Casual Sex Culture  
Safe Sex Tips

Overview:

अधिकांश लोग कॉन्डम का उपयोग इसलिए नहीं करते क्योंकि उन्हें लगता है कि इससे उनके आनंद में बाधा आएगी। इसे लेकर लोगों के कई तर्क हैं।

Safe Sex Tips: ‘सेक्स’, यह शब्द आज भी हमारे समाज में एक टैबू बना हुआ है। ऐसे में सेक्स एजुकेशन तो दूर सेफ सेक्स की बातें तक आज भी खुलकर नहीं की जातीं। Safe Sex को लेकर लोग सिर्फ निरोध या कॉन्डम जानते हैं। हालांकि आज भी समाज का एक बड़ा तबका इसका उपयोग करने में भी झिझकता है। इसे लेकर लोगों के कई तर्क हैं। अधिकांश लोगों का मानना है कि इससे उन्हें संबंध बनाने का आनंद नहीं आता, हालांकि यह तर्क बेमानी है। बल्कि इसके उपयोग से कई प्रकार के संक्रमण, अनचाहा गर्भधारण जैसी कई परेशानियां दूर की जा सकती हैं। चलिए झिझक का पर्दा उतारकर आज बात करते हैं सेफ सेक्स (Safe Sex ) और इससे जुड़ी भ्रांतियों को लेकर। 

Safe Sex Tips
Most people don’t use condoms because they think it will hinder their pleasure.

अधिकांश लोग कॉन्डम का उपयोग इसलिए नहीं करते क्योंकि उन्हें लगता है कि इससे उनके आनंद में बाधा आएगी। हालांकि यह सिर्फ एक मिथक है। कॉन्डम Safe Sex की पहली जरूरत है। इससे एसटीआई और एसटीडी से सुरक्षा मिलती है। कई बड़े ब्रांड्स ने  इस क्षेत्र में काफी काम किया है और अब विभिन्न प्रकार व जरूरत के अनुसार कॉन्डम आसानी से उपलब्ध हैं। इसमें कई खुशबुओं के साथ ही कई टेक्सचर भी आने लगे हैं। डॉटेड और रिब्ड कॉन्डम्स भी ऑफलाइन और ऑनलाइन उपलब्ध हैं।

इसे विडंबना ही कहेंगे कि आज भी हमारे समाज के अधिकांश लोग लुब्रिकेशन के विषय में नहीं जानते हैं। लोग लुब्रिकेंट को सेक्स टॉय समझते हैं। लेकिन असल में ऐसा नहीं है। यह कोई टॉय नहीं है, बल्कि एक जेल है, जो आपके क्वालिटी टाइम को और भी आनंददायक बनाने के काम आता है। लुब्रिकेंट संबंध बनाने के दौरान आने वाली ड्राइनेस की समस्या को दूर करता है। इससे सेक्स पुरुषों के साथ ही महिलाओं के लिए भी आसान बनता है। दरअसल, महिलाओं के जननांगों में नुचरल लुब्रिकेशन होता है। लेकिन उम्र के साथ यह कम होता चला जाता है। ऐसे में ड्राइनेस की समस्या होने लगती है। जिसके कारण महिलाओं के लिए संबंध बनाना बेहद कष्टदायक हो जाता है। कई बार इसके कारण क्षति पहुंचने का खतरा भी रहता है। इस स्थिति में लुब्रिकेशन मददगार बनता है। इससे महिलाओं की ड्राइनेस दूर होती है और उन्हें दर्द का अनुभव नहीं होता है।

लुब्रिकेशन को लेकर भी समाज में कई मिथक हैं। पहली बात तो अधिकांश लोग इस विषय में जानते ही नहीं हैं। लेकिन महिलाओं के लिए यह एक जरूरत है। दरअसल, बढ़ती उम्र के साथ वजाइनल ड्राइनेस आना बहुत ही आम बात है, लेकिन अक्सर महिलाएं खुद इसपर ध्यान नहीं देती हैं। बल्कि उन्हें खुलकर इस विषय में अपने पार्टनर से बात करनी चाहिए। आजकल बाजार में कई लुब्रिकेंट उपलब्ध हैं। लुब्रिकेंट कई प्रकार के आते हैं सिलिकॉन बेस्ड, ऑयल बेस्ड और वाटर बेस्ड। आप अपनी जरूरत के अनुसार इन्हें चुन सकते हैं। हालांकि इन्हें खरीदने से पहले इसका पीएच लेवल जरूर जांच लें।

इस मिथक को तोड़ने का जिम्मा सरकार, समाज के साथ ही परिवार का भी है। जी हां, परिवार की महिलाओं को सेफ सेक्स के बारे में जागरूक होना होगा। साथ ही बच्चियों को सेक्स एजुकेशन भी देनी होगी। महिलाएं इस काम में बड़ी भूमिका इसलिए भी निभा सकती हैं, क्योंकि जो परेशानियां उन्होंने अपनी जिंदगी में झेली हैं, वे उन्हें अच्छे से जानती हैं। उनका अनुभव ही उनकी बेटियों, बहनों, सहेलियों के काम आ सकता है। इसके लिए जरूरी है कि विभिन्न अभियान और एक्टिविटी के माध्यम से इस विषय पर जागरूकता लाई जाए और लोगों को खुलकर इस विषय में बताया जाए।