World Water Day 2023: पृथ्वी पर जीवन की हर गतिविधि के लिए चाहे वह कृषि कार्य हो, पर्यावरण, स्वास्थ्य या औद्योगिक उत्पादन प्रक्रिया सभी कामों के लिए हमें जल की आवश्यकता पड़ती है l जल एक दुर्लभ प्राकृतिक संसाधन है और चिंता की बात यह है कि जल की कमी का संकट भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया के करीब सभी देशों में देखा जा रहा है l
विश्व जल दिवस हर वर्ष 22 मार्च को विश्व स्तर पर मनाया जाता है l विश्व के सभी देशों में स्वच्छ व सुरक्षित जल की उपलब्धता सुनिश्चित करना ही इसका मुख्य उद्देश्य है I वर्ष 1992 में ब्राजील के एक शहर रियो डी जेनेरियो में आयोजित “पर्यावरण तथा विकास के लिए संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन “ में संयुक्त राष्ट्र द्वारा इस दिवस को मनाने की घोषणा की गई थी l
इस कार्यक्रम के जरिए लोगों को जल संरक्षण के तथा साफ पीने योग्य जल के महत्व के प्रति जागरूक किया गया l पहली बार विश्व जल दिवस 1993 में मनाया गया था l संयुक्त राष्ट्र के अनुसार पूरी दुनिया के लगभग 4 बिलियन लोग वर्ष में कम से कम 1 महीने के लिए पानी की भारी कमी का अनुभव करते हैं l पूरी दुनिया की कुल आबादी के एक चौथाई (करीब 1.6 बिलियन ) लोगों के बीच में स्वच्छ , सुरक्षित जल की पूर्ति की समस्या है l जल संरक्षण का अर्थ पानी की बर्बादी और उसे प्रदूषित होने से रोकना है I
कभी जल की महत्ता को, बयां हम कर नहीं सकते l
बिना पानी के जीवन में हम रह नहीं सकते ll
बचाएं नीर की हर बूंद को हम साथ में मिलकर ll
भूखे रह नहीं सकते प्यासे रह नहीं सकते ll
कभी जल की महत्ता को बयां हम कर नहीं सकते l
जल ही जीवन है l दुनिया में 99% पानी महासागरों, नदियों, झीलों झरनों आदि के अनुरूप है l केवल एक से डेढ़ परसेंट पानी पीने और दैनिक क्रियाकलापों को करने के लिए उपयुक्त है l पानी की बचत आज की सबसे महत्वपूर्ण आवश्यकता है और पानी की कमी पानी के अनावश्यक उपयोग के कारण है l l तापमान में जैसे-जैसे वृद्धि हो रही है भारत के कई हिस्सों में पानी की समस्या विकराल रूप धारण कर रही है l
प्रतिवर्ष यह समस्या पहले के मुकाबले और बढ़ती जा रही है यूएन की एक रिपोर्ट के अनुसार वैश्विक जल उपयोग पिछले 100 वर्षों में 6 गुना बढ़ गया है और बढ़ती आबादी, आर्थिक विकास और खपत के तरीकों में बदलाव के कारण यह प्रतिवर्ष लगभग 1% की दर से लगातार बढ़ रहा है ऐसी स्थिति में जल संरक्षण एक मात्र उपाय है l
आज जल संरक्षण के प्रति पूरे विश्व का हर देश अपने अनुरूप एकजुट होकर कार्य कर रहा है l भारत सरकार द्वारा भी इस दिशा में योजनाबद्ध ढंग से काम किया जा रहा है l सभी नागरिकों को स्वच्छ जल की उपलब्धता संचित करने के लिए भारत ने जल शक्ति मंत्रालय की स्थापना की है l भूजल जल का अहम् स्त्रोत है और पृथ्वी पर जल की अधिकतर आपूर्ति भूजल पर ही निर्भर है l वर्षा के जल का संरक्षण करके गिरते भूजल के स्तर को रोका जा सकता है l
भूजल स्तर बनाए रखने के लिए जरूरी है कि पेड़ों को कम से कम काटा जाए l जन्मदिन या किसी खास मौके पर पेड़ लगाएं l पेड़ और हरियाली ही भूजल को बचा सकती है l
इस सब के साथ हमारा दायित्व है जल की अनावश्यक इस्तेमाल को रोकें साथ-साथ नदियों को दूषित होने से भी रोके l वैज्ञानिक अब पृथ्वी के अलावा अन्य ग्रहों पर पानी की खोज को प्राथमिकता दे रहे हैं l
World Water Day 2023: जल संरक्षण के कुछ उपाय
कृषि क्षेत्र में

कृषि कार्यों में जल की अधिक मात्रा में आवश्यकता पड़ती है l वर्तमान समय में कृषि क्षेत्र में जल बचाव के लिए कई आधुनिक तकनीकें उपलब्ध हैं जैसे ड्रिप सिंचाई तंत्र, स्प्रिंकलर का प्रयोग आदि किसानों द्वारा इन तकनीकों का प्रयोग किया जा सके इसके लिए सरकार को उनकी आर्थिक मदद देकर जल संरक्षण में सहायता करनी चाहिए l
जल प्रदूषण को रोकना

एक और जहां पहले से ही देश में जल की किल्लत है ऊपर से जल प्रदूषण इस समस्या को कई गुना बढ़ा देता है l जलीय स्त्रोत जैसे नदी, तालाब आदि में कचरा फेंकने, कपड़े-बर्तन धोने, पशुओं को नहलाने आदि जैसी गतिविधियों पर रोक लगानी चाहिए l
दैनिक जीवन में जल संरक्षण
हम सभी अपने दैनिक जीवन में कई तरह से जल को बर्बाद करते हैं l इस बर्बादी को रोकना अति आवश्यक है l ब्रश करते और मुंह धोते वक्त नल को आवश्यकता होने पर ही चलाएं, जितना आवश्यक है उतने ही पानी से नहाए l रसोई आदि में प्रयोग किए हुए जल को पौधों में डालें l जितनी प्यास हो उतना ही पानी गिलास में लें l घर के ढीले नल वगैरहा की तुरंत मरम्मत कराएं lसोसाइटी में कहीं पानी बर्बाद होते देखे तो रोके l बारिश के पानी को घरेलू स्तर पर जमा करें और ग्रह कार्यों में इस्तेमाल करें l
विश्व जल दिवस कैसे मनाया जाता है

यह विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों और गतिविधियों जैसे की दृश्य कला, पानी के मंच, संगीत उत्सव, स्थानीय तालाब, झील, नदी और जलाशय भ्रमण, जल प्रबंधन और स्थानीय, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुरक्षा पर चर्चा के आयोजन द्वारा मनाया जाता है I प्रेरणादायक स्लोगन, भाषण, तस्वीरों, नाटक, कविताओं, पोस्टर आदि के माध्यम से लोगों में जल के महत्व और इसके संरक्षण के तरीके बताए जाते हैं l
टीवी, रेडियो चैनल या इंटरनेट के माध्यम से भी यह संदेश फैलाया जाता है l विश्व स्तर पर लोगों को जल समस्या के प्रति जागरूक करने के लिए विश्व भर में विभिन्न रैलियां निकाली जाती हैं l कई संगठनों द्वारा अपनी रिपोर्ट पेश की जाती है l विद्यालयों महाविद्यालयों में विभिन्न प्रतियोगिता आयोजित करवाई जाती हैं l नीले रंग की जल की बूंद की आकृति विश्व जल दिवस उत्सव का मुख्य चिन्ह है l
संयुक्त राष्ट्र प्रत्येक वर्ष विश्व जल दिवस के लिए एक विषय चुनता है l साल 1993 के विश्व जल दिवस समारोह का विषय “ शहर के लिए पानी “ था l
क्या था विश्व जल दिवस 2022 का विषय
“ भूजल अदृश्य को दृश्य मान बनाना यहां गायब होते भूजल को पुनः बहाल करना विश्व जल दिवस 2022 का विषय था l यह 2022 के भूजल को मद्देनजर रखते हुए रखा गया था l भूजल एक अदृश्य संसाधन है जिसका प्रभाव हर जगह दिखाई दे रहा है l भूजल जलवाही स्तर में पाया जाने वाला पानी है जो चट्टानों, रेत और बजरी के भू वैज्ञानिक रूप हैं जिनमे पर्याप्त मात्रा में पानी होता है l भूजल झरनों, नदियों, झीलों और आद्र भूमि की आपूर्ति करता है और महासागरों में जाकर मिल जाता है l भूजल मुख्य रूप से बारिश और बर्फबारी से जमीन में घुसकर फिर से भरना या रिचार्ज करना होता है l
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भूजल को पंपों और कुओं द्वारा सतेह पर निकाला जा सकता है l भूजल के बिना जीवन संभव नहीं होगा l दुनिया के अधिकांश शुष्क इलाके पूरी तरह से भूजल पर निर्भर हैं l भूजल हमारे पीने, स्वच्छता, खाद्य उत्पादन और औद्योगिक प्रक्रियाओं के लिए उपयोग किए जाने वाले पानी के बड़े हिस्से की आपूर्ति करता है l
बारिश और बर्फ से पुनर्भरण की तुलना में पानी के अति दोहन से हमें बचना चाहिए और प्रदूषण जो वर्तमान में पानी को प्रदूषित कर रहा है क्योंकि इससे इस संसाधन की कमी हो रही है l भूजल की खोज, संरक्षण और स्थाई रूप से उपयोग करना जलवायु परिवर्तन के लिए जीवित रहने व अनुकूलन करने और बढ़ती आबादी की जरूरतों को पूरा करने के लिए जरूरी होगा l
आज आवश्यकता है कि विश्व जल दिवस की मूल भावना को अपने दैनिक जीवन में उतार कर हर व्यक्ति हर दिन जल संरक्षण का यथासंभव प्रयास करें l
