Astro Tips: हर सुहागन महिला चाहती है कि उसके पति की उम्र लंबी हो, हिंदू धर्म में पति की उम्र लंबी हो इसके लिए काफी सारी बातों पर जोर दिये गया है। हिन्दू धर्म के अनुसार महिलाओं के बिंदी, मेहंदी, सिंदूर और चूड़ियों को शुभ और महिलाओं का विशेष शृंगार बताया गया है। माना जाता है कि इन शृंगार के पहनावे से पति की उम्र लंबी होती है। ऐसे में चूड़ियों को सुहागन का प्रतीक माना जाता है।
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लेकिन क्या आप जानते हैं की चूड़ी को कब और किस दिन पहनना चाहिए। जिससे कि पति की उम्र लंबी हो सकें। चलिए आज हम आपको बताते हैं कि हिंदू धर्म क्या कहता है, महिलाओं के चूड़ियों को पहनने को लेकर। वस्तु शास्त्र के अनुसार कुछ नियम बताए गए है। जिसके अनुसार किस दिन चूड़ियाँ पहनने से सुहागन स्त्रियों को लाभ मिलता है।
किन ग्रहों का प्रतीक है चूड़ियाँ
महिलाओं के श्रंगार को लेकर हिन्दू धर्म में बहुत सी बातें बताई गई है। वास्तु शास्त्र के अनुसार चूड़ियों को हमेशा बुद्ध और चंद्रमा का प्रतीक माना गया है। माना जाता है कि यह वैवाहिक जीवन और सुंदरता से संबंधित होता है। यह स्वास्थ्य और मानसिक स्थिति को भी बेहतर रखता है।
किस दिन पहनें नई चूड़ियाँ
वास्तु शास्त्र में मान्यता है कि शुभ दिन महिलाओ के चूड़ियाँ पहनने से उन्हें और उनके परिवारजनों को कई तरह के लाभ होते है। इसीलिए विवाहित स्त्रियों को नई चूड़ियां अच्छे दिन पहनना चाहिए। नई चूड़ी पहनने के लिए रविवार और शुक्रवार का दिन काफी शुभ माना जाता है। इस दिन को महिलाओं के लिए बेहद ज्यादा महत्व दिया जाता है। शुभ दिन चूड़ियाँ पहनने से पति की उम्र लंबी होती है।
यह भी माना जाता है कि मंगलवार और शनिवार के दिन महिलाओं को नई चूड़ियां नहीं खरीदनी चाहिए। इन दिनों में चूड़ियाँ पहनना भी अशुभ माना जाता है। अगर आप मंगलवार या फिर शनिवार के दिन चूड़ियां पहनते हैं तो इन्हें पहले तुलसी माता को समर्पित करें और उसके बाद ही अपने हाथों में इन्हें पहनें।
कितनी संख्या में पहननी चाहिए चूड़ियाँ
वास्तु जानकारों के मुताबिक शादीशुदा महिलाओं के लिए चूड़ियों की संख्या 21 होनी चाहिए। साथ ही दोनों हाथों में सोने या चांदी की दो-दो चूड़ियां पहनना भी बेहद शुभ माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार नई दुल्हन को हाथों में करीब 40 दिन तक चूड़ियां पहनी चाहिए। जिसे वैवाहिक जीवन के लिए काफी लाभदायक बताया गया है। जिससे घर में खुशहाली और सुख-समृध्दि आती है।
किस कलर की चूड़ियां मानी जाती है अशुभ
वास्तु शास्त्र की मान्यताओं के द्वारा विवाहित महिलाएं कभी भी काले या गहरे हरे रंग की चूड़ियां ना पहनें। यह रंग शुभ नहीं माने जाते हैं। हाथ में चूड़ियां पहनने से मन को शांति मिलती है। यह सौभाग्य के साथ-साथ सकारात्मक ऊर्जा का भी प्रतीक माना जाता है। काले रंग की चूड़ियों से घर में नकारात्मक ऊर्जा का भी प्रवाह होता है।