कैटेगराइज

आपने महीने के आधे राशन के पैसे उस डिजाइनर आउटफिट पर खर्च कर दिए है । आप बच्चे के स्कूल में एनवूअल फंक्शन पर नहीं पहुॅचे,  आप अपनी बीमार माॅ को देखने सही समय पर नहीं पहुंचे  और आपने अपनी पालतू बिल्ली को तब बाहर छोड दिया जब वो जाना नही चाहती थी और उसे कुत्ते ने काट खाया ।

आपका परिवार, आपके दोस्त कभी भी आपको आपके कृत्यों के लिए माफ नहीं   करेंगे । अगर वो आपके बारे में आधा सच भी जानते पर अफसोस आप खुद तो पूरा सच जानते  हैं । शर्म और ग्लानि से आप मरे ही जाते हैं । कैसे करेंगे आप खुद को माफ ?

मनोचिकित्सकों का मानना है कि हम सभी गलत काम करते है पर कई बार अपने आपको माफ इसलिए नहीं कर पाते क्योंकि अपनी करनी को और उस दुःख को हम अपने आस-पास लपेटे रखते हैं ।
हम यह मानते है कि उस दर्द को जिंदा रखने से हम भविष्य में गलती दोहराने से बच जायेंगे ।

यह सिर्फ आप  ही की बात नहीं है ।
अपने पछतावे को जिंदा रखने में, स्वयं के प्रति कठोर नजरिया रखने में आप अपने परिवार को, बच्चों का,े मित्रों को, अनजाने में सजा दे बैठते हैं । आपका गिल्ट आपके व्यवहार पर रिफलैक्ट होने लगता है और आप गुमसुम, निराश या अन्र्तमुखी हो जाते हैं ।

बुरा अतीत एक दर्दनाक वर्तमान बनाता है
बीती बुरी बातें याद करने से वर्तमान भी दुःख से पूर्ण हो जाता है और आप वर्तमान को एनज्वाय नहीं कर पाते ।

अच्छी चीजों पर विश्वास नहीं होता-
अपने साथ होने वाली अच्छी बातों पर भी आप कान्सनट्रेट नहीं कर पाते और आगे जीवन में
बढ़ नहीं पाते ।

स्वयं को एक ब्रेक दें-
स्वयं को माफ करदें भले कितना ही जघन्य अपराध क्यों न हुआ हो । स्वयं को माफ नहीं करेंगे तब तक जीवन में आगे कैसे बढेगें ? जीवन की किताब का पिछला पन्ना पलटे बगैर भविष्य के पन्ने कैसे पढ़ पाऐंगे  ?

यह उपाय अपनाइए-
स्वयं को माफ करने के लिए इन टिप्स का सहारा लीजिए-

गल्ती को कैटेगराइज करिए- अपनी गल्ती को गम्भीर या साधारण की श्रेणी में डालें ।

उसकी गहनता परखें-

गल्ती से किसी का या आपका, कितना नुकसान हुआ है, परखें । अगर गल्ती साधारण है तो भूल जाए और यदि नही ंतो विचार करें ।

दुबारा न दोहराएॅ –
गल्ती पर पश्चाताप करने का सबसे अच्छा उपाय हैं कि आप उसे दुबारा न दुहराए । अपने स्वभाव, आदतों और विचारों में फर्क लाए ।

अपनी भावनाएं जानिए-
गल्ती करने पर आपको कैसा लग रहा है शेयर कीजिए । हो सकता है कि  मित्र व सम्बन्धी आपको सही राय दे दें । कहने से मन हल्का भी हो जाता है ।

स्टाॅप बटन दबाइए-
घटना को बार बार दिमाग में मत आने दीजिए । जैसे ही घटना याद आए,े अपना ध्यान किसी सकारात्मक चीज पर लगाए ।

साॅरी बोले –
 दिल से की गई एक क्षमा याचना कई सालों की गल्तियों को खत्म कर सकती है इसीलिए अगर आपने किसी का दिल दुःखाया हो तो उसे साॅरी कहें ।

श्वास खीचें-
जब भी अतीत की परछाईयाॅ आपको निराश करें । आॅखें बंद कर ले । गहरी श्वास        लें ।श्स्मृतियों में अच्छी चीजे ले आए ।

अच्छा करे-
यदि आपकी गल्ती से किसी व्यक्ति को हाॅनि हुई है तो उसको लिए कुछ अच्छा करें । अगर दुबारा वैसा मौका मिले तो उसके नुकसान की भरपाई कर दें ।

खुद को माफ करके आप नवजीवन का दरवाजा खोलते है । एक गल्ती की सजा कितनी बार खुद को आप देंगे ? जीवन कही रूकता नहीं इसीलिए खुद को माफ करिए और आगे   बढ़िए ………….।