ओरल सेक्स करने से संक्रमित रोग का बढ़ सकता है जोखिम: Oral Sex Effects
Harmful effects of oral sex

Oral Sex Effects: आमतौर पर माना जाता है कि मुख मैथुन यानी ओरल सेक्स करने से एचआईवी वायरस या फिर सेक्सुअल ट्रांसमिटेड डिजीज होने का खतरा नहीं रहता है। फिर चाहे आप एचआईवी संक्रमित व्यक्ति के साथ ही क्यों ना मुख मैथुन कर रहे हो। अगर आपने अपने मुंह में सीमन लिया है तो उसे बाहर थूकने या निगलने के बाद माउथवॉश के उपयोग से किसी भी तरह के संक्रमण का शरीर में फैलने जोखिम नहीं होता। अगर आप इसे निकाल रहे हैं तो इसमें मौजूद वायरस मर जाते हैं और आप इसे जब डाइजेस्ट करते हैं तो इसमें मौजूद वायरस खत्म हो जाते हैं। आपको एचआईवी जैसा कोई संक्रमण होने का जोखिम नहीं होगा। अगर आपके मन में शंका है तो आप एक ही समय में कई बार माउथ वॉश को मुंह में डालकर गार्गल करेंगे तो एचआईवी का खतरा बिल्कुल खत्म हो जाता है।

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क्या है मिथ

इस संबंध में सेक्सुअल हेल्थ एजुकेटर और इंफ्लूएंसर सीमा आनंद ने यूके की डॉक्टर दास, जो कि एचआईवी न्यूरोलॉजी मेडिकल कंसलटेंट हैं, के साथ एक मिलकर एक कंबाइन वीडियो बनाया। इस वीडियो में लोगों को ओरल सेक्स के बाद माउथवॉश के मिथक पर से पर्दा उठाया गया है। इस वीडियो में इस मिथ को तोड़ने की कोशिश की गई है कि माउथवॉश का इस्तेमाल करने से एचआईवी संक्रमित व्यक्ति के साथ ओरल सेक्स करने के बाद एचआईवी वायरस नहीं होगा। जानें, इस मामले में क्या कहना है डॉक्टर दास का।

क्या कहना है सीडीसी का

रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (सीडीसी) के अनुसार, मुख मैथुन के माध्यम से एचआईवी के संक्रमण का जोखिम बहुत कम या शून्य है। हालांकि, ऐसा तब हो सकता है जब एचआईवी से पीड़ित कोई व्यक्ति अपने यौन साथी के मुंह में वीर्य स्खलित कर दे। साथ ही यदि एचआईवी से पीड़ित किसी व्यक्ति का सीमन उसके साथी के मुंह में कट या घाव के माध्यम से रक्तप्रवाह में प्रवेश करता है, तो वायरस मौखिक सेक्स के दौरान भी संचारित हो सकता है।

माउथवॉश का असल उपयोग

Harmful Effects of Oral Sex
Harmful Effects of Oral Sex

सीमा आनंद का कहना है कि आपको यह पता होना चाहिए कि माउथवॉश केवल आपकी सांसों को तरोताजा करने के लिए है और इसमें कोई औषधीय गुण नहीं है।

क्या कहना है डॉक्टर दास का

डॉक्टर दास का इस संबंध में कहना है कि मुख मैथुन के बाद माउथवॉश करने से आपको बैक्टीरिया या वायरस नहीं होगा, इस बात का कोई सबूत नहीं है कि माउथवॉश वायरस या बैक्टीरिया को मारता है। लोगों को असुरक्षित यौन संबंध बनाने और माउथवॉश के साथ अपना मुंह साफ करने की कोशिश करने से सुरक्षा की झूठी भावना का एहसास नहीं होना चाहिए। साथ ही आपको यह पता होना चाहिए कि सीमन के जरिए जो वायरस या बैक्टीरिया आप निगल रहे हैं, वह मरते नहीं है बल्कि आपके शरीर के अंदर ही बढ़ते हैं। इतना ही नहीं, लार गैस्ट्रिक स्राव भी उन्हें नहीं मारता है और ना ही उन्हें डाइजेस्ट करता है। आप अपनी कॉमन सेंस का यहां उपयोग करें, जैसे- एडिनो वायरस, रोटा वायरस एक डिजीज है, एक इंफेक्शन है, इससे आपको खतरनाक तरीके से दस्त हो सकते हैं। ठीक इसी तरह से एचआईवा वायरस है जो शरीर के अंदर किसी भी रूप में जाने के बाद मरता नहीं है बल्कि शरीर में बढ़ता है। यदि आप संक्रमित सीमन को निगलते हैं तो यह आपके शरीर में बढ़ता है।

करें सुरक्षित यौन क्रियाएं

डॉ.दास का कहना है कि आप चाहे संभोग करें या ओरल सेक्स करें, आपको हमेशा ही प्रोटेक्शन का इस्तेमाल करना चाहिए। आजकल बहुत से माउथ कंडोम भी आते हैं जिनसे आप पार्टनर को ब्लो जॉब बिना किसी जोखिम के दे सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए आप अपने सेक्सोलॉजिस्ट से संपर्क कर सकते हैं।