Vistadome Jungle Safari Train: उत्तर प्रदेश ने अपनी हरियाली और वन्यजीवों से भरी अनमोल विरासत को एक नए, रोमांचक रूप में पेश करने का कमाल कर दिखाया है। राज्य सरकार ने कतर्नियाघाट वन्यजीव अभयारण्य से लेकर दुधवा टाइगर रिजर्व तक एक अद्भुत विस्टाडोम ट्रेन सेवा की शुरुआत की है, जो देश में पहली बार जंगल सफारी को इस खास अंदाज में प्रस्तुत करती है।
सोचिए, जब आप बड़े-बड़े ग्लास विंडो और पारदर्शी छत वाले कोच में बैठकर, जंगल की हर हरियाली, झरनों की कल-कल, और दूर-दूर तक फैले वन्य जीवों की मस्ती को निहारेंगे, तो वह अनुभव कैसा होगा! यह सिर्फ सफर नहीं, बल्कि एक जादुई यात्रा है, जिसमें प्रकृति अपनी सारी छुपी हुई कहानियां खुलकर सुनाती है।
वन डेस्टिनेशन थ्री फॉरेस्ट्स
यह ट्रेन सेवा फिलहाल शनिवार-रविवार को चलती है, लेकिन जल्द ही इसे रोजाना चलाने की योजना है ताकि पर्यटक कभी भी अपनी मनपसंद तिथि पर इस अनोखे सफर का आनंद ले सकें। उत्तर प्रदेश के तीन प्रमुख वन क्षेत्र दुधवा नेशनल पार्क, कतर्नियाघाट, और किशनपुर वन्यजीव अभयारण्य, अब ‘वन डेस्टिनेशन थ्री फॉरेस्ट्स’ के अंतर्गत एक साथ जुड़े हैं, जिससे जंगल के प्रेमी पर्यटकों को एक छत के नीचे तीन जादुई जंगल देखने का मौका मिलेगा।
Experience breathtaking views in the lap of nature with Vistadome Coaches. 🛤️ pic.twitter.com/igMljsiMjn
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) May 12, 2024
रोजगार और आर्थिक विकास
पर्यटन निदेशक प्रखर मिश्रा की मानें, तो यह पहल न सिर्फ पर्यटकों के लिए एक नई दुनिया के द्वार खोल रही है, बल्कि स्थानीय रोजगार और आर्थिक विकास की नई कहानी भी लिख रही है। इस ट्रेन के जरिए 107 किलोमीटर की दूरी का सफर 4 घंटे 25 मिनट में पूरा होता है, जहां हर कदम पर आपको प्रकृति की बहार मिलेगी।
इतना ही नहीं, सरकार लखनऊ से कतर्नियाघाट के लिए एक खास पैकेज भी बना रही है, जिसमें सब्सिडी के विकल्प पर विचार चल रहा है ताकि यह सफर सभी के लिए आसान और किफायती हो सके।
नौ स्टेशनों से होकर गुजरेगी
बिचिया से मैलानी तक चलने वाली इस ट्रेन की यात्रा भी बेहद खास है। सुबह 11:45 बजे बिचिया से रवाना होकर, शाम 4:10 बजे मैलानी पहुंचती है, और वापसी सुबह 6:05 बजे मैलानी से शुरू होकर 10:30 बजे बिचिया तक पहुंचती है। इस बीच यह ट्रेन नौ खूबसूरत स्टेशनों से होकर गुजरती है, जो वन्य जीवन की गहराईयों में खो जाने का अहसास कराते हैं।
इस नए पर्यटन सफर के साथ उत्तर प्रदेश ने यह साबित कर दिया है कि जब प्रकृति की सुंदरता और आधुनिक तकनीक का संगम होता है, तो जन्म लेती है एक ऐसी यात्रा जो दिलों को छू जाती है। यह सेवा न केवल पर्यटकों को आकर्षित करेगी, बल्कि पर्यावरण संरक्षण और टिकाऊ पर्यटन की दिशा में भी बड़ा कदम साबित होगी।
अब उत्तर प्रदेश का हर जंगल, हर पत्ता, हर जीव आपको अपने करीब बुलाएगा, बस एक विस्टाडोम ट्रेन की खिड़की से झांकना बाकी है। यही है प्रकृति के बीच का नया सफर, जो आपको एक बार जरूर महसूस करना चाहिए!
