Love language in relationships
Love language in relationships Credit: Istock

Summary: लव लैंग्वेज को पहचानें और रिश्ते में फिर से भरें प्यार और अपनापन

लव लैंग्वेज एक ऐसी कुंजी है जिससे आप अपने रिश्ते में प्यार, समझ और भरोसा बढ़ा सकते हैं। डॉ गैरी चैपमैन की फाइव लव लैंग्वेज को समझकर आप अपने साथी की भावनात्मक ज़रूरतें बेहतर ढंग से पूरा कर सकते हैं।

Love Language in Relationships: कई बार पार्टनर एक दूसरे से बेहद प्रेम करने के बाद भी एक दूसरे को अपने प्यार का भरोसा नहीं दिलवा पाते हैं। हमेशा साथी को लगता है कि उनके प्रयास, भावनाएं, इच्छाएं सभी व्यर्थ है। अपने साथी को अपने प्यार का भरोसा ना दिलवा पाने का एक कारण है कि हम अपने साथी की लव लैंग्वेज, यानी प्यार की भाषा को नहीं समझ पा रहे हैं या उनकी प्रेम भाषा में हम उनसे बात नहीं कर रहे हैं। आइए इस लेख में जानते हैं, क्या है लव लैंग्वेज, और कैसे इसे सीख कर हम अपने साथी को अपने प्यार और साथ का भरोसा दिलवा सकते हैं।

लव लैंग्वेज, इस विचार पर कार्य करने वाले पहले लेखक डॉ गैरी चैपमैन है। डॉ चैपमैन के अनुसार किसी व्यक्ति को अपना प्यार महसूस करवाने या करने के पांच तरीके हो सकते हैं। यही पांच तरीके प्रेम की पांच भाषाएं कहलाती हैं। इन्हीं पांच भाषाओं में एक या दो प्रेम भाषा आपके साथी की प्राथमिक प्रेम भाषा हो सकती है। आईए जानते हैं प्रेम की पांच भाषाएं कौन सी है।

Love language in relationships
Love language in relationships

अपने साथी की प्रशंसा या सराहना करना अपने साथी की कार्य में मदद करना
साथी को भेंट अर्थात उपहार देना
अपने साथी के साथ प्रतिबद्ध समय बिताना
अपने साथी को शारीरिक स्पर्श के द्वारा प्रेम करना

यह पांच प्रेम भाषाएं हर रिश्ते में होना जरूरी है, लेकिन इन पांच में से कोई एक या दो प्रेम भाषा आपके साथी के लिए सबसे जरूरी प्रेमभाषा हो सकती है और यही जरूरी लव लैंग्वेज आपके साथी की प्राथमिक प्रेम भाषा होती है, जिसके अभाव में आपके रिश्ते में दूरियां आ सकती है।

अपने रिश्ते को समय दें, अपने साथी से बात करें, अपने तथा अपने साथी के व्यवहार को भी नोटिस करें।

देखिए आपके किस तरह के कार्य करने पर आपके साथी को खुशी महसूस होता है साथ ही यह भी नोटिस करें कि आपका साथी आपसे गुस्सा होने पर किस चीज की मांग करता है।

आपके तथा आपके साथी के बीच झगड़ा और मनमुटाव होने के ज्यादातर समय क्या कारण होते हैं।

सराहना की कमी: क्या आप अपने साथी के कार्यों की सराहना नहीं करते, उन्हें सकारात्मक शब्दों से संबोधित नहीं करते या फिर हमेशा उनके व्यवहार में गलतियां ही देखते हैं।

प्रतिबद्ध समय की कमी: क्या आपका साथी हमेशा आपसे समय ना दे पाने के कारण नाराज होता है।

उपहार में कमी: आपका आपके साथी को किसी प्रकार का उपहार या सरप्राइज ना देने के कारण रिश्ते में मतभेद होना।

कार्य में मदद की कमी: क्या जब आप अपने साथी की मदद नहीं करते तब आपके बीच झगड़े होते हैं।

शारीरिक स्पर्श में कमी: कहीं आपका आपके साथी के साथ शारीरिक संबंधों की कमी के कारण तो झगड़े नहीं होते।

अगर ऊपर बताए सभी बातों पर ध्यान करने करें, आपके रिश्ते में इनमें से किन कारणों की वजह से झगड़े होते हैं। अगर आप जान चुके हैं कि आपके रिश्ते में झगड़े के क्या कारण है तो आप अपने साथी के प्राथमिक प्रेमभाषा जान चुके हैं।

जब आप अपने साथी के फर्स्ट लव लैंग्वेज को नहीं समझते तो आपके रिश्ते में झगड़ा बढ़ाता हैं तथा आप अपने साथी को अपने प्यार का भरोसा नहीं दिलवा पाते हैं।

फाइव लव लैंग्वेज के लेखक डॉ गैरी चैपमैन कहते हैं, अपने साथी के साथ अपने रिश्ते को बेहतर बनाने का पहला कदम है उनकी लव लैंग्वेज को समझना। इसके लिए आप अपने साथी से खुले मन के साथ बात करें, अपने साथी के साथ प्रतिबद्ध समय बिताएं। आप पहले कदम के तौर पर अपने साथी के साथ सकारात्मक शब्दों का प्रयोग कर सकते हैं।

विशेष ध्यान: प्रेम की भाषा को समझने तथा अपने रिश्ते को बेहतर बनाने के लिए आपको दी फाइव लव लैंग्वेज किताब को जरूर पढ़ना चाहिए। यह हिंदी तथा अंग्रेजी दोनों ही भाषाओं में उपलब्ध है।

निशा निक ने एमए हिंदी किया है और वह हिंदी क्रिएटिव राइटिंग व कंटेंट राइटिंग में सक्रिय हैं। वह कहानियों, कविताओं और लेखों के माध्यम से विचारों और भावनाओं को अभिव्यक्त करती हैं। साथ ही,पेरेंटिंग, प्रेगनेंसी और महिलाओं से जुड़े मुद्दों...