Love and Mental Health
Love and Mental Health

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आज के समय में सच्चा प्यार मिलना मुश्किल है। लेकिन यह भी सही बात है कि अगर आपको यह प्यार मिल जाए तो आप लक्की हैं। साइंस कहती है कि प्यार आपको मानसिक शांति देता है।

Love and Mental Health: प्यार की कोई परिभाषा नहीं है। यह सबके लिए अलग है। लेकिन जब आपको प्यार मिलता है तो दिल की तरंगें और दिमाग की उमंगें दोनों ही सुरीले सुर निकालने लगती हैं। यानी आप ‘फील गुड’ करने लगते हैं। ऐसे में क्या सच में प्यार आपकी मेंटल हेल्थ को प्रभावित करता है। या ​यह सिर्फ एक फीलिंग है। चलिए आज प्यार को साइंस की नजर से देखते हैं।

इसलिए जरूरी है प्यार

It is difficult to find true love in today's time.
It is difficult to find true love in today’s time.

आज के समय में सच्चा प्यार मिलना मुश्किल है। लेकिन यह भी सही बात है कि अगर आपको यह प्यार मिल जाए तो आप लक्की हैं। साइंस कहती है कि प्यार आपको मानसिक शांति देता है। दरअसल, इंसान एक सामाजिक प्राणी है और अकेलापन उसकी मानसिक सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। जब लोगों को भरपूर प्यार मिलता है तो उनको अंदर से भावनात्मक ताकत मिलती है। इससे आत्म संतुष्टि और आत्म सम्मान दोनों बढ़ते हैं। जिससे आपके मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा असर पड़ता है।

प्यार पर ब्रेन देता है ऐसा रिएक्शन

हार्वर्ड मेडिकल स्कूल के प्रोफेसर और कपल थेरेपिस्ट रिचर्ड श्वार्ट्ज व जैकलीन ओल्ड्स ने अपनी स्टडी में प्यार और मेंटल हेल्थ के बीच गहरा कनेक्शन बताया है। इस स्टडी में जैविक मानवविज्ञानी हेलेन फिशर के एक अध्ययन का भी हवाला दिया गया। जिसमें 2500 लोगों को शामिल किया गया। इस अध्ययन में रोमांटिक रिश्तों और ब्रेन की प्रतिक्रिया को मापा गया। इसमें लोगों को विभिन्न तस्वीरें दिखाई गईं। इस दौरान सभी का फंक्शनल एमआरआई किया गया। जिसमें सामने आया कि जब लोग अपने रोमांटिक पार्टनर की तस्वीरें ​देखते हैं तो उनके मस्तिष्क में डोपामाइन ज्यादा सक्रिय होता है। यह एक फील-गुड न्यूरोट्रांसमीटर है, जिससे आपको खुशी मिलती है। आप अंदर से बेहतर महसूस करते हैं।

इस स्थिति में बढ़ता है तनाव

साइंस मैगजीन में प्रकाशित कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के अध्ययन में बताया गया है कि प्यार ब्रेन में डोपामाइन के स्तर को काफी बढ़ा देता है। इससे आत्म संतुष्टि और खुशी का एहसास होता है। और आप मानसिक रूप से शांत रहते हैं। स्टडी में यह भी बताया गया कि अगर कोई पार्टनर साथी को यौन रूप से अस्वीकार करता है तो पुरुषों में तनाव का स्तर चार गुणा तक ज्यादा बढ़ने की आशंका रहती है।

सीखते हैं खुद को महत्व देना

प्यार से अवसाद और चिंता दोनों कम होने में मदद मिलती है। इसके कारण जीवन में आत्म-सम्मान की भावना बढ़ती है। साथ ही सकारात्मकता आने लगती है। मनोवैज्ञानिकों के अनुसार जिन लोगों की जिंदगी में प्यार नहीं होता है, वे निराश रहते हैं। प्यार सिर्फ बड़े ही नहीं बच्चों का जीवन भी सुधारता है। विभिन्न अध्ययन बताते हैं कि जिन बच्चों को बचपन में ज्यादा प्यार मिलता है, बड़े होने पर वे रिश्तों को ज्यादा आसानी और खूबसूरती से निभा पाते हैं।

बढ़ती है आत्म सुरक्षा की भावना

प्यार आपको सुरक्षा की भावना देता है। इससे आप भावनात्मक रूप से मजबूत महसूस करते हैं। इससे आपका नर्वस सिस्टम सक्रिय रहता है। जिससे आप हेल्दी महसूस करते हैं। वहीं अगर जिंदगी में मजबूत रिश्ते नहीं होते तो आप इससे कोर्टिसोल का स्तर बढ़ता है, जिससे अवसाद बढ़ने लगता है।

मैं अंकिता शर्मा। मुझे मीडिया के तीनों माध्यम प्रिंट, डिजिटल और टीवी का करीब 18 साल का लंबा अनुभव है। मैंने राजस्थान के प्रतिष्ठित पत्रकारिता संस्थानों के साथ काम किया है। इसी के साथ मैं कई प्रतियोगी परीक्षाओं की किताबों की एडिटर भी...