Summary: जब दोस्त रिश्ते की सीमा लांघे
जब कोई दोस्त बार-बार आपके रिश्ते में दखल दे, तो समझदारी से सीमाएं तय करना बेहद जरूरी है।
Friend Interference in Relationship: एक व्यक्ति के जीवन में रिश्ता और दोस्ती दोनों का संतुलन होना बहुत जरूरी है। रिश्ता और दोस्ती दोनों ही जीवन में महत्वपूर्ण है, लेकिन जब आपकी दोस्ती आपके रिश्ते में मनमुटाव या गलतफहमियों का कारण बनने लगे तो सीमाएं तय करना जरूरी हो जाता है। अगर आपके रिश्ते में आपका दोस्त बार-बार दखल देता है या आपके साथी के प्रति आपका दोस्त अपनी राय आप पर थोपने लगता है तो समस्या मुश्किल बन जाती है। आइए इस लेख में जानते हैं, जब आपके रिश्ते और आपके साथी के बीच आपका दोस्त बार-बार दखल देने लगे तो इस स्थिति को कैसे संभाले।
परिस्थिति पर खुद से सवाल करें
कई बार हमारे साथ परिस्थिति इस प्रकार की होती है कि हम समझ ही नहीं पाते कि हमारा दोस्त हमारी फिक्र कर रहा है या ज्यादा ही हमारे रिश्ते पर हावी हो रहा है, ऐसी स्थिति में खुद से सवाल करें,
क्या मेरा दोस्त मुझे सुझाव दे रहा है या मुझ पर नियंत्रण करने की कोशिश कर रहा है।
क्या मैं अपने दोस्त की बातों से प्रभावित होकर अपने रिश्ते के प्रति कोई गलत फैसला तो नहीं ले रहा।
अगर आपका दोस्त आपको सलाह देते हुए अपनी सीमाओं, आपकी निजता का ख्याल रखता है तो वह आपकी फिक्र करता है, लेकिन अगर वह हर समय आपके साथी के प्रति आपकी भावना को बदलता है तो यह रिश्ते में दखल देना होगा।

दोस्त दखल दे तो कैसे संभाले स्थिति को
कई बार हमारे दोस्त गलत मनसा के साथ हमारे रिश्ते में दखल नहीं देते या कहा जाए कि वह हमारे रिश्ते में दखल दे रहे हैं यह बात वह समझ नहीं पाते, ऐसी स्थिति में उनसे बात करें,
बात करने के लिए एकांत का चुनाव करें तथा स्पष्ट तरीके से अपने बातों को रखें, जिससे किसी तरह की कोई गलतफहमी की संभावना ना हो।
अपने दोस्त को बताएं उनकी किस तरह की बातों से आप असहज महसूस करते हैं तथा कौन सी बातें आपको अपने रिश्ते की निजता के खिलाफ लगता है।
अपने दोस्त से साफ करें कि आप अपने रिश्ते के किन बातों के बारे में ना उनसे चर्चा करना चाहते, ना ही उस पर उनकी कोई राय चाहते हैं।
अपने साथी से ईमानदार रहें
अगर आप अपने रिश्ते में किसी दोस्त की दखलंदाज़ी से परेशान है तो इस बारे में अपने साथी से खुलकर बात करें।
आप अपने दोस्त की किन बातों से असहज है अपने साथी को बताएं तथा आपको क्या करना चाहिए इसके बारे में उनसे राय लें।
आप अपने दोस्त से कितना करीबी रिश्ता रखते हैं इसकी जानकारी अपने साथी को दें ताकि आपका साथी राय देते समय इस बात का ख्याल रखें कि आपकी दोस्ती में कोई गलतफहमी ना हो।
अपनी प्राथमिकता तथा सीमाएं तय करें
अगर आप ऐसी परेशानी का सामना कर रहे हैं तो सबसे पहले अपनी प्राथमिकता तय करें।
आपका रिश्ता आपकी पहली प्राथमिकता है, आपके लिए आपका दोस्त जरूरी है, लेकिन अगर उसके कारण आपके रिश्ते पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है तो उसे ना कहना जरूरी है।
अगर आपके दोस्त के कारण बार-बार आपके रिश्ते में परेशानियां या गलतफहमियां हो रही हैं तो उससे थोड़ी दूरी बनाना आपके हेल्दी रिलेशनशिप के लिए जरूरी है।
