आपने देखा होगा कि महिलाओं और पुरुषों के पहनावे में काफी अंतर होता है। ये अंतर बताते हैं कि कौन सा कपड़ा एक महिला के लिए बना है और कौन सा एक पुरुष के लिए। लड़कियों के कपड़ों के साथ एक समस्या ये होती है कि उनमें जेब नहीं होती और होती है, तो बहुत ही छोटी होती है।
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अगर आपने कभी गौर किया हो, तो आपने देखा होगा कि लड़कियों की जींस में पॉकेट तो होती है, लेकिन बहुत ही छोटी होती है, जो किसी काम की नहीं लगती। वहीं मर्दों की जींस में काफी लंबी और गहरी पॉकेट होती है।
क्या आपने कभी सोचा है कि ऐसी अंतर क्यों है। अगर आप भी इस सवाल का जवाब ढूंढकर परेशान हो चुके हैं, तो आज हम आपके इस सवाल का जवाब देंगे। इसके लिए हमारे साथ इस आर्टिकल के आखिर तक बने रहें।
जींस का फैशन

हर किसी के वार्डरोब में जींस ने अपनी जगह बना ली है। अब चाहे वो लड़का हो या लड़की। मजदूरों के लिए बनी जींस आज फैशन का अहम हिस्सा है। एक समय में इसकी शुरुआत मजदूरों के लिए की गई थी क्योंकि ये काफी मजबूत और टिकाऊ हुआ करती थी। चाहे मर्द हो या औरत, सभी के लिए जींस से ज्यादा कंफर्टेबल कोई ड्रेस अभी के डेट में शायद ही होगी।
क्यों छोटी होती है महिलाओं की जींस की पॉकेट

जहां मर्दों की जींस के पॉकेट में मोबाइल से लेकर पर्स और चाभी का गुच्छा आ जाता है, वहीं महिलाओं के पॉकेट में ठीक से एक फोन नहीं समा पाता महिलाओं की जींस में छोटी पॉकेट होने की पीछे तीन वजहें हो सकती हैं।
- सबसे पहला कारण हो सकता है कॉस्ट कटिंग। दरअसल पॉकेट के कपड़े को बचाने में कंपनियों को काफी प्रॉफिट होता है। शायद यही कारण है कि महिलाओं की पॉकेट छोटी बनाई जाती है।
- वहीं दूसरी वजह है फैशन ट्रेंड। चूंकि आजकल महिलाओं की जींस बॉडी फिट होती है इसलिए अगर पॉकेट्स बनाई जाए, तो इसकी लेयर क्लेयर दिखेगी। इसकी वजह से भी पॉकेट को छोटा रखा जाता है, जिससे आपकी जींस की शेप परफेक्ट आए।
- तीसरी और आखिरी वजह ये हो सकती है कि अगर महिलाओं के जींस में पॉकेट डाला जाए, तो वहां का एरिया स्ट्रेच हो जाएगा।
छोटी जेब पर क्या कहता है इतिहास

अगर इतिहास की बात की जाए, तो 1800 के दशक में जब जींस का आविष्कार हुआ था, तब लोग अपनी छोटी पॉकेट का इस्तेमाल अपीन छोटी घड़ी को सुरक्षित रखने के लिए किया करते थे।
क्या कहती है इतिहास की अन्य गवाही
1790 के दशक में महिलाओं के फैशन में काफी बड़े बदलाव आए। ये वो समय था, जब शरीर से चिपके और हद से ज्यादा टाइट कपड़ों का जमाना आया। ऐसे में महिलाओं की ड्रेसेस से जेब गायब हो गई।
कपड़ों में पॉकेट्स की मांग

आपको जानकर हैरत होगी कि एक समय ऐसा था, जब महिलाओं ने कपड़ों में पॉकेट्स की मांग की थी। इसके लिए 19वीं सदी के आखिरी कुछ सालों में महिलाओं ने विरोध शुरू किया था। हालांकि आज भी महिलाओं की जींस में पॉकेट छोटी ही है।
