फिजिकल रिलेशन के दौरान इन बातों का रखें ध्यान, वरना आ सकती है दरार: Physical Relationship
Physical relationship

Physical Relationship: फिजिकल रिलेशन पार्टनर के प्रति अपनी भावनाओं को व्यक्त करने, दो लोगों को करीब लाने और रिश्ते को नया आयाम देने में अहम भूमिका निभाता है। हालांकि इसे लेकर लोगों में अलग-अलग राय हो सकती है। यह सच है कि फिजिकल रिलेशन से न केवल दाम्पत्य जीवन की नींव मजबूत होती है, बल्कि यह पति-पत्नी दोनों के अच्छे स्वास्थ्य के लिए भी जरूरी है। लेकिन सेक्स के दौरान कई बार वे छोटी-छोेटी भूल कर जाते हैं जिससे उनके संबंध में नीरसता या दूरी आने की संभावना भी बनी रहती है। ऐसे में दम्पती कुछ बातों का ध्यान रखकर सेक्स लाइफ को ज्यादा एंजाय कर सकते हैं और अपने रिश्ते को मधुर बना सकते हैं। अजा इस लेख में उन्ही बातों के बारे में बताया गया है, जिनका सेक्स के दौरान ध्यान रखना जरूरी है।

फिजिकल रिलेशन कायम करते हुए रखें ध्यान

कंफर्टेबल एनवायरनमेंट

एक कंफर्टेबल एन्वायरन्मेंट बनाना बहुत जरूरी है। दोनों पार्टनर कंफर्टेबल, रिलेक्स महसूस कर रहे हों और शारीरिक संबंध बनाने के लिए तैयार हों, तभी दोनों संपूर्ण आनंद पा सकते हैं। साथ ही कमरे में एकांत होना चाहिए। चाहे तो रूम फ्रेशनेस के स्प्रे से कमरा महका सकते हैं। यहां तक कि किसी भी तरह की डिस्टरबेंस से बचने के लिए सेक्स से पहले मोबाइल, लैपटाॅप वगैरह को दूर या बंद कर देना चाहिए।

दोनों करें पहल

शारीरिक संबंध बनाते समय स्त्री और पुरुष दोनों को पूरी तरह से इस प्रक्रिया में शामिल होना चाहिए। अक्सर महिलाएं झिझक के कारण अपनी भावना,और इच्छा, एक्साइटमेंट को दबाए रखती हैं और सेक्स के लिए पहल नहीं करतीं। उन्हें लगता है कि पति कहीं उनके इस एक्साइटमेंट को गलत न समझ बैठें। जबकि पत्नी का ऐसा रूखा व्यवहार देख पति को लगता है कि वो सिर्फ एक औपचारिकता निभा रही है, उसमें सेक्स के प्रति कोई उत्साह नहीं है। नतीजतन पति को ही पहल करनी पड़ती है। जबकि पति भी चाहते हैं कि कभी-कभी पत्नी भी सेक्स के लिए पहल करें। दूसरी तरफ सेक्स के दौरान ज्यादातर पत्नियां पति को नियमों में बांधने लगती हैं। पत्नियों का ऐसा व्यवहार पतियों को तो अपसेट करता ही है, साथ ही रिश्तों में दूरियां भी पैदा करता है।

दोनों की कंसेन्ट है जरूरी

Physical Relationship

फिजीकल इंटीमेसी हेल्दी रिलेशनशिप का अहम हिस्सा है जो दोनों पार्टनर की म्यूच्यूअल अंडरस्टैंडिंग और कन्सेंट पर निर्भर करता है। किसी भी फिजीकल एक्टिविटी शुरू करने से पहले दोनों पार्टनर के बीच कन्सेंट होना बहुत जरूरी है। दोनों पार्टनर को कंफर्टेबल होना चाहिए और दोनों ही इस एक्टिविटी के लिए तैयार होने चाहिए। एक-दूसरे की इच्छाओं-भावनाओं को समझना और सम्मान करना जरूरी है। एक-दूसरे की बाउंडरीज़ और प्रेफ्रेंस को रिस्पेक्ट करना चाहिए। अगर कोई पार्टनर किसी बात से अनकंफर्टेबल फील कर रहा है, तो दूसरे को खुलकर बताना चाहिए। अगर दूसरा पार्टनर उसकी समस्या पर ध्यान नहीं देता, तो संभवतः दोनों में इंटीमेसी नहीं हो पाती, दूरियां बढ़ सकती हैं।

हेल्दी कम्यूनिकेशन

हेल्दी रिलेशनशिप के लिए दोनों पार्टनर के बीच ओपन कम्यूनिकेशन होना बहुत जरूर है। यहां तक कि शारीरिक संबंध बनाते समय भी पार्टनर को एक-दूसरे से उनकी जरूरत और इच्छाओं के बारे में बातें करनी चाहिए। एक- दूसरे से पूछते रहना चाहिए कि ऐसे क्या पसंद है, क्या नहीं। उन्हें एक-दूसरे का फीडबैक भी लेते रहना चाहिए। अगर किसी भी बात का आशंका हो या किसी बात से अनकंफर्टेबल महसूस हो तो इस बात को अपने पार्टनर के साथ डिस्कस करना बहुत जरूरी है। पार्टनर से अपनी पसंद-नापसंद डिस्कस न करने पर सेक्स को एंजाय नहीं कर पाते और अनचाहे ही आपस में दूरियां बढ़ सकती हैं। ओपन कम्यूनिकेशन के बिना एक हेल्दी रिलेशनशिप नहीं बन सकती।

बरतें एहतियात

किसी भी तरह के इंफेक्शन से बचाव के लिए दोनों को हाइजीन का ध्यान रखना चाहिए। साथ ही अगर आप प्रेगनेंसी अवाॅयड करना चाहते हैं तो फिजिकल रिलेशनशिप बनाते समय कंडोम जैसे प्रोटेक्शन मैथड का इस्तेमाल जरूर करें। इससे वे सेक्चुअल ट्रांसमिटिड डिजीज (एसटीडी), यूटीआई जैसे संक्रमण होने के रिस्क से बच सकते हैं।

संयम है जरूरी

किसी भी चीज में जल्दबाजी न करें। धीरे-धीरे शुरू करें और एक-दूसरे के शरीर को एक्सप्लोर करने के लिए टाइम दें। पुरुषों और खाकर महिलाओं में सेक्स के प्रति रुचि बनी रहे और वो सेक्स को सिर्फ एक औपचारिकता के तौर पर ना लें। इसके लिए फोरप्ले ज़रूरी है। फोरप्ले का आनंद लेने के लिए नए-नए ट्रिक्स अपनाएं। हल्की-फुल्की शरारतें करना, किस करना, मसाज करना, प्राइवेट पार्ट्स को टच करना जैसे ट्रिक्स अपना सकते हैं। इससे दोनों में उत्साह बना रहेगा और इंटीमेसी बढे़गी। कपल्स फोरप्ले में जितना अधिक समय बिताएंगे, सेक्स में उन्हें उतनी ही अधिक संतुष्टि मिलेगी।

नाॅन-वर्बल संकेतों पर दें ध्यान

Physical Relationship

अपने पार्टनर की कराहें, बाॅडी मूवमेंट्स, चेहरे के हाव-भाव जैसे संकेतों पर ध्यान दें। इससे आप दूसरे के एंजायमेंट लेवल को समझ सकते हैं और अपनी क्रियाओं को उसके अनुसार एडजस्ट कर सकते हैं। अगर एक पार्टनर सिर्फ अपने फिजीकल प्लेज़र पर फोकस करता है और दूसरे की जरूरत या एंजायमेंट लेवल को इग्नोर करता है-ऐसी स्थिति भी दोनों के लिए नुकसानदेह होती है।

करें नई पोजिशन ट्राई

सेक्स के दौरान ज्यादातर पुरुष बदलाव चाहते हैं, क्योंकि वो एक ही तरह की सेक्स लाइफ से बोर हो जाते हैं। जबकि महिलाएं सेक्स से बचने की कोशिश करती हैं। सेक्सुअल लाइफ में बदलाव के नए-नए तरीके ढूंढें, नई पोजिशन ट्राई करें ताकि दोनों को पूर्ण आर्गेज्म प्राप्त हो सके। इससे पार्टनर कंफर्टेबल फील करता है। दोनों के संबंधों में फ्रेशनेस और रोमांच बना रहता है।

इंटीमेसी के बाद सेल्फ केयर

जहां तक हो सके सेक्स करने के बाद यूरिन पास जरूर करें। इससे इंफेक्शन या गर्भधारण होने की संभावना कम रहती है। संबध बनाने के बाद समुचित आराम भी करना चाहिए ताकि आापकी बाॅडी रिकवर हो सके।

फिजिकल रिलेशन के दौरान न करें ये गलतियां

शारीरिक संबंध दो अलग-अलग जिस्मों को एक करने का माध्यम है। लेकिन कई बार लोग ऐसी गलतियां कर देते हैं जिससे दोनों का मूड ऑफ हो सकता है-

गंभीर मुद्दों पर न करें बात

Physical Relationship

शारीरिक संबंध के दौरान अपने पार्टनर के साथ कामेच्छा के संबंध में बात करना, शारीरिक संबंध बनाने के अलग-अलग तरीकों के बारे में बात करना बेहतर होता है। इससे पार्टनर उत्तेजित हो सकता है। लेकिन इस समय वित्तीय परेशानी, पारिवारिक नाटक या काम का तनाव जैसे गंभीर टाॅपिक्स पर बात करने का उल्टा असर होता है। पार्टनर की उत्तेजना कम हो सकती है। मूड उखड़ने पर संबंध बनाने में मजा नहीं आता और न चाहते हुए भी रिश्ते में दरार आ सकती है।

आलोचना या नेगेटिव फीडबैक

इस समय आलोचना करना या नेगेटिव फीडबैक देना आपके पार्टनर के आत्मसम्मान को ठेस पहुंचा सकती है।

पिछले यौन संबंधों से तुलना करना

फिजीकल रिलेशन बनाते समय अगर एक पार्टनर पिछले यौन संबंधों के अनुभव के बारे में बात करता है। तो दूसरा पार्टनर असहज या असुरक्षित महसूस कर सकता है और सेक्स को एंजाय नहीं कर पाता। इसके बजाय जरूरी है कि इन बातों से इतर अपने पार्टनर के साथ इंटीमेंसी के वर्तमान क्षणों को एंजाय करना चाहिए।

फ्यूचर प्लानिंग की बातें करना

फिजीकल रिलेशन बनाते समय फ्यूचर प्लानिंग या जिम्मेदारी पर चर्चा करने से पार्टनर विचलित हो सकता है। कई बार तो वह चाहते हुए भी सहवास का आनंद नहीं ले पाता।

(डाॅ पूजा आनंद शर्मा, मनोवैज्ञानिक एंड रिलेशनशिप एक्सपर्ट, विश्वास हीलिंग सेंटर, दिल्ली)