जानिए भगवान गणेश को दूर्वा चढ़ाने की पीछे की कथा
क्या आपको पता है कि आखिर क्यों भगवान श्री गणेश को दूर्वा इतनी ज्यादा प्रिय है और क्यों इनकी पूजा में दूर्वा चढ़ाना अनिवार्य है? तो आइए जानते हैं भगवान श्री गणेश को दूर्वा चढ़ाने की पीछे की कथा।
Offering Durva to Ganapati: भगवान श्री गणेश को विग्न्हार्ता कहा जाता है। ये हमारे जीवन से सभी बाधाओं को दूर करते हैं और हमारे जीवन को खुशियों से भर देते हैं। हर शुभ काम शुरू करने से पहले इनकी पूजा की जाती है। इनकी पूजा में ‘दूर्वा’ का विशेष महत्व होता है, इसके बिना भगवान श्री गणेश की पूजा अधूरी मानी जाती है। दूर्वा एक खास तरह की घास होती है, जो काफी मुलायम होती है। इसे आमबोल चाल की भाषा में दूब भी कहा जाता है। लेकिन क्या आपको पता है कि आखिर क्यों भगवान श्री गणेश को दूर्वा इतनी ज्यादा प्रिय है और क्यों इनकी पूजा में दूर्वा चढ़ाना अनिवार्य है? तो आइए जानते हैं भगवान श्री गणेश को दूर्वा चढ़ाने की पीछे की कथा।
क्या है श्री गणेश को दूर्वा चढ़ाने की कथा

प्राचीनकाल में अनलासुर नाम का एक दैत्य रहता था। वह काफी हिंसक था, उसने अपने प्रकोप से स्वर्ग और धरती पर त्राहि-त्राहि मचा रखी थी। वह ऋषि-मुनियों और साधारण मनुष्यों को जिंदा निगल लेता था। उसके अत्याचारों से सभी परेशान थे, जब उसका आतंक काफी ज्यादा बढ़ गया तब भगवान इंद्र सहित सभी देवी-देवता, ऋषि-मुनि भगवान शिव से प्रार्थना करने गए ताकि महादेव अनलासुर के आतंक का खात्मा करें। तब महादेव ने सभी देवी-देवताओं और ऋषि-मुनियों की प्रार्थना सुनकर उनसे कहा कि दैत्य अनलासुर का सर्वनाश केवल एक ही देवता कर सकते हैं और वे हैं श्री गणेश।
तब सभी की प्रार्थना सुनकर श्री गणेश ने अनलासुर को निगल लिया। अनलासुर को निगलते ही भगवान श्री गणेश के पेट में बहुत तेज जलन होने लगी। इस जलन से निपटने के लिए कई तरह के उपाय करने के बाद भी जब श्री गणेश के पेट की जलन शांत नहीं हुई, तब कश्यप ऋषि ने उन्हें दूर्वा की 21 गांठें बनाकर खाने के लिए दी। दूर्वा की 21 गांठें खाते ही भगवान श्री गणेश की पेट की जलन शांत हो गई। तभी से भगवान श्री गणेश को दूर्वा चढ़ाने की परंपरा शुरू हुई।
दूर्वा के अलावा भगवान श्री गणेश को और क्या पसंद है?

- भगवान श्री गणेश को मोदक सबसे प्रिय है। गणेश उत्सव के दौरान श्री गणेश को मोदक अवश्य चढ़ाया जाता है।
- भगवान श्री गणेश को बेसन के लड्डू, बूंदी के लड्डू, मोतीचूर के लड्डू और शुद्ध घी से बने लड्डू बेहद पसंद हैं।
- भगवान श्री गणेश को केले का भोग भी अति प्रिय है।
- गाय के दूध से बनी खीर से भी भगवान श्री गणेश जल्दी प्रसन्न होते हैं।
- गुड़ भी भगवान गणेश को पसंद होता है। पूजा में इस्तेमाल होने वाले गुड़ का भी भोग भगवान श्री गणेश को लगाया जाता है।
- भगवान श्री गणेश को नारियल भी पसंद होता है, इनकी पूजा में नारियल का भी उपयोग किया जाता है।
भगवान श्री गणेश को पसंद है यह खास रंग

भगवान श्री गणेश को पीला रंग सबसे प्रिय है, इसलिए इनकी पूजा में पीले रंग का इस्तेमाल अवश्य किया जाता है। पीला के अलावा श्री गणेश को लाल रंग भी पसंद होता है, इसलिए उन्हें लाल रंग की चीजें भी चढ़ाई जाती हैं।
