Safe sex open communication for couples
Safe sex open communication for couples Credit: Istock

Summary: पार्टनर को किन बातों पर खुलकर बात करनी चाहिए

कपल्स के लिए शर्म छोड़कर सेफ सेक्स पर खुलकर बात करना जरूरी है। इससे भरोसा बढ़ता है, गलतफहमियां कम होती हैं और STI तथा अनचाही प्रेगनेंसी से सुरक्षा मिलती है

Safe Sex Open Communication: हमारे समाज में शादी विवाह की चर्चा शुरू होने पर खुलकर फूहड़ मजाक की अनुमति है, परंतु सेक्स या सेक्स एजुकेशन पर खुलकर बात करना एक शर्मनाक बात है। हमारे समाज में सेक्स को गंदी बातों की कैटेगरी में डालकर इस तरह टैबू बना दिया गया है कि कपल्स आपस में भी इसकी बात नहीं करते और ना ही अपनी परेशानी अपने साथी को बताते हैं। लेकिन सच्चाई इससे अलग है सेक्स एजुकेशन और सेफ सेक्स की जानकारी रिश्ते और सेहत दोनों के लिए बहुत जरूरी है।

हमारे समाज में बचपन से ही बच्चों को कहा जाता है या गंदी बात है, ऐसा मत कहो, ऐसा मत करो, अरे यह क्या कर रहे हो। उस समय बच्चों को सही शिक्षा और जानकारी देने की बजाय डराया जाता है। अलग-अलग महसूस कराया जाता है। बचपन का यही डर बड़े होकर भी हावी रहता है और नतीजतन कपल्स अपने साथी से भी बात करने में डरते हैं।

पार्टनर खास तौर पर महिलाओं में, एक डर रहता है कहीं अपनी इच्छा के बारे में बात करने पर उन्हें चरित्रहीन ना समझा जाए।

Safe sex open communication for couples
Safe sex open communication for couples

सेफ सेक्स पर बात करना आपको सेक्सुअल ट्रांसमिटेड इनफेक्शन से बचाता है। आप आपस में बात करके तय कर सकते हैं, आपको इंफेक्शन से बचाव के लिए कौन सा प्रोटेक्शन उपयोग करना है। इंफेक्शन के खतरे के लिए क्या टेस्ट करवाना है और किस तरह आप दोनों STI से बच सकते हैं।

आपसी बातचीत से आप तय कर पाते हैं अपनी फैमिली प्लानिंग और बच सकते हैं अनचाही गर्भावस्था से।

सेक्स सिर्फ शारीरिक नहीं भावनात्मक क्रिया भी है। आपस में बात करके आप एक दूसरे को शारीरिक और भावनात्मक रूप से समझ पाते हैं। आप जानते हैं, अपने साथी की पसंद नापसंद को, उसके कंफर्ट जोन को, इतना ही नहीं आप बात करके तय कर पाते हैं अपनी बाउंड्रीज को।

सेफ सेक्स पर बात करना बढ़ाता है आपके रिश्ते में भरोसे और प्यार को। साथ ही खत्म होता है आपके अंदर का डर और गिल्ट।

सेक्स के दौरान किस तरह के प्रोटेक्शन से आप दोनों कंफर्टेबल महसूस करते हैं। कौन सा प्रोटेक्शन आपको सूट करता है। सेहत के नजरिए से कौन सा प्रोटेक्शन बेस्ट होगा। आपको इस पर बात करनी चाहिए।

आपको बात करना चाहिए कंडोम के इस्तेमाल के सही तरीके और फायदे पर। आपको जानना चाहिए ओरल, एनल या वेजाइनल सेक्स को आप कैसे सुरक्षित बना सकते हैं।

अगर आपके प्राइवेट पार्ट्स में संक्रमण, दर्द या असुविधा है, आपका STI इन्फेक्शन का कोई पिछला रिकॉर्ड है, आपको लेटेस्ट जो कि कंडोम में पाया जाता है से एलर्जी है या आपके पीरियड्स में प्रॉब्लम है तो आपको अपने पार्टनर से खुलकर बात करनी चाहिए।

सेक्स से पहले अपने साथी की इच्छा, आराम और मानसिक तैयारी को पूछना और जानना जरूरी है। सेक्स के दौरान आपको डर, गुस्सा, असुरक्षा है तो इसकी बात करें। आप क्या करना चाहते हैं इसके बारे में भी बात करें।

बात करने के लिए खाली समय का चुनाव करें जैसे वॉक टाइम, टी टाइम। सेक्स से तुरंत पहले या बाद में बात ना करें।

बात को अपनी तरफ से रखें जैसे
तुम कभी शुरुआत नहीं करती की जगह कहें मुझे बहुत पसंद है तुम्हारा शुरुआत करना।

बात करते समय जजमेंटल ना बने।

सेफ सेक्स दो लोगों के बीच का निर्णय है और यह दोनों पर निर्भर करता है। इसके चुनाव के लिए दोनों की सहमति जरूरी है।

अपने पार्टनर के साथ सेफ सेक्स की बात करते हुए शर्म की वजह यह सोच की दुनिया में यह इकलौता व्यक्ति है जिससे बिना डरे, छुपाए या शर्म के मैं अपनी सारी बात कह सकता हूं।

निशा निक ने एमए हिंदी किया है और वह हिंदी क्रिएटिव राइटिंग व कंटेंट राइटिंग में सक्रिय हैं। वह कहानियों, कविताओं और लेखों के माध्यम से विचारों और भावनाओं को अभिव्यक्त करती हैं। साथ ही,पेरेंटिंग, प्रेगनेंसी और महिलाओं से जुड़े मुद्दों...