जब कोई आप दुख पहुंचाए या आपकी भावनाओं को आहत करें तो उसे माफ करना मुश्किल हो जाता है लेकिन नामुमकिन नहीं। अगर आपके साथ भी ऐसा ही कुछ हुआ है तो जानें किस तरह आप उस इंसान को माफ कर सकते हैं।

बात करें

अगर कोई इंसान आपको दुख पहुंचाता है तो इस बारे में सोचें जो कुछ भी हुआ उसके बाद आप कैसा महसूस कर रहे हैं। फिर अपने आसपास के लोगों दोस्तों या परिवार के सदस्यों से इस बारे में बात करें।   

आगे बढ़ें

जब आप किसी को माफ करते हैं तो यह आपके लिए होता है ,दिल में नफरत के साथ ना जिएं। क्योंकि जब किसी से नफरत करते हैं तो सामने वाले से ज्यादा खुद को तकलीफ देते हैं। ऐसे में जो भी आपको दुख पहुंचाता है उसे माफ कर आगे बढ़ें। माफ करने का मतलब यह नहीं है कि जो कुछ भी हुआ आप उसे भूल चुके हैं। इसका मतलब यह कि आप इस घटना से सीख ले चुके हैं और माफ करके आगे बढ़ने में यकीन रखते हैं।

दोषारोपण नहीं

माफ करने का मतलब यह कतई नहीं है कि आपने उस इंसान से सुलह कर ली है जिसने आपको दुख पहुंचाया है या उसकी गलतियों को यूं ही जाने दिया। माफ करने को हम ऐसे भी परिभाषित कर सकते हैं कि यह एक शांत और समझदारी भरी प्रक्रिया है जो दोषारोपण से निकलती है।  

मरहम है 

जब किसी ने आपको शारीरिक, वैचारिक या भावनात्मक रुप से दुख पहुंचाया तो उसकी तकलीफ को पहचानें। यह दुख दो मिनट का या दस साल का भी हो सकता है। माफी की मदद से आप इन आहत भावनाओं पर मरहम लगा सकते हैं।

नकारात्मकता बचें

लोगों को माफी न देकर नकारात्मक विचारों को अपने पास जमा होने न दें।  ये आपको पीछे की तरफ खीचेंगे। माफ करें और घटना को भूल आगे बढ़ें।

इसी में सुकून

किसी को माफ करने में जो सुकून है वो कहीं और नहीं। जिस इंसान ने आपकी दुख पहुंचाया है उसके बारे में बुरा सोचकर आप खुद को ही तकलीफ देते हैं। अगर आप उसे माफ कर दें तो आपकी तनाव, चिंता और हताशा कम होती है जो कि आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है।

कागज पर लिखें

अपनी भावनाओं को एक कागज पर लिखें। यहां पर उन सभी बातों के बारे में लिखें जिनसे आपकी भावनाएं आहत हुयी हैं या जिनकी वजह से आप सामने वाले को माफ नहीं कर पा रहे हैं। लिखने के बाद सभी कारणों पर फिर से सोचें और निर्णय लें कि आपको सामने वाले को माफ करना है या नहीं। खुद को माफी के लिए तैयार करने का यह भी एक अच्छा तरीका हो सकता है।

समझ कर बोलें

जिस इंसान ने आपकी भावनाओं को आहत किया है अगर आप उससे बात करना चाहते हैं तो इसके लिए अच्छे से तैयारी करनी चाहिए। ध्यान रहे जो कुछ भी बोलें सोच समझ कर बोलें। हो सकता है बातचीत के दौरान आपको गुस्सा आ जाए या भावुक हो जाएं। ऐसे में आपको खुद को कंट्रोल करना आना चाहिए और बात को सही दिशा में ले जाना चाहिए।

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