Marriage in peer pressure: 24-25 की उम्र पार करते ही चारों तरफ से हमें अपने दोस्तों की शादी के न्यूज़ मिलने लगते हैं। ऐसे में शादी का पीर प्रेशर0 होना आम बात है। हमारे समाज में शादी की एक उम्र तय की गई है, जिसके बाद सभी लोग हमें इस निगाह से ही देखने लगते हैं कि अब शादी कर लेनी चाहिए। वही जिनमें कुछ सपने होते हैं वह शादी थोड़ा लेट करना पसंद करते हैं। शादी लेट करने के और भी कई कारण हो सकते हैं। लेकिन पीर प्रेशर में इस फैसले पर डटे रहना थोड़ा मुश्किल होता है। आज हम जानेंगे आखिर कैसे शादी के पीर प्रेशर से खुद को संभाल कर अपने निर्णय पर डटे रहें। किसी दबाव में आकर अपने फैसलों को ना बदलें। इस बात को कभी नहीं भूलना चाहिए कि सभी की जिंदगी का अलग मकसद और तरीका है। दूसरों का देखकर आप निर्णय न लें। शादी के पीर प्रेशर से बचने के लिए आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए।
Also read: पार्टनर बार-बार धोखा दे तो क्या करें? जानिए कैसे करें हैंडल: Relationship Tips
स्वतंत्र निर्णय लेना चाहिए

आपको अपने जीवन की प्राथमिकताओं और लक्षण के बारे में स्पष्ट पता होना चाहिए। इस आधार पर ही आपको अपने जीवन के सभी निर्णय लेना चाहिए ना कि दूसरों की अपेक्षाओं के अनुसार आप अपने जीवन के फैसले लेंगे। दूसरों की अपेक्षा से आपकी खुद की खुशी ज्यादा महत्वपूर्ण है।
परिवार से खुलकर बात करें
आप अपने दोस्तों और अपने परिवार वालों से खुलकर अपनी योजना और सोच के बारे में साझा करें और अगर फिर भी वह आपके फैसले से सहमत न हो तो भी आपको अपने फैसले पर अडिग रहना चाहिए ना कि किसी के दबाव में आकर समय से पहले शादी करनी चाहिए। दूसरों के दबाव में आकर किसी भी निर्णय में जल्दबाजी ना करें। अपने लिए सही समय निकाले और सोच समझकर ही कदम उठाएं।
लॉन्ग टर्म का सोचें
अगर आप पीर प्रेशर में आकर शादी का महत्वपूर्ण फैसला समय के पहले ही ले लेते हैं तो आप जल्दबाजी में गलत फैसला ले रहे हैं। आपको इस दबाव को झेलकर अपने आने वाले भविष्य के बारे में ज्यादा सोचना चाहिए। आपने लाइफ में जो गोल या लक्ष्य हासिल करने का सोचा है। उसके फायदे के बारे में सोचिए ना कि इस काम अवधि के पीर प्रेशर के बारे में।
आत्म संवाद करें

किसी भी फैसले के लिए सबसे जरूरी चीज होती है कि हम उससे सहमत करते हैं या नहीं। व्यक्ति को अपने आप से बातचीत करना चाहिए। अपनी इच्छाओं और अपने डर को स्पष्ट करें। आत्म संवाद करने से आप खुद को समझ पाएंगे और आपका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा। अगर आप आत्म निरीक्षण कर अपने विचार और भावनाओं को समझते हैं तो आप अपने निर्णय के लिए किसी से भी लड़ सकते हैं।
सकारात्मक नजरिया अपनाएं
दूसरों की शादी की खबर सुन आप पीर प्रेशर का सामना करते हैं। उस समय में आपको सकारात्मक दृष्टिकोण अपना कर रखना है। इस बात को स्वीकार करना है कि हर किसी की यात्रा अलग होती है। अपने जीवन को दूसरे के जीवन से तुलना करने में कोई फायदा नहीं है। आप बताए हुए इन बातों को ध्यान में रखें। इससे आपका व्यक्तिगत विकास होगा और आप पीर प्रेशर में कोई गलत फैसला नहीं लेंगे।अपने जीवन को अपने तरीके से जीने के लिए आत्मनिर्भर बनें। अपने जीवन के फैसले लेने के लिए व्यक्ति स्वतंत्र है और किसी भी दबाव में आकर कोई कार्य करना सही साबित नहीं होता है।
