जंगल, झरने, पहाड़, नदियां...भीड़भाड़ से दूर बिताने हैं सुकून के पल तो जरूर जाएं कनाटल: Kanatal Tourism
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Overview:

बचपन से लेकर बड़े होने तक हम सभी ने ऐसी कई परिस्थितियों का सामना किया है, जिन्होंने हमें अंदर तक हर्ट कर दिया है। ऐसी बातों को हम सालों बाद भी नहीं भूल पाते, वे किसी जख्म की तरह हमारे दिल में टीस मारती हैं। अगर आप भी ऐसी ही बुरी यादों का पिटारा अपने दिल और दिमाग पर लेकर घूम रहे हैं तो ये आपकी बड़ी गलती है।

Forgiveness Benefits: जब मैं परेशानी में था तब उसने मेरा साथ देने की जगह मेरा मजाक बनाया था, कॉलेज में कुछ स्टूडेंट्स हमेशा मुझे परेशान करते थे मैं उन्हें कभी माफ नहीं करूंगा, जब मैं अपने एक रिश्तेदार के गया तब उन्होंने मेरे साथ ठीक व्यवहार नहीं किया…क्या आपके जह​न में भी ऐसी बातें घूमती रहती हैं। बचपन से लेकर बड़े होने तक हम सभी ने ऐसी कई परिस्थितियों का सामना किया है, जिन्होंने हमें अंदर तक हर्ट कर दिया है। ऐसी बातों को हम सालों बाद भी नहीं भूल पाते, वे किसी जख्म की तरह हमारे दिल में टीस मारती हैं। अगर आप भी ऐसी ही बुरी यादों का पिटारा अपने दिल और दिमाग पर लेकर घूम रहे हैं तो ये आपकी बड़ी गलती है। दरअसल, ऐसा करने से सिर्फ आपको ही परेशानी होगी, क्योंकि आपको दुख पहुंचने वाला आज भी अपनी जिंदगी में मस्त और व्यस्त है। ऐसे में इन दुखों और चिंताओं को दूर करने का सबसे आसान तरीका है माफ करना। जी हां, फॉरगिवनेस यानी माफी देना आपको शांति और सुकून दोनों देगा। इससे आपकी फिजिकल, मेंटल और इमोशनल तीनों सेहत दुरुस्त रहेंगी।

Forgiveness Benefits
Forgiveness has always been given great importance in India.

भारत में क्षमा, माफी, फॉरगिवनेस को हमेशा से ही बहुत महत्व दिया गया है। सदियों से क्षमा करना हमारी संस्कृति का हिस्सा रहा है। अब दुनियाभर के लोग भी माफ कर देने की ताकत को मानते हैं। हर साल 7 जुलाई को ग्लोबल फॉरगिवनेस डे मनाया जाता है। इसका उद्देश्य है पर्सनल हेल्थ को बढ़ावा देना। लोगों को ​दुख और अतीत की बुरी यादों को छोड़कर आगे बढ़ने की प्रेरणा देना। इस दिन की शुरुआत 1994 में क्राइस्ट के राजदूतों के ईसाई दूतावास की ओर से की गई थी।

अक्सर लोग इसी बात का दुख दिल में लिए बैठे रहते हैं कि सामने वाले ने उनके साथ क्या किया। हमें मालूम नहीं चलता लेकिन ये शिकायतें और कड़वाहट हमारी ही सेहत के लिए नुकसानदायक हो जाती हैं। इनसे मानसिक शांति छिन जाती है। लेकिन सामने वाले को उसके व्यवहार और वाणी के लिए माफ कर देने से आप खुद अच्छा महसूस करेंगे। इससे आप दूसरों के साथ हेल्दी रिलेशनशिप निभा पाएंगे। आपकी टेंशन, एंग्जायटी और डिप्रेशन कम होगा। इससे आप कॉन्फिडेंस महसूस करेंगे। इतना ही नहीं यह आपकी सेहत के लिए भी अच्छा है। किसी को माफ कर देने से आपका ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहेगा और हार्ट भी सेहतमंद रहेगा। आप नकारात्मकता से पीछा छुड़वा कर सकारात्मक जीवन जी सकेंगे।  

क्षमा यानी माफ करने के कई फायदे हैं। लेकिन अक्सर कुछ लोग चाहते हुए भी दूसरों को माफ नहीं कर पाते। ऐसे में वे अतीत की यादों में इस कदर घिर जाते हैं कि अपने आज को जीना भूल जाते हैं। वे हर बात के लिए पूर्वाग्रहों से ग्रसित रहते हैं। रिश्तों में हमेशा कड़वाहट और गुस्सा ही पाते हैं। इन सभी बातों का उनके स्वभाव पर भी असर पड़ता है। वे उदास, परेशान और चिड़चिड़े होने लगते हैं। कई बार ऐसे लोग रिश्तों को लेकर इतने नकारात्मक हो जाते हैं कि अच्छे रिश्तों को भी खो देते हैं।

यह बात सच है कि बुरी यादों और अनुभवों को भुलाकर आप किसी को आसानी से माफ नहीं कर पाते, लेकिन यकीन मानिए अगर आप अपनी जिंदगी में शांति और सुख चाहते हैं तो आपको दूसरों को माफ करना सीखना होगा। यह एक प्रैक्टिस है, जिसे आपको धीरे-धीरे करना होगा। धीरे-धीरे आप महसूस करेंगे कि इससे आपकी जिंदगी काफी आसान और खुशहाल हो गई है। आप दूसरों की स्थिति और परिस्थिति के विषय में भी जरूर सोचें। हो सकता है कि आप सिक्के के जिस पहलू को देख रहे हैं, असल में बात उससे बिल्कुल अलग हो।  

मैं अंकिता शर्मा। मुझे मीडिया के तीनों माध्यम प्रिंट, डिजिटल और टीवी का करीब 18 साल का लंबा अनुभव है। मैंने राजस्थान के प्रतिष्ठित पत्रकारिता संस्थानों के साथ काम किया है। इसी के साथ मैं कई प्रतियोगी परीक्षाओं की किताबों की एडिटर भी...