परंतु यदि आप अन्य जनों के साथ पूर्ण समानता का व्यवहार करेंगे, तो आप समाज में लोकप्रियता तथा अतिरिक्त प्रतिष्ठा भी अर्जित करने में समर्थ हो सकते हैं।
आप में शारीरिक बल की प्रधानता विशेष रहेगी तथा परिश्रम एवं पराक्रम में अपने सांसारिक महत्त्व के कार्यों को संपन्न करेंगे तथा इनमें इच्छित सफलता प्राप्त करके जीवन में उन्नति के मार्ग प्रशस्त करेंगे। राजनीति या व्यापार आदि में आप उन्नतिशील रहेंगे तथा इन क्षेत्रों में आपकी श्रेष्ठता बनी रहेगी।
आपके स्वभाव में तेजस्विता का भाव भी विद्यमान रहेगा। अतः यदा-कदा आप अनावश्यक क्रोध या उग्रता के भाव का भी प्रदर्शन करेंगे। आयुर्वेद एवं योग आदि के प्रति आपकी आस्था विद्यमान रहेगी। आप में गंभीरता का भाव विद्यमान होगा, फलतः आपके कार्य धैर्यपूर्वक संपन्न होंगे, जिससे आपको सफलता प्राप्त होगी।
सूर्य राजयोग कारक ग्रह है। सिंह राशि के जातक प्रायः राजा की तरह ऐश्वर्य व प्रतिष्ठा का उपभोग करते हैं। ऐसे व्यक्तियों का चेहरा तेजस्वी व लालिमा युक्त होता है।
धर्म के प्रति आपके मन में श्रद्धा रहेगी तथा श्रद्धापूर्वक धार्मिक कार्यकलापों तथा अनुष्ठानों को संपन्न करेंगे। इसी परिप्रेक्ष्य में सत्संग आदि में भी अपना योगदान प्रदान कर सकते हैं। आपको भ्रमण या पर्वतीय क्षेत्र में घूमना रुचिकर लगेगा। अतः आप समय-समय पर ऐसे स्थानों की सैर करते रहेंगे। इस प्रकार समस्त सुखों का उपभोग करते हुए आप अपना समय व्यतीत करेंगे।
सिंह राशि पुरुष संज्ञक व अग्नि तत्त्व प्रधान राशि है। आप उदार हृदय होने के नाते लोगों को क्षमा कर देते हैं। परंतु यदि कोई आपके मान, पद व प्रतिष्ठा पर कालिख पोतने की कोशिश करता है, तो आप उसे कभी भी क्षमा नहीं करेंगे। आपके जोश, हिम्मत व रोब के सामने शत्रु के हौसले पस्त हो जाएंगे। शत्रु आपके सामने आने से हमेशा घबराएगा, इसलिए पीठ पीछे आपकी बुराई होगी व सम्मुख प्रशंसा। आप चापलूस लोगों से बचें।
सिंह राशि चतुष्पद, शीर्षोदय व दिनबली है। रात्रि के कार्यकलाप आपके लिए अनुकूल नहीं कहे जा सकते। आप किसी के भी अधीनस्थ रहकर कार्य नहीं कर सकते। आप स्वच्छंदचारी व स्वतंत्र विचारों वाले व्यक्ति हैं। यदि आप व्यापारी हैं, तो आप देखेंगे कि आपका भागीदार आपसे कुछ दबा हुआ, डरा हुआ-सा होगा। यह आपकी प्रकृति प्रदत्त शक्ति व जन्मजात विशेषता है।
यदि आपका जन्म सिंह राशि के अन्तर्गत ‘मघा नक्षत्र’ (मा, मी, मु, मे) में हुआ है, तो आपका जन्म 7 वर्ष की केतु की दशा के अन्तर्गत हुआ है। आपकी योनि‒मूषक, गण‒राक्षस, वर्ण‒क्षत्रिय, हंसक‒वायु, नाड़ी‒आद्य, पाया‒चांदी एवं वर्ग भी मूषक है। आप ठिगने कद के सुदृढ़ वक्ष-स्थल एवं मज़बूत जंघाओं के मालिक हैं। गर्दन कुछ मोटी, वाणी में कुछ कर्कशता व रुखापन सिंह राशि वाले व्यक्ति की विशेषता है। इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले व्यक्तियों को प्रायः 5 व 6 नम्बर के दांत तीखे, जिह्वा चौकोर व खुरदरी होती है। मघा नक्षत्र में जन्म लेने वाले व्यक्तियों की आंखों में कुछ विशेष आकर्षण होता है, चेहरा शेर के समान भरा हुआ व रोबीला होता है। प्रायः इस राशि वाले व्यक्ति पुरुषार्थ व अपने पौरुष प्रदर्शन के लिए लालायित रहते हैं तथा इनको शानदार मूंछे रखने का बड़ा शौक रहता है। कुछ हद तक अभिमानी होने के नाते ये बहुत जल्दी नाराज़ भी हो जाते हैं तथा अपनी मर्दानगी एवं बलशाली शक्ति का दुरुपयोग करने में भी नहीं हिचकिचाते।
यदि आपका जन्म सिंह राशि के अन्तर्गत ‘पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र’ (मो, टा, टी, टू) में हुआ है, तो आपका जन्म 20 वर्ष की शुक्र की महादशा में हुआ है। आपकी योनि‒मूषक, गण‒मनुष्य, वर्ण‒क्षत्रिय, हंसक‒वायु, नाड़ी‒मध्य, पाया‒चांदी इस नक्षत्र के प्रथम चरण का वर्ग-मूषक तथा अंतिम तीन चरण का वर्ण-श्वान है। इस नक्षत्र में जन्मे व्यक्ति मधुर भाषी एवं भ्रमणशील होते हैं। इन्हें पानी से बहुत प्रेम होता है।
यदि आपका जन्म सिंह राशि के अन्तर्गत ‘उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र’ के प्रथम चरण (टे) में हुआ है, तो आपका जन्म 6 वर्ष की सूर्य की महादशा में हुआ है। आपकी योनि‒गौ, गण‒मनुष्य, वर्ण‒क्षत्रिय, हंसक‒वायु, नाड़ी‒आद्य, पाया‒चांदी तथा वर्ग‒श्वान है। इस नक्षत्र में जन्मे जातक सूर्य के समान तेजस्वी होते हैं तथा अपने परिश्रम से बहुत सारा धन एवं बहुत नाम अर्जित करते हैं।
सिंह राशि वालों के पिता-पुत्र में कम बनती है। धार्मिक क्षेत्र में आप शक्ति के उपासक हैं। भैरों, सिंह एवं सूर्य इत्यादि शक्ति प्रधान देवताओं में आपकी रुचि रहेगी। सिंह राशि, उष्ण-स्वभाव, अल्प-संतति, पीतवर्ण, भ्रमणप्रिय व निर्जल राशि है। आपको मलाईदार वस्तुओं में रुचि रहेगी। सूर्य का तेजोमय ‘माणिक्य रत्न’ आपके लिए सदा सर्वथा अनुकूल व शुभ रहेगा।

सिंह राशि वालों के लिए उपाय

4 1/4 का ‘माणिक्य’ या ‘सूर्यकांतमणि’ धारण करें। आदित्य हृदय स्रोत का रोज़ाना पाठ करें। सूर्य को अर्घ्य दें। लाल रंग के 7 पुष्प भाग्योदय व उन्नति की कामना से जलाशय में प्रवाहित करें। लाल रंग के पुष्प व पत्ते वाले पौधे को रोज़ाना जल दें। अनार के पौधे को सींचें।

सिंह राशि की प्रमुख विशेषताएं

  1. राशि ‒ सिंह
    1. राशि चिह्न ‒ शेर
    2. राशि स्वामी ‒ सूर्य
    3. राशि तत्त्व ‒ अग्नि तत्त्व
    4. राशि स्वरूप ‒ स्थिर
    5. राशि दिशा ‒ पूर्व
    6. राशि लिंग व गुण ‒ पुरुष, सतोगुणी
    7. राशि जाति ‒ क्षत्रिय
    8. राशि प्रकृति व स्वभाव ‒ क्रूर स्वभाव, पित्त प्रकृति
    9. राशि का अंग ‒ हृदय
    10. राशि का रत्न ‒ माणिक्य
    11. अनुकूल उपरत्न ‒ सूर्यकांत मणि
    12. अनुकूल धातु ‒ स्वर्ण
    13. अनुकूल रंग ‒ चमकीला श्वेत, पीला, भगवा
    14. शुभ दिवस ‒ रविवार, बुधवार
    15. अनुकूल देवता ‒ सूर्य
    16. व्रत, उपवास ‒ रविवार
    17. अनुकूल अंक ‒ 1
    18. अनुकूल तारीख़ें ‒ 1/10/19/28
    19. मित्र राशियां ‒ मिथुन, कन्या, मेष, धनु
    20. शत्रु राशियां ‒ वृषभ, तुला, मकर, कुंभ
    21. सकारात्मक तथ्य ‒ खुले दिल-दिमाग वाला, उदारमना, गर्मजोशी
    22. नकारात्मक तथ्य ‒ घमंडी, अति आत्मविश्वास, अति महत्त्वाकांक्षी

मा, मी, मु, मे मघा-4

मो, टा, टी, टु पूर्वाफाल्गुनी-5

टे उत्तराफाल्गुनी-1


1 जनवरी से 7 जनवरी तक

वर्ष के आरंभ का पहले मास का पहला सप्ताह बहुत शानदार जोरदार रहेगा। 1, 2 को संतुष्टि, सम्पत्ति व सुकून तीनों प्राप्त होगा। घर-परिवार में खुशियां आएंगी। आप इस समय का भरपूर आनंद उठाएंगे। 3,

4 को समय संतोष जनक रहेगा। घर में मांगलिक कार्यक्रम की तैयारियां चलेंगी। अविवाहितों के सगाई संबंध की बात आगे बढ़ेगी। मनपसंद रिश्ते आने से मन में प्रसन्नता रहेगी। 5, 6, 7 को कार्यस्थल पर उत्साह का वातावरण बनेगा। आर्थिक रूप से मजबूती आएगी। पैतृक सम्पत्ति संबंधी विवाद सुलझेगा। मित्रें के साथ मिलकर पिकनिक पर जा सकते हैं। नये वर्ष का पूरा उत्साह से स्वागत करेंगे।


ग्रह स्थिति

मासारम्भ में चंद्रमा सिंह राशि का लग्न में, केतु कन्या राशि का द्वितीय भाव में, शुक्र+बुध वृश्चिक राशि का चतुर्थ भाव में, सूर्य+मंगल धनु राशि का पंचम भाव में, शनि कुंभ राशि का सप्तम भाव में, राहु मीन राशि का अष्टम भाव में, बृहस्पति मेष राशि का नवम भाव में चलायमान है।

सिंह राशि की शुभ-अशुभ तारीख़ें

2023शुभ तारीख़ेंसावधानी रखने योग्य अशुभ तारीख़ें
जनवरी1, 2, 5, 6, 22, 23, 24, 28, 297, 8, 9, 16, 17, 25, 26
फरवरी1, 2, 3, 18, 19, 20, 24, 25, 294, 5, 12, 13, 14, 21, 22
मार्च1, 17, 18, 22, 23, 24, 27, 282, 3, 4, 10, 11, 12, 20, 21, 30, 31
अप्रैल13, 14, 15, 18, 19, 20, 23, 247, 8, 16, 17, 26, 27
मई11, 12, 16, 17, 20, 21, 224, 5, 6, 13, 14, 23, 24, 25
जून7, 8, 12, 13, 14, 17, 181, 2, 10, 11, 20, 21, 28, 29
जुलाई4, 5, 6, 9, 10, 11, 14, 157, 8, 17, 18, 25, 26, 27
अगस्त1, 2, 6, 7, 10, 11, 12, 28, 293, 4, 13, 14, 15, 21, 22, 23, 31
सितम्बर2, 3, 4, 7, 8, 24, 25, 29, 301, 10, 11, 18, 19, 27, 28
अक्टूबर1, 4, 5, 21, 22, 23, 27, 28, 316, 7, 8, 15, 16, 17, 24, 25
नवम्बर1, 2, 18, 19, 23, 24, 27, 28, 293, 4, 5, 12, 13, 21, 30
दिसम्बर15, 16, 20, 21, 22, 25, 261, 2, 9, 10, 11, 18, 19, 28, 29

सिंह राशि का वार्षिक भविष्यफल

Singh Rashifal 2024
सिंह राशि

यह साल 2024 सिंह राशि वाले जातकों के लिए मध्यम फलकारी रहेंगे। कभी खुशी तो कभी गम वाला वातवरण रहेगा। इस साल स्वास्थ्य तो ठीक रहेगा, परंतु फिर भी आपको परिवार के किसी सदस्य या

मित्र के स्वास्थ्य को लेकर दो-तीन बार अस्पताल जाना पड़ सकता है। शनि सप्तम में स्थित है। अतः जीवन साथी का स्वास्थ्य डावाडोल रह सकता है। बृहस्पति भाग्य में है। कैरियर के लिहाज से महत्वपूर्ण योजना बनायेंगे। व्यापार व कारोबार विस्तार की जो योजना पिछले काफी समय से चल रही थी, उस पर काम शुरू होगा। आपका पूरा फोकस व्यापार को बढ़ाने पर होगा। मार्केटिंग पर ध्यान देंगे। चन्द्रमा वर्षारंभ में आपकी राशि में स्थित है, जो मनोबल को काफी बलवान रखेगा। चल अचल सम्पति में इजाफा होगा। इस साल आप भूमि, भवन, वाहन आदि की खरीद कर सकते हैं। हालांकि खरीददारी से पूर्व कागजात को अच्छी तरह से चैक कर लें, अतिविश्वास में आपके साथ कोई विश्वासघात हो सकता है। राशि का स्वामी सूर्य पाँचवे तथा मई तक बृहस्पति भाग्य स्थान में स्थित है। विद्यार्थी पूर्ण रूप से अपने अध्ययन पर केन्द्रित रहेंगे। विद्यार्थियों का परिणाम भी उनकी मेहनत व परिश्रम के अनुकुल ही आयेगा। नौकरी से संबंधित परीक्षा विभागीय परीक्षा, प्रमोशन आदि से संबंधित परीक्षा में सफलता दृष्टिगोचर हो रही है।

अगर आप राजकीय सेवा में हैं, तो यह साल आपके लिए उन्नतिप्रद रहेगा। आपको नौकरी में महत्वपूर्ण कार्यभार मिल सकता है, फिर भी आपको व्यवहार में सावधानी रखने की आवश्यकता है। अजनबी व अपरिचित व्यक्तियों से सावधान रहे। मई के पश्चात् देवगुरु बृहस्पति आपकी राशि से दशम स्थान में आकर नौकरी में कार्यभार अधिक रहेगा। व्यापार में

आपकी नवीन योजना व नई प्लानिंग पर काम शुरू होगा। केतु दूसरे स्थान में स्थित है। अतः पैसा पास में नहीं टिक पायेगा।

धन आने से पहले जाने का रास्ता तैयार रहेगा। कहीं से रुका हुआ व अटका रुपया प्राप्त होगा। शनि सातवें स्थान में स्थित है। अतः प्रेम प्रसंग व संबंध पारिवारिक तनाव का कारण बन सकता है। आपको पारिवारिक जीवन में बेहतर तालमेल बनाना चाहिए। घर के बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद प्राप्त होगा, हालांकि उनका स्वास्थ्य जरूर चिंता का कारण बनेगा। मित्रें की संख्या बढ़ेगी हालांकि मित्र सच्चे व अच्छे नहीं होंगे। अवसरवादी मित्रें से सावधान रहें। आप सिंह राशि के जातक हैं। सिंह राशि के जातक अति उत्साही होते हैं, तथा अति-उत्साह में कई बार

ऐसे काम कर जायेंगे, जिसकी कभी किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी। कोर्ट-केस विवाद आदि।

घर, परिवार, संतान व रिश्तेदारः- इस साल विवाह

योग्य जातकों के विवाह की बात आगे बढ़ेगी। बातचीत का सिलसिला जरूर आरम्भ होगा। आप यह महसूस करेंगे कि जीवन साथी से कदम-कदम पर आपको साथ व सहयोग मिल रहा है। हालांकि वर्ष पर्यंत सप्तम में शनि के कारण जीवन साथी का स्वास्थ्य जरूर कमजोर रह सकता है। 30 जून से 15 नवम्बर तक शनि के वक्र काल में ज्यादा सावधानी अपेक्षित है। संतान की शिक्षा, विवाह, कैरियर आदि पर जमकर खर्चा होगा। संतान आपकी आज्ञा में भी रहेगी। भाइयों से सम्पत्ति संबंधी विवाद व बंटवारे से संबंधित विवाद कहीं न कहीं किसी की मध्यस्थता से सुलझ जायेगा। रिश्तेदारों से आपको भावनात्मक सम्बल प्राप्त होगा। पिता-पुत्र में वैचारिक मतभेद रहेंगे। इसी प्रकार 30 जून से 15 नवम्बर के मध्य शनि के वक्रकाल में घर के किसी वरिष्ठ व बुजुर्ग सदस्य का स्वास्थ्य गड़बड़ हो सकता है। बृहस्पति मई के पश्चात् दशक स्थान में आकर संतान के कैरियर विवाह आदि से संबंन्धित शुभ समाचार दिलवा सकते हैं।

विद्याध्ययन, पढ़ाई व कैरियरः- विद्यार्थियों के लिए यह साल 2024 उपलब्धियों से परिपूर्ण रहेगा। विद्यार्थियों को सफ- लता मिलेगी। कैरियर व नौकरी से संबंधित परीक्षा, विभागीय

परीक्षा का परिणाम अनुकुल आयेगा ही। परंतु आप पूरी लगन पूरी निष्ठा व ईमानदारी से अध्ययन में जुट जाए। कुसंगति व गलत लोगों से दूर रहें। साथ ही सोशल मीडिया फेसबुक, व्हाट्सप्प आदि से दूरी बनाकर रखें। मेडिकल, इंजीनियरिंग व मैनेजटमेंट से जुड़े विद्यार्थियों के लिए साल उपयुक्त है। 1 मई के पश्चात् दसवाँ शनि परिश्रम से लाभ दिलवा सकता है। नौकरी में थोड़ा दबाव बना रहेगा, वर्क प्रेशर के साथ-साथ वर्क लोड भी रहेगा। पुस्तकों को मित्र बनाएं, लक्ष्य पर पैनी नजर आपको सफलता की ओर अग्रसर करेगी। विद्यार्थी को मन व ध्यान को एकाग्र करने के लिए मेडिटेशन (ध्यान) करें। प्रेम-प्रसंग व मित्रः- वर्षारम्भ में पाँचवे स्थान में मंगल-सूर्य का योग है। अतः प्रेम प्रसंगों में व्यस्त रखेगा। बृहस्पति-मंगल में वर्षारंभ में परिवर्तन योग प्रेम संबंन्धों के लेकर तनाव भी रखेगा। पारिवारिक सुख-शांति तो बाधित होगी ही। साथ ही प्रेम प्रसंगों के उजागर होने का भय है। आप इस साल 30 जून से 15 नवम्बर के मध्य किसी मित्र

द्वारा विश्वाघात या धोखे का शिकार हो सकते हैं, मित्र कोई सच्ची-झूठी कहानी सुनाकर आपके विश्वास का नाजायाज फायदा उठा सकते हैं। दायरे में, मर्यादा के अंतर्गत किया गया प्रेम आपके व्यक्तित्व को ऊचाईयां प्रदान करेगा। प्रेम का समाधान इस साल में निकलने के आसार हैं। खर्चों पर नियंत्रण रखें, अन्यथा उधार लेने की भी नौबत आ सकती है। संतान की शिक्षा, विवाह व सगाई इत्यादि पर इस साल किसी खर्चे के

योग हैं। नौकरी में आगे बढ़ने के अवसर आपकी प्रतीक्षा कर रहे हैं। लेकिन आपको पहले से और ज्यादा मेहनत व परिश्रम करने की आवश्यकता है। प्राईवेट नौकरी में लक्ष्यों को हासिल करने का दबाव तो रहेगा, लेकिन आप सूझ-बूझ और विवेक से लक्ष्यों को अंतिम समय तक हासिल कर लेगें।

शारीरिक सुख एवं स्वास्थ्यः- स्वास्थ्य को लेकर यह साल ठीक ही रहेगा। किसी गंभीर व घातक बीमारी की आशंका व संभावना नहीं है। छोटी-मोटी बीमारियों से परेशानियां रहेगी। बृहस्पति का परिभ्रमण इस वर्ष मई तक नवम भाव में है। अतः मौसमी बीमारियां, सर्दी, खांसी, जुकाम, सिरदर्द जैसी

व्याधि हावी हो सकती हैं। पुराना रोग ज्यादा परेशान नहीं करेगा, परंतु पुराने रोग के प्रति सावधान अवश्य रहें। खान-पान, पाचन तंत्र के रोगों के प्रति भी सावधान रहें। वाहन सावधानीपूर्वक चलावे। 30 जून से 15 नवम्बर के मध्य शनि का वक्रत्व परिभ्रमण नुकसान प्रद रह सकता है। शारीरिक व्यायाम का ध्यान रखें। अपनी दिनचर्या व खान-पान को व्यवस्थित रखें।

व्यापार, व्यवसाय व धनः- सिंह राशि के जातक अति उत्साही व ऊर्जावान होते हैं। इस वर्ष काम-काज में आप अपनी ऊर्जा व क्षमताओं का भरपूर इस्तेमाल करेंगे। हालांकि बाजार में चल रही सुस्ती व मंदी से आपका काम-काज प्रभावित होगा। लेकिन फिर भी अपनी मेहनत अपने परिश्रम से आप हर चुनौती का दृढता से मुकाबला कर देंगे, व्यापार में काफी ठोस व महत्वपूर्ण निर्णय लेंगे, जिससे आपके मुनाफे में वृद्धि होगी, इस वर्ष व्यावसायिक गतिविधियां तेज रहेंगी। मई के पश्चात् गुरु कर्म स्थान दशम भाव में आकर आपके काम को बढ़ायेगें। अतिरिक्त कार्यभार भी रहेगा। व्यावसायिक प्रतिद्वन्दीयों व प्रतिस्पर्धियों से आप अपने आपको आगे पायेंगे। कोई सरकारी दिक्कत या परेशानी हो सकती है। भागीदार की गतिविधि पर नजर रखें। इस वर्ष सम्पति के रख-रखाव पर खर्चा होगा। मकान की मरम्मत आदि पर खर्चा होगा। धन संचय का मामला कमजोर ही रहेगा, पैसा पास में टिक नहीं पायेगा। कुछ अप्रत्याशित व आकस्मिक खर्चों की स्थिति भी रहेगी। रिश्तेदारों से लेन-देन व हिसाब-किताब साफ रखें। अन्यथा रिश्तों में खटास पैदा हो सकती है। क्वालिटी की बजाय

क्वान्टिटी पर ध्यान दें।

वाहन, खर्च व शुभ कार्यः- इस वर्ष आपको वाहन से परेशानी रहेगी। वाहन पर बार-बार खर्चा करने के बावजूद भी आपको वाहन से परेशानी रहेगी। इस साल खर्चा दबाकर होगा, परंतु खर्च के साथ-साथ आय भी दबाकर ही होगी। इस वर्ष नया वाहन खरीदने का विचार भी आप बना सकते हैं। अचल सम्पति की खरीद के योग बने हुए हैं। जहाँ तक शुभ खर्च की बात है। मई 2024 के बाद बृहस्पति का वृषभ राशि में परिभ्रमण किसी शुभ व मांगलिक कार्य की रूपरेखा बना

सकता है। घर के किसी सदस्य के स्वास्थ्य पर खर्चा हो सकता है।

हानि, कर्ज व अनहोनीः- इस साल 30 जून से 15 नवम्बर के मध्य शनि के वक्र काल में किसी रिश्तेदार या

घनिष्ठ व्यक्ति के साथ कोई अनहोनी हो सकती है। व्यापार में विस्तार की योजना, या भूमि, भवन वाहन की खरीद के लिए ऋण लेना पड़ सकता है। इस साल शुभ कार्य व मांगलिक ऋण लेना पड़ेगा। जहाँ तक धन हानि का प्रश्न है। इस साल

धन हानि की संभावना नहीं है, परंतु किसी पर भी अत्यधिक विश्वास हानि का कारण बनेगा।

यात्रऐंः- इस वर्ष काम-काज को लेकर आप यात्रऐं करेंगे। वर्ष के पूर्वार्द्ध में परिवार के साथ किसी धार्मिक यात्र

या घूमने-फिरने का कार्यक्रम बन सकता है। यात्रओं में आपने भोजन व खान-पान का विशेष ध्यान रखें।

आपको ट्रैप किया जा सकता है।

आपको ट्रैप किया जा सकता है। मित्रों की तरफ मदद का हाथ बढ़ाएंगे, परन्तु मित्रों की भीड़ में आपको कुछ अवसरवादी लोग भी मिलेंगे।

सिंह राशि की चारित्रिक विशेषताएं

आपकी राशि का अधिपति सूर्य है, जो तेजस्वी व ओजयुक्त पौरुष का प्रतिनिधित्व करता है। सिंह राशि के व्यक्ति निर्भीक, उदार व अभिमानी होते हैं। चित्त में दृढ़ता, साहस तथा धैर्य इनमें विशेष मात्रा में पाया जाता है। सूर्य आत्मशक्ति या आत्मविश्वास का कारक ग्रह माना जाता है। अतएव सिंह राशि वाले पुरुषों में आत्मशक्ति ग़ज़ब की होती है। ये कठिन-से-कठिन परिस्थितियों में भी नहीं घबराते। उनके अंदर आत्मविश्वास का भाव पूर्ण रूप से विद्यमान रहता है तथा अपनी बुद्धि एवं पराक्रम के बल पर वे जीवन में उन्नति प्राप्त करने में समर्थ रहते हैं। धनैश्वर्य, वैभव एवं भौतिक सुख-संसाधनों से ये प्रायः युक्त रहते हैं तथा जीवन में सुखपूर्वक इसका उपभोग करते हैं। ये जातक सिद्धांतवादी होते हैं तथा अपने सिद्धांतों की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहते हैं। इनकी प्रवृत्ति धार्मिक होती है तथा स्वभाव में परोपकार का भाव भी रहता है, फलतः ये पूर्ण विश्वास के योग्य होते हैं। इसके अतिरिक्त सरकारी या गैर-सरकारी क्षेत्रों में किसी उच्च पद को प्राप्त करने में समर्थ होते हैं, जिससे सामाजिक मान-प्रतिष्ठा तथा यश समाज में विद्यमान रहता है, साथ ही नेतृत्व की क्षमता भी इनमें विद्यमान रहती है।
अतः इसके प्रभाव से आपका व्यक्तित्व आकर्षक रहेगा, जिससे अन्य लोग आपसे प्रभावित रहेंगे। आप निर्भीक पुरुष होंगे तथा अपने समस्त शुभ एवं सांसारिक कार्यकलापों को निर्भयता से संपन्न करके उनमें वांछित सफलता प्राप्त करेंगे, जिससे आपको भौतिक सुख-संसाधनों एवं अन्य ऐश्वर्य की प्राप्ति होगी तथा उन्नति के मार्ग भी प्रशस्त रहेंगे, फलतः आपका जीवन सुखपूर्वक व्यतीत होगा।
आपके हृदय में उदारता का भाव भी विद्यमान रहेगा तथा अन्य लोगों के प्रति स्नेह के भाव का प्रदर्शन भी करेंगे। आपको स्वपुरुषार्थ से जीवन में सफलता प्राप्त होगी तथा प्रतियोगिता के क्षेत्र में आप सफल होंगे। आपके शत्रु व प्रतिद्वंन्द्वी आपसे भयभीत होंगे, परंतु यदि आप अन्य जनों के साथ पूर्ण समानता का व्यवहार करेंगे, तो आप समाज में लोकप्रियता तथा अतिरिक्त प्रतिष्ठा भी अर्जित करने में समर्थ हो सकते हैं।
आप में शारीरिक बल की प्रधानता विशेष रहेगी तथा परिश्रम एवं पराक्रम में अपने सांसारिक महत्त्व के कार्यों को संपन्न करेंगे तथा इनमें इच्छित सफलता प्राप्त करके जीवन में उन्नति के मार्ग प्रशस्त करेंगे। राजनीति या व्यापार आदि में आप उन्नतिशील रहेंगे तथा इन क्षेत्रों में आपकी श्रेष्ठता बनी रहेगी।
आपके स्वभाव में तेजस्विता का भाव भी विद्यमान रहेगा। अतः यदा-कदा आप अनावश्यक क्रोध या उग्रता के भाव का भी प्रदर्शन करेंगे। आयुर्वेद एवं योग आदि के प्रति आपकी आस्था विद्यमान रहेगी। आप में गंभीरता का भाव विद्यमान होगा, फलतः आपके कार्य धैर्यपूर्वक संपन्न होंगे, जिससे आपको सफलता प्राप्त होगी।
सूर्य राजयोग कारक ग्रह है। सिंह राशि के जातक प्रायः राजा की तरह ऐश्वर्य व प्रतिष्ठा का उपभोग करते हैं। ऐसे व्यक्तियों का चेहरा तेजस्वी व लालिमा युक्त होता है।
धर्म के प्रति आपके मन में श्रद्धा रहेगी तथा श्रद्धापूर्वक धार्मिक कार्यकलापों तथा अनुष्ठानों को संपन्न करेंगे। इसी परिप्रेक्ष्य में सत्संग आदि में भी अपना योगदान प्रदान कर सकते हैं। आपको भ्रमण या पर्वतीय क्षेत्र में घूमना रुचिकर लगेगा। अतः आप समय-समय पर ऐसे स्थानों की सैर करते रहेंगे। इस प्रकार समस्त सुखों का उपभोग करते हुए आप अपना समय व्यतीत करेंगे।
सिंह राशि पुरुष संज्ञक व अग्नि तत्त्व प्रधान राशि है। आप उदार हृदय होने के नाते लोगों को क्षमा कर देते हैं। परंतु यदि कोई आपके मान, पद व प्रतिष्ठा पर कालिख पोतने की कोशिश करता है, तो आप उसे कभी भी क्षमा नहीं करेंगे। आपके जोश, हिम्मत व रोब के सामने शत्रु के हौसले पस्त हो जाएंगे। शत्रु आपके सामने आने से हमेशा घबराएगा, इसलिए पीठ पीछे आपकी बुराई होगी व सम्मुख प्रशंसा। आप चापलूस लोगों से बचें।
सिंह राशि चतुष्पद, शीर्षोदय व दिनबली है। रात्रि के कार्यकलाप आपके लिए अनुकूल नहीं कहे जा सकते। आप किसी के भी अधीनस्थ रहकर कार्य नहीं कर सकते। आप स्वच्छंदचारी व स्वतंत्र विचारों वाले व्यक्ति हैं। यदि आप व्यापारी हैं, तो आप देखेंगे कि आपका भागीदार आपसे कुछ दबा हुआ, डरा हुआ-सा होगा। यह आपकी प्रकृति प्रदत्त शक्ति व जन्मजात विशेषता है।
यदि आपका जन्म सिंह राशि के अन्तर्गत ‘मघा नक्षत्र’ (मा, मी, मु, मे) में हुआ है, तो आपका जन्म 7 वर्ष की केतु की दशा के अन्तर्गत हुआ है। आपकी योनि‒मूषक, गण‒राक्षस, वर्ण‒क्षत्रिय, हंसक‒वायु, नाड़ी‒आद्य, पाया‒चांदी एवं वर्ग भी मूषक है। आप ठिगने कद के सुदृढ़ वक्ष-स्थल एवं मज़बूत जंघाओं के मालिक हैं। गर्दन कुछ मोटी, वाणी में कुछ कर्कशता व रुखापन सिंह राशि वाले व्यक्ति की विशेषता है। इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले व्यक्तियों को प्रायः 5 व 6 नम्बर के दांत तीखे, जिह्वा चौकोर व खुरदरी होती है। मघा नक्षत्र में जन्म लेने वाले व्यक्तियों की आंखों में कुछ विशेष आकर्षण होता है, चेहरा शेर के समान भरा हुआ व रोबीला होता है। प्रायः इस राशि वाले व्यक्ति पुरुषार्थ व अपने पौरुष प्रदर्शन के लिए लालायित रहते हैं तथा इनको शानदार मूंछे रखने का बड़ा शौक रहता है। कुछ हद तक अभिमानी होने के नाते ये बहुत जल्दी नाराज़ भी हो जाते हैं तथा अपनी मर्दानगी एवं बलशाली शक्ति का दुरुपयोग करने में भी नहीं हिचकिचाते।
यदि आपका जन्म सिंह राशि के अन्तर्गत ‘पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र’ (मो, टा, टी, टू) में हुआ है, तो आपका जन्म 20 वर्ष की शुक्र की महादशा में हुआ है। आपकी योनि‒मूषक, गण‒मनुष्य, वर्ण‒क्षत्रिय, हंसक‒वायु, नाड़ी‒मध्य, पाया‒चांदी इस नक्षत्र के प्रथम चरण का वर्ग-मूषक तथा अंतिम तीन चरण का वर्ण-श्वान है। इस नक्षत्र में जन्मे व्यक्ति मधुर भाषी एवं भ्रमणशील होते हैं। इन्हें पानी से बहुत प्रेम होता है।
यदि आपका जन्म सिंह राशि के अन्तर्गत ‘उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र’ के प्रथम चरण (टे) में हुआ है, तो आपका जन्म 6 वर्ष की सूर्य की महादशा में हुआ है। आपकी योनि‒गौ, गण‒मनुष्य, वर्ण‒क्षत्रिय, हंसक‒वायु, नाड़ी‒आद्य, पाया‒चांदी तथा वर्ग‒श्वान है। इस नक्षत्र में जन्मे जातक सूर्य के समान तेजस्वी होते हैं तथा अपने परिश्रम से बहुत सारा धन एवं बहुत नाम अर्जित करते हैं।
सिंह राशि वालों के पिता-पुत्र में कम बनती है। धार्मिक क्षेत्र में आप शक्ति के उपासक हैं। भैरों, सिंह एवं सूर्य इत्यादि शक्ति प्रधान देवताओं में आपकी रुचि रहेगी। सिंह राशि, उष्ण-स्वभाव, अल्प-संतति, पीतवर्ण, भ्रमणप्रिय व निर्जल राशि है। आपको मलाईदार वस्तुओं में रुचि रहेगी। सूर्य का तेजोमय ‘माणिक्य रत्न’ आपके लिए सदा सर्वथा अनुकूल व शुभ रहेगा।

सिंह राशि वालों के लिए उपाय

4 1/4 का ‘माणिक्य’ या ‘सूर्यकांतमणि’ धारण करें। आदित्य हृदय स्रोत का रोज़ाना पाठ करें। सूर्य को अर्घ्य दें। लाल रंग के 7 पुष्प भाग्योदय व उन्नति की कामना से जलाशय में प्रवाहित करें। लाल रंग के पुष्प व पत्ते वाले पौधे को रोज़ाना जल दें। अनार के पौधे को सींचें।

सिंह राशि की प्रमुख विशेषताएं

  1. राशि ‒ सिंह
    1. राशि चिह्न ‒ शेर
    2. राशि स्वामी ‒ सूर्य
    3. राशि तत्त्व ‒ अग्नि तत्त्व
    4. राशि स्वरूप ‒ स्थिर
    5. राशि दिशा ‒ पूर्व
    6. राशि लिंग व गुण ‒ पुरुष, सतोगुणी
    7. राशि जाति ‒ क्षत्रिय
    8. राशि प्रकृति व स्वभाव ‒ क्रूर स्वभाव, पित्त प्रकृति
    9. राशि का अंग ‒ हृदय
    10. राशि का रत्न ‒ माणिक्य
    11. अनुकूल उपरत्न ‒ सूर्यकांत मणि
    12. अनुकूल धातु ‒ स्वर्ण
    13. अनुकूल रंग ‒ चमकीला श्वेत, पीला, भगवा
    14. शुभ दिवस ‒ रविवार, बुधवार
    15. अनुकूल देवता ‒ सूर्य
    16. व्रत, उपवास ‒ रविवार
    17. अनुकूल अंक ‒ 1
    18. अनुकूल तारीख़ें ‒ 1/10/19/28
    19. मित्र राशियां ‒ मिथुन, कन्या, मेष, धनु
    20. शत्रु राशियां ‒ वृषभ, तुला, मकर, कुंभ
    21. सकारात्मक तथ्य ‒ खुले दिल-दिमाग वाला, उदारमना, गर्मजोशी
    22. नकारात्मक तथ्य ‒ घमंडी, अति आत्मविश्वास, अति महत्त्वाकांक्षी

मा, मी, मु, मे मघा-4

मो, टा, टी, टु पूर्वाफाल्गुनी-5

टे उत्तराफाल्गुनी-1


1 जनवरी से 7 जनवरी तक

वर्ष के आरंभ का पहले मास का पहला सप्ताह बहुत शानदार जोरदार रहेगा। 1, 2 को संतुष्टि, सम्पत्ति व सुकून तीनों प्राप्त होगा। घर-परिवार में खुशियां आएंगी। आप इस समय का भरपूर आनंद उठाएंगे। 3,

4 को समय संतोष जनक रहेगा। घर में मांगलिक कार्यक्रम की तैयारियां चलेंगी। अविवाहितों के सगाई संबंध की बात आगे बढ़ेगी। मनपसंद रिश्ते आने से मन में प्रसन्नता रहेगी। 5, 6, 7 को कार्यस्थल पर उत्साह का वातावरण बनेगा। आर्थिक रूप से मजबूती आएगी। पैतृक सम्पत्ति संबंधी विवाद सुलझेगा। मित्रें के साथ मिलकर पिकनिक पर जा सकते हैं। नये वर्ष का पूरा उत्साह से स्वागत करेंगे।


ग्रह स्थिति

मासारम्भ में चंद्रमा सिंह राशि का लग्न में, केतु कन्या राशि का द्वितीय भाव में, शुक्र+बुध वृश्चिक राशि का चतुर्थ भाव में, सूर्य+मंगल धनु राशि का पंचम भाव में, शनि कुंभ राशि का सप्तम भाव में, राहु मीन राशि का अष्टम भाव में, बृहस्पति मेष राशि का नवम भाव में चलायमान है।

सिंह राशि की शुभ-अशुभ तारीख़ें

2023शुभ तारीख़ेंसावधानी रखने योग्य अशुभ तारीख़ें
जनवरी1, 2, 5, 6, 22, 23, 24, 28, 297, 8, 9, 16, 17, 25, 26
फरवरी1, 2, 3, 18, 19, 20, 24, 25, 294, 5, 12, 13, 14, 21, 22
मार्च1, 17, 18, 22, 23, 24, 27, 282, 3, 4, 10, 11, 12, 20, 21, 30, 31
अप्रैल13, 14, 15, 18, 19, 20, 23, 247, 8, 16, 17, 26, 27
मई11, 12, 16, 17, 20, 21, 224, 5, 6, 13, 14, 23, 24, 25
जून7, 8, 12, 13, 14, 17, 181, 2, 10, 11, 20, 21, 28, 29
जुलाई4, 5, 6, 9, 10, 11, 14, 157, 8, 17, 18, 25, 26, 27
अगस्त1, 2, 6, 7, 10, 11, 12, 28, 293, 4, 13, 14, 15, 21, 22, 23, 31
सितम्बर2, 3, 4, 7, 8, 24, 25, 29, 301, 10, 11, 18, 19, 27, 28
अक्टूबर1, 4, 5, 21, 22, 23, 27, 28, 316, 7, 8, 15, 16, 17, 24, 25
नवम्बर1, 2, 18, 19, 23, 24, 27, 28, 293, 4, 5, 12, 13, 21, 30
दिसम्बर15, 16, 20, 21, 22, 25, 261, 2, 9, 10, 11, 18, 19, 28, 29

सिंह राशि का वार्षिक भविष्यफल

Singh Rashifal 2024
सिंह राशि

यह साल 2024 सिंह राशि वाले जातकों के लिए मध्यम फलकारी रहेंगे। कभी खुशी तो कभी गम वाला वातवरण रहेगा। इस साल स्वास्थ्य तो ठीक रहेगा, परंतु फिर भी आपको परिवार के किसी सदस्य या

मित्र के स्वास्थ्य को लेकर दो-तीन बार अस्पताल जाना पड़ सकता है। शनि सप्तम में स्थित है। अतः जीवन साथी का स्वास्थ्य डावाडोल रह सकता है। बृहस्पति भाग्य में है। कैरियर के लिहाज से महत्वपूर्ण योजना बनायेंगे। व्यापार व कारोबार विस्तार की जो योजना पिछले काफी समय से चल रही थी, उस पर काम शुरू होगा। आपका पूरा फोकस व्यापार को बढ़ाने पर होगा। मार्केटिंग पर ध्यान देंगे। चन्द्रमा वर्षारंभ में आपकी राशि में स्थित है, जो मनोबल को काफी बलवान रखेगा। चल अचल सम्पति में इजाफा होगा। इस साल आप भूमि, भवन, वाहन आदि की खरीद कर सकते हैं। हालांकि खरीददारी से पूर्व कागजात को अच्छी तरह से चैक कर लें, अतिविश्वास में आपके साथ कोई विश्वासघात हो सकता है। राशि का स्वामी सूर्य पाँचवे तथा मई तक बृहस्पति भाग्य स्थान में स्थित है। विद्यार्थी पूर्ण रूप से अपने अध्ययन पर केन्द्रित रहेंगे। विद्यार्थियों का परिणाम भी उनकी मेहनत व परिश्रम के अनुकुल ही आयेगा। नौकरी से संबंधित परीक्षा विभागीय परीक्षा, प्रमोशन आदि से संबंधित परीक्षा में सफलता दृष्टिगोचर हो रही है।

अगर आप राजकीय सेवा में हैं, तो यह साल आपके लिए उन्नतिप्रद रहेगा। आपको नौकरी में महत्वपूर्ण कार्यभार मिल सकता है, फिर भी आपको व्यवहार में सावधानी रखने की आवश्यकता है। अजनबी व अपरिचित व्यक्तियों से सावधान रहे। मई के पश्चात् देवगुरु बृहस्पति आपकी राशि से दशम स्थान में आकर नौकरी में कार्यभार अधिक रहेगा। व्यापार में

आपकी नवीन योजना व नई प्लानिंग पर काम शुरू होगा। केतु दूसरे स्थान में स्थित है। अतः पैसा पास में नहीं टिक पायेगा।

धन आने से पहले जाने का रास्ता तैयार रहेगा। कहीं से रुका हुआ व अटका रुपया प्राप्त होगा। शनि सातवें स्थान में स्थित है। अतः प्रेम प्रसंग व संबंध पारिवारिक तनाव का कारण बन सकता है। आपको पारिवारिक जीवन में बेहतर तालमेल बनाना चाहिए। घर के बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद प्राप्त होगा, हालांकि उनका स्वास्थ्य जरूर चिंता का कारण बनेगा। मित्रें की संख्या बढ़ेगी हालांकि मित्र सच्चे व अच्छे नहीं होंगे। अवसरवादी मित्रें से सावधान रहें। आप सिंह राशि के जातक हैं। सिंह राशि के जातक अति उत्साही होते हैं, तथा अति-उत्साह में कई बार

ऐसे काम कर जायेंगे, जिसकी कभी किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी। कोर्ट-केस विवाद आदि।

घर, परिवार, संतान व रिश्तेदारः- इस साल विवाह

योग्य जातकों के विवाह की बात आगे बढ़ेगी। बातचीत का सिलसिला जरूर आरम्भ होगा। आप यह महसूस करेंगे कि जीवन साथी से कदम-कदम पर आपको साथ व सहयोग मिल रहा है। हालांकि वर्ष पर्यंत सप्तम में शनि के कारण जीवन साथी का स्वास्थ्य जरूर कमजोर रह सकता है। 30 जून से 15 नवम्बर तक शनि के वक्र काल में ज्यादा सावधानी अपेक्षित है। संतान की शिक्षा, विवाह, कैरियर आदि पर जमकर खर्चा होगा। संतान आपकी आज्ञा में भी रहेगी। भाइयों से सम्पत्ति संबंधी विवाद व बंटवारे से संबंधित विवाद कहीं न कहीं किसी की मध्यस्थता से सुलझ जायेगा। रिश्तेदारों से आपको भावनात्मक सम्बल प्राप्त होगा। पिता-पुत्र में वैचारिक मतभेद रहेंगे। इसी प्रकार 30 जून से 15 नवम्बर के मध्य शनि के वक्रकाल में घर के किसी वरिष्ठ व बुजुर्ग सदस्य का स्वास्थ्य गड़बड़ हो सकता है। बृहस्पति मई के पश्चात् दशक स्थान में आकर संतान के कैरियर विवाह आदि से संबंन्धित शुभ समाचार दिलवा सकते हैं।

विद्याध्ययन, पढ़ाई व कैरियरः- विद्यार्थियों के लिए यह साल 2024 उपलब्धियों से परिपूर्ण रहेगा। विद्यार्थियों को सफ- लता मिलेगी। कैरियर व नौकरी से संबंधित परीक्षा, विभागीय

परीक्षा का परिणाम अनुकुल आयेगा ही। परंतु आप पूरी लगन पूरी निष्ठा व ईमानदारी से अध्ययन में जुट जाए। कुसंगति व गलत लोगों से दूर रहें। साथ ही सोशल मीडिया फेसबुक, व्हाट्सप्प आदि से दूरी बनाकर रखें। मेडिकल, इंजीनियरिंग व मैनेजटमेंट से जुड़े विद्यार्थियों के लिए साल उपयुक्त है। 1 मई के पश्चात् दसवाँ शनि परिश्रम से लाभ दिलवा सकता है। नौकरी में थोड़ा दबाव बना रहेगा, वर्क प्रेशर के साथ-साथ वर्क लोड भी रहेगा। पुस्तकों को मित्र बनाएं, लक्ष्य पर पैनी नजर आपको सफलता की ओर अग्रसर करेगी। विद्यार्थी को मन व ध्यान को एकाग्र करने के लिए मेडिटेशन (ध्यान) करें। प्रेम-प्रसंग व मित्रः- वर्षारम्भ में पाँचवे स्थान में मंगल-सूर्य का योग है। अतः प्रेम प्रसंगों में व्यस्त रखेगा। बृहस्पति-मंगल में वर्षारंभ में परिवर्तन योग प्रेम संबंन्धों के लेकर तनाव भी रखेगा। पारिवारिक सुख-शांति तो बाधित होगी ही। साथ ही प्रेम प्रसंगों के उजागर होने का भय है। आप इस साल 30 जून से 15 नवम्बर के मध्य किसी मित्र

द्वारा विश्वाघात या धोखे का शिकार हो सकते हैं, मित्र कोई सच्ची-झूठी कहानी सुनाकर आपके विश्वास का नाजायाज फायदा उठा सकते हैं। दायरे में, मर्यादा के अंतर्गत किया गया प्रेम आपके व्यक्तित्व को ऊचाईयां प्रदान करेगा। प्रेम का समाधान इस साल में निकलने के आसार हैं। खर्चों पर नियंत्रण रखें, अन्यथा उधार लेने की भी नौबत आ सकती है। संतान की शिक्षा, विवाह व सगाई इत्यादि पर इस साल किसी खर्चे के

योग हैं। नौकरी में आगे बढ़ने के अवसर आपकी प्रतीक्षा कर रहे हैं। लेकिन आपको पहले से और ज्यादा मेहनत व परिश्रम करने की आवश्यकता है। प्राईवेट नौकरी में लक्ष्यों को हासिल करने का दबाव तो रहेगा, लेकिन आप सूझ-बूझ और विवेक से लक्ष्यों को अंतिम समय तक हासिल कर लेगें।

शारीरिक सुख एवं स्वास्थ्यः- स्वास्थ्य को लेकर यह साल ठीक ही रहेगा। किसी गंभीर व घातक बीमारी की आशंका व संभावना नहीं है। छोटी-मोटी बीमारियों से परेशानियां रहेगी। बृहस्पति का परिभ्रमण इस वर्ष मई तक नवम भाव में है। अतः मौसमी बीमारियां, सर्दी, खांसी, जुकाम, सिरदर्द जैसी

व्याधि हावी हो सकती हैं। पुराना रोग ज्यादा परेशान नहीं करेगा, परंतु पुराने रोग के प्रति सावधान अवश्य रहें। खान-पान, पाचन तंत्र के रोगों के प्रति भी सावधान रहें। वाहन सावधानीपूर्वक चलावे। 30 जून से 15 नवम्बर के मध्य शनि का वक्रत्व परिभ्रमण नुकसान प्रद रह सकता है। शारीरिक व्यायाम का ध्यान रखें। अपनी दिनचर्या व खान-पान को व्यवस्थित रखें।

व्यापार, व्यवसाय व धनः- सिंह राशि के जातक अति उत्साही व ऊर्जावान होते हैं। इस वर्ष काम-काज में आप अपनी ऊर्जा व क्षमताओं का भरपूर इस्तेमाल करेंगे। हालांकि बाजार में चल रही सुस्ती व मंदी से आपका काम-काज प्रभावित होगा। लेकिन फिर भी अपनी मेहनत अपने परिश्रम से आप हर चुनौती का दृढता से मुकाबला कर देंगे, व्यापार में काफी ठोस व महत्वपूर्ण निर्णय लेंगे, जिससे आपके मुनाफे में वृद्धि होगी, इस वर्ष व्यावसायिक गतिविधियां तेज रहेंगी। मई के पश्चात् गुरु कर्म स्थान दशम भाव में आकर आपके काम को बढ़ायेगें। अतिरिक्त कार्यभार भी रहेगा। व्यावसायिक प्रतिद्वन्दीयों व प्रतिस्पर्धियों से आप अपने आपको आगे पायेंगे। कोई सरकारी दिक्कत या परेशानी हो सकती है। भागीदार की गतिविधि पर नजर रखें। इस वर्ष सम्पति के रख-रखाव पर खर्चा होगा। मकान की मरम्मत आदि पर खर्चा होगा। धन संचय का मामला कमजोर ही रहेगा, पैसा पास में टिक नहीं पायेगा। कुछ अप्रत्याशित व आकस्मिक खर्चों की स्थिति भी रहेगी। रिश्तेदारों से लेन-देन व हिसाब-किताब साफ रखें। अन्यथा रिश्तों में खटास पैदा हो सकती है। क्वालिटी की बजाय

क्वान्टिटी पर ध्यान दें।

वाहन, खर्च व शुभ कार्यः- इस वर्ष आपको वाहन से परेशानी रहेगी। वाहन पर बार-बार खर्चा करने के बावजूद भी आपको वाहन से परेशानी रहेगी। इस साल खर्चा दबाकर होगा, परंतु खर्च के साथ-साथ आय भी दबाकर ही होगी। इस वर्ष नया वाहन खरीदने का विचार भी आप बना सकते हैं। अचल सम्पति की खरीद के योग बने हुए हैं। जहाँ तक शुभ खर्च की बात है। मई 2024 के बाद बृहस्पति का वृषभ राशि में परिभ्रमण किसी शुभ व मांगलिक कार्य की रूपरेखा बना

सकता है। घर के किसी सदस्य के स्वास्थ्य पर खर्चा हो सकता है।

हानि, कर्ज व अनहोनीः- इस साल 30 जून से 15 नवम्बर के मध्य शनि के वक्र काल में किसी रिश्तेदार या

घनिष्ठ व्यक्ति के साथ कोई अनहोनी हो सकती है। व्यापार में विस्तार की योजना, या भूमि, भवन वाहन की खरीद के लिए ऋण लेना पड़ सकता है। इस साल शुभ कार्य व मांगलिक ऋण लेना पड़ेगा। जहाँ तक धन हानि का प्रश्न है। इस साल

धन हानि की संभावना नहीं है, परंतु किसी पर भी अत्यधिक विश्वास हानि का कारण बनेगा।

यात्रऐंः- इस वर्ष काम-काज को लेकर आप यात्रऐं करेंगे। वर्ष के पूर्वार्द्ध में परिवार के साथ किसी धार्मिक यात्र

या घूमने-फिरने का कार्यक्रम बन सकता है। यात्रओं में आपने भोजन व खान-पान का विशेष ध्यान रखें।

आपको ट्रैप किया जा सकता है।

आपको ट्रैप किया जा सकता है। मित्रों की तरफ मदद का हाथ बढ़ाएंगे, परन्तु मित्रों की भीड़ में आपको कुछ अवसरवादी लोग भी मिलेंगे।

सिंह राशि की चारित्रिक विशेषताएं

आपकी राशि का अधिपति सूर्य है, जो तेजस्वी व ओजयुक्त पौरुष का प्रतिनिधित्व करता है। सिंह राशि के व्यक्ति निर्भीक, उदार व अभिमानी होते हैं। चित्त में दृढ़ता, साहस तथा धैर्य इनमें विशेष मात्रा में पाया जाता है। सूर्य आत्मशक्ति या आत्मविश्वास का कारक ग्रह माना जाता है। अतएव सिंह राशि वाले पुरुषों में आत्मशक्ति ग़ज़ब की होती है। ये कठिन-से-कठिन परिस्थितियों में भी नहीं घबराते। उनके अंदर आत्मविश्वास का भाव पूर्ण रूप से विद्यमान रहता है तथा अपनी बुद्धि एवं पराक्रम के बल पर वे जीवन में उन्नति प्राप्त करने में समर्थ रहते हैं। धनैश्वर्य, वैभव एवं भौतिक सुख-संसाधनों से ये प्रायः युक्त रहते हैं तथा जीवन में सुखपूर्वक इसका उपभोग करते हैं। ये जातक सिद्धांतवादी होते हैं तथा अपने सिद्धांतों की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहते हैं। इनकी प्रवृत्ति धार्मिक होती है तथा स्वभाव में परोपकार का भाव भी रहता है, फलतः ये पूर्ण विश्वास के योग्य होते हैं। इसके अतिरिक्त सरकारी या गैर-सरकारी क्षेत्रों में किसी उच्च पद को प्राप्त करने में समर्थ होते हैं, जिससे सामाजिक मान-प्रतिष्ठा तथा यश समाज में विद्यमान रहता है, साथ ही नेतृत्व की क्षमता भी इनमें विद्यमान रहती है।
अतः इसके प्रभाव से आपका व्यक्तित्व आकर्षक रहेगा, जिससे अन्य लोग आपसे प्रभावित रहेंगे। आप निर्भीक पुरुष होंगे तथा अपने समस्त शुभ एवं सांसारिक कार्यकलापों को निर्भयता से संपन्न करके उनमें वांछित सफलता प्राप्त करेंगे, जिससे आपको भौतिक सुख-संसाधनों एवं अन्य ऐश्वर्य की प्राप्ति होगी तथा उन्नति के मार्ग भी प्रशस्त रहेंगे, फलतः आपका जीवन सुखपूर्वक व्यतीत होगा।
आपके हृदय में उदारता का भाव भी विद्यमान रहेगा तथा अन्य लोगों के प्रति स्नेह के भाव का प्रदर्शन भी करेंगे। आपको स्वपुरुषार्थ से जीवन में सफलता प्राप्त होगी तथा प्रतियोगिता के क्षेत्र में आप सफल होंगे। आपके शत्रु व प्रतिद्वंन्द्वी आपसे भयभीत होंगे, परंतु यदि आप अन्य जनों के साथ पूर्ण समानता का व्यवहार करेंगे, तो आप समाज में लोकप्रियता तथा अतिरिक्त प्रतिष्ठा भी अर्जित करने में समर्थ हो सकते हैं।
आप में शारीरिक बल की प्रधानता विशेष रहेगी तथा परिश्रम एवं पराक्रम में अपने सांसारिक महत्त्व के कार्यों को संपन्न करेंगे तथा इनमें इच्छित सफलता प्राप्त करके जीवन में उन्नति के मार्ग प्रशस्त करेंगे। राजनीति या व्यापार आदि में आप उन्नतिशील रहेंगे तथा इन क्षेत्रों में आपकी श्रेष्ठता बनी रहेगी।
आपके स्वभाव में तेजस्विता का भाव भी विद्यमान रहेगा। अतः यदा-कदा आप अनावश्यक क्रोध या उग्रता के भाव का भी प्रदर्शन करेंगे। आयुर्वेद एवं योग आदि के प्रति आपकी आस्था विद्यमान रहेगी। आप में गंभीरता का भाव विद्यमान होगा, फलतः आपके कार्य धैर्यपूर्वक संपन्न होंगे, जिससे आपको सफलता प्राप्त होगी।
सूर्य राजयोग कारक ग्रह है। सिंह राशि के जातक प्रायः राजा की तरह ऐश्वर्य व प्रतिष्ठा का उपभोग करते हैं। ऐसे व्यक्तियों का चेहरा तेजस्वी व लालिमा युक्त होता है।
धर्म के प्रति आपके मन में श्रद्धा रहेगी तथा श्रद्धापूर्वक धार्मिक कार्यकलापों तथा अनुष्ठानों को संपन्न करेंगे। इसी परिप्रेक्ष्य में सत्संग आदि में भी अपना योगदान प्रदान कर सकते हैं। आपको भ्रमण या पर्वतीय क्षेत्र में घूमना रुचिकर लगेगा। अतः आप समय-समय पर ऐसे स्थानों की सैर करते रहेंगे। इस प्रकार समस्त सुखों का उपभोग करते हुए आप अपना समय व्यतीत करेंगे।
सिंह राशि पुरुष संज्ञक व अग्नि तत्त्व प्रधान राशि है। आप उदार हृदय होने के नाते लोगों को क्षमा कर देते हैं। परंतु यदि कोई आपके मान, पद व प्रतिष्ठा पर कालिख पोतने की कोशिश करता है, तो आप उसे कभी भी क्षमा नहीं करेंगे। आपके जोश, हिम्मत व रोब के सामने शत्रु के हौसले पस्त हो जाएंगे। शत्रु आपके सामने आने से हमेशा घबराएगा, इसलिए पीठ पीछे आपकी बुराई होगी व सम्मुख प्रशंसा। आप चापलूस लोगों से बचें।
सिंह राशि चतुष्पद, शीर्षोदय व दिनबली है। रात्रि के कार्यकलाप आपके लिए अनुकूल नहीं कहे जा सकते। आप किसी के भी अधीनस्थ रहकर कार्य नहीं कर सकते। आप स्वच्छंदचारी व स्वतंत्र विचारों वाले व्यक्ति हैं। यदि आप व्यापारी हैं, तो आप देखेंगे कि आपका भागीदार आपसे कुछ दबा हुआ, डरा हुआ-सा होगा। यह आपकी प्रकृति प्रदत्त शक्ति व जन्मजात विशेषता है।
यदि आपका जन्म सिंह राशि के अन्तर्गत ‘मघा नक्षत्र’ (मा, मी, मु, मे) में हुआ है, तो आपका जन्म 7 वर्ष की केतु की दशा के अन्तर्गत हुआ है। आपकी योनि‒मूषक, गण‒राक्षस, वर्ण‒क्षत्रिय, हंसक‒वायु, नाड़ी‒आद्य, पाया‒चांदी एवं वर्ग भी मूषक है। आप ठिगने कद के सुदृढ़ वक्ष-स्थल एवं मज़बूत जंघाओं के मालिक हैं। गर्दन कुछ मोटी, वाणी में कुछ कर्कशता व रुखापन सिंह राशि वाले व्यक्ति की विशेषता है। इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले व्यक्तियों को प्रायः 5 व 6 नम्बर के दांत तीखे, जिह्वा चौकोर व खुरदरी होती है। मघा नक्षत्र में जन्म लेने वाले व्यक्तियों की आंखों में कुछ विशेष आकर्षण होता है, चेहरा शेर के समान भरा हुआ व रोबीला होता है। प्रायः इस राशि वाले व्यक्ति पुरुषार्थ व अपने पौरुष प्रदर्शन के लिए लालायित रहते हैं तथा इनको शानदार मूंछे रखने का बड़ा शौक रहता है। कुछ हद तक अभिमानी होने के नाते ये बहुत जल्दी नाराज़ भी हो जाते हैं तथा अपनी मर्दानगी एवं बलशाली शक्ति का दुरुपयोग करने में भी नहीं हिचकिचाते।
यदि आपका जन्म सिंह राशि के अन्तर्गत ‘पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र’ (मो, टा, टी, टू) में हुआ है, तो आपका जन्म 20 वर्ष की शुक्र की महादशा में हुआ है। आपकी योनि‒मूषक, गण‒मनुष्य, वर्ण‒क्षत्रिय, हंसक‒वायु, नाड़ी‒मध्य, पाया‒चांदी इस नक्षत्र के प्रथम चरण का वर्ग-मूषक तथा अंतिम तीन चरण का वर्ण-श्वान है। इस नक्षत्र में जन्मे व्यक्ति मधुर भाषी एवं भ्रमणशील होते हैं। इन्हें पानी से बहुत प्रेम होता है।
यदि आपका जन्म सिंह राशि के अन्तर्गत ‘उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र’ के प्रथम चरण (टे) में हुआ है, तो आपका जन्म 6 वर्ष की सूर्य की महादशा में हुआ है। आपकी योनि‒गौ, गण‒मनुष्य, वर्ण‒क्षत्रिय, हंसक‒वायु, नाड़ी‒आद्य, पाया‒चांदी तथा वर्ग‒श्वान है। इस नक्षत्र में जन्मे जातक सूर्य के समान तेजस्वी होते हैं तथा अपने परिश्रम से बहुत सारा धन एवं बहुत नाम अर्जित करते हैं।
सिंह राशि वालों के पिता-पुत्र में कम बनती है। धार्मिक क्षेत्र में आप शक्ति के उपासक हैं। भैरों, सिंह एवं सूर्य इत्यादि शक्ति प्रधान देवताओं में आपकी रुचि रहेगी। सिंह राशि, उष्ण-स्वभाव, अल्प-संतति, पीतवर्ण, भ्रमणप्रिय व निर्जल राशि है। आपको मलाईदार वस्तुओं में रुचि रहेगी। सूर्य का तेजोमय ‘माणिक्य रत्न’ आपके लिए सदा सर्वथा अनुकूल व शुभ रहेगा।

सिंह राशि वालों के लिए उपाय

4 1/4 का ‘माणिक्य’ या ‘सूर्यकांतमणि’ धारण करें। आदित्य हृदय स्रोत का रोज़ाना पाठ करें। सूर्य को अर्घ्य दें। लाल रंग के 7 पुष्प भाग्योदय व उन्नति की कामना से जलाशय में प्रवाहित करें। लाल रंग के पुष्प व पत्ते वाले पौधे को रोज़ाना जल दें। अनार के पौधे को सींचें।

सिंह राशि की प्रमुख विशेषताएं

  1. राशि ‒ सिंह
    1. राशि चिह्न ‒ शेर
    2. राशि स्वामी ‒ सूर्य
    3. राशि तत्त्व ‒ अग्नि तत्त्व
    4. राशि स्वरूप ‒ स्थिर
    5. राशि दिशा ‒ पूर्व
    6. राशि लिंग व गुण ‒ पुरुष, सतोगुणी
    7. राशि जाति ‒ क्षत्रिय
    8. राशि प्रकृति व स्वभाव ‒ क्रूर स्वभाव, पित्त प्रकृति
    9. राशि का अंग ‒ हृदय
    10. राशि का रत्न ‒ माणिक्य
    11. अनुकूल उपरत्न ‒ सूर्यकांत मणि
    12. अनुकूल धातु ‒ स्वर्ण
    13. अनुकूल रंग ‒ चमकीला श्वेत, पीला, भगवा
    14. शुभ दिवस ‒ रविवार, बुधवार
    15. अनुकूल देवता ‒ सूर्य
    16. व्रत, उपवास ‒ रविवार
    17. अनुकूल अंक ‒ 1
    18. अनुकूल तारीख़ें ‒ 1/10/19/28
    19. मित्र राशियां ‒ मिथुन, कन्या, मेष, धनु
    20. शत्रु राशियां ‒ वृषभ, तुला, मकर, कुंभ
    21. सकारात्मक तथ्य ‒ खुले दिल-दिमाग वाला, उदारमना, गर्मजोशी
    22. नकारात्मक तथ्य ‒ घमंडी, अति आत्मविश्वास, अति महत्त्वाकांक्षी

मा, मी, मु, मे मघा-4

मो, टा, टी, टु पूर्वाफाल्गुनी-5

टे उत्तराफाल्गुनी-1


1 जनवरी से 7 जनवरी तक

वर्ष के आरंभ का पहले मास का पहला सप्ताह बहुत शानदार जोरदार रहेगा। 1, 2 को संतुष्टि, सम्पत्ति व सुकून तीनों प्राप्त होगा। घर-परिवार में खुशियां आएंगी। आप इस समय का भरपूर आनंद उठाएंगे। 3,

4 को समय संतोष जनक रहेगा। घर में मांगलिक कार्यक्रम की तैयारियां चलेंगी। अविवाहितों के सगाई संबंध की बात आगे बढ़ेगी। मनपसंद रिश्ते आने से मन में प्रसन्नता रहेगी। 5, 6, 7 को कार्यस्थल पर उत्साह का वातावरण बनेगा। आर्थिक रूप से मजबूती आएगी। पैतृक सम्पत्ति संबंधी विवाद सुलझेगा। मित्रें के साथ मिलकर पिकनिक पर जा सकते हैं। नये वर्ष का पूरा उत्साह से स्वागत करेंगे।


ग्रह स्थिति

मासारम्भ में चंद्रमा सिंह राशि का लग्न में, केतु कन्या राशि का द्वितीय भाव में, शुक्र+बुध वृश्चिक राशि का चतुर्थ भाव में, सूर्य+मंगल धनु राशि का पंचम भाव में, शनि कुंभ राशि का सप्तम भाव में, राहु मीन राशि का अष्टम भाव में, बृहस्पति मेष राशि का नवम भाव में चलायमान है।

सिंह राशि की शुभ-अशुभ तारीख़ें

2023शुभ तारीख़ेंसावधानी रखने योग्य अशुभ तारीख़ें
जनवरी1, 2, 5, 6, 22, 23, 24, 28, 297, 8, 9, 16, 17, 25, 26
फरवरी1, 2, 3, 18, 19, 20, 24, 25, 294, 5, 12, 13, 14, 21, 22
मार्च1, 17, 18, 22, 23, 24, 27, 282, 3, 4, 10, 11, 12, 20, 21, 30, 31
अप्रैल13, 14, 15, 18, 19, 20, 23, 247, 8, 16, 17, 26, 27
मई11, 12, 16, 17, 20, 21, 224, 5, 6, 13, 14, 23, 24, 25
जून7, 8, 12, 13, 14, 17, 181, 2, 10, 11, 20, 21, 28, 29
जुलाई4, 5, 6, 9, 10, 11, 14, 157, 8, 17, 18, 25, 26, 27
अगस्त1, 2, 6, 7, 10, 11, 12, 28, 293, 4, 13, 14, 15, 21, 22, 23, 31
सितम्बर2, 3, 4, 7, 8, 24, 25, 29, 301, 10, 11, 18, 19, 27, 28
अक्टूबर1, 4, 5, 21, 22, 23, 27, 28, 316, 7, 8, 15, 16, 17, 24, 25
नवम्बर1, 2, 18, 19, 23, 24, 27, 28, 293, 4, 5, 12, 13, 21, 30
दिसम्बर15, 16, 20, 21, 22, 25, 261, 2, 9, 10, 11, 18, 19, 28, 29

सिंह राशि का वार्षिक भविष्यफल

Singh Rashifal 2024
सिंह राशि

यह साल 2024 सिंह राशि वाले जातकों के लिए मध्यम फलकारी रहेंगे। कभी खुशी तो कभी गम वाला वातवरण रहेगा। इस साल स्वास्थ्य तो ठीक रहेगा, परंतु फिर भी आपको परिवार के किसी सदस्य या

मित्र के स्वास्थ्य को लेकर दो-तीन बार अस्पताल जाना पड़ सकता है। शनि सप्तम में स्थित है। अतः जीवन साथी का स्वास्थ्य डावाडोल रह सकता है। बृहस्पति भाग्य में है। कैरियर के लिहाज से महत्वपूर्ण योजना बनायेंगे। व्यापार व कारोबार विस्तार की जो योजना पिछले काफी समय से चल रही थी, उस पर काम शुरू होगा। आपका पूरा फोकस व्यापार को बढ़ाने पर होगा। मार्केटिंग पर ध्यान देंगे। चन्द्रमा वर्षारंभ में आपकी राशि में स्थित है, जो मनोबल को काफी बलवान रखेगा। चल अचल सम्पति में इजाफा होगा। इस साल आप भूमि, भवन, वाहन आदि की खरीद कर सकते हैं। हालांकि खरीददारी से पूर्व कागजात को अच्छी तरह से चैक कर लें, अतिविश्वास में आपके साथ कोई विश्वासघात हो सकता है। राशि का स्वामी सूर्य पाँचवे तथा मई तक बृहस्पति भाग्य स्थान में स्थित है। विद्यार्थी पूर्ण रूप से अपने अध्ययन पर केन्द्रित रहेंगे। विद्यार्थियों का परिणाम भी उनकी मेहनत व परिश्रम के अनुकुल ही आयेगा। नौकरी से संबंधित परीक्षा विभागीय परीक्षा, प्रमोशन आदि से संबंधित परीक्षा में सफलता दृष्टिगोचर हो रही है।

अगर आप राजकीय सेवा में हैं, तो यह साल आपके लिए उन्नतिप्रद रहेगा। आपको नौकरी में महत्वपूर्ण कार्यभार मिल सकता है, फिर भी आपको व्यवहार में सावधानी रखने की आवश्यकता है। अजनबी व अपरिचित व्यक्तियों से सावधान रहे। मई के पश्चात् देवगुरु बृहस्पति आपकी राशि से दशम स्थान में आकर नौकरी में कार्यभार अधिक रहेगा। व्यापार में

आपकी नवीन योजना व नई प्लानिंग पर काम शुरू होगा। केतु दूसरे स्थान में स्थित है। अतः पैसा पास में नहीं टिक पायेगा।

धन आने से पहले जाने का रास्ता तैयार रहेगा। कहीं से रुका हुआ व अटका रुपया प्राप्त होगा। शनि सातवें स्थान में स्थित है। अतः प्रेम प्रसंग व संबंध पारिवारिक तनाव का कारण बन सकता है। आपको पारिवारिक जीवन में बेहतर तालमेल बनाना चाहिए। घर के बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद प्राप्त होगा, हालांकि उनका स्वास्थ्य जरूर चिंता का कारण बनेगा। मित्रें की संख्या बढ़ेगी हालांकि मित्र सच्चे व अच्छे नहीं होंगे। अवसरवादी मित्रें से सावधान रहें। आप सिंह राशि के जातक हैं। सिंह राशि के जातक अति उत्साही होते हैं, तथा अति-उत्साह में कई बार

ऐसे काम कर जायेंगे, जिसकी कभी किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी। कोर्ट-केस विवाद आदि।

घर, परिवार, संतान व रिश्तेदारः- इस साल विवाह

योग्य जातकों के विवाह की बात आगे बढ़ेगी। बातचीत का सिलसिला जरूर आरम्भ होगा। आप यह महसूस करेंगे कि जीवन साथी से कदम-कदम पर आपको साथ व सहयोग मिल रहा है। हालांकि वर्ष पर्यंत सप्तम में शनि के कारण जीवन साथी का स्वास्थ्य जरूर कमजोर रह सकता है। 30 जून से 15 नवम्बर तक शनि के वक्र काल में ज्यादा सावधानी अपेक्षित है। संतान की शिक्षा, विवाह, कैरियर आदि पर जमकर खर्चा होगा। संतान आपकी आज्ञा में भी रहेगी। भाइयों से सम्पत्ति संबंधी विवाद व बंटवारे से संबंधित विवाद कहीं न कहीं किसी की मध्यस्थता से सुलझ जायेगा। रिश्तेदारों से आपको भावनात्मक सम्बल प्राप्त होगा। पिता-पुत्र में वैचारिक मतभेद रहेंगे। इसी प्रकार 30 जून से 15 नवम्बर के मध्य शनि के वक्रकाल में घर के किसी वरिष्ठ व बुजुर्ग सदस्य का स्वास्थ्य गड़बड़ हो सकता है। बृहस्पति मई के पश्चात् दशक स्थान में आकर संतान के कैरियर विवाह आदि से संबंन्धित शुभ समाचार दिलवा सकते हैं।

विद्याध्ययन, पढ़ाई व कैरियरः- विद्यार्थियों के लिए यह साल 2024 उपलब्धियों से परिपूर्ण रहेगा। विद्यार्थियों को सफ- लता मिलेगी। कैरियर व नौकरी से संबंधित परीक्षा, विभागीय

परीक्षा का परिणाम अनुकुल आयेगा ही। परंतु आप पूरी लगन पूरी निष्ठा व ईमानदारी से अध्ययन में जुट जाए। कुसंगति व गलत लोगों से दूर रहें। साथ ही सोशल मीडिया फेसबुक, व्हाट्सप्प आदि से दूरी बनाकर रखें। मेडिकल, इंजीनियरिंग व मैनेजटमेंट से जुड़े विद्यार्थियों के लिए साल उपयुक्त है। 1 मई के पश्चात् दसवाँ शनि परिश्रम से लाभ दिलवा सकता है। नौकरी में थोड़ा दबाव बना रहेगा, वर्क प्रेशर के साथ-साथ वर्क लोड भी रहेगा। पुस्तकों को मित्र बनाएं, लक्ष्य पर पैनी नजर आपको सफलता की ओर अग्रसर करेगी। विद्यार्थी को मन व ध्यान को एकाग्र करने के लिए मेडिटेशन (ध्यान) करें। प्रेम-प्रसंग व मित्रः- वर्षारम्भ में पाँचवे स्थान में मंगल-सूर्य का योग है। अतः प्रेम प्रसंगों में व्यस्त रखेगा। बृहस्पति-मंगल में वर्षारंभ में परिवर्तन योग प्रेम संबंन्धों के लेकर तनाव भी रखेगा। पारिवारिक सुख-शांति तो बाधित होगी ही। साथ ही प्रेम प्रसंगों के उजागर होने का भय है। आप इस साल 30 जून से 15 नवम्बर के मध्य किसी मित्र

द्वारा विश्वाघात या धोखे का शिकार हो सकते हैं, मित्र कोई सच्ची-झूठी कहानी सुनाकर आपके विश्वास का नाजायाज फायदा उठा सकते हैं। दायरे में, मर्यादा के अंतर्गत किया गया प्रेम आपके व्यक्तित्व को ऊचाईयां प्रदान करेगा। प्रेम का समाधान इस साल में निकलने के आसार हैं। खर्चों पर नियंत्रण रखें, अन्यथा उधार लेने की भी नौबत आ सकती है। संतान की शिक्षा, विवाह व सगाई इत्यादि पर इस साल किसी खर्चे के

योग हैं। नौकरी में आगे बढ़ने के अवसर आपकी प्रतीक्षा कर रहे हैं। लेकिन आपको पहले से और ज्यादा मेहनत व परिश्रम करने की आवश्यकता है। प्राईवेट नौकरी में लक्ष्यों को हासिल करने का दबाव तो रहेगा, लेकिन आप सूझ-बूझ और विवेक से लक्ष्यों को अंतिम समय तक हासिल कर लेगें।

शारीरिक सुख एवं स्वास्थ्यः- स्वास्थ्य को लेकर यह साल ठीक ही रहेगा। किसी गंभीर व घातक बीमारी की आशंका व संभावना नहीं है। छोटी-मोटी बीमारियों से परेशानियां रहेगी। बृहस्पति का परिभ्रमण इस वर्ष मई तक नवम भाव में है। अतः मौसमी बीमारियां, सर्दी, खांसी, जुकाम, सिरदर्द जैसी

व्याधि हावी हो सकती हैं। पुराना रोग ज्यादा परेशान नहीं करेगा, परंतु पुराने रोग के प्रति सावधान अवश्य रहें। खान-पान, पाचन तंत्र के रोगों के प्रति भी सावधान रहें। वाहन सावधानीपूर्वक चलावे। 30 जून से 15 नवम्बर के मध्य शनि का वक्रत्व परिभ्रमण नुकसान प्रद रह सकता है। शारीरिक व्यायाम का ध्यान रखें। अपनी दिनचर्या व खान-पान को व्यवस्थित रखें।

व्यापार, व्यवसाय व धनः- सिंह राशि के जातक अति उत्साही व ऊर्जावान होते हैं। इस वर्ष काम-काज में आप अपनी ऊर्जा व क्षमताओं का भरपूर इस्तेमाल करेंगे। हालांकि बाजार में चल रही सुस्ती व मंदी से आपका काम-काज प्रभावित होगा। लेकिन फिर भी अपनी मेहनत अपने परिश्रम से आप हर चुनौती का दृढता से मुकाबला कर देंगे, व्यापार में काफी ठोस व महत्वपूर्ण निर्णय लेंगे, जिससे आपके मुनाफे में वृद्धि होगी, इस वर्ष व्यावसायिक गतिविधियां तेज रहेंगी। मई के पश्चात् गुरु कर्म स्थान दशम भाव में आकर आपके काम को बढ़ायेगें। अतिरिक्त कार्यभार भी रहेगा। व्यावसायिक प्रतिद्वन्दीयों व प्रतिस्पर्धियों से आप अपने आपको आगे पायेंगे। कोई सरकारी दिक्कत या परेशानी हो सकती है। भागीदार की गतिविधि पर नजर रखें। इस वर्ष सम्पति के रख-रखाव पर खर्चा होगा। मकान की मरम्मत आदि पर खर्चा होगा। धन संचय का मामला कमजोर ही रहेगा, पैसा पास में टिक नहीं पायेगा। कुछ अप्रत्याशित व आकस्मिक खर्चों की स्थिति भी रहेगी। रिश्तेदारों से लेन-देन व हिसाब-किताब साफ रखें। अन्यथा रिश्तों में खटास पैदा हो सकती है। क्वालिटी की बजाय

क्वान्टिटी पर ध्यान दें।

वाहन, खर्च व शुभ कार्यः- इस वर्ष आपको वाहन से परेशानी रहेगी। वाहन पर बार-बार खर्चा करने के बावजूद भी आपको वाहन से परेशानी रहेगी। इस साल खर्चा दबाकर होगा, परंतु खर्च के साथ-साथ आय भी दबाकर ही होगी। इस वर्ष नया वाहन खरीदने का विचार भी आप बना सकते हैं। अचल सम्पति की खरीद के योग बने हुए हैं। जहाँ तक शुभ खर्च की बात है। मई 2024 के बाद बृहस्पति का वृषभ राशि में परिभ्रमण किसी शुभ व मांगलिक कार्य की रूपरेखा बना

सकता है। घर के किसी सदस्य के स्वास्थ्य पर खर्चा हो सकता है।

हानि, कर्ज व अनहोनीः- इस साल 30 जून से 15 नवम्बर के मध्य शनि के वक्र काल में किसी रिश्तेदार या

घनिष्ठ व्यक्ति के साथ कोई अनहोनी हो सकती है। व्यापार में विस्तार की योजना, या भूमि, भवन वाहन की खरीद के लिए ऋण लेना पड़ सकता है। इस साल शुभ कार्य व मांगलिक ऋण लेना पड़ेगा। जहाँ तक धन हानि का प्रश्न है। इस साल

धन हानि की संभावना नहीं है, परंतु किसी पर भी अत्यधिक विश्वास हानि का कारण बनेगा।

यात्रऐंः- इस वर्ष काम-काज को लेकर आप यात्रऐं करेंगे। वर्ष के पूर्वार्द्ध में परिवार के साथ किसी धार्मिक यात्र

या घूमने-फिरने का कार्यक्रम बन सकता है। यात्रओं में आपने भोजन व खान-पान का विशेष ध्यान रखें।

आपको ट्रैप किया जा सकता है।

आपको ट्रैप किया जा सकता है। मित्रों की तरफ मदद का हाथ बढ़ाएंगे, परन्तु मित्रों की भीड़ में आपको कुछ अवसरवादी लोग भी मिलेंगे।

सिंह राशि की चारित्रिक विशेषताएं

आपकी राशि का अधिपति सूर्य है, जो तेजस्वी व ओजयुक्त पौरुष का प्रतिनिधित्व करता है। सिंह राशि के व्यक्ति निर्भीक, उदार व अभिमानी होते हैं। चित्त में दृढ़ता, साहस तथा धैर्य इनमें विशेष मात्रा में पाया जाता है। सूर्य आत्मशक्ति या आत्मविश्वास का कारक ग्रह माना जाता है। अतएव सिंह राशि वाले पुरुषों में आत्मशक्ति ग़ज़ब की होती है। ये कठिन-से-कठिन परिस्थितियों में भी नहीं घबराते। उनके अंदर आत्मविश्वास का भाव पूर्ण रूप से विद्यमान रहता है तथा अपनी बुद्धि एवं पराक्रम के बल पर वे जीवन में उन्नति प्राप्त करने में समर्थ रहते हैं। धनैश्वर्य, वैभव एवं भौतिक सुख-संसाधनों से ये प्रायः युक्त रहते हैं तथा जीवन में सुखपूर्वक इसका उपभोग करते हैं। ये जातक सिद्धांतवादी होते हैं तथा अपने सिद्धांतों की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहते हैं। इनकी प्रवृत्ति धार्मिक होती है तथा स्वभाव में परोपकार का भाव भी रहता है, फलतः ये पूर्ण विश्वास के योग्य होते हैं। इसके अतिरिक्त सरकारी या गैर-सरकारी क्षेत्रों में किसी उच्च पद को प्राप्त करने में समर्थ होते हैं, जिससे सामाजिक मान-प्रतिष्ठा तथा यश समाज में विद्यमान रहता है, साथ ही नेतृत्व की क्षमता भी इनमें विद्यमान रहती है।
अतः इसके प्रभाव से आपका व्यक्तित्व आकर्षक रहेगा, जिससे अन्य लोग आपसे प्रभावित रहेंगे। आप निर्भीक पुरुष होंगे तथा अपने समस्त शुभ एवं सांसारिक कार्यकलापों को निर्भयता से संपन्न करके उनमें वांछित सफलता प्राप्त करेंगे, जिससे आपको भौतिक सुख-संसाधनों एवं अन्य ऐश्वर्य की प्राप्ति होगी तथा उन्नति के मार्ग भी प्रशस्त रहेंगे, फलतः आपका जीवन सुखपूर्वक व्यतीत होगा।
आपके हृदय में उदारता का भाव भी विद्यमान रहेगा तथा अन्य लोगों के प्रति स्नेह के भाव का प्रदर्शन भी करेंगे। आपको स्वपुरुषार्थ से जीवन में सफलता प्राप्त होगी तथा प्रतियोगिता के क्षेत्र में आप सफल होंगे। आपके शत्रु व प्रतिद्वंन्द्वी आपसे भयभीत होंगे, परंतु यदि आप अन्य जनों के साथ पूर्ण समानता का व्यवहार करेंगे, तो आप समाज में लोकप्रियता तथा अतिरिक्त प्रतिष्ठा भी अर्जित करने में समर्थ हो सकते हैं।
आप में शारीरिक बल की प्रधानता विशेष रहेगी तथा परिश्रम एवं पराक्रम में अपने सांसारिक महत्त्व के कार्यों को संपन्न करेंगे तथा इनमें इच्छित सफलता प्राप्त करके जीवन में उन्नति के मार्ग प्रशस्त करेंगे। राजनीति या व्यापार आदि में आप उन्नतिशील रहेंगे तथा इन क्षेत्रों में आपकी श्रेष्ठता बनी रहेगी।
आपके स्वभाव में तेजस्विता का भाव भी विद्यमान रहेगा। अतः यदा-कदा आप अनावश्यक क्रोध या उग्रता के भाव का भी प्रदर्शन करेंगे। आयुर्वेद एवं योग आदि के प्रति आपकी आस्था विद्यमान रहेगी। आप में गंभीरता का भाव विद्यमान होगा, फलतः आपके कार्य धैर्यपूर्वक संपन्न होंगे, जिससे आपको सफलता प्राप्त होगी।
सूर्य राजयोग कारक ग्रह है। सिंह राशि के जातक प्रायः राजा की तरह ऐश्वर्य व प्रतिष्ठा का उपभोग करते हैं। ऐसे व्यक्तियों का चेहरा तेजस्वी व लालिमा युक्त होता है।
धर्म के प्रति आपके मन में श्रद्धा रहेगी तथा श्रद्धापूर्वक धार्मिक कार्यकलापों तथा अनुष्ठानों को संपन्न करेंगे। इसी परिप्रेक्ष्य में सत्संग आदि में भी अपना योगदान प्रदान कर सकते हैं। आपको भ्रमण या पर्वतीय क्षेत्र में घूमना रुचिकर लगेगा। अतः आप समय-समय पर ऐसे स्थानों की सैर करते रहेंगे। इस प्रकार समस्त सुखों का उपभोग करते हुए आप अपना समय व्यतीत करेंगे।
सिंह राशि पुरुष संज्ञक व अग्नि तत्त्व प्रधान राशि है। आप उदार हृदय होने के नाते लोगों को क्षमा कर देते हैं। परंतु यदि कोई आपके मान, पद व प्रतिष्ठा पर कालिख पोतने की कोशिश करता है, तो आप उसे कभी भी क्षमा नहीं करेंगे। आपके जोश, हिम्मत व रोब के सामने शत्रु के हौसले पस्त हो जाएंगे। शत्रु आपके सामने आने से हमेशा घबराएगा, इसलिए पीठ पीछे आपकी बुराई होगी व सम्मुख प्रशंसा। आप चापलूस लोगों से बचें।
सिंह राशि चतुष्पद, शीर्षोदय व दिनबली है। रात्रि के कार्यकलाप आपके लिए अनुकूल नहीं कहे जा सकते। आप किसी के भी अधीनस्थ रहकर कार्य नहीं कर सकते। आप स्वच्छंदचारी व स्वतंत्र विचारों वाले व्यक्ति हैं। यदि आप व्यापारी हैं, तो आप देखेंगे कि आपका भागीदार आपसे कुछ दबा हुआ, डरा हुआ-सा होगा। यह आपकी प्रकृति प्रदत्त शक्ति व जन्मजात विशेषता है।
यदि आपका जन्म सिंह राशि के अन्तर्गत ‘मघा नक्षत्र’ (मा, मी, मु, मे) में हुआ है, तो आपका जन्म 7 वर्ष की केतु की दशा के अन्तर्गत हुआ है। आपकी योनि‒मूषक, गण‒राक्षस, वर्ण‒क्षत्रिय, हंसक‒वायु, नाड़ी‒आद्य, पाया‒चांदी एवं वर्ग भी मूषक है। आप ठिगने कद के सुदृढ़ वक्ष-स्थल एवं मज़बूत जंघाओं के मालिक हैं। गर्दन कुछ मोटी, वाणी में कुछ कर्कशता व रुखापन सिंह राशि वाले व्यक्ति की विशेषता है। इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले व्यक्तियों को प्रायः 5 व 6 नम्बर के दांत तीखे, जिह्वा चौकोर व खुरदरी होती है। मघा नक्षत्र में जन्म लेने वाले व्यक्तियों की आंखों में कुछ विशेष आकर्षण होता है, चेहरा शेर के समान भरा हुआ व रोबीला होता है। प्रायः इस राशि वाले व्यक्ति पुरुषार्थ व अपने पौरुष प्रदर्शन के लिए लालायित रहते हैं तथा इनको शानदार मूंछे रखने का बड़ा शौक रहता है। कुछ हद तक अभिमानी होने के नाते ये बहुत जल्दी नाराज़ भी हो जाते हैं तथा अपनी मर्दानगी एवं बलशाली शक्ति का दुरुपयोग करने में भी नहीं हिचकिचाते।
यदि आपका जन्म सिंह राशि के अन्तर्गत ‘पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र’ (मो, टा, टी, टू) में हुआ है, तो आपका जन्म 20 वर्ष की शुक्र की महादशा में हुआ है। आपकी योनि‒मूषक, गण‒मनुष्य, वर्ण‒क्षत्रिय, हंसक‒वायु, नाड़ी‒मध्य, पाया‒चांदी इस नक्षत्र के प्रथम चरण का वर्ग-मूषक तथा अंतिम तीन चरण का वर्ण-श्वान है। इस नक्षत्र में जन्मे व्यक्ति मधुर भाषी एवं भ्रमणशील होते हैं। इन्हें पानी से बहुत प्रेम होता है।
यदि आपका जन्म सिंह राशि के अन्तर्गत ‘उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र’ के प्रथम चरण (टे) में हुआ है, तो आपका जन्म 6 वर्ष की सूर्य की महादशा में हुआ है। आपकी योनि‒गौ, गण‒मनुष्य, वर्ण‒क्षत्रिय, हंसक‒वायु, नाड़ी‒आद्य, पाया‒चांदी तथा वर्ग‒श्वान है। इस नक्षत्र में जन्मे जातक सूर्य के समान तेजस्वी होते हैं तथा अपने परिश्रम से बहुत सारा धन एवं बहुत नाम अर्जित करते हैं।
सिंह राशि वालों के पिता-पुत्र में कम बनती है। धार्मिक क्षेत्र में आप शक्ति के उपासक हैं। भैरों, सिंह एवं सूर्य इत्यादि शक्ति प्रधान देवताओं में आपकी रुचि रहेगी। सिंह राशि, उष्ण-स्वभाव, अल्प-संतति, पीतवर्ण, भ्रमणप्रिय व निर्जल राशि है। आपको मलाईदार वस्तुओं में रुचि रहेगी। सूर्य का तेजोमय ‘माणिक्य रत्न’ आपके लिए सदा सर्वथा अनुकूल व शुभ रहेगा।

सिंह राशि वालों के लिए उपाय

4 1/4 का ‘माणिक्य’ या ‘सूर्यकांतमणि’ धारण करें। आदित्य हृदय स्रोत का रोज़ाना पाठ करें। सूर्य को अर्घ्य दें। लाल रंग के 7 पुष्प भाग्योदय व उन्नति की कामना से जलाशय में प्रवाहित करें। लाल रंग के पुष्प व पत्ते वाले पौधे को रोज़ाना जल दें। अनार के पौधे को सींचें।

सिंह राशि की प्रमुख विशेषताएं

  1. राशि ‒ सिंह
    1. राशि चिह्न ‒ शेर
    2. राशि स्वामी ‒ सूर्य
    3. राशि तत्त्व ‒ अग्नि तत्त्व
    4. राशि स्वरूप ‒ स्थिर
    5. राशि दिशा ‒ पूर्व
    6. राशि लिंग व गुण ‒ पुरुष, सतोगुणी
    7. राशि जाति ‒ क्षत्रिय
    8. राशि प्रकृति व स्वभाव ‒ क्रूर स्वभाव, पित्त प्रकृति
    9. राशि का अंग ‒ हृदय
    10. राशि का रत्न ‒ माणिक्य
    11. अनुकूल उपरत्न ‒ सूर्यकांत मणि
    12. अनुकूल धातु ‒ स्वर्ण
    13. अनुकूल रंग ‒ चमकीला श्वेत, पीला, भगवा
    14. शुभ दिवस ‒ रविवार, बुधवार
    15. अनुकूल देवता ‒ सूर्य
    16. व्रत, उपवास ‒ रविवार
    17. अनुकूल अंक ‒ 1
    18. अनुकूल तारीख़ें ‒ 1/10/19/28
    19. मित्र राशियां ‒ मिथुन, कन्या, मेष, धनु
    20. शत्रु राशियां ‒ वृषभ, तुला, मकर, कुंभ
    21. सकारात्मक तथ्य ‒ खुले दिल-दिमाग वाला, उदारमना, गर्मजोशी
    22. नकारात्मक तथ्य ‒ घमंडी, अति आत्मविश्वास, अति महत्त्वाकांक्षी