Relationship Stress and Heart Disease
Relationship Stress and Heart Disease

Summary: रिश्ते में तनाव बिगाड़ता है दिल की सेहत को

लगातार रिलेशनशिप स्ट्रेस हृदय पर नकारात्मक प्रभाव डालता है और हार्ट अटैक व हाई बीपी का खतरा बढ़ाता है।

Relationship Stress and Heart Disease: जीवन को खूबसूरती तथा तनाव मुक्त जीने के लिए रिश्तो का अहम रोल है, लेकिन कई बार रिश्ते ही हमारे जीवन के तनाव का कारण बन जाते हैं। रिश्ते में लगातार झगड़ा, तनाव, मनमुटाव न सिर्फ हमारे मानसिक स्वास्थ्य पर असर डालते हैं, बल्कि हमारे शारीरिक स्वास्थ्य पर भी इसका बुरा असर पड़ता है। कई साइंटिफिक स्टडी यह बताते हैं कि रिश्ते में लगातार बना हुआ तनाव हार्ट डिजीज के खतरे को दो गुना कर देता है। आइए इस लेख में हम जानेंगे कैसे आपके रिश्ते का तनाव आपके दिल को कमजोर बना रहा है।

रिलेशनशिप अर्थात व्यक्तिगत रिश्ते जैसे, पति-पत्नी, प्रेमिका, दोस्त, माता-पिता जब इन्ही व्यक्तिगत रिश्ते में तनाव, मानसिक दबाव भावनात्मक सपोर्ट की कमी, बातचीत की कमी बढ़ जाए तो रिश्तो के बीच पैदा होता है रिलेशनशिप स्ट्रेस।

रिलेशनशिप स्ट्रेस के मुख्य लक्षण है: रिश्ते में बार-बार झगड़ा या बहस का होना रिश्ते में भावनात्मक जुड़ाव की कमी महसूस होना, रिश्ते में लगातार शिकायत, तकरार, घुटन और नियंत्रण महसूस होना रिलेशनशिप स्ट्रेस के मुख्य लक्षण है।

Relationship Stress and Heart Disease
Effects of relationship stress on the heart

जब भी व्यक्ति तनाव की स्थिति से गुजरता है तो दिमाग इस स्थिति से निपटने के लिए शरीर में स्ट्रेस हार्मोन जैसे, कॉर्टिसोल और एड्रेनालिन हार्मोन का स्त्राव करता है। स्ट्रेस हार्मोन का सीधा असर दिल पर पड़ता है, दिल की धड़कन तेज हो जाती है, ब्लड प्रेशर असंतुलित हो जाता है और हृदय पर दबाव बढ़ जाता है।

स्ट्रेस के कारण व्यक्ति हाई ब्लड प्रेशर की स्थिति में पहुंच जाता है, हृदय की धड़कन बढ़ जाती है जिस कारण ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल में गड़बड़ी होती है और व्यक्ति को अनिद्रा और चिंता जैसी परेशानियां बढ़ जाती है।

अगर आप बहुत ज्यादा तनाव लेते हैं तो हाई ब्लड प्रेशर और कार्डियक अरेस्ट का खतरा बढ़ जाता है।

लगातार स्ट्रेस के कारण शरीर में इन्फ्लेमेशन बढ़ जाता है और धमनियों में थक्का बनने का खतरा होता है जो की हार्ट अटैक के खतरे को बढ़ाता है।

अगर आपको अपने रिश्ते में प्यार से ज्यादा डर या दबाव महसूस होता है, अगर आप अपने साथी से हमेशा सावधान रहते हैं, खुलकर आप अपनी भावनाओं को उनसे नहीं कह पाते, दिन प्रतिदिन रिश्ते में आपका आत्मविश्वास कम होता जा रहा है या फिर तनाव के कारण दिन प्रतिदिन आपका स्वास्थ्य खराब हो रहा है और बिगड़ते स्वास्थ्य का आपको कोई कारण नहीं समझ आ रहा तो आपको सतर्क होने की जरूरत है आपके रिश्ते का तनाव आपके स्वास्थ्य पर भारी पड़ रहा है।

अपने साथी से खुलकर बात करें। अपने तनाव का कारण बताएं, बात करते समय शांत रहें ताकि आपकी बातचीत सही मुद्दे पर रहे और आप समाधान तक पहुंचे पाएं।

अगर आपको लगता है आप बेवजह जरूरत से ज्यादा तनाव ले रहे हैं तो काउंसलर, थैरेपिस्ट या रिलेशनशिप कोच से मदद लें।

अपने आप को प्राथमिकता दें, अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए वॉक, योग, मेडिटेशन करें।

अगर आपको लगता है आपका रिश्ता टॉक्सिक हो चुका है। उसमें सुधार की कोई गुंजाइश नहीं बची। आपकी कोशिश बेकार जा रही है तो उस रिश्ते से खुद को बाहर निकालने की हिम्मत दिखाएं।

निशा निक ने एमए हिंदी किया है और वह हिंदी क्रिएटिव राइटिंग व कंटेंट राइटिंग में सक्रिय हैं। वह कहानियों, कविताओं और लेखों के माध्यम से विचारों और भावनाओं को अभिव्यक्त करती हैं। साथ ही,पेरेंटिंग, प्रेगनेंसी और महिलाओं से जुड़े मुद्दों...